सप्ताह में 90 घंटे काम के बहस के बीच आंध्र प्रदेश सरकार महिलाओं के लिए वर्क फ्रॉम होम का नियम लागू करने की योजना बना रहा है। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इसकी घोषणा 11 फरवरी को एक्स पोस्ट में की। हालांकि नायडू ने इस योजना को कैसे लागू किया जाएगा, इसके लिए कोई प्लान साझा नहीं किया है। CM नायडू बोले- टेक्नोलॉजी के कारण वर्क फ्रॉम होम करना आसान
CM ने पोस्ट में लिखा- सबसे पहले मैं साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं और युवतियों को अंतर्राष्ट्रीय महिला और बालिका विज्ञान दिवस की बधाई देता हूं। आज हम लोग उनकी उपलब्धियों का जश्न मनाते हैं। हमारी सरकार महिलाओं को इन क्षेत्रों में समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आगे लिखा- कोविड 19 महामारी के दौरान काम करने के तरीकों में बड़ा बदलाव आया है। टेक्नोलॉजी के कारण वर्क फ्रॉम होम करना आसान हो गया है। रिमोट वर्क, कोवर्किंग स्पेस (CWS) और नेबरहुड वर्कस्पेस (NWS) जैसी व्यवस्थाएं बिजनेस और काम करने वाले लोगों को अधिक बेहतर साबित हो गाया। साथ ही इससे काम की उत्पादकता भी बढ़ेगी। चंद्रबाबू नायडू ने कहा- शहर, कस्बे और मंडल में होंगे आईटी ऑफिस होंगे
सीएम ने कहा- इन पहल की वजह से वर्क और लाइफ को बैलेंस करने में मदद मिलेगी। इसे मीनिंग फूल बनाने के लिए राज्य सरकार योजना पर काम कर रही है। आंध्र प्रदेश आईटी और जीसीसी नीति 4.0 इस दिशा में गेम-चेंजिंग कदम है। हमारी सरकार हर शहर, कस्बे और मंडल में आईटी ऑफिस स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन दे रहे हैं। साथ ही आईटी और GCC कंपनियों का समर्थन कर भी कर रहे हैं, ताकि रोजगार उत्पन्न हो सके। सीएम ने आगे कहा- मुझे विश्वास है कि वर्क फ्रॉम होम का विकल्प होने से वर्क फोर्स को बढ़ावा मिलेगी। खासकर इसका फायदा महिला पेशेवरों को होगी। लाइफ को बैलेंस को लेकर पिछले दो विवाद… पहला विवाद: 9 जनवरी 2025 एसएन सुब्रहणयन बोले थे- आप अपनी पत्नी को कितनी देर तक घूर सकते हैं लार्सन एंड टुब्रो (LT) के चेयरमैन एसएन सुब्रहणयन का जनवरी 2025 एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें 90 घंटे काम का लेकर बहस छिड़ गई थी। वायरल वीडियो में उन्होंने एक कर्मचारी से पूछा कि क्या रविवार की भी छुट्टी छोड़ देना चाहिए। मुझे अफसोस है कि मैं आपसे रविवार को भी काम नहीं करवा पाता हूं। अगर मैं रविवार को आपसे काम करवा पाता तो मुझे ज्यादा खुशी होती, क्योंकि मैं रविवार को भी ऑफिस आता हूं। आप घर पर बैठ कर क्या करते हैं। आप अपनी पत्नी को कितनी देर तक घूर सकते हैं या पत्नियां अपने पतियों को कितने देर तक घूर सकती हैं। चलो दफ्तर आओ और काम शुरू करों। दूसरा विवाद: 15 दिसंबर 2024 नारायण मूर्ती ने कहा था- भारत को नंबर एक बनाने के लिए युवाओं को 70 घंटे काम करना होगा
इंफोसिस को-फाउंडर नारायण मूर्ति ने दिसंबर 2024 में 70 घंटे काम करने की बात दोहराई थी। इससे पहले भी उन्होंने 2023 में सप्ताह में 70 घंटे काम करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था- युवाओं को यह समझना होगा कि हमें कड़ी मेहनत करनी होगी और भारत को नंबर एक बनाने की दिशा में काम करना होगा। उन्होंने कहा, ‘हमें अपनी आकांक्षाएं ऊंची रखनी होंगी, क्योंकि 800 मिलियन (80 करोड़) भारतीयों को मुफ्त राशन मिलता है। इसका मतलब है कि 800 मिलियन भारतीय गरीबी में हैं। अगर हम कड़ी मेहनत करने की स्थिति में नहीं हैं तो कौन कड़ी मेहनत करेगा।’ जर्मनी, वियतनाम और यूके से ज्यादा भारत में वीकली वर्क आवर पिछले 31 जनवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण 2025-26 में काम करने के घंटे को लेकर प्रकाश डाला था। इसमें कहा गया कि भारत में काम करने वाले लोग सप्ताह में औसत 48 घंटा कर करते हैं, जो जर्मनी, वियतनाम और यूके में साप्ताहिक वर्क आवर से ज्यादा है।
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ये खबर भी पढ़ें… अडाणी बोले-8 घंटे घर रहने पर भी बीवी भाग जाएगी: काम में आनंद है तो आपकी वर्क लाइफ बैलेंस, ये थोपा नहीं जा सकता वर्क-लाइफ बैलेंस पर गौतम अडाणी ने कहा है कि ‘आपका वर्क-लाइफ बैलेंस मेरे ऊपर और मेरा आपके ऊपर थोपा नहीं जाना चाहिए। मान लीजिए, कोई व्यक्ति अपने परिवार के साथ चार घंटे बिताता है और उसमें आनंद पाता है, या कोई अन्य व्यक्ति आठ घंटे बिताता है और उसमें आनंद लेता है, तो यह उसका बैलेंस है। इसके बावजूद यदि आप आठ घंटे बिताते हैं, तो बीवी भाग जाएगी।’ पूरी खबर पढ़ें… रिलेशनशिप- 70% महिलाओं के लिए वर्क-लाइफ बैलेंस बड़ी चुनौती:करियर ग्रोथ और सेहत पर बुरा असर, साइकोलॉजिस्ट बता रही बैलेंस के 8 टिप्स एजुकेशन टेक्नोलॉजी कंपनी हीरो वायर्ड (Hero Vired) ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है, जो बताती है कि भारत में 70% महिलाओं के लिए वर्क-लाइफ बैलेंस उनकी प्रोफेशनल ग्रोथ की राह में बड़ी चुनौती है। 2 लाख महिलाओं के सर्वे से मिली जानकारी के आधार पर इस रिपोर्ट में बताया है कि वर्क-लाइफ को बैलेंस करने में महिलाओं को किन चुनौतियां का सामना करना पड़ता है। पूरी खबर पढ़ें…
सप्ताह में 90 घंटे काम के बहस के बीच आंध्र प्रदेश सरकार महिलाओं के लिए वर्क फ्रॉम होम का नियम लागू करने की योजना बना रहा है। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इसकी घोषणा 11 फरवरी को एक्स पोस्ट में की। हालांकि नायडू ने इस योजना को कैसे लागू किया जाएगा, इसके लिए कोई प्लान साझा नहीं किया है। CM नायडू बोले- टेक्नोलॉजी के कारण वर्क फ्रॉम होम करना आसान
CM ने पोस्ट में लिखा- सबसे पहले मैं साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं और युवतियों को अंतर्राष्ट्रीय महिला और बालिका विज्ञान दिवस की बधाई देता हूं। आज हम लोग उनकी उपलब्धियों का जश्न मनाते हैं। हमारी सरकार महिलाओं को इन क्षेत्रों में समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आगे लिखा- कोविड 19 महामारी के दौरान काम करने के तरीकों में बड़ा बदलाव आया है। टेक्नोलॉजी के कारण वर्क फ्रॉम होम करना आसान हो गया है। रिमोट वर्क, कोवर्किंग स्पेस (CWS) और नेबरहुड वर्कस्पेस (NWS) जैसी व्यवस्थाएं बिजनेस और काम करने वाले लोगों को अधिक बेहतर साबित हो गाया। साथ ही इससे काम की उत्पादकता भी बढ़ेगी। चंद्रबाबू नायडू ने कहा- शहर, कस्बे और मंडल में होंगे आईटी ऑफिस होंगे
सीएम ने कहा- इन पहल की वजह से वर्क और लाइफ को बैलेंस करने में मदद मिलेगी। इसे मीनिंग फूल बनाने के लिए राज्य सरकार योजना पर काम कर रही है। आंध्र प्रदेश आईटी और जीसीसी नीति 4.0 इस दिशा में गेम-चेंजिंग कदम है। हमारी सरकार हर शहर, कस्बे और मंडल में आईटी ऑफिस स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन दे रहे हैं। साथ ही आईटी और GCC कंपनियों का समर्थन कर भी कर रहे हैं, ताकि रोजगार उत्पन्न हो सके। सीएम ने आगे कहा- मुझे विश्वास है कि वर्क फ्रॉम होम का विकल्प होने से वर्क फोर्स को बढ़ावा मिलेगी। खासकर इसका फायदा महिला पेशेवरों को होगी। लाइफ को बैलेंस को लेकर पिछले दो विवाद… पहला विवाद: 9 जनवरी 2025 एसएन सुब्रहणयन बोले थे- आप अपनी पत्नी को कितनी देर तक घूर सकते हैं लार्सन एंड टुब्रो (LT) के चेयरमैन एसएन सुब्रहणयन का जनवरी 2025 एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें 90 घंटे काम का लेकर बहस छिड़ गई थी। वायरल वीडियो में उन्होंने एक कर्मचारी से पूछा कि क्या रविवार की भी छुट्टी छोड़ देना चाहिए। मुझे अफसोस है कि मैं आपसे रविवार को भी काम नहीं करवा पाता हूं। अगर मैं रविवार को आपसे काम करवा पाता तो मुझे ज्यादा खुशी होती, क्योंकि मैं रविवार को भी ऑफिस आता हूं। आप घर पर बैठ कर क्या करते हैं। आप अपनी पत्नी को कितनी देर तक घूर सकते हैं या पत्नियां अपने पतियों को कितने देर तक घूर सकती हैं। चलो दफ्तर आओ और काम शुरू करों। दूसरा विवाद: 15 दिसंबर 2024 नारायण मूर्ती ने कहा था- भारत को नंबर एक बनाने के लिए युवाओं को 70 घंटे काम करना होगा
इंफोसिस को-फाउंडर नारायण मूर्ति ने दिसंबर 2024 में 70 घंटे काम करने की बात दोहराई थी। इससे पहले भी उन्होंने 2023 में सप्ताह में 70 घंटे काम करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था- युवाओं को यह समझना होगा कि हमें कड़ी मेहनत करनी होगी और भारत को नंबर एक बनाने की दिशा में काम करना होगा। उन्होंने कहा, ‘हमें अपनी आकांक्षाएं ऊंची रखनी होंगी, क्योंकि 800 मिलियन (80 करोड़) भारतीयों को मुफ्त राशन मिलता है। इसका मतलब है कि 800 मिलियन भारतीय गरीबी में हैं। अगर हम कड़ी मेहनत करने की स्थिति में नहीं हैं तो कौन कड़ी मेहनत करेगा।’ जर्मनी, वियतनाम और यूके से ज्यादा भारत में वीकली वर्क आवर पिछले 31 जनवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण 2025-26 में काम करने के घंटे को लेकर प्रकाश डाला था। इसमें कहा गया कि भारत में काम करने वाले लोग सप्ताह में औसत 48 घंटा कर करते हैं, जो जर्मनी, वियतनाम और यूके में साप्ताहिक वर्क आवर से ज्यादा है।
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ये खबर भी पढ़ें… अडाणी बोले-8 घंटे घर रहने पर भी बीवी भाग जाएगी: काम में आनंद है तो आपकी वर्क लाइफ बैलेंस, ये थोपा नहीं जा सकता वर्क-लाइफ बैलेंस पर गौतम अडाणी ने कहा है कि ‘आपका वर्क-लाइफ बैलेंस मेरे ऊपर और मेरा आपके ऊपर थोपा नहीं जाना चाहिए। मान लीजिए, कोई व्यक्ति अपने परिवार के साथ चार घंटे बिताता है और उसमें आनंद पाता है, या कोई अन्य व्यक्ति आठ घंटे बिताता है और उसमें आनंद लेता है, तो यह उसका बैलेंस है। इसके बावजूद यदि आप आठ घंटे बिताते हैं, तो बीवी भाग जाएगी।’ पूरी खबर पढ़ें… रिलेशनशिप- 70% महिलाओं के लिए वर्क-लाइफ बैलेंस बड़ी चुनौती:करियर ग्रोथ और सेहत पर बुरा असर, साइकोलॉजिस्ट बता रही बैलेंस के 8 टिप्स एजुकेशन टेक्नोलॉजी कंपनी हीरो वायर्ड (Hero Vired) ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है, जो बताती है कि भारत में 70% महिलाओं के लिए वर्क-लाइफ बैलेंस उनकी प्रोफेशनल ग्रोथ की राह में बड़ी चुनौती है। 2 लाख महिलाओं के सर्वे से मिली जानकारी के आधार पर इस रिपोर्ट में बताया है कि वर्क-लाइफ को बैलेंस करने में महिलाओं को किन चुनौतियां का सामना करना पड़ता है। पूरी खबर पढ़ें…