हिमाचल प्रदेश में ठियोग विधानसभा से पिछले चुनाव में BJP प्रत्याशी रहे अजय श्याम सोशल मीडिया में ट्रोल हो रहे हैं। वह, एक स्कूल में दिए भाषण पर बुरी तरह फंस गए हैं। उन पर सनातन विरोधी और ब्राह्मण समाज का अपमान करने के आरोप लगे हैं। देवभूमि क्षत्रिय संगठन और कई ब्राह्मणों की माफी मांगने की चेतावनी के बाद अजय श्याम ने भी सार्वजनिक तौर पर ब्राह्मण समाज से माफी मांगी है। दरअसल, सनातन के नाम पर राजनीति करने वाली BJP के महासू जिला के पूर्व अध्यक्ष अजय श्याम ने पुनर्जन्म, किसी व्यक्ति के मरने के बाद किए जाने वाले कर्मकांड और ब्राह्मणों की भूमिका पर सवाल उठाए थे। ठियोग विधानसभा के आर्यन पब्लिक स्कूल क्यारा के एक कार्यक्रम में बीते शुक्रवार को अजय श्याम ने कहा- आपका पुनर्जन्म होगा, इस बात को दिमाग से निकाल दो, कोई पंडित अगर आकर मेरे को सर्टिफिकेट दे दें कि 16वें के दिन जो बिस्तर दिया था ये ऊपर पहुंचा है, अगर कोई एक भी पंडित आकर मेरे को रिसिप्ट दे दें, मेरी बात करा दें कि दो जो बिस्तर यहां से गया था वो ऊपर मिला है, वो कही नहीं मिला, कहीं कुछ नही गया, मैं बता रहा हूं यहां से, मरने के बाद भी फोन साथ चाहिए, पंडित जी को दान कर देना, ये टाइम आने वाला है, कि बेटा जब मैं मरू तो फोन दे देना साथ, कुछ नहीं होने का, आपके सामने कितने लोग क्यारा में धुआं हो जाते हैं, कोई वापस नहीं आया ये बोलने कि तेरा दिया हुआ बेड, तेरा खिलाए हुए धिंधड़े (पहाड़ी डिश) मिल गए, कोई सर्टिफिकेट नहीं आया आज तक आगे भी नहीं आएगा। विवाद की वजह? अजय श्याम ने अपने भाषण में पुनर्जन्म, किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद 16वें दिन पंडितों को दिए जाने वाले दान और भोजन पर भी सवाल उठाए। इससे, न केवल ब्राह्मण बल्कि सनातन परंपराओं को मानने वाले हिंदू भी आहत है। इस बयान पर अजय श्याम सोशल मीडिया पर बुरी तरह फंस गए। हिंदू परंपरा का मजाक उड़ाया: रुमित देवभूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रुमित सिंह ठाकुर ने कहा- अजय श्याम ने हिंदू परंपरा का मजाक उड़ाया हैं। उन्होंने कहा- अगर आपको सर्टिफिकेट चाहिए तो आप (अजय श्याम) श्मशान घाट जाकर देख लो। फिर ऊपर जाकर देख लेना। आपके घर वाले आपको जल भी चढ़ाएंगे, मंजा (चारपाई), कपड़ा और बर्तन भी देंगे, फिर ऊपर से आवाज मारकर बताना कि घरवालों द्वारा दिया दान पहुंचा या नहीं। अजय का बयान आपत्तिजनक: दिनेश ठियोग के बटलोत निवासी डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया- अजय श्याम का बयान आपत्तिजनक है। ब्राह्मण समाज ने इस पर आपत्ति जताई है। ब्राह्मण समाज ने रविवार को क्यारा में एक सभा की। इसमें अजय श्याम भी शामिल हुए। उन्होंने माफी मांगी है। आचार्य महेंद्र शर्मा ने कहा- अजय शर्मा का बयान ब्राह्मण समाज को आहत करने वाला था। ब्राह्मण समाज इसकी निंदा करता है। उन्होंने कहा- ब्राह्मण समाज कभी भी मांग कर नहीं करता। यजमान जो देता है, ब्राह्मण उसे स्वीकार करता है। दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से पंडित शब्द किया: अजय अजय श्याम ने कहा- पुनर्जीवन का विषय अंत्येष्टि करण के साथ जुड़ गया और उसमे दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से पंडित शब्द का भी प्रयोग हुआ। उससे समाज विशेष की भावनाएं आहत हुई। इसके लिए वह सभी ब्राह्मण समाज से माफी मांगते हैं। अजय श्याम ने कहा- वह हमेशा सनातन के संरक्षक के रूप में खड़े हुए हैं। आगे भी सनातन की जड़ों को मजबूत करने के लिए काम करेंगे। अजय श्याम के बयान पर सोशल मीडिया यूजर की प्रतिक्रियाएं..
हिमाचल प्रदेश में ठियोग विधानसभा से पिछले चुनाव में BJP प्रत्याशी रहे अजय श्याम सोशल मीडिया में ट्रोल हो रहे हैं। वह, एक स्कूल में दिए भाषण पर बुरी तरह फंस गए हैं। उन पर सनातन विरोधी और ब्राह्मण समाज का अपमान करने के आरोप लगे हैं। देवभूमि क्षत्रिय संगठन और कई ब्राह्मणों की माफी मांगने की चेतावनी के बाद अजय श्याम ने भी सार्वजनिक तौर पर ब्राह्मण समाज से माफी मांगी है। दरअसल, सनातन के नाम पर राजनीति करने वाली BJP के महासू जिला के पूर्व अध्यक्ष अजय श्याम ने पुनर्जन्म, किसी व्यक्ति के मरने के बाद किए जाने वाले कर्मकांड और ब्राह्मणों की भूमिका पर सवाल उठाए थे। ठियोग विधानसभा के आर्यन पब्लिक स्कूल क्यारा के एक कार्यक्रम में बीते शुक्रवार को अजय श्याम ने कहा- आपका पुनर्जन्म होगा, इस बात को दिमाग से निकाल दो, कोई पंडित अगर आकर मेरे को सर्टिफिकेट दे दें कि 16वें के दिन जो बिस्तर दिया था ये ऊपर पहुंचा है, अगर कोई एक भी पंडित आकर मेरे को रिसिप्ट दे दें, मेरी बात करा दें कि दो जो बिस्तर यहां से गया था वो ऊपर मिला है, वो कही नहीं मिला, कहीं कुछ नही गया, मैं बता रहा हूं यहां से, मरने के बाद भी फोन साथ चाहिए, पंडित जी को दान कर देना, ये टाइम आने वाला है, कि बेटा जब मैं मरू तो फोन दे देना साथ, कुछ नहीं होने का, आपके सामने कितने लोग क्यारा में धुआं हो जाते हैं, कोई वापस नहीं आया ये बोलने कि तेरा दिया हुआ बेड, तेरा खिलाए हुए धिंधड़े (पहाड़ी डिश) मिल गए, कोई सर्टिफिकेट नहीं आया आज तक आगे भी नहीं आएगा। विवाद की वजह? अजय श्याम ने अपने भाषण में पुनर्जन्म, किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद 16वें दिन पंडितों को दिए जाने वाले दान और भोजन पर भी सवाल उठाए। इससे, न केवल ब्राह्मण बल्कि सनातन परंपराओं को मानने वाले हिंदू भी आहत है। इस बयान पर अजय श्याम सोशल मीडिया पर बुरी तरह फंस गए। हिंदू परंपरा का मजाक उड़ाया: रुमित देवभूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रुमित सिंह ठाकुर ने कहा- अजय श्याम ने हिंदू परंपरा का मजाक उड़ाया हैं। उन्होंने कहा- अगर आपको सर्टिफिकेट चाहिए तो आप (अजय श्याम) श्मशान घाट जाकर देख लो। फिर ऊपर जाकर देख लेना। आपके घर वाले आपको जल भी चढ़ाएंगे, मंजा (चारपाई), कपड़ा और बर्तन भी देंगे, फिर ऊपर से आवाज मारकर बताना कि घरवालों द्वारा दिया दान पहुंचा या नहीं। अजय का बयान आपत्तिजनक: दिनेश ठियोग के बटलोत निवासी डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया- अजय श्याम का बयान आपत्तिजनक है। ब्राह्मण समाज ने इस पर आपत्ति जताई है। ब्राह्मण समाज ने रविवार को क्यारा में एक सभा की। इसमें अजय श्याम भी शामिल हुए। उन्होंने माफी मांगी है। आचार्य महेंद्र शर्मा ने कहा- अजय शर्मा का बयान ब्राह्मण समाज को आहत करने वाला था। ब्राह्मण समाज इसकी निंदा करता है। उन्होंने कहा- ब्राह्मण समाज कभी भी मांग कर नहीं करता। यजमान जो देता है, ब्राह्मण उसे स्वीकार करता है। दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से पंडित शब्द किया: अजय अजय श्याम ने कहा- पुनर्जीवन का विषय अंत्येष्टि करण के साथ जुड़ गया और उसमे दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से पंडित शब्द का भी प्रयोग हुआ। उससे समाज विशेष की भावनाएं आहत हुई। इसके लिए वह सभी ब्राह्मण समाज से माफी मांगते हैं। अजय श्याम ने कहा- वह हमेशा सनातन के संरक्षक के रूप में खड़े हुए हैं। आगे भी सनातन की जड़ों को मजबूत करने के लिए काम करेंगे। अजय श्याम के बयान पर सोशल मीडिया यूजर की प्रतिक्रियाएं..