हरदा के नेहरू स्टेडियम में 21 सूत्रीय मांगों को लेकर करणी सेना परिवार का जनक्रांति आंदोलन रविवार को 11 घंटे तक लगातार चला। करीब 20 हजार से अधिक कार्यकर्ता और समर्थक इसमें शामिल रहे, इसे जिले का अब तक का सबसे बड़ा आंदोलन बताया जा रहा है। रात 8 बजे राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर ने आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अब आंदोलन के बजाय राजनीतिक दल बनाकर सर्व समाज की मांगों को लोकसभा और विधानसभा में उठाया जाएगा। शेरपुर ने बताया कि आज हजारों करणी सैनिकों ने पार्टी बनाने का समर्थन किया और उन्होंने करणी सैनिकों से वचन लिया कि वे आरएसएस की तर्ज पर दल की मजबूती के लिए काम करेंगे। उन्होंने अपना अनशन जूस पीकर समाप्त किया। लाठीचार्ज के दोषियों पर कार्रवाई
हरदा में जुलाई महीने में हुए लाठीचार्ज के आरोपियों में शामिल पांच पुलिसकर्मियों को हटाने और उनके खिलाफ मजिस्ट्रियल जांच के आदेश कलेक्टर ने दे दिए हैं। जांच का नेतृत्व एसडीएम सिवनी मालवा करेंगे। राजनीतिक दल और चुनाव का ऐलान
राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने कहा कि करणी सेना अब चुनाव लड़ेगी और अपने राजनीतिक दल के माध्यम से जनता की आवाज संसद और विधानसभा तक पहुंचाएगी। शेरपुर ने बताया कि दल बनने के बाद वे मांगों के लिए सियासी लड़ाई लड़ेंगे। यदि मांगें नहीं मानी गईं तो भोपाल के बाद दिल्ली कूच किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि राजनीतिक दल बनाने का निर्णय समूचे संगठन के समर्थन से लिया गया और दल का रजिस्ट्रेशन जल्द कराया जाएगा। शेरपुर ने कहा, “हमारी बातों को सदन में कोई नहीं उठाता। जिस प्रकार राष्ट्रीय सेवक संघ ने भाजपा का निर्माण किया, उसी तरह हर करणी सैनिक अपना तन, मन और धन इस दल की मजबूती में लगाएगा। इस लड़ाई को अधूरा नहीं छोड़ेंगे, इसे दिल्ली तक ले जाएंगे।” मुख्य मांगें न्यायिक जांच, केस वापसी, आरक्षण व भर्ती प्रक्रिया में सुधार, आर्थिक आधार पर आरक्षण, किसानों के मुद्दे, बिजली बिल-स्मार्ट मीटर, शिक्षा-रोजगार, महिला सुरक्षा, गो-संरक्षण, पूर्व सैनिक और मीडिया कर्मियों से जुड़ी मांगें शामिल हैं। देखिए तस्वीरें… प्रदर्शन से जुड़े मिनट-टु-मिनट अपडेट के लिए नीचे लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए…
हरदा के नेहरू स्टेडियम में 21 सूत्रीय मांगों को लेकर करणी सेना परिवार का जनक्रांति आंदोलन रविवार को 11 घंटे तक लगातार चला। करीब 20 हजार से अधिक कार्यकर्ता और समर्थक इसमें शामिल रहे, इसे जिले का अब तक का सबसे बड़ा आंदोलन बताया जा रहा है। रात 8 बजे राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर ने आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अब आंदोलन के बजाय राजनीतिक दल बनाकर सर्व समाज की मांगों को लोकसभा और विधानसभा में उठाया जाएगा। शेरपुर ने बताया कि आज हजारों करणी सैनिकों ने पार्टी बनाने का समर्थन किया और उन्होंने करणी सैनिकों से वचन लिया कि वे आरएसएस की तर्ज पर दल की मजबूती के लिए काम करेंगे। उन्होंने अपना अनशन जूस पीकर समाप्त किया। लाठीचार्ज के दोषियों पर कार्रवाई
हरदा में जुलाई महीने में हुए लाठीचार्ज के आरोपियों में शामिल पांच पुलिसकर्मियों को हटाने और उनके खिलाफ मजिस्ट्रियल जांच के आदेश कलेक्टर ने दे दिए हैं। जांच का नेतृत्व एसडीएम सिवनी मालवा करेंगे। राजनीतिक दल और चुनाव का ऐलान
राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने कहा कि करणी सेना अब चुनाव लड़ेगी और अपने राजनीतिक दल के माध्यम से जनता की आवाज संसद और विधानसभा तक पहुंचाएगी। शेरपुर ने बताया कि दल बनने के बाद वे मांगों के लिए सियासी लड़ाई लड़ेंगे। यदि मांगें नहीं मानी गईं तो भोपाल के बाद दिल्ली कूच किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि राजनीतिक दल बनाने का निर्णय समूचे संगठन के समर्थन से लिया गया और दल का रजिस्ट्रेशन जल्द कराया जाएगा। शेरपुर ने कहा, “हमारी बातों को सदन में कोई नहीं उठाता। जिस प्रकार राष्ट्रीय सेवक संघ ने भाजपा का निर्माण किया, उसी तरह हर करणी सैनिक अपना तन, मन और धन इस दल की मजबूती में लगाएगा। इस लड़ाई को अधूरा नहीं छोड़ेंगे, इसे दिल्ली तक ले जाएंगे।” मुख्य मांगें न्यायिक जांच, केस वापसी, आरक्षण व भर्ती प्रक्रिया में सुधार, आर्थिक आधार पर आरक्षण, किसानों के मुद्दे, बिजली बिल-स्मार्ट मीटर, शिक्षा-रोजगार, महिला सुरक्षा, गो-संरक्षण, पूर्व सैनिक और मीडिया कर्मियों से जुड़ी मांगें शामिल हैं। देखिए तस्वीरें… प्रदर्शन से जुड़े मिनट-टु-मिनट अपडेट के लिए नीचे लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए…