मोहाली में कत्ल किए गए कबड्डी प्लेयर राणा बलाचौरिया के पिता कंवर राजीव सिंह ने कहा कि जिस दिन हत्या हुई, वह सबसे मिलकर गया था। वह बाहर का खाना पसंद नहीं करता था, फिर भी सबको साथ लेकर नवांशहर से खाना खिलाकर लाया। मोहाली जाते वक्त मुझसे, मां, बहन और पत्नी से मिलकर गया। इसके बाद कभी लौटकर नहीं आया। उसकी कत्ल से 10 दिन पहले ही शादी हुई थी। अभी तो शादी की मिठाई भी घर के अंदर पड़ी है। छोटी उम्र में बेटे को जुदा कर दिया गया। पिता ने बंबीहा गैंग के गैंगस्टर डोनी बल के दावों को भी खारिज किया कि राणा गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और जग्गू भगवानपुरिया के लिए काम कर रहा था। उन्होंने कहा कि सिर्फ बदनाम करने और अपना नाम चमकाने की कोशिश है। मेरे बेटे के मर्डर को पंजाबी सिंगर मूसेवाला की हत्या से जोड़ने की बात भी इसी का हिस्सा है, ताकि गैंगस्टरों को मशहूरी मिले। मैं भी सोचता हूं कि इसके बारे में बोलेंगे तो उन्हें ही ज्यादा पब्लिसिटी मिलेगी। हमारा तो जो नुकसान होना था, वह हो गया, लेकिन हम नहीं चाहते कि किसी और को इस तरह का नुकसान उठाना पड़े। राणा के पिता से सवाल-जवाब पढ़ें… सवाल- बेटे की हत्या मामले में कुछ गैंगस्टर पकड़े गए हैं। पुलिस की कार्रवाई को कैसे देखते हैं।
जवाब- पुलिस कार्रवाई फिलहाल सही चल रही है। सुबह डीएसपी साहब से बात हुई थी। उन्होंने बताया कि एक का एनकाउंटर कर दिया गया है और बाकी का सर्च ऑपरेशन चल रहा है। हमें पहले भी भरोसा दिलाया था कि आपको इंसाफ मिलेगा। बच्चा तो वापस नहीं आएगा। लेकिन ऐसे लोग खत्म होंगे तो किसी और का बच्चा खत्म नहीं होगा। हमारा जो होना था हो गया, घर उजड़ना था उजड़ गया। प्रशासन से मांग करते हैं सख्त एक्शन लिया जाए। सवाल- इस हत्याकांड में और कितने लोग जुड़े हैं
जबाव- वह अभी इस मैटर को डिसक्लोज नहीं करना चाहते है। केस की जांच चल रही है। सेल्फी के बहाने ही बेटे को ले जाया गया था। सिर पर गोली मारी गई थी, जो मुंह से निकल गई। सवाल- हत्या के बाद एक गैंग ने जिम्मेदारी ली है। वह आरोप लगा रहा है कि राणा एक गैंग को फाइनेंशियल सपोर्ट करता था, इस वजह से उसे मारा गया। क्या कहेंगे?
जवाब- यह गैंग अपनी पब्लिसिटी के लिए ऐसा कर रहे हैं। एसएसपी मोहाली ने क्लियर कर दिया है कि वह किसी भी गलत गतिविधि में शामिल नहीं था। मीडिया ने भी इस मामले को सही तरीके से दिखाया है। हर चैनल ने बताया कि कबड्डी को प्रमोट कर रहा है। वह किसी भी गलत चीज में शामिल नहीं था। सवाल- संदीप नंगल अंबियां की हत्या के बाद लोगों में डर बैठ गया था। कबड्डी को पंजाबी बहुत प्यार करते थे, लेकिन इस घटना ने लोगों की हिम्मत तोड़ दी है। अब लोगों को डर लगता है कि इनाम तो क्या, अब गोली ही मिलेगी?
जबाव- इस घटना के बाद से खिलाड़ियों का मोरल डाउन है। खिलाड़ी ग्राउंड में जाने से डर रहे हैं। बेटे ने कभी यह जिक्र नहीं किया कि उसे धमकियां आती थीं। अगर वह जिक्र करता तो हम उसे रोकते कि मत जा, कोई बात नहीं। लेकिन उसने कभी ऐसी कोई बात हमसे शेयर नहीं की। सवाल- कबड्डी में गैंगस्टरों की इन्वॉल्वमेंट बहुत ज्यादा हो चुकी है। क्या कभी कहा गया कि उस टीम में मत खेलना?
जबाव- ऐसी कोई बात नहीं थी। वह अकेला घूमता था और उसे किसी का डर नहीं था। उसके मन में भी कोई डर नहीं था। अगर ऐसी स्थिति होती तो वह पुलिस प्रोटेक्शन मांगता या दो-चार लोग साथ रखता। हर इंसान के लिए कोई नहीं रोता, कुछ अच्छा होता है तभी लोग याद करते हैं। किसी से भी पूछ लो, उसका व्यवहार कैसा था। वह हर किसी से प्यार से बात करता था। उसका भाईचारा था, वह किसी से भी बातचीत कर सकता था। सवाल- सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से नाम क्यों जोड़ा जा रहा है
जवाब- उसे बदनाम करने की साजिश की जा रही है। गलत स्टेटमेंट दिए जा रहे हैं और अपना नाम चमकाने की कोशिश हो रही है। बचपन से कबड्डी खेलता था और बाद में वह प्रमोटर बन गया। जो भी हुआ, सबके सामने है। हम नहीं चाहते कि जैसे हमने अपना बेटा खोया, वैसे कोई और भी खोए। सवाल- हत्या वाले दिन घर से गया था, क्या कहकर गया?
जवाब- हत्या वाले दिन घर में सबसे मिलकर मोहाली गया था। उससे पहले बेटा जिम गया था। वह कभी जिम मिस नहीं करता था, चाहे बारिश हो या सर्दी। बेटे की छोटी उम्र में चढ़ाई हो गई, यह बात बर्दाश्त नहीं हो रही। इससे एक दिन दिन पहले वह सबको नवांशहर में खाना खिलाकर लाया था। क्योंकि बहन को विदेश जाना था। लेकिन किसी को नहीं पता नहीं था, वह खुद ही जाने वाला है। अपनी घरवाली, मां बहन और मेरे से मिलकर गया था। वह बाहर का खाना पसंद नहीं करता था। पहले शहनाइयां बज रही थी, अब मातम
चाचा ने बताया कि उसका मेरे साथ बहुत प्यार था। वह हर बात शेयर करता था। अगर धमकी या कोई चीज तो पर कुछ होता तो जरूर बताता। वह अकेला नहीं घूमता था। लॉरेंस और गोल्डी से नाम जोड़ा जा रहा है और सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से भी जोड़ा जा रहा है, जो बिल्कुल गलत है। अगर ऐसा होता तो इतनी जांच में उसका नाम जरूर आता। एक बड़े नाम को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है और मनगढ़ंत कहानी बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि 10 दिन पहले घर में शहनाइयां बज रही थीं और आज मातम पसरा है। अगर कोई इस तरह का होता तो करोड़ों की कोठियां बना लेता। *******************
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जवाब- पुलिस कार्रवाई फिलहाल सही चल रही है। सुबह डीएसपी साहब से बात हुई थी। उन्होंने बताया कि एक का एनकाउंटर कर दिया गया है और बाकी का सर्च ऑपरेशन चल रहा है। हमें पहले भी भरोसा दिलाया था कि आपको इंसाफ मिलेगा। बच्चा तो वापस नहीं आएगा। लेकिन ऐसे लोग खत्म होंगे तो किसी और का बच्चा खत्म नहीं होगा। हमारा जो होना था हो गया, घर उजड़ना था उजड़ गया। प्रशासन से मांग करते हैं सख्त एक्शन लिया जाए। सवाल- इस हत्याकांड में और कितने लोग जुड़े हैं
जबाव- वह अभी इस मैटर को डिसक्लोज नहीं करना चाहते है। केस की जांच चल रही है। सेल्फी के बहाने ही बेटे को ले जाया गया था। सिर पर गोली मारी गई थी, जो मुंह से निकल गई। सवाल- हत्या के बाद एक गैंग ने जिम्मेदारी ली है। वह आरोप लगा रहा है कि राणा एक गैंग को फाइनेंशियल सपोर्ट करता था, इस वजह से उसे मारा गया। क्या कहेंगे?
जवाब- यह गैंग अपनी पब्लिसिटी के लिए ऐसा कर रहे हैं। एसएसपी मोहाली ने क्लियर कर दिया है कि वह किसी भी गलत गतिविधि में शामिल नहीं था। मीडिया ने भी इस मामले को सही तरीके से दिखाया है। हर चैनल ने बताया कि कबड्डी को प्रमोट कर रहा है। वह किसी भी गलत चीज में शामिल नहीं था। सवाल- संदीप नंगल अंबियां की हत्या के बाद लोगों में डर बैठ गया था। कबड्डी को पंजाबी बहुत प्यार करते थे, लेकिन इस घटना ने लोगों की हिम्मत तोड़ दी है। अब लोगों को डर लगता है कि इनाम तो क्या, अब गोली ही मिलेगी?
जबाव- इस घटना के बाद से खिलाड़ियों का मोरल डाउन है। खिलाड़ी ग्राउंड में जाने से डर रहे हैं। बेटे ने कभी यह जिक्र नहीं किया कि उसे धमकियां आती थीं। अगर वह जिक्र करता तो हम उसे रोकते कि मत जा, कोई बात नहीं। लेकिन उसने कभी ऐसी कोई बात हमसे शेयर नहीं की। सवाल- कबड्डी में गैंगस्टरों की इन्वॉल्वमेंट बहुत ज्यादा हो चुकी है। क्या कभी कहा गया कि उस टीम में मत खेलना?
जबाव- ऐसी कोई बात नहीं थी। वह अकेला घूमता था और उसे किसी का डर नहीं था। उसके मन में भी कोई डर नहीं था। अगर ऐसी स्थिति होती तो वह पुलिस प्रोटेक्शन मांगता या दो-चार लोग साथ रखता। हर इंसान के लिए कोई नहीं रोता, कुछ अच्छा होता है तभी लोग याद करते हैं। किसी से भी पूछ लो, उसका व्यवहार कैसा था। वह हर किसी से प्यार से बात करता था। उसका भाईचारा था, वह किसी से भी बातचीत कर सकता था। सवाल- सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से नाम क्यों जोड़ा जा रहा है
जवाब- उसे बदनाम करने की साजिश की जा रही है। गलत स्टेटमेंट दिए जा रहे हैं और अपना नाम चमकाने की कोशिश हो रही है। बचपन से कबड्डी खेलता था और बाद में वह प्रमोटर बन गया। जो भी हुआ, सबके सामने है। हम नहीं चाहते कि जैसे हमने अपना बेटा खोया, वैसे कोई और भी खोए। सवाल- हत्या वाले दिन घर से गया था, क्या कहकर गया?
जवाब- हत्या वाले दिन घर में सबसे मिलकर मोहाली गया था। उससे पहले बेटा जिम गया था। वह कभी जिम मिस नहीं करता था, चाहे बारिश हो या सर्दी। बेटे की छोटी उम्र में चढ़ाई हो गई, यह बात बर्दाश्त नहीं हो रही। इससे एक दिन दिन पहले वह सबको नवांशहर में खाना खिलाकर लाया था। क्योंकि बहन को विदेश जाना था। लेकिन किसी को नहीं पता नहीं था, वह खुद ही जाने वाला है। अपनी घरवाली, मां बहन और मेरे से मिलकर गया था। वह बाहर का खाना पसंद नहीं करता था। पहले शहनाइयां बज रही थी, अब मातम
चाचा ने बताया कि उसका मेरे साथ बहुत प्यार था। वह हर बात शेयर करता था। अगर धमकी या कोई चीज तो पर कुछ होता तो जरूर बताता। वह अकेला नहीं घूमता था। लॉरेंस और गोल्डी से नाम जोड़ा जा रहा है और सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से भी जोड़ा जा रहा है, जो बिल्कुल गलत है। अगर ऐसा होता तो इतनी जांच में उसका नाम जरूर आता। एक बड़े नाम को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है और मनगढ़ंत कहानी बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि 10 दिन पहले घर में शहनाइयां बज रही थीं और आज मातम पसरा है। अगर कोई इस तरह का होता तो करोड़ों की कोठियां बना लेता। *******************
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