गांजे की तस्करी के मामले में गिरफ्तार भाई अनिल बागरी से नगरीय विकास एवं आवास मंत्री प्रतिमा बागरी ने पल्ला झाड़ लिया है। भाई की गिरफ्तारी के अगले दिन मंगलवार को खजुराहो में मीडिया के सवालों पर उन्होंने कहा- कोई भी अपने आप से रिश्तेदार बना लेता है। मेरा अनुरोध है कि पहले आप उसकी पुष्टि कर लें। तथ्यों की जानकारी के बाद ही बात करें। दरअसल, सोमवार को सतना की रामपुर बघेलान पुलिस ने अनिल बागरी को गांजा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। अनिल और उसके साथी पंकज सिंह से 46 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ है। युवा कांग्रेस ने मंत्री बागरी के बंगले का किया घेराव
जिला अध्यक्ष अमित खत्री के नेतृत्व में मंगलवार को युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भोपाल में मंत्री प्रतिमा बागरी के बंगले का घेराव किया। नारेबाजी करते हुए मंत्री बागरी को नशे की सौदागर बताया। खत्री ने कहा- मोहन सरकार में मध्य प्रदेश में नशे का कारोबार फल-फूल रहा है। इसमें सीधे भाजपा नेताओं की संलिप्तता है। प्रतिमा बागरी के करीबी रिश्तेदार खुलेआम नशे का कारोबार कर रहे हैं। हम मांग करते हैं कि तत्काल प्रतिमा बागरी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए, नहीं तो हम मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे। जीतू पटवारी ने मांगा मंत्री का इस्तीफा इंदौर में पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने मंत्री प्रतिमा बागरी के इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा कि एमपी में नशा माफिया हावी है और राज्य ने नशे में पंजाब को भी पीछे छोड़ दिया है। पटवारी ने आरोप लगाया कि पहले वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा की ड्रग्स कारोबारियों के साथ फोटो सामने आई, विश्वास सारंग का मिर्ची केस से रिश्ता जुड़ा और अब प्रतिमा बागरी का भाई नशा तस्करी में पकड़ा गया। उन्होंने कहा कि सरकार शराब से 17 हजार करोड़ का राजस्व कमा रही है और माफियाओं ने मंत्रियों के दफ्तरों तक घेरा बना लिया है। देखिए, तीन तस्वीरें… 19 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा
इस बारे में एडिशनल एसपी प्रेमलाल धुर्वे ने कहा था- मुखबिर की सूचना पर 7-8 दिसंबर की दरमियानी रात रामपुर बघेलान पुलिस ने मरौहा गांव में पंकज सिंह के घर पर दबिश दी। घर के बाहर टीन शेड में धान की बोरियों के नीचे 4 बोरियां मिलीं। इनमें 48 पैकेट गांजा के बरामद किए गए। इसकी बाजार में कीमत 9 लाख 22 हजार 680 रुपए है। आरोपी पंकज को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने बरामद गांजा अनिल बागरी और उसके बहनोई शैलेन्द्र सिंह का बताया। पुलिस ने सोमवार को अनिल बागरी को भी गिरफ्तार कर लिया। एनडीपीएस एक्ट की विशेष कोर्ट में न्यायाधीश शशिकांत वर्मा के सामने दोनों आरोपियों को पेश किया गया था। यहां से उन्हें 19 दिसंबर तक की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इससे पहले 3 दिसंबर को उत्तर प्रदेश की बांदा पुलिस ने राज्यमंत्री बागरी के बहनोई शैलेंद्र सिंह को भी इसी आरोप में गिरफ्तार किया था। सवाल पूछने पर झल्ला गई थीं मंत्री
सोमवार देर शाम खजुराहो के महाराजा कन्वेंशन सेंटर से निकलते समय मीडिया ने जब राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी से उनके भाई की गिरफ्तारी पर सवाल किया तो वे झल्लाती नजर आई थीं। वे बोली थीं- फालतू की बात करते हो आप लोग। वहीं, इस मामले में उनके पिता जय प्रताप बागरी ने फोन पर कहा था- मेरी आंख का ऑपरेशन हुआ है, अभी मैं बात नहीं कर सकता। दो आरोपी गिरफ्तार, एक फरार
सतना पुलिस के मुताबिक, अनिल बागरी पिता जय प्रताप बागरी, निवासी भरहुत नगर हरदुआ और पंकज सिंह पिता सतेंद्र सिंह, निवासी मतहा को गांजा तस्करी करते रंगे हाथ पकड़ा गया है। मामले का एक अन्य आरोपी शैलेन्द्र सिंह पिता सुरेंद्र सिंह, निवासी विराट नगर फरार है। शैलेन्द्र, अनिल बागरी का बहनोई है। बता दें कि शैलेन्द्र सिंह बांदा जेल में बंद है। उसे बीते 3 दिसंबर को बांदा पुलिस ने गांजा तस्करी करते पकड़ा था। जीजा के साथ मिलकर तस्करी करता था अनिल
पूर्व जिला पंचायत सदस्य जय प्रताप बागरी की 5 संतानें हैं। सबसे बड़ा बेटा अनिल, फिर राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, तीसरे नंबर पर प्रियंका, चौथे नंबर पर बेटा ऋषभ और सबसे छोटी बेटी प्रियंका हैं। प्रियंका ने पन्ना रोड सतना निवासी शैलेन्द्र सिंह कच्छवाह पिता सुरेन्द्र सिंह के साथ लव मैरिज की है। अभी तक की जांच में पता चला है कि अनिल बागरी अपने जीजा शैलेन्द्र सिंह के साथ मिलकर गांजा की तस्करी करता था। रामपुर बघेलान थाने में अनिल और पंकज के खिलाफ बीएनएस की धारा 8, 20, 29 एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध क्रमांक 1079/25 दर्ज किया गया है। नशीली कफ सिरप मामले में पकड़ा गया था शैलेन्द्र
शैलेन्द्र सिंह को इससे पहले सतना की सिंहपुर थाना पुलिस ने नशीली कफ सिरप की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया था। इससे जुड़े लगभग साढ़े 5 करोड़ के ट्रांजेक्शन का भी खुलासा हुआ था। शैलेन्द्र सिंह पहले भी गांजा एवं शराब तस्करी में पकड़ा जा चुका है। मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… राज्यमंत्री पर गांजा तस्करों को संरक्षण देने का आरोप उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में गांजा तस्करी के आरोप में शैलेन्द्र सिंह की गिरफ्तारी के बाद मामला राजनीतिक रूप से गरमाने लगा है। सतना जिले की रैगांव सीट से पूर्व विधायक कल्पना वर्मा ने मध्य प्रदेश की राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी पर आरोप लगाया है कि वे अपने रिश्तेदारों को संरक्षण दे रही हैं, जिससे अवैध कारोबार बढ़ रहा है। पढ़ें पूरी खबर…
गांजे की तस्करी के मामले में गिरफ्तार भाई अनिल बागरी से नगरीय विकास एवं आवास मंत्री प्रतिमा बागरी ने पल्ला झाड़ लिया है। भाई की गिरफ्तारी के अगले दिन मंगलवार को खजुराहो में मीडिया के सवालों पर उन्होंने कहा- कोई भी अपने आप से रिश्तेदार बना लेता है। मेरा अनुरोध है कि पहले आप उसकी पुष्टि कर लें। तथ्यों की जानकारी के बाद ही बात करें। दरअसल, सोमवार को सतना की रामपुर बघेलान पुलिस ने अनिल बागरी को गांजा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। अनिल और उसके साथी पंकज सिंह से 46 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ है। युवा कांग्रेस ने मंत्री बागरी के बंगले का किया घेराव
जिला अध्यक्ष अमित खत्री के नेतृत्व में मंगलवार को युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भोपाल में मंत्री प्रतिमा बागरी के बंगले का घेराव किया। नारेबाजी करते हुए मंत्री बागरी को नशे की सौदागर बताया। खत्री ने कहा- मोहन सरकार में मध्य प्रदेश में नशे का कारोबार फल-फूल रहा है। इसमें सीधे भाजपा नेताओं की संलिप्तता है। प्रतिमा बागरी के करीबी रिश्तेदार खुलेआम नशे का कारोबार कर रहे हैं। हम मांग करते हैं कि तत्काल प्रतिमा बागरी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए, नहीं तो हम मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे। जीतू पटवारी ने मांगा मंत्री का इस्तीफा इंदौर में पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने मंत्री प्रतिमा बागरी के इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा कि एमपी में नशा माफिया हावी है और राज्य ने नशे में पंजाब को भी पीछे छोड़ दिया है। पटवारी ने आरोप लगाया कि पहले वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा की ड्रग्स कारोबारियों के साथ फोटो सामने आई, विश्वास सारंग का मिर्ची केस से रिश्ता जुड़ा और अब प्रतिमा बागरी का भाई नशा तस्करी में पकड़ा गया। उन्होंने कहा कि सरकार शराब से 17 हजार करोड़ का राजस्व कमा रही है और माफियाओं ने मंत्रियों के दफ्तरों तक घेरा बना लिया है। देखिए, तीन तस्वीरें… 19 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा
इस बारे में एडिशनल एसपी प्रेमलाल धुर्वे ने कहा था- मुखबिर की सूचना पर 7-8 दिसंबर की दरमियानी रात रामपुर बघेलान पुलिस ने मरौहा गांव में पंकज सिंह के घर पर दबिश दी। घर के बाहर टीन शेड में धान की बोरियों के नीचे 4 बोरियां मिलीं। इनमें 48 पैकेट गांजा के बरामद किए गए। इसकी बाजार में कीमत 9 लाख 22 हजार 680 रुपए है। आरोपी पंकज को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने बरामद गांजा अनिल बागरी और उसके बहनोई शैलेन्द्र सिंह का बताया। पुलिस ने सोमवार को अनिल बागरी को भी गिरफ्तार कर लिया। एनडीपीएस एक्ट की विशेष कोर्ट में न्यायाधीश शशिकांत वर्मा के सामने दोनों आरोपियों को पेश किया गया था। यहां से उन्हें 19 दिसंबर तक की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इससे पहले 3 दिसंबर को उत्तर प्रदेश की बांदा पुलिस ने राज्यमंत्री बागरी के बहनोई शैलेंद्र सिंह को भी इसी आरोप में गिरफ्तार किया था। सवाल पूछने पर झल्ला गई थीं मंत्री
सोमवार देर शाम खजुराहो के महाराजा कन्वेंशन सेंटर से निकलते समय मीडिया ने जब राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी से उनके भाई की गिरफ्तारी पर सवाल किया तो वे झल्लाती नजर आई थीं। वे बोली थीं- फालतू की बात करते हो आप लोग। वहीं, इस मामले में उनके पिता जय प्रताप बागरी ने फोन पर कहा था- मेरी आंख का ऑपरेशन हुआ है, अभी मैं बात नहीं कर सकता। दो आरोपी गिरफ्तार, एक फरार
सतना पुलिस के मुताबिक, अनिल बागरी पिता जय प्रताप बागरी, निवासी भरहुत नगर हरदुआ और पंकज सिंह पिता सतेंद्र सिंह, निवासी मतहा को गांजा तस्करी करते रंगे हाथ पकड़ा गया है। मामले का एक अन्य आरोपी शैलेन्द्र सिंह पिता सुरेंद्र सिंह, निवासी विराट नगर फरार है। शैलेन्द्र, अनिल बागरी का बहनोई है। बता दें कि शैलेन्द्र सिंह बांदा जेल में बंद है। उसे बीते 3 दिसंबर को बांदा पुलिस ने गांजा तस्करी करते पकड़ा था। जीजा के साथ मिलकर तस्करी करता था अनिल
पूर्व जिला पंचायत सदस्य जय प्रताप बागरी की 5 संतानें हैं। सबसे बड़ा बेटा अनिल, फिर राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, तीसरे नंबर पर प्रियंका, चौथे नंबर पर बेटा ऋषभ और सबसे छोटी बेटी प्रियंका हैं। प्रियंका ने पन्ना रोड सतना निवासी शैलेन्द्र सिंह कच्छवाह पिता सुरेन्द्र सिंह के साथ लव मैरिज की है। अभी तक की जांच में पता चला है कि अनिल बागरी अपने जीजा शैलेन्द्र सिंह के साथ मिलकर गांजा की तस्करी करता था। रामपुर बघेलान थाने में अनिल और पंकज के खिलाफ बीएनएस की धारा 8, 20, 29 एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध क्रमांक 1079/25 दर्ज किया गया है। नशीली कफ सिरप मामले में पकड़ा गया था शैलेन्द्र
शैलेन्द्र सिंह को इससे पहले सतना की सिंहपुर थाना पुलिस ने नशीली कफ सिरप की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया था। इससे जुड़े लगभग साढ़े 5 करोड़ के ट्रांजेक्शन का भी खुलासा हुआ था। शैलेन्द्र सिंह पहले भी गांजा एवं शराब तस्करी में पकड़ा जा चुका है। मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… राज्यमंत्री पर गांजा तस्करों को संरक्षण देने का आरोप उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में गांजा तस्करी के आरोप में शैलेन्द्र सिंह की गिरफ्तारी के बाद मामला राजनीतिक रूप से गरमाने लगा है। सतना जिले की रैगांव सीट से पूर्व विधायक कल्पना वर्मा ने मध्य प्रदेश की राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी पर आरोप लगाया है कि वे अपने रिश्तेदारों को संरक्षण दे रही हैं, जिससे अवैध कारोबार बढ़ रहा है। पढ़ें पूरी खबर…