दिल्ली में लाल किले के पास सोमवार हुए ब्लास्ट के बाद पंजाब के बॉर्डर जिलों में पुलिस अलर्ट मोड पर है। खासकर जम्मू से सटे पठानकोट में पुलिस ने मजबूत किलेबंदी कर दी है। पठानकोट से जम्मू के एंट्री पाइंट माधोपुर नाके पर पुलिस स्पेशल आपरेशन ग्रुप (SOG) के साथ चेकिंग कर रही है। जम्मू से पंजाब और पंजाब से जम्मू आने वाले किसी भी वाहन को बिना तलाशी के एंट्री नहीं दी जा रही है। धमाकों के बाद सुबह से लेकर शाम तक सार्वजनिक स्थानों पर तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं। पंजाब के फिरोजपुर और फाजिल्का में भी पुलिस सीमा की तरफ जाने वाले रास्तों पर नाके लगा रही है। रात की पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। फाजिल्का पुलिस ने रात की गश्त तेज कर दी है। पुलिस ने अपील की है कि कहीं भी संदिग्ध नजर आता है तो 112 नंबर पर लोग कॉल कर सूचित करें। वहीं पाकिस्तान के बार्डर के साथ सटे पठानकोट के गांव सिंबल सकोल और फाजिल्का के गांव मोजम के सरपंच से बात की तो उन्होंने कहा कि गांव में अभी किसी तरह की हलचल नहीं है। पुलिस ने रास्तों पर नाकेबंदी जरूर बढ़ाई है, लेकिन सेना या बीएसएफ की तरफ से किसी खतरे को लेकर सूचना नहीं दी गई है। पंजाब में रेड अलर्ट के बाद ग्राउंड पर ये हालात.. पठानकोट-जम्मू सीमा पूरी तरह सील, हर संदिग्ध की तलाशी
दिल्ली धमाके के बाद पंजाब में भी रेड अलर्ट कर दिया गया है। इसका असर बॉर्डर जिलों पर ज्यादा देखने को मिल रहा है। पठानकोट एक तरफ सेंसेटिव रहने वाले जम्मू-कश्मीर तो दूसरी तरफ पाकिस्तान से सटा हुआ है। ऐसे में यहां ग्राउंड जीरो पर सख्ती ज्यादा है। पुलिस ने जम्मू के एंट्री पाइंट माधोपुर को बेरिकेडिंग से पूरी तरह सील कर दिया है। यहां से गुजरने वाले हर वाहन को तलाशी के बाद ही जाने दिया जा रहा है। महिलाओं की तलाशी के लिए महिला पुलिस तैनात की गई है। किसी घटना की सूरत में निपटने के लिए स्पेशल आपरेशन ग्रुप के जवाब हथियारों के साथ तैनात हैं। सुबह से लेकर रात तक यहां पर जवान वाहनों की तलाशी लेते दिख रहे हैं। यहां तक कि बसों की एंट्री भी सवारियों का सामान चेक करने के बाद ही हो रही है। महिला जवान महिलाओं के बैग की तलाशी लेती दिखीं। एक-एक कर वाहन को तलाशी के बाद दी जा रही एंट्री
माधोपुर एंट्री पाइंट पर पुलिस के 50 के करीब जवान तैनात हैं। जैसे ही कोई वाहन बेरिकेडिंग की तरफ बढ़ता है तो उसे पुलिस जवान हाथ देकर दूसरी लेन में जाने के लिए इशारा करता है। इसके बाद उस लेन पर खड़े पुलिस जवान कार, जीप से सवारियों को उतरने के लिए साइड में खड़ा होने के लिए कहते हैं। इसके बाद गाड़ियों की एक-एक कर डिक्की खोली जाती है। बैगों की तलाशी ली जाती है। कुछ नहीं भी मिलता है तो भी सवारों से ये पूछा जा रहा है कि आईडी कार्ड चेक करवाओ। इसके बाद उनके आने के ठिकाने और जाने के ठिकाने के बारे में एंट्री की जा रही है। एंट्री होने के बाद पुलिस आगे जाने दे रही है। फाजिल्का में देर रात तक बज रहे पुलिस के हूटर
फाजिल्का पुलिस ने अपने एक्स अकाउंट पर ग्राउंड जीरो पर गश्त के वीडियो शेयर किए हैं। इसमें पुलिस की गाड़ी रात को हूटर बजाते हुए सीमा की तरफ जाते रोड पर निकलती दिखाई दे रही है। पुलिस ने जगह का नाम नहीं लिखा है, लेकिन कहा कि लोग सतर्क रहें और जैसे ही कोई भी संदिग्ध दिखे तो उसकी सूचना 112 नंबर पर दें। फाजिल्का पुलिस का कहना है कि पंजाब पुलिस के अफसरों ने अलर्ट रहने के लिए कहा है। ये बार्डर जिला है, इसलिए देर रात तक गश्त की जा रही है। SSP पठानकोट ने अलर्ट को लेकर बताई अहम बातें बॉर्डर के साथ सटे रास्तों पर नजर रखी जा रही
पठानकोट SSP दिलजिंदर सिंह ने बताया कि दिल्ली धमाके के बाद पठानकोट के बॉर्डर के साथ सटे रास्तों पर नजर रखी जा रही है। पुलिस इंटर स्टेट और इंटर डिस्ट्रिक्ट नाके लगाए हैं। सभी प्रकार के वाहनों की जांच की जा रही है। उन रास्तों पर पर नजर रखी जा रही है जिन पर ट्रैफिक कम रहता है। ऐसे रास्ते देश विरोधी तत्वों के लिए सेफ जोन रहते हैं। उन्होंने बताया कि उन जगहों पर भी पुलिस की नजर है जहां पर लोग कुछ देर के लिए आराम या खाने के लिए रुकते हैं। हाईवे के ढाबों, रेस्टोरेंट और होटलों पर पुलिस के अलग-अलग विंग नजर बनाए हुए हैं। अपराधियों पर नजर के लिए AI और CCTV टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल
SSP दिलजिंदर सिंह ने बताया कि अपराधियों का पता लगाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल (AI और CCTV) का इस्तेमाल किया जा रहा है। जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश से जुड़े रास्तों से आने वाले वाहनों की विशेष जांच की जा रही है। इसके साथ ही शहर और कस्बों में होटलों, सरायों और अन्य विश्राम स्थलों की भी गहन जांच की जा रही है। पुलिस हाई डेफिनिशन कैमरों का उपयोग कर रही है जिन्हें कंट्रोल रूम से मॉनिटर किया जा रहा है ताकि संदिग्ध वाहनों और गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। इन कैमरों की मदद से हाल ही में हुए दोहरे हत्याकांड को सुलझाने में भी मदद मिली है। मल्टीलेयर सुरक्षा कवच, कंट्रोल रूम से रखी जा रही हर एक्टिविटी पर नजर
SSP दिलजिंदर सिंह ने बताया कि पूरी निगरानी व्यवस्था को कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से मॉनिटर किया जा रहा है। इसके अलावा पुलिस का इंटेलिजेंस विंग भी एक्टिव है। वो अपने तौर पर सूचनाएं जुटा रहा है ताकि पंजाब में किसी भी तरह से माहौल खराब न हो पाए। हमारे इंटेलिजेंस विंग ने हाल ही में आपराधिक गतिविधियों में शामिल स्थानीय गिरोहों को गिरफ्तार किया है। इनसे मिले इनपुट के आधार पर भी पुलिस निगरानी कर रही है। उन्होंने कहा की पाकिस्तान की सीमा के साथ जुड़ा होने, आर्मी कैंट और एयरबेस होने की वजह से पठानकोट हमेशा से सेंसेटिव रहा है। इसलिए यहां मल्टीलेयर सुरक्षा कवच बनाया गया है। सरपंच बोले- जीरो लाइन गांव के लोग निडर, रोज रहते हैं अलर्ट
पठानकोट के जीरो लाइन पर बसे गांव सिंबल सकोल के सरपंच दीप ने दैनिक भास्कर एप टीम के साथ बात की। उन्होंने बताया कि अभी उनको सुरक्षाबलों की तरफ से अलर्ट रहने के लिए नहीं कहा गया है। गांव में लोग रूटीन के काम कर रहे हैं। पुलिस की चेकिंग जरूर बढ़ी है। उन्होंने कहा कि उनके गांव से पाकिस्तान की सीमा एक किलोमीटर भी नहीं है। कई जंग गांव के लोग देख चुके हैं। अब तो लोग हर रोज ही अलर्ट रहते हैं। पाकिस्तान का कोई भरोसा नहीं है, कभी भी कुछ भी कर देता है। हमारे लोग निडर हैं और हर स्थिति का मुकाबला करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
दिल्ली में लाल किले के पास सोमवार हुए ब्लास्ट के बाद पंजाब के बॉर्डर जिलों में पुलिस अलर्ट मोड पर है। खासकर जम्मू से सटे पठानकोट में पुलिस ने मजबूत किलेबंदी कर दी है। पठानकोट से जम्मू के एंट्री पाइंट माधोपुर नाके पर पुलिस स्पेशल आपरेशन ग्रुप (SOG) के साथ चेकिंग कर रही है। जम्मू से पंजाब और पंजाब से जम्मू आने वाले किसी भी वाहन को बिना तलाशी के एंट्री नहीं दी जा रही है। धमाकों के बाद सुबह से लेकर शाम तक सार्वजनिक स्थानों पर तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं। पंजाब के फिरोजपुर और फाजिल्का में भी पुलिस सीमा की तरफ जाने वाले रास्तों पर नाके लगा रही है। रात की पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। फाजिल्का पुलिस ने रात की गश्त तेज कर दी है। पुलिस ने अपील की है कि कहीं भी संदिग्ध नजर आता है तो 112 नंबर पर लोग कॉल कर सूचित करें। वहीं पाकिस्तान के बार्डर के साथ सटे पठानकोट के गांव सिंबल सकोल और फाजिल्का के गांव मोजम के सरपंच से बात की तो उन्होंने कहा कि गांव में अभी किसी तरह की हलचल नहीं है। पुलिस ने रास्तों पर नाकेबंदी जरूर बढ़ाई है, लेकिन सेना या बीएसएफ की तरफ से किसी खतरे को लेकर सूचना नहीं दी गई है। पंजाब में रेड अलर्ट के बाद ग्राउंड पर ये हालात.. पठानकोट-जम्मू सीमा पूरी तरह सील, हर संदिग्ध की तलाशी
दिल्ली धमाके के बाद पंजाब में भी रेड अलर्ट कर दिया गया है। इसका असर बॉर्डर जिलों पर ज्यादा देखने को मिल रहा है। पठानकोट एक तरफ सेंसेटिव रहने वाले जम्मू-कश्मीर तो दूसरी तरफ पाकिस्तान से सटा हुआ है। ऐसे में यहां ग्राउंड जीरो पर सख्ती ज्यादा है। पुलिस ने जम्मू के एंट्री पाइंट माधोपुर को बेरिकेडिंग से पूरी तरह सील कर दिया है। यहां से गुजरने वाले हर वाहन को तलाशी के बाद ही जाने दिया जा रहा है। महिलाओं की तलाशी के लिए महिला पुलिस तैनात की गई है। किसी घटना की सूरत में निपटने के लिए स्पेशल आपरेशन ग्रुप के जवाब हथियारों के साथ तैनात हैं। सुबह से लेकर रात तक यहां पर जवान वाहनों की तलाशी लेते दिख रहे हैं। यहां तक कि बसों की एंट्री भी सवारियों का सामान चेक करने के बाद ही हो रही है। महिला जवान महिलाओं के बैग की तलाशी लेती दिखीं। एक-एक कर वाहन को तलाशी के बाद दी जा रही एंट्री
माधोपुर एंट्री पाइंट पर पुलिस के 50 के करीब जवान तैनात हैं। जैसे ही कोई वाहन बेरिकेडिंग की तरफ बढ़ता है तो उसे पुलिस जवान हाथ देकर दूसरी लेन में जाने के लिए इशारा करता है। इसके बाद उस लेन पर खड़े पुलिस जवान कार, जीप से सवारियों को उतरने के लिए साइड में खड़ा होने के लिए कहते हैं। इसके बाद गाड़ियों की एक-एक कर डिक्की खोली जाती है। बैगों की तलाशी ली जाती है। कुछ नहीं भी मिलता है तो भी सवारों से ये पूछा जा रहा है कि आईडी कार्ड चेक करवाओ। इसके बाद उनके आने के ठिकाने और जाने के ठिकाने के बारे में एंट्री की जा रही है। एंट्री होने के बाद पुलिस आगे जाने दे रही है। फाजिल्का में देर रात तक बज रहे पुलिस के हूटर
फाजिल्का पुलिस ने अपने एक्स अकाउंट पर ग्राउंड जीरो पर गश्त के वीडियो शेयर किए हैं। इसमें पुलिस की गाड़ी रात को हूटर बजाते हुए सीमा की तरफ जाते रोड पर निकलती दिखाई दे रही है। पुलिस ने जगह का नाम नहीं लिखा है, लेकिन कहा कि लोग सतर्क रहें और जैसे ही कोई भी संदिग्ध दिखे तो उसकी सूचना 112 नंबर पर दें। फाजिल्का पुलिस का कहना है कि पंजाब पुलिस के अफसरों ने अलर्ट रहने के लिए कहा है। ये बार्डर जिला है, इसलिए देर रात तक गश्त की जा रही है। SSP पठानकोट ने अलर्ट को लेकर बताई अहम बातें बॉर्डर के साथ सटे रास्तों पर नजर रखी जा रही
पठानकोट SSP दिलजिंदर सिंह ने बताया कि दिल्ली धमाके के बाद पठानकोट के बॉर्डर के साथ सटे रास्तों पर नजर रखी जा रही है। पुलिस इंटर स्टेट और इंटर डिस्ट्रिक्ट नाके लगाए हैं। सभी प्रकार के वाहनों की जांच की जा रही है। उन रास्तों पर पर नजर रखी जा रही है जिन पर ट्रैफिक कम रहता है। ऐसे रास्ते देश विरोधी तत्वों के लिए सेफ जोन रहते हैं। उन्होंने बताया कि उन जगहों पर भी पुलिस की नजर है जहां पर लोग कुछ देर के लिए आराम या खाने के लिए रुकते हैं। हाईवे के ढाबों, रेस्टोरेंट और होटलों पर पुलिस के अलग-अलग विंग नजर बनाए हुए हैं। अपराधियों पर नजर के लिए AI और CCTV टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल
SSP दिलजिंदर सिंह ने बताया कि अपराधियों का पता लगाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल (AI और CCTV) का इस्तेमाल किया जा रहा है। जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश से जुड़े रास्तों से आने वाले वाहनों की विशेष जांच की जा रही है। इसके साथ ही शहर और कस्बों में होटलों, सरायों और अन्य विश्राम स्थलों की भी गहन जांच की जा रही है। पुलिस हाई डेफिनिशन कैमरों का उपयोग कर रही है जिन्हें कंट्रोल रूम से मॉनिटर किया जा रहा है ताकि संदिग्ध वाहनों और गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। इन कैमरों की मदद से हाल ही में हुए दोहरे हत्याकांड को सुलझाने में भी मदद मिली है। मल्टीलेयर सुरक्षा कवच, कंट्रोल रूम से रखी जा रही हर एक्टिविटी पर नजर
SSP दिलजिंदर सिंह ने बताया कि पूरी निगरानी व्यवस्था को कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से मॉनिटर किया जा रहा है। इसके अलावा पुलिस का इंटेलिजेंस विंग भी एक्टिव है। वो अपने तौर पर सूचनाएं जुटा रहा है ताकि पंजाब में किसी भी तरह से माहौल खराब न हो पाए। हमारे इंटेलिजेंस विंग ने हाल ही में आपराधिक गतिविधियों में शामिल स्थानीय गिरोहों को गिरफ्तार किया है। इनसे मिले इनपुट के आधार पर भी पुलिस निगरानी कर रही है। उन्होंने कहा की पाकिस्तान की सीमा के साथ जुड़ा होने, आर्मी कैंट और एयरबेस होने की वजह से पठानकोट हमेशा से सेंसेटिव रहा है। इसलिए यहां मल्टीलेयर सुरक्षा कवच बनाया गया है। सरपंच बोले- जीरो लाइन गांव के लोग निडर, रोज रहते हैं अलर्ट
पठानकोट के जीरो लाइन पर बसे गांव सिंबल सकोल के सरपंच दीप ने दैनिक भास्कर एप टीम के साथ बात की। उन्होंने बताया कि अभी उनको सुरक्षाबलों की तरफ से अलर्ट रहने के लिए नहीं कहा गया है। गांव में लोग रूटीन के काम कर रहे हैं। पुलिस की चेकिंग जरूर बढ़ी है। उन्होंने कहा कि उनके गांव से पाकिस्तान की सीमा एक किलोमीटर भी नहीं है। कई जंग गांव के लोग देख चुके हैं। अब तो लोग हर रोज ही अलर्ट रहते हैं। पाकिस्तान का कोई भरोसा नहीं है, कभी भी कुछ भी कर देता है। हमारे लोग निडर हैं और हर स्थिति का मुकाबला करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।