पंजाब के लुधियाना के अमरीक सिंह का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जुड़ गया है। उसने यह उपलब्धि कान से 84.580 किलोग्राम वजन उठाकर हासिल की है। खास बात यह है कि वे ऐसा करने वाले दुनिया के पहले शख्स है, जिन्होंने कान से इतना वजन उठाया है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड से इसे प्रमाणिकता मिलने के बाद अमरीक बेहद खुश है। कहना है कि यह उनके सपने के पूरा होने जैसा है। पेशे से प्रॉपर्टी डीलर करने वाले अमरीक ने सात साल की कड़ी मेहनत के बाद इस मुकाम को पाया है। बताते है कि जब मैंने कान से वजन उठाने की शुरुआत की तो लोग पागल बोलते है। अब वे ही लोग तारीफ के पुल बांध रहे है। अमरीक अपनी इस सफलता को स्वर्गीय पिता बलजिंदर सिंह को समर्पित करते है। कहते है कि पिता हमेशा कहते थे कि कि लोगों की परवाह करेगा तो कभी जिंदगी में सफल नहीं हो पाएगा। अमरीक ने कैसे यह सफलता पाई, किन-किन कठिनाइयों का सामना पड़ा और कैसे गिनीज बुक टीम से संपर्क हुआ? पढ़िए दैनिक भास्कर की रिपोर्ट… गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में कैसे दर्ज कराया नाम, अमरीक ने बताया… नशे से दूर रहो, सपनों के करीब आओ
अमरीक सिर्फ खुद नहीं बढ़े बल्कि दूसरों को भी आगे बढ़ाया। वे फ्री कोचिंग देते हैं। उनके कई स्टूडेंट सरकारी नौकरियों और स्पोर्ट्स पोस्ट पर चयनित हो चुके हैं। वो हमेशा युवाओं से यही अपील करते हैं नशे से दूर रहो खेल और मेहनत को अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाओ। ———————————— ये खबर भी पढ़ें… पहला सिख बना पावर स्लैप कंपीटिशन का किंग:पंजाब के जुझार सिंह ने रशियन प्लेयर को 1 थप्पड़ से हिलाया, मूसेवाला की तरह थापी मारी पंजाब के रोपड़ जिले के चमकौर साहिब के जुझार सिंह आबूधाबी में हुए पावर स्लैप कंपीटिशन के पहले सिख चैंपियन बन गए हैं। 24 अक्तूबर को हुए इस कंपीटिशन में जुझार ने थप्पड़ मारकर अपने कंपीटीटर्स एंटली ग्लुशका को हराया। आबूधाबी में हुए इस कंपीटिशन का एक वीडियो जुझार सिंह ने अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया है। (पूरी खबर पढ़ें)
पंजाब के लुधियाना के अमरीक सिंह का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जुड़ गया है। उसने यह उपलब्धि कान से 84.580 किलोग्राम वजन उठाकर हासिल की है। खास बात यह है कि वे ऐसा करने वाले दुनिया के पहले शख्स है, जिन्होंने कान से इतना वजन उठाया है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड से इसे प्रमाणिकता मिलने के बाद अमरीक बेहद खुश है। कहना है कि यह उनके सपने के पूरा होने जैसा है। पेशे से प्रॉपर्टी डीलर करने वाले अमरीक ने सात साल की कड़ी मेहनत के बाद इस मुकाम को पाया है। बताते है कि जब मैंने कान से वजन उठाने की शुरुआत की तो लोग पागल बोलते है। अब वे ही लोग तारीफ के पुल बांध रहे है। अमरीक अपनी इस सफलता को स्वर्गीय पिता बलजिंदर सिंह को समर्पित करते है। कहते है कि पिता हमेशा कहते थे कि कि लोगों की परवाह करेगा तो कभी जिंदगी में सफल नहीं हो पाएगा। अमरीक ने कैसे यह सफलता पाई, किन-किन कठिनाइयों का सामना पड़ा और कैसे गिनीज बुक टीम से संपर्क हुआ? पढ़िए दैनिक भास्कर की रिपोर्ट… गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में कैसे दर्ज कराया नाम, अमरीक ने बताया… नशे से दूर रहो, सपनों के करीब आओ
अमरीक सिर्फ खुद नहीं बढ़े बल्कि दूसरों को भी आगे बढ़ाया। वे फ्री कोचिंग देते हैं। उनके कई स्टूडेंट सरकारी नौकरियों और स्पोर्ट्स पोस्ट पर चयनित हो चुके हैं। वो हमेशा युवाओं से यही अपील करते हैं नशे से दूर रहो खेल और मेहनत को अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाओ। ———————————— ये खबर भी पढ़ें… पहला सिख बना पावर स्लैप कंपीटिशन का किंग:पंजाब के जुझार सिंह ने रशियन प्लेयर को 1 थप्पड़ से हिलाया, मूसेवाला की तरह थापी मारी पंजाब के रोपड़ जिले के चमकौर साहिब के जुझार सिंह आबूधाबी में हुए पावर स्लैप कंपीटिशन के पहले सिख चैंपियन बन गए हैं। 24 अक्तूबर को हुए इस कंपीटिशन में जुझार ने थप्पड़ मारकर अपने कंपीटीटर्स एंटली ग्लुशका को हराया। आबूधाबी में हुए इस कंपीटिशन का एक वीडियो जुझार सिंह ने अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया है। (पूरी खबर पढ़ें)