उत्तराखंड राज्य आंदोलन के प्रमुख चेहरे और राज्य के पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवाकर भट्ट का आज हरिद्वार के खड़खड़ी श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। उनके बेटे ललित भट्ट ने उन्हें मुखाग्नि दी। इससे पहले हरिद्वार के DM मयूर दीक्षित और SSP प्रमेन्द्र डोभाल ने दिवाकर भट्ट को राजकीय सम्मान दिया। वहीं उनके निवास स्थान पर पूर्व सीएम हरीश रावत और रमेश पोखरियाल निशंक, कांग्रेस के अध्यक्ष गणेश गोदियाल, हरक सिंह रावत और भाजपा विधायक मदन कौशिक और आदेश चौहान पहुंचे। बीती शाम उनके निधन की खबर के बाद से हरिद्वार स्थित घर पर लोगों का तांता लगा हुआ है। आंदोलनकारी साथी, राजनीतिक नेता और स्थानीय लोग परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं। UKD के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे दिवाकर भट्ट पिछले 10 दिनों से देहरादून के इंद्रेश हॉस्पिटल में भर्ती थे। डॉक्टरों ने परिवार को बताया कि उनकी हालत लगातार बिगड़ रही है और अब कोई सुधार संभव नहीं दिख रहा। ऐसे में परिजन उन्हें घर ले आए, जहां मंगलवार को शाम 4 बजकर 20 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली। फील्ड मार्शल के नाम से फेमस भट्ट उत्तराखंड की राजनीति में एक जमीनी और तेजतर्रार नेता माने जाते थे। 2007 में खंडूरी सरकार और बाद में निशंक सरकार में उन्हें राजस्व और शहरी विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई। वे देवप्रयाग सीट से पांच बार चुनाव मैदान में उतरे, हालांकि जीत उन्हें एक ही बार मिली, लेकिन आंदोलन की विरासत और नेतृत्वकारी छवि के कारण वे लोगों के बीच हमेशा मजबूत प्रभाव रखते रहे। पूर्व कैबिनेट मंत्री के अंतिम संस्कार से जुड़े पल-पल के अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…
उत्तराखंड राज्य आंदोलन के प्रमुख चेहरे और राज्य के पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवाकर भट्ट का आज हरिद्वार के खड़खड़ी श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। उनके बेटे ललित भट्ट ने उन्हें मुखाग्नि दी। इससे पहले हरिद्वार के DM मयूर दीक्षित और SSP प्रमेन्द्र डोभाल ने दिवाकर भट्ट को राजकीय सम्मान दिया। वहीं उनके निवास स्थान पर पूर्व सीएम हरीश रावत और रमेश पोखरियाल निशंक, कांग्रेस के अध्यक्ष गणेश गोदियाल, हरक सिंह रावत और भाजपा विधायक मदन कौशिक और आदेश चौहान पहुंचे। बीती शाम उनके निधन की खबर के बाद से हरिद्वार स्थित घर पर लोगों का तांता लगा हुआ है। आंदोलनकारी साथी, राजनीतिक नेता और स्थानीय लोग परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं। UKD के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे दिवाकर भट्ट पिछले 10 दिनों से देहरादून के इंद्रेश हॉस्पिटल में भर्ती थे। डॉक्टरों ने परिवार को बताया कि उनकी हालत लगातार बिगड़ रही है और अब कोई सुधार संभव नहीं दिख रहा। ऐसे में परिजन उन्हें घर ले आए, जहां मंगलवार को शाम 4 बजकर 20 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली। फील्ड मार्शल के नाम से फेमस भट्ट उत्तराखंड की राजनीति में एक जमीनी और तेजतर्रार नेता माने जाते थे। 2007 में खंडूरी सरकार और बाद में निशंक सरकार में उन्हें राजस्व और शहरी विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई। वे देवप्रयाग सीट से पांच बार चुनाव मैदान में उतरे, हालांकि जीत उन्हें एक ही बार मिली, लेकिन आंदोलन की विरासत और नेतृत्वकारी छवि के कारण वे लोगों के बीच हमेशा मजबूत प्रभाव रखते रहे। पूर्व कैबिनेट मंत्री के अंतिम संस्कार से जुड़े पल-पल के अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…