मोकामा में RJD नेता दुलारचंद की हत्या के मामले में पटना पुलिस ने शनिवार की देर रात बाहुबली अनंत सिंह को उनके घर से गिरफ्तार किया है। रात में करीब 150 पुलिस वालों के साथ टीम अनंत सिंह के बाढ़ थाना क्षेत्र के बेढ़ना में कारगिल चौक स्थित घर पहुंची थी। इसे पटना SSP कार्तिकेय शर्मा लीड कर रहे थे। पुलिस ने अनंत सिंह को घर से उठाया और पटना लेकर आई। अरेस्टिंग के बाद बाहुबली के फेसबुक पर पोस्ट किया गया है कि,’सत्यमेव जयते !! मुझे #मोकामा के जनता पर पूर्ण भरोसा है। इसलिए चुनाव अब मोकामा की जनता लड़ेगी।’ गिरफ्तारी के दौरान अनंत सिंह के पीछे 6 गाड़ियां चल रही थीं। अनंत सिंह सुबह से अपने समर्थकों के साथ चुनाव प्रचार कर रहे थे। गिरफ्तारी के दौरान भी वे सफेद पैंट और शर्ट में चश्मे के साथ ही नजर आए। मोकामा से JDU उम्मीदवार अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर जनसुराज पार्टी के मोकामा से उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी ने कहा, ‘यह एक अच्छा कदम है, लेकिन अगर वे पहले कार्रवाई करते तो अच्छा होता। आज वह 50 वाहनों के काफिले में घूम रहे थे और चुनाव प्रचार में भी शामिल हुए। जब उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई थी, तो उन्हें पहले ही गिरफ्तार कर लिया जाना चाहिए था, लेकिन देर आए दुरुस्त आए। अब महत्वपूर्ण यह है कि पुलिस पूरे मामले की जांच कैसे करती है। यह उनके परिवार के लिए राहत की बात है।” 30 अक्टूबर को जनसुराज के कैंडिडेट के प्रचार के दौरान RJD नेता दुलारचंद (76) की हत्या हुई थी। अब अनंत सिंह की गिरफ्तारी की 3 तस्वीरें देखिए… DM बोले- पटना में पहले से ज्यादा सख्ती होगी बाहुबली की गिरफ्तारी के बाद पटना DM डॉ, त्यागराजन और SSP कार्तिकेय शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। DM ने बताया, मोकामा विधानसभा क्षेत्र में हुई घटना को जिला प्रशासन और पुलिस ने बहुत गंभीरता से लिया है। हमने मामले में कई कार्रवाई की है। आदर्श आचार संहिता पूरी चुनाव प्रक्रिया का एक मजबूत स्तंभ है। चुनाव आयोग के निर्देशानुसार, हम स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अगर कोई असामाजिक तत्व कानून या आदर्श आचार संहिता के खिलाफ जाने की कोशिश करता है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। हमने 100% हथियार जमा करने के निर्देश दिए हैं। सभी वैध हथियार जल्द ही जमा कर दिए जाएंगे। हर विधानसभा क्षेत्र में 50 से अधिक चेकिंग पॉइंट बनाने के निर्देश दिए गए हैं। CAPF भी जांच करेगी। पटना से सबसे ज्यादा जब्ती की गई है। पर्याप्त CAPF जवानों को तैनात किया गया है। वे पुलिस और मजिस्ट्रेट के साथ समन्वय में काम कर रहे हैं। अवैध हथियारों को जब्त करने के लिए छापेमारी की जा रही है। पटना SSP बोले- हत्या के वक्त अनंत सिंह मौजूद थे पटना SSP कार्तिकेय शर्मा ने बताया, 30 अक्टूबर को 2 प्रत्याशियों के गुटों में झड़प हो गई। पथराव हुआ, जिससे कई लोग घायल हो गए। घटना के बाद एक शव बरामद किया गया। मृतक, 75 वर्षीय दुलारचंद यादव, उसी गांव के निवासी थे जहां यह झड़प हुई थी। दोनों पक्षों ने मामला दर्ज कराया और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। साक्ष्यों, प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों और मृतक की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर ऐसा प्रतीत होता है कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया गया और यह एक गंभीर मामला है। यह पाया गया कि यह सब प्रत्याशी अनंत सिंह की मौजूदगी में हुआ, जो इस मामले में मुख्य आरोपी भी हैं। अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके साथी मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम को भी उनके साथ गिरफ्तार किया गया है। CID ने भी इस मामले में जांच की है। दोनों पक्षों के बीच मारपीट की घटना हुई थी। कल जब पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाया जा रहा था। इसमें भी अलग से मामला दर्ज किया गया है। शनिवार देर शाम SDM, SP हटाए गए इससे पहले शनिवार देर शाम मोकामा हत्याकांड में चुनाव आयोग ने एक्शन लिया। बाढ़ के SDM चंदन कुमार, ग्रामीण SP विक्रम सिहाग और बाढ़ के SDPO-1 राकेश कुमार को हटा दिया। SDM की जगह 2022 बैच के IAS अधिकारी आशीष कुमार को भेजा गया। वहीं, SDPO-1 राकेश कुमार की जगह CID के डीएसपी आनंद कुमार सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने बाढ़ के SDPO-2 अभिषेक सिंह को सस्पेंड कर दिया है। उनकी जगह ATS में तैनात डीएसपी आयुष श्रीवास्तव को जिम्मेदारी सौंपी गई है। तेजस्वी ने कहा था- क्या चुनाव आयोग मर चुका है तेजस्वी यादव ने भी चुनाव आयोग और सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था, ‘चुनाव आयोग मर चुका है क्या। चुनाव के बीच 10 हजार की रिश्वत बांटी जा रही है। हार के डर से अपने संसाधन खर्च करने की बजाय BJP इस बार बिहार को लूटने वाले ED के शिकंजे में फंसे भ्रष्ट DK छाप अधिकारियों के जरिए गरीब राज्य के खजाने से ही पैसा बांट रही है। चुनावों के बीच एनडीए प्रत्याशियों द्वारा दिनदहाड़े हत्याएं की जा रही है। हत्या में नामजद आरोपी थाने के सामने से गुजर रहा है। प्रचार कर रहा है। नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए सैकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ बंदूक, गोली-बारूद लेकर घूम रहा है। चुनाव आयोग अपना और लोकतंत्र का मृत्युलेख लिखने में व्यस्त है। क्या कानू सिर्फ विपक्ष के लिए है।’
अब पढ़िए दुलारचंद की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या है पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, शरीर पर कई जगह गहरे घाव और खून जमने के निशान मिले हैं। फेफड़े (लंग्स) फटे हुए मिले, जिससे अधिक मात्रा में इंटरनल ब्लीडिंग हुई है। छाती की कई पसलियां टूटी हुई पाई गईं। खासकर दाहिनी ओर रीढ़ की हड्डी (वर्टिब्रा) के पास भी चोटों के निशान मिले। सिर, घुटने, टखने और पीठ पर गहरे जख्म और चोटें पाई गईं। इसी के साथ दाहिने पैर के पास फायरआर्म (गनशॉट) इंजरी का जिक्र, यानी गोली लगने के निशान हैं। कई जगहों पर अब्रेशन (घर्षण के निशान) और लैसेरेटेड वूंड्स (फटे हुए घाव) मिले। डॉक्टरों ने लिखा है कि मौत का कारण कार्डियो-पल्मोनरी फेल्योर विद ब्लंट इंजरी टू चेस्ट एंड हेड, यानी छाती और सिर पर जोरदार चोटों और फेफड़े फटने से हृदय और सांस प्रणाली ने काम करना बंद कर दिया। दुलारचंद यादव की मौत फेफड़ा फटने (लंग रप्चर) और सीने की कई पसलियां टूटने (रिब फ्रैक्चर) के कारण हुई। ये चोटें इतनी गंभीर थीं कि इंटर्नल ब्लीडिंग हुई, जिससे मौत हो गई। दुलारचंद यादव के सीने पर जोरदार प्रहार या भारी दबाव पड़ा, जिससे उनकी पसलियां टूट गईं और फेफड़े में गंभीर चोट पहुंची। दुलारचंद हत्याकांड में 4 FIR पटना SSP कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि इस मामले में अब तक 4 FIR दर्ज की गई है। अभी तक कई लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है और कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। घटनास्थल पर अभी हालात सामान्य है। पुलिस बल की तैनाती की गई है। फिलहाल वीडियो फुटेज के आधार पर दोषियों को चिन्हित किया जा रहा है। बता दें कि पहला केस भदौर थाने में दुलारचंद के पोते नीरज कुमार ने दर्ज कराया। दूसरा अनंत के समर्थक जितेंद्र कुमार ने और तीसरा केस पुलिस ने अपने बयान पर किया है। मोकामा हत्याकांड से जुड़े अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…
मोकामा में RJD नेता दुलारचंद की हत्या के मामले में पटना पुलिस ने शनिवार की देर रात बाहुबली अनंत सिंह को उनके घर से गिरफ्तार किया है। रात में करीब 150 पुलिस वालों के साथ टीम अनंत सिंह के बाढ़ थाना क्षेत्र के बेढ़ना में कारगिल चौक स्थित घर पहुंची थी। इसे पटना SSP कार्तिकेय शर्मा लीड कर रहे थे। पुलिस ने अनंत सिंह को घर से उठाया और पटना लेकर आई। अरेस्टिंग के बाद बाहुबली के फेसबुक पर पोस्ट किया गया है कि,’सत्यमेव जयते !! मुझे #मोकामा के जनता पर पूर्ण भरोसा है। इसलिए चुनाव अब मोकामा की जनता लड़ेगी।’ गिरफ्तारी के दौरान अनंत सिंह के पीछे 6 गाड़ियां चल रही थीं। अनंत सिंह सुबह से अपने समर्थकों के साथ चुनाव प्रचार कर रहे थे। गिरफ्तारी के दौरान भी वे सफेद पैंट और शर्ट में चश्मे के साथ ही नजर आए। मोकामा से JDU उम्मीदवार अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर जनसुराज पार्टी के मोकामा से उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी ने कहा, ‘यह एक अच्छा कदम है, लेकिन अगर वे पहले कार्रवाई करते तो अच्छा होता। आज वह 50 वाहनों के काफिले में घूम रहे थे और चुनाव प्रचार में भी शामिल हुए। जब उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई थी, तो उन्हें पहले ही गिरफ्तार कर लिया जाना चाहिए था, लेकिन देर आए दुरुस्त आए। अब महत्वपूर्ण यह है कि पुलिस पूरे मामले की जांच कैसे करती है। यह उनके परिवार के लिए राहत की बात है।” 30 अक्टूबर को जनसुराज के कैंडिडेट के प्रचार के दौरान RJD नेता दुलारचंद (76) की हत्या हुई थी। अब अनंत सिंह की गिरफ्तारी की 3 तस्वीरें देखिए… DM बोले- पटना में पहले से ज्यादा सख्ती होगी बाहुबली की गिरफ्तारी के बाद पटना DM डॉ, त्यागराजन और SSP कार्तिकेय शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। DM ने बताया, मोकामा विधानसभा क्षेत्र में हुई घटना को जिला प्रशासन और पुलिस ने बहुत गंभीरता से लिया है। हमने मामले में कई कार्रवाई की है। आदर्श आचार संहिता पूरी चुनाव प्रक्रिया का एक मजबूत स्तंभ है। चुनाव आयोग के निर्देशानुसार, हम स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अगर कोई असामाजिक तत्व कानून या आदर्श आचार संहिता के खिलाफ जाने की कोशिश करता है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। हमने 100% हथियार जमा करने के निर्देश दिए हैं। सभी वैध हथियार जल्द ही जमा कर दिए जाएंगे। हर विधानसभा क्षेत्र में 50 से अधिक चेकिंग पॉइंट बनाने के निर्देश दिए गए हैं। CAPF भी जांच करेगी। पटना से सबसे ज्यादा जब्ती की गई है। पर्याप्त CAPF जवानों को तैनात किया गया है। वे पुलिस और मजिस्ट्रेट के साथ समन्वय में काम कर रहे हैं। अवैध हथियारों को जब्त करने के लिए छापेमारी की जा रही है। पटना SSP बोले- हत्या के वक्त अनंत सिंह मौजूद थे पटना SSP कार्तिकेय शर्मा ने बताया, 30 अक्टूबर को 2 प्रत्याशियों के गुटों में झड़प हो गई। पथराव हुआ, जिससे कई लोग घायल हो गए। घटना के बाद एक शव बरामद किया गया। मृतक, 75 वर्षीय दुलारचंद यादव, उसी गांव के निवासी थे जहां यह झड़प हुई थी। दोनों पक्षों ने मामला दर्ज कराया और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। साक्ष्यों, प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों और मृतक की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर ऐसा प्रतीत होता है कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया गया और यह एक गंभीर मामला है। यह पाया गया कि यह सब प्रत्याशी अनंत सिंह की मौजूदगी में हुआ, जो इस मामले में मुख्य आरोपी भी हैं। अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके साथी मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम को भी उनके साथ गिरफ्तार किया गया है। CID ने भी इस मामले में जांच की है। दोनों पक्षों के बीच मारपीट की घटना हुई थी। कल जब पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाया जा रहा था। इसमें भी अलग से मामला दर्ज किया गया है। शनिवार देर शाम SDM, SP हटाए गए इससे पहले शनिवार देर शाम मोकामा हत्याकांड में चुनाव आयोग ने एक्शन लिया। बाढ़ के SDM चंदन कुमार, ग्रामीण SP विक्रम सिहाग और बाढ़ के SDPO-1 राकेश कुमार को हटा दिया। SDM की जगह 2022 बैच के IAS अधिकारी आशीष कुमार को भेजा गया। वहीं, SDPO-1 राकेश कुमार की जगह CID के डीएसपी आनंद कुमार सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने बाढ़ के SDPO-2 अभिषेक सिंह को सस्पेंड कर दिया है। उनकी जगह ATS में तैनात डीएसपी आयुष श्रीवास्तव को जिम्मेदारी सौंपी गई है। तेजस्वी ने कहा था- क्या चुनाव आयोग मर चुका है तेजस्वी यादव ने भी चुनाव आयोग और सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था, ‘चुनाव आयोग मर चुका है क्या। चुनाव के बीच 10 हजार की रिश्वत बांटी जा रही है। हार के डर से अपने संसाधन खर्च करने की बजाय BJP इस बार बिहार को लूटने वाले ED के शिकंजे में फंसे भ्रष्ट DK छाप अधिकारियों के जरिए गरीब राज्य के खजाने से ही पैसा बांट रही है। चुनावों के बीच एनडीए प्रत्याशियों द्वारा दिनदहाड़े हत्याएं की जा रही है। हत्या में नामजद आरोपी थाने के सामने से गुजर रहा है। प्रचार कर रहा है। नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए सैकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ बंदूक, गोली-बारूद लेकर घूम रहा है। चुनाव आयोग अपना और लोकतंत्र का मृत्युलेख लिखने में व्यस्त है। क्या कानू सिर्फ विपक्ष के लिए है।’
अब पढ़िए दुलारचंद की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या है पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, शरीर पर कई जगह गहरे घाव और खून जमने के निशान मिले हैं। फेफड़े (लंग्स) फटे हुए मिले, जिससे अधिक मात्रा में इंटरनल ब्लीडिंग हुई है। छाती की कई पसलियां टूटी हुई पाई गईं। खासकर दाहिनी ओर रीढ़ की हड्डी (वर्टिब्रा) के पास भी चोटों के निशान मिले। सिर, घुटने, टखने और पीठ पर गहरे जख्म और चोटें पाई गईं। इसी के साथ दाहिने पैर के पास फायरआर्म (गनशॉट) इंजरी का जिक्र, यानी गोली लगने के निशान हैं। कई जगहों पर अब्रेशन (घर्षण के निशान) और लैसेरेटेड वूंड्स (फटे हुए घाव) मिले। डॉक्टरों ने लिखा है कि मौत का कारण कार्डियो-पल्मोनरी फेल्योर विद ब्लंट इंजरी टू चेस्ट एंड हेड, यानी छाती और सिर पर जोरदार चोटों और फेफड़े फटने से हृदय और सांस प्रणाली ने काम करना बंद कर दिया। दुलारचंद यादव की मौत फेफड़ा फटने (लंग रप्चर) और सीने की कई पसलियां टूटने (रिब फ्रैक्चर) के कारण हुई। ये चोटें इतनी गंभीर थीं कि इंटर्नल ब्लीडिंग हुई, जिससे मौत हो गई। दुलारचंद यादव के सीने पर जोरदार प्रहार या भारी दबाव पड़ा, जिससे उनकी पसलियां टूट गईं और फेफड़े में गंभीर चोट पहुंची। दुलारचंद हत्याकांड में 4 FIR पटना SSP कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि इस मामले में अब तक 4 FIR दर्ज की गई है। अभी तक कई लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है और कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। घटनास्थल पर अभी हालात सामान्य है। पुलिस बल की तैनाती की गई है। फिलहाल वीडियो फुटेज के आधार पर दोषियों को चिन्हित किया जा रहा है। बता दें कि पहला केस भदौर थाने में दुलारचंद के पोते नीरज कुमार ने दर्ज कराया। दूसरा अनंत के समर्थक जितेंद्र कुमार ने और तीसरा केस पुलिस ने अपने बयान पर किया है। मोकामा हत्याकांड से जुड़े अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…