हरियाणा के परिवहन एवं बिजली मंत्री अनिल विज ने पार्टी अध्यक्ष मोहन बड़ौली के भेजे शोकॉज नोटिस का जवाब दे दिया है। यह जवाब 8 पन्नों का है। विज ने इसके बारे में बताने से इनकार करते हुए कहा कि मैंने उस चिट्ठी को भेजने के बाद फाड़कर टुकड़े जेब में रखे हैं। जिसे जला दूंगा। विज ने ये जरूर कहा कि उन्हें कुछ और चाहिए होगा तो वह भी दे दूंगा। विज ने नोटिस मीडिया को लीक करने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पार्टी चाहे तो इसकी जांच कराए या नहीं, यह उनकी मर्जी। हालांकि विज ने नोटिस को लेकर किसी तरह सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया। नोटिस का जवाब देने के बाद अनिल विज ने क्या-क्या कहा… 1. मैंने समय से पहले जवाब भेज दिया
मैं 3 दिन से बाहर गया था। बैंगलुरु से रात आया। घर गया। ठंडे पानी से नहाया। रोटी खाई और बैठकर मैंने जवाब दे दिया। रात मैंने समय से पहले जवाब भेज दिया। मुझे 3 दिन का समय दिया गया था। मैंने उसमें ये भी लिखा है कि अगर किसी और बात का जवाब चाहिए तो मुझे बता दें, वह भी मैं लिखकर दे दूंगा। जितना में याद कर सका, सोच सका, मैंने लिखकर दे दिया। 2. चिट्ठी नष्ट की, मीडिया को नहीं बताऊंगा
विज ने कहा- मैंने जो चिट्ठी लिखी, उसे डिस्ट्रॉय (नष्ट) किया और कतरनें (टुकड़े) जेब में रखे हैं, इन्हें घर जाकर जला दूंगा। विज से पूछा गया कि उन्होंने जवाब में क्या लिखा तो उन्होंने कहा कि इसे मीडिया में सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। 3. नोटिस सीक्रेट था, कौन लीक कर रहा
विज ने कहा कि नोटिस मीडिया में कैसे आया? यह भी जांच का विषय है। इतनी सीक्रेट कम्युनिकेशन थी 2 लोगों के बीच में, इसे कौन लीक कर रहा है? पार्टी चाहे तो उसकी भी जांच करा सकती है। न चाहे तो पार्टी की मर्जी है। विज ने कहा कि मुझे मीडिया से ही पता चला और मैंने नोटिस भी मीडिया में ही पढ़ा। विज ने इन सवालों के जवाब नहीं दिए
1. आपने कहा था कि आप आत्मा की आवाज से बोलते हैं। इस पर विज ने कहा- नो फर्दर क्वेश्नंस।
2. इस तरह के नोटिस को कितना उचित मानते हो?, विज ने कहा- नो क्वेश्चंस।
3. पहले भी नेता बयान देते रहे हैं, बहुत कुछ हुआ है, नेताओं पर आरोप भी लगे, कितने नोटिस हुए हैं, विज ने कहा- नो क्वेश्चंस।
4. पहले कभी किसी नेता को ऐसा नोटिस मिला है। विज बोले- मुझे कुछ मालूम नहीं। बता दें कि विज को 2 दिन पहले सीएम नायब सैनी और BJP के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली के खिलाफ बयानबाजी करने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इसमें 3 दिन में जवाब मांगा गया था। विज ने कल चंडीगढ़ आने पर कहा था कि मैं जवाब हाईकमान को भेजूंगा। इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि ये नोटिस सीएम की सहमति से दिया गया है तो उन्होंने कहा कि- मुझे नहीं पता किसकी सहमति से दिया। CM सैनी ने पार्टी अध्यक्ष और खट्टर से मुलाकात की
मंगलवार को CM नायब सैनी और मोहनलाल बड़ौली दिल्ली पहुंचे। राजधानी में पहुंचते ही दोनों नेताओं ने सबसे पहले पूर्व CM और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की। खट्टर के 2 बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहते उनसे भी विज का टकराव चलता रहा। वहीं सैनी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की। बड़ौली ने विज को भेजे नोटिस में दावा किया था कि यह नोटिस राष्ट्रीय अध्यक्ष यानी जेपी नड्डा की सहमति से दिया जा रहा है। यहां सैनी ने नड्डा से अनिल विज को लेकर भी चर्चा की है। विज को लेकर कांग्रेस और बीजेपी नेताओं ने क्या कहा… विज को नोटिस में लिखा- दिल्ली चुनाव के बीच बयानबाजी की…
अनिल विज को भेजे शोकॉज नोटिस में प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने लिखा था- ‘दिल्ली में चुनाव के दौरान इस प्रकार की बयानबाजी से पार्टी की छवि को नुकसान होगा, यह जानते हुए आपने ये बयान दिए हैं। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशानुसार आपको यह कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है। आपसे अपेक्षा करते हैं कि 3 दिन में आप इस विषय पर लिखित स्पष्टीकरण दें।’ क्यों नाराज हुए अनिल विज… विधानसभा चुनाव में चित्रा सरवारा ने टक्कर दी
अनिल विज ने BJP के टिकट पर अंबाला कैंट से चुनाव लड़ा। पहली बार यहां विज कड़े मुकाबले में फंसे। उन्हें पूर्व कांग्रेसी मंत्री निर्मल सिंह की निर्दलीय उम्मीदवार बेटी चित्रा सरवारा टक्कर दे रहीं थी। विज ने 2019 के चुनाव में चित्रा को 20,165 वोटों से हराया था, लेकिन इस बार यह मार्जिन महज 7,277 रह गया। ऐसे में विज ने शक जाहिर किया था कि उन्हीं की पार्टी के लोगों ने उन्हें हराने के लिए चित्रा सरवारा का साथ दिया। जीत के बाद पार्टी के नेताओं पर सवाल खड़े किए
अनिल विज चुनाव जीतने के बाद मंत्री भी बन गए। इसके बाद अंबाला कैंट के धन्यवादी दौरे में अनिल विज ने अधिकारियों से लेकर अपनी पार्टी के नेताओं पर सवाल खड़े किए। विज ने कहा कि अधिकारियों ने उनकी सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए। उनकी हत्या की साजिश रची गई। उन्हें हराने के लिए लोगों को चित्रा सरवारा का कैंप जॉइन कराया गया। विज ने सरकार से अंबाला DC पार्थ गुप्ता पर कार्रवाई की मांग की, जो चुनाव के वक्त जिला चुनाव अधिकारी थे, मगर सरकार ने 100 दिन के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया। नाराजगी के बाद सरकार और पार्टी ने क्या कार्रवाई की… अंबाला DC हटाया, हैफेड मैनेजर चार्जशीट किया
अनिल विज ने जब ग्रीवेंस कमेटी में जाने से इनकार किया तो सरकार ने अचानक अंबाला के DC पार्थ गुप्ता को हटा दिया। हालांकि गुप्ता को अंबाला से हटाकर यमुनानगर में DC लगा दिया। माना जा रहा है कि अधिकारी को फिर DC की कुर्सी देने की वजह से ही विज की नाराजगी बरकरार है। इसके अलावा सिरसा में उनके आदेश के करीब 2 महीने बाद हैफेड के मैनेजर मुकेश कुमार को DC शांतनु ने चार्जशीट करने के आदेश जारी कर दिए। पार्टी ने अंबाला कोषाध्यक्ष निकाला
अनिल विज ने जिस भाजपा नेता आशीष तायल की फोटो जारी कर गद्दार कहा था, पार्टी ने उन्हें अंबाला जिला भाजपा के कोषाध्यक्ष पद से हटा दिया था। इसका लेटर 4 फरवरी को पार्टी के प्रदेश प्रभारी सतीश पूनिया की विज से 2 घंटे मीटिंग के बाद सामने आया था। हालांकि उस पर 30 जनवरी की डेट लिखी हुई थी। ——————— विज में जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा CM के खिलाफ बयान पर अनिल विज को नोटिस:कहा था- सैनी जब से मुख्यमंत्री बने तब से उड़नखटोले पर हैं; BJP ने जवाब मांगा हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी और प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली के खिलाफ बयान देने पर BJP ने मंत्री अनिल विज को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। पार्टी ने 3 दिन में उनसे जवाब मांगा है। बड़ौली के खिलाफ हिमाचल में गैंगरेप की FIR दर्ज होने के बाद अनिल विज ने उनसे पिछले 2 महीने में दो बार इस्तीफा मांगा था। पूरी खबर पढ़ें…
हरियाणा के परिवहन एवं बिजली मंत्री अनिल विज ने पार्टी अध्यक्ष मोहन बड़ौली के भेजे शोकॉज नोटिस का जवाब दे दिया है। यह जवाब 8 पन्नों का है। विज ने इसके बारे में बताने से इनकार करते हुए कहा कि मैंने उस चिट्ठी को भेजने के बाद फाड़कर टुकड़े जेब में रखे हैं। जिसे जला दूंगा। विज ने ये जरूर कहा कि उन्हें कुछ और चाहिए होगा तो वह भी दे दूंगा। विज ने नोटिस मीडिया को लीक करने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पार्टी चाहे तो इसकी जांच कराए या नहीं, यह उनकी मर्जी। हालांकि विज ने नोटिस को लेकर किसी तरह सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया। नोटिस का जवाब देने के बाद अनिल विज ने क्या-क्या कहा… 1. मैंने समय से पहले जवाब भेज दिया
मैं 3 दिन से बाहर गया था। बैंगलुरु से रात आया। घर गया। ठंडे पानी से नहाया। रोटी खाई और बैठकर मैंने जवाब दे दिया। रात मैंने समय से पहले जवाब भेज दिया। मुझे 3 दिन का समय दिया गया था। मैंने उसमें ये भी लिखा है कि अगर किसी और बात का जवाब चाहिए तो मुझे बता दें, वह भी मैं लिखकर दे दूंगा। जितना में याद कर सका, सोच सका, मैंने लिखकर दे दिया। 2. चिट्ठी नष्ट की, मीडिया को नहीं बताऊंगा
विज ने कहा- मैंने जो चिट्ठी लिखी, उसे डिस्ट्रॉय (नष्ट) किया और कतरनें (टुकड़े) जेब में रखे हैं, इन्हें घर जाकर जला दूंगा। विज से पूछा गया कि उन्होंने जवाब में क्या लिखा तो उन्होंने कहा कि इसे मीडिया में सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। 3. नोटिस सीक्रेट था, कौन लीक कर रहा
विज ने कहा कि नोटिस मीडिया में कैसे आया? यह भी जांच का विषय है। इतनी सीक्रेट कम्युनिकेशन थी 2 लोगों के बीच में, इसे कौन लीक कर रहा है? पार्टी चाहे तो उसकी भी जांच करा सकती है। न चाहे तो पार्टी की मर्जी है। विज ने कहा कि मुझे मीडिया से ही पता चला और मैंने नोटिस भी मीडिया में ही पढ़ा। विज ने इन सवालों के जवाब नहीं दिए
1. आपने कहा था कि आप आत्मा की आवाज से बोलते हैं। इस पर विज ने कहा- नो फर्दर क्वेश्नंस।
2. इस तरह के नोटिस को कितना उचित मानते हो?, विज ने कहा- नो क्वेश्चंस।
3. पहले भी नेता बयान देते रहे हैं, बहुत कुछ हुआ है, नेताओं पर आरोप भी लगे, कितने नोटिस हुए हैं, विज ने कहा- नो क्वेश्चंस।
4. पहले कभी किसी नेता को ऐसा नोटिस मिला है। विज बोले- मुझे कुछ मालूम नहीं। बता दें कि विज को 2 दिन पहले सीएम नायब सैनी और BJP के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली के खिलाफ बयानबाजी करने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इसमें 3 दिन में जवाब मांगा गया था। विज ने कल चंडीगढ़ आने पर कहा था कि मैं जवाब हाईकमान को भेजूंगा। इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि ये नोटिस सीएम की सहमति से दिया गया है तो उन्होंने कहा कि- मुझे नहीं पता किसकी सहमति से दिया। CM सैनी ने पार्टी अध्यक्ष और खट्टर से मुलाकात की
मंगलवार को CM नायब सैनी और मोहनलाल बड़ौली दिल्ली पहुंचे। राजधानी में पहुंचते ही दोनों नेताओं ने सबसे पहले पूर्व CM और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की। खट्टर के 2 बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहते उनसे भी विज का टकराव चलता रहा। वहीं सैनी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की। बड़ौली ने विज को भेजे नोटिस में दावा किया था कि यह नोटिस राष्ट्रीय अध्यक्ष यानी जेपी नड्डा की सहमति से दिया जा रहा है। यहां सैनी ने नड्डा से अनिल विज को लेकर भी चर्चा की है। विज को लेकर कांग्रेस और बीजेपी नेताओं ने क्या कहा… विज को नोटिस में लिखा- दिल्ली चुनाव के बीच बयानबाजी की…
अनिल विज को भेजे शोकॉज नोटिस में प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने लिखा था- ‘दिल्ली में चुनाव के दौरान इस प्रकार की बयानबाजी से पार्टी की छवि को नुकसान होगा, यह जानते हुए आपने ये बयान दिए हैं। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशानुसार आपको यह कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है। आपसे अपेक्षा करते हैं कि 3 दिन में आप इस विषय पर लिखित स्पष्टीकरण दें।’ क्यों नाराज हुए अनिल विज… विधानसभा चुनाव में चित्रा सरवारा ने टक्कर दी
अनिल विज ने BJP के टिकट पर अंबाला कैंट से चुनाव लड़ा। पहली बार यहां विज कड़े मुकाबले में फंसे। उन्हें पूर्व कांग्रेसी मंत्री निर्मल सिंह की निर्दलीय उम्मीदवार बेटी चित्रा सरवारा टक्कर दे रहीं थी। विज ने 2019 के चुनाव में चित्रा को 20,165 वोटों से हराया था, लेकिन इस बार यह मार्जिन महज 7,277 रह गया। ऐसे में विज ने शक जाहिर किया था कि उन्हीं की पार्टी के लोगों ने उन्हें हराने के लिए चित्रा सरवारा का साथ दिया। जीत के बाद पार्टी के नेताओं पर सवाल खड़े किए
अनिल विज चुनाव जीतने के बाद मंत्री भी बन गए। इसके बाद अंबाला कैंट के धन्यवादी दौरे में अनिल विज ने अधिकारियों से लेकर अपनी पार्टी के नेताओं पर सवाल खड़े किए। विज ने कहा कि अधिकारियों ने उनकी सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए। उनकी हत्या की साजिश रची गई। उन्हें हराने के लिए लोगों को चित्रा सरवारा का कैंप जॉइन कराया गया। विज ने सरकार से अंबाला DC पार्थ गुप्ता पर कार्रवाई की मांग की, जो चुनाव के वक्त जिला चुनाव अधिकारी थे, मगर सरकार ने 100 दिन के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया। नाराजगी के बाद सरकार और पार्टी ने क्या कार्रवाई की… अंबाला DC हटाया, हैफेड मैनेजर चार्जशीट किया
अनिल विज ने जब ग्रीवेंस कमेटी में जाने से इनकार किया तो सरकार ने अचानक अंबाला के DC पार्थ गुप्ता को हटा दिया। हालांकि गुप्ता को अंबाला से हटाकर यमुनानगर में DC लगा दिया। माना जा रहा है कि अधिकारी को फिर DC की कुर्सी देने की वजह से ही विज की नाराजगी बरकरार है। इसके अलावा सिरसा में उनके आदेश के करीब 2 महीने बाद हैफेड के मैनेजर मुकेश कुमार को DC शांतनु ने चार्जशीट करने के आदेश जारी कर दिए। पार्टी ने अंबाला कोषाध्यक्ष निकाला
अनिल विज ने जिस भाजपा नेता आशीष तायल की फोटो जारी कर गद्दार कहा था, पार्टी ने उन्हें अंबाला जिला भाजपा के कोषाध्यक्ष पद से हटा दिया था। इसका लेटर 4 फरवरी को पार्टी के प्रदेश प्रभारी सतीश पूनिया की विज से 2 घंटे मीटिंग के बाद सामने आया था। हालांकि उस पर 30 जनवरी की डेट लिखी हुई थी। ——————— विज में जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा CM के खिलाफ बयान पर अनिल विज को नोटिस:कहा था- सैनी जब से मुख्यमंत्री बने तब से उड़नखटोले पर हैं; BJP ने जवाब मांगा हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी और प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली के खिलाफ बयान देने पर BJP ने मंत्री अनिल विज को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। पार्टी ने 3 दिन में उनसे जवाब मांगा है। बड़ौली के खिलाफ हिमाचल में गैंगरेप की FIR दर्ज होने के बाद अनिल विज ने उनसे पिछले 2 महीने में दो बार इस्तीफा मांगा था। पूरी खबर पढ़ें…