असम पुलिस सिंगर जुबीन गर्ग की मौत के मामले में 12 दिसंबर को चार्जशीट दाखिल करेगी। केस की जांच कर रहे CID के स्पेशल डीजी मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने शनिवार को बताया कि इस केस की जांच पूरी हो चुकी है। केस में अब तक तक सात गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। 300 से ज्यादा गवाहों से पूछताछ की गई है। जुबिन की मौत 19 सितंबर को सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान समुद्र में डूबने से हुई थी। गुप्ता ने कहा कि अब मामले में अधिक जानकारी चार्जशीट दाखिल होने के बाद ही दी जाएगी। 60 FIR दर्ज हैं गुप्ता ने कहा कि गर्ग की मौत के बाद पूरे असम में करीब 60 FIR दर्ज की गई थीं। चार्जशीट मूल मामले में दाखिल की जाएगी। संपत्ति से जुड़े दूसरे केस में अभी जांच की जा रही है। 26 नवंबर को CM ने विधानसभा में कहा था कि सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय जुबीन की मौत ‘पूरी तरह से एक सादा और सीधा हत्या का मामला’ है। जुबीन सिंगापुर में नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल (NEIF) 2025 में भाग लेने गए थे। SPF भी कर रही जांच सिंगापुर पुलिस फोर्स (SPF) भी जुबीन की समुद्र में डूबने की घटना की स्वतंत्र जांच कर रही है। 17 अक्टूबर को जारी एक बयान में SPF ने कहा था कि प्रारंभिक जांच में गर्ग की मौत में किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि का संकेत नहीं मिला है, और जांच में अभी तीन महीने और लग सकते हैं। इसके बाद निष्कर्षों को आगे की कार्यवाही के लिए स्टेट कोरोनर को भेजा जाएगा। जुबीन ने 38 हजार गाने गाए थे जुबीन का जन्म 18 नवंबर 1972 को असम के तिनसुकिया जिले में हुआ था। वे असमिया और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में गायक, संगीतकार, गीतकार, एक्टर और डायरेक्टर रहे। उन्होंने असमिया, हिंदी, बांग्ला और अंग्रेजी भाषा में गाने गाए हैं। इसके अलावा सिंगर ने बिष्णुप्रिया मणिपुरी, आदि, बोरो, अंग्रेजी, गोलपारिया, कन्नड़, कार्बी, खासी, मलयालम, मराठी, मिसिंग, नेपाली, उड़िया, संस्कृत, सिंधी, तमिल, तेलुगु, तिवा सहित 40 भाषाओं और बोलियों में 38 हजार से ज्यादा गाने गए। जुबीन असम के हाईएस्ट पेड सिंगर थे। ये खबर भी पढ़ें: असम का कमरकुची बना सिंगर जुबीन का स्मारक स्थल:गांव में हर रोज 5 से 10 हजार लोग पहुंच रहे; अबतक 5 लाख गमछे चढ़े सिंगर जुबीन गर्ग की मौत 19 सितंबर को सिंगापुर में डूबने से हो गई थी। 23 सितंबर को सोनापुर जिले के कमरकुची में उनका अंतिम संस्कार हुआ था। गुवाहाटी से 31 किमी दूर इस गांव में 10 बीघा के करीब जमीन को जुबीन का ‘देवालय’ सा मान लिया गया है। पढ़ें पूरी खबर…
असम पुलिस सिंगर जुबीन गर्ग की मौत के मामले में 12 दिसंबर को चार्जशीट दाखिल करेगी। केस की जांच कर रहे CID के स्पेशल डीजी मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने शनिवार को बताया कि इस केस की जांच पूरी हो चुकी है। केस में अब तक तक सात गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। 300 से ज्यादा गवाहों से पूछताछ की गई है। जुबिन की मौत 19 सितंबर को सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान समुद्र में डूबने से हुई थी। गुप्ता ने कहा कि अब मामले में अधिक जानकारी चार्जशीट दाखिल होने के बाद ही दी जाएगी। 60 FIR दर्ज हैं गुप्ता ने कहा कि गर्ग की मौत के बाद पूरे असम में करीब 60 FIR दर्ज की गई थीं। चार्जशीट मूल मामले में दाखिल की जाएगी। संपत्ति से जुड़े दूसरे केस में अभी जांच की जा रही है। 26 नवंबर को CM ने विधानसभा में कहा था कि सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय जुबीन की मौत ‘पूरी तरह से एक सादा और सीधा हत्या का मामला’ है। जुबीन सिंगापुर में नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल (NEIF) 2025 में भाग लेने गए थे। SPF भी कर रही जांच सिंगापुर पुलिस फोर्स (SPF) भी जुबीन की समुद्र में डूबने की घटना की स्वतंत्र जांच कर रही है। 17 अक्टूबर को जारी एक बयान में SPF ने कहा था कि प्रारंभिक जांच में गर्ग की मौत में किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि का संकेत नहीं मिला है, और जांच में अभी तीन महीने और लग सकते हैं। इसके बाद निष्कर्षों को आगे की कार्यवाही के लिए स्टेट कोरोनर को भेजा जाएगा। जुबीन ने 38 हजार गाने गाए थे जुबीन का जन्म 18 नवंबर 1972 को असम के तिनसुकिया जिले में हुआ था। वे असमिया और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में गायक, संगीतकार, गीतकार, एक्टर और डायरेक्टर रहे। उन्होंने असमिया, हिंदी, बांग्ला और अंग्रेजी भाषा में गाने गाए हैं। इसके अलावा सिंगर ने बिष्णुप्रिया मणिपुरी, आदि, बोरो, अंग्रेजी, गोलपारिया, कन्नड़, कार्बी, खासी, मलयालम, मराठी, मिसिंग, नेपाली, उड़िया, संस्कृत, सिंधी, तमिल, तेलुगु, तिवा सहित 40 भाषाओं और बोलियों में 38 हजार से ज्यादा गाने गए। जुबीन असम के हाईएस्ट पेड सिंगर थे। ये खबर भी पढ़ें: असम का कमरकुची बना सिंगर जुबीन का स्मारक स्थल:गांव में हर रोज 5 से 10 हजार लोग पहुंच रहे; अबतक 5 लाख गमछे चढ़े सिंगर जुबीन गर्ग की मौत 19 सितंबर को सिंगापुर में डूबने से हो गई थी। 23 सितंबर को सोनापुर जिले के कमरकुची में उनका अंतिम संस्कार हुआ था। गुवाहाटी से 31 किमी दूर इस गांव में 10 बीघा के करीब जमीन को जुबीन का ‘देवालय’ सा मान लिया गया है। पढ़ें पूरी खबर…