चुनाव आयोग ने मंगलवार को मध्य प्रदेश की SIR ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी की, जिसमें से 42.74 लाख नाम हटाए गए हैं। इसमें 19.19 लाख पुरुष, 23.64 लाख महिलाएं हैं। लिस्ट में 8.46 लाख मृत, 8.42 लाख अनुपस्थित, 22.78 लाख शिफ्ट और 2.76 लाख डुप्लीकेट पाए गए। इसके अलावा छत्तीसगढ़ में 27.34 लाख नाम लिस्ट में से हटाए गए हैं। छत्तीसगढ़ में 6.42 लाख मतदाताओं की मौत हो चुकी है। 19.13 लाख दूसरी जगह शिफ्ट हुए और 1.79 लाख डुप्लीकेट पाए गए। केरल में 24.08 लाख और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में, 3.10 लाख वोटर्स में से 64 हजार वोटर्स के नाम ड्राफ्ट रोल में से हटाए गए हैं। केरल विधानसभा की सभी 140 सीटों पर 2026 में चुनाव होना है। इससे पहले चुनाव आयोग ने 7 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी की थी, जिसमें अलग-अलग कारणों से 2.70 करोड़ से ज्यादा नाम हटाए गए। सबसे ज्यादा नाम तमिलनाडु से 97 लाख नाम कटे थे। 17 दिसंबर- 5 राज्यों-UT में 1 करोड़ से ज्यादा नाम कटे, बंगाल में सबसे ज्यादा 19 दिसंबर- तमिलनाडु से 97 लाख और गुजरात में 73 लाख वोटर के नाम कटे लिस्ट राजनीतिक दलों के साथ साझा की जाएगी ड्राफ्ट और फाइनल वोटर लिस्ट, दावा-आपत्ति की सूची वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। राजनीतिक दलों के साथ साझा होगी। ERO के फैसले के खिलाफ जिला मजिस्ट्रेट और फिर CEO के पास अपील का प्रावधान भी रहेगा। अगर किसी मतदाता के दस्तावेज रिकॉर्ड से मेल नहीं खाते, तो ERO नोटिस जारी करेगा। जांच के बाद ही नाम जोड़ने या हटाने का फैसला लिया जाएगा। बिना सुनवाई के किसी का नाम नहीं हटाया जाएगा। SIR के बारे में जानें… लिस्ट में नाम नहीं तो जानिए इन सवालों के जवाब… सवाल- ड्राफ्ट लिस्ट में अपना नाम कैसे चेक करें- 23 दिसंबर को लिस्ट जारी होने के बाद आप दो आसान तरीकों से अपना नाम जांच सकते हैं। सवाल- नाम 2003 की लिस्ट में था, पर 2025 की ड्राफ्ट लिस्ट में नहीं है- आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं है। ड्राफ्ट लिस्ट फाइनल नहीं होती। यदि आपका नाम पुरानी सूची में था, लेकिन अब नहीं है तो इसका मतलब है कि सत्यापन के दौरान किसी कारण (जैसे पते पर न मिलना, डुप्लीकेसी या तकनीकी गलती) से आपका नाम हटा दिया गया है। अपना नाम दोबारा जुड़वाने के लिए दावा कर सकते हैं। इसके लिए फॉर्म-6 भरना होगा। यह फॉर्म ऑनलाइन Voter Helpline App के माध्यम से या ऑफलाइन अबीएलओ को जमा कर सकते हैं। सवाल- नाम दोबारा जुड़वाने के लिए कौन-से दस्तावेज लगेंगे- अपनी नागरिकता और जन्मतिथि साबित करने के लिए कुछ दस्तावेज देने होंगे। यह आपके जन्म की तारीख पर निर्भर करता है। सवाल- क्या जिन लोगों के नाम हटाए गए हैं, उनकी कोई अलग सूची जारी होगी हां, पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग यह प्रावधान है। जब फाइनल वोटर लिस्ट पब्लिश होगी तो उसके साथ हटाए गए नामों की सूची भी जारी की जाएगी। इसमें उन सभी के नाम और कारण होते हैं, जिनके नाम हटाए गए हैं। ————————————- ये खबर भी पढ़ें… ममता बोलीं- SIR खतरनाक, इसे रोकें, EC को लेटर लिखा- ये बिना प्लानिंग के हो रही पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने राज्य में चल रही स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया को रोकने की मांग करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार को लेटर लिखा। उन्होंने SIR प्रक्रिया को जबरदस्ती थोपने वाली और खतरनाक बताया है। पूरी खबर पढ़ें…
चुनाव आयोग ने मंगलवार को मध्य प्रदेश की SIR ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी की, जिसमें से 42.74 लाख नाम हटाए गए हैं। इसमें 19.19 लाख पुरुष, 23.64 लाख महिलाएं हैं। लिस्ट में 8.46 लाख मृत, 8.42 लाख अनुपस्थित, 22.78 लाख शिफ्ट और 2.76 लाख डुप्लीकेट पाए गए। इसके अलावा छत्तीसगढ़ में 27.34 लाख नाम लिस्ट में से हटाए गए हैं। छत्तीसगढ़ में 6.42 लाख मतदाताओं की मौत हो चुकी है। 19.13 लाख दूसरी जगह शिफ्ट हुए और 1.79 लाख डुप्लीकेट पाए गए। केरल में 24.08 लाख और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में, 3.10 लाख वोटर्स में से 64 हजार वोटर्स के नाम ड्राफ्ट रोल में से हटाए गए हैं। केरल विधानसभा की सभी 140 सीटों पर 2026 में चुनाव होना है। इससे पहले चुनाव आयोग ने 7 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी की थी, जिसमें अलग-अलग कारणों से 2.70 करोड़ से ज्यादा नाम हटाए गए। सबसे ज्यादा नाम तमिलनाडु से 97 लाख नाम कटे थे। 17 दिसंबर- 5 राज्यों-UT में 1 करोड़ से ज्यादा नाम कटे, बंगाल में सबसे ज्यादा 19 दिसंबर- तमिलनाडु से 97 लाख और गुजरात में 73 लाख वोटर के नाम कटे लिस्ट राजनीतिक दलों के साथ साझा की जाएगी ड्राफ्ट और फाइनल वोटर लिस्ट, दावा-आपत्ति की सूची वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। राजनीतिक दलों के साथ साझा होगी। ERO के फैसले के खिलाफ जिला मजिस्ट्रेट और फिर CEO के पास अपील का प्रावधान भी रहेगा। अगर किसी मतदाता के दस्तावेज रिकॉर्ड से मेल नहीं खाते, तो ERO नोटिस जारी करेगा। जांच के बाद ही नाम जोड़ने या हटाने का फैसला लिया जाएगा। बिना सुनवाई के किसी का नाम नहीं हटाया जाएगा। SIR के बारे में जानें… लिस्ट में नाम नहीं तो जानिए इन सवालों के जवाब… सवाल- ड्राफ्ट लिस्ट में अपना नाम कैसे चेक करें- 23 दिसंबर को लिस्ट जारी होने के बाद आप दो आसान तरीकों से अपना नाम जांच सकते हैं। सवाल- नाम 2003 की लिस्ट में था, पर 2025 की ड्राफ्ट लिस्ट में नहीं है- आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं है। ड्राफ्ट लिस्ट फाइनल नहीं होती। यदि आपका नाम पुरानी सूची में था, लेकिन अब नहीं है तो इसका मतलब है कि सत्यापन के दौरान किसी कारण (जैसे पते पर न मिलना, डुप्लीकेसी या तकनीकी गलती) से आपका नाम हटा दिया गया है। अपना नाम दोबारा जुड़वाने के लिए दावा कर सकते हैं। इसके लिए फॉर्म-6 भरना होगा। यह फॉर्म ऑनलाइन Voter Helpline App के माध्यम से या ऑफलाइन अबीएलओ को जमा कर सकते हैं। सवाल- नाम दोबारा जुड़वाने के लिए कौन-से दस्तावेज लगेंगे- अपनी नागरिकता और जन्मतिथि साबित करने के लिए कुछ दस्तावेज देने होंगे। यह आपके जन्म की तारीख पर निर्भर करता है। सवाल- क्या जिन लोगों के नाम हटाए गए हैं, उनकी कोई अलग सूची जारी होगी हां, पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग यह प्रावधान है। जब फाइनल वोटर लिस्ट पब्लिश होगी तो उसके साथ हटाए गए नामों की सूची भी जारी की जाएगी। इसमें उन सभी के नाम और कारण होते हैं, जिनके नाम हटाए गए हैं। ————————————- ये खबर भी पढ़ें… ममता बोलीं- SIR खतरनाक, इसे रोकें, EC को लेटर लिखा- ये बिना प्लानिंग के हो रही पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने राज्य में चल रही स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया को रोकने की मांग करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार को लेटर लिखा। उन्होंने SIR प्रक्रिया को जबरदस्ती थोपने वाली और खतरनाक बताया है। पूरी खबर पढ़ें…