CM नीतीश कुमार ने जिस महिला डॉक्टर नुसरत परवीन का हिजाब हटाया था, उन्होंने बिहार छोड़ दिया है। वो अब कोलकाता में अपने परिवार के पास चली गई हैं। 15 दिसंबर को ये घटना हुई, इसके अगले दिन ही नुसरत कोलकाता में अपने परिवार के पास आ गईं। वो पढ़ाई में बहुत तेज हैं। डॉक्टर बनना उनका सपना था। फिलहाल वो बिहार सरकार की नौकरी जॉइन नहीं करेंगी। परिवार नुसरत परवीन को समझाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन वो वापस बिहार आकर नौकरी जॉइन करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही हैं। इस पूरे मामले को लेकर पश्चिम बंगाल के सीनियर जर्नलिस्ट शहनवाज अख्तर से भास्कर बिहार-झारखंड स्टेट एडिटर श्याम द्विवेदी ने बात की। पढ़िए ये एक्सक्लूसिव बातचीत… नुसरत के परिवार के बेहद करीबी और सीनियर जर्नलिस्ट शहनवाज अख्तर ने बताया कि घटना के बाद से नुसरत परवीन सदमे में हैं। परिवार लगातार उन्हें समझा रहा है, लेकिन वो समझने को तैयार नहीं हैं। परिवार ने बिहार लौटने और नौकरी जॉइन करने का फैसला अब नुसरत पर ही छोड़ दिया है। 15 दिसबंर को उन्होंने अपने भाई को सबसे पहले फोन कर के घटना की जानकारी दी थी। फोन के दौरान वो भावुक थीं। भाई ने कोलकाता आने को कहा, इसके बाद वो अगले दिन कोलकाता आ गईं। नुसरत का कहना है कि मैं ये नहीं कह रही कि मुख्यमंत्री ने जो किया वो इंटेंशनली किया, लेकिन जो हुआ वो मुझे अच्छा नहीं लगा। वहां बहुत सारे लोग थे। कुछ तो हंस रहे थे। एक लड़की होने के नाते वो मेरे लिए अपमान जैसा था। मैंने स्कूल से लेकर कॉलेज तक हिजाब में ही रहकर पढ़ाई की। घर हो मार्केट हो या मॉल हर जगह मैं हिजाब पहनकर गई। कभी ऐसा नहीं हुआ। अब्बू-अम्मी ने भी घर में हमेशा यही सिखाया। हिजाब हमारी संस्कृति का हिस्सा है। मेरी गलती क्या है मुझे ये समझ नहीं आ रहा है। मुख्यमंत्री ने गलत किया, मैं ये भी नहीं कह रही, लेकिन अभी मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा। मन शांत नहीं है। वो दिन याद कर के सहम जाती हूं। मैं आगे क्या करूंगी, ये अभी कुछ पता नहीं है। पटना में मेरे साथियों ने भी मुझे काफी समझाया था। वो मुझे रुकने के लिए बोल रहे थे, लेकिन मुझे अब वहां अच्छा नहीं लग रहा है। अब भी कई साथियों के फोन आ रहे हैं वो मुझे बुला रहे हैं, लेकिन मेरे अंदर हिम्मत नहीं है। बड़ी मेहनत से यहां तक पहुंची थी। सोचा था सरकारी नौकरी मिल जाएगी तो अब्बू-अम्मी की मदद करूंगी। भाई के कंधे से कंधा मिलाकर घर की सभी जिम्मेदारियों में हाथ बटाऊंगी। हमारे समाज में बहुत से ऐसे लोग थे जो कहते थे बेटी को क्या इतना पढ़ाना। इसे हिजाब में रखो नहीं तो हाथ से निकल जाएगी, लेकिन सभी की बातों को दरकिनार कर अम्मी-अब्बू ने मुझे पढ़ाया था। कल ही रात मेरी अब्बू से बात हुई थी। वो कह रहे हैं बेटा इतना मत सोचो जो तुम्हारा मन कहे वही करो। भाई का भी यही कहना है। मेरा परिवार मेरे साथ खड़ा है। मेरे लिए यही बहुत बड़ी बात है। आगे मैं क्या करूंगी कुछ कह नहीं सकती। हां, लेकिन 15 दिसंबर को जो हुआ ठीक नहीं हुआ। हालांकि परिवार उन्हें समझाकर जॉइनिंग के लिए पटना लाने की तैयारी में है। नुसरत के भाई ने बताया कि मैं और परिवार के लोग उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे हैं। हम उन्हें बता रहे हैं कि गलती दूसरे की है, तो उन्हें बुरा क्यों लगना चाहिए। किसी और की वजह से नौकरी क्यों छोड़नी चाहिए। वो अभी मेंटल ट्रॉमा में चल रही हैं।’ नुसरत परवीन को 20 दिसंबर को नौकरी जॉइन करनी थी। नीतीश के कार्यक्रम में मीडिया की एंट्री पर बैन CM नीतीश कुमार बुधवार को गयाजी में बिहार लोक प्रशासन और ग्रामीण विकास संस्थान (बिपार्ड) की ओर से आयोजित 2 दिवसीय कार्यशाला में शामिल होने पहुंचे। कार्यशाला के उद्घाटन ने बाद संवाद वाटिका, नक्षत्र वन, ब्रह्म योनि सरोवर का पुनर्जीवन, उन्नत पुस्तकालय, मोटर ड्राइविंग स्कूल और नव-स्थापित स्पेस गैलरी का शिलान्यास किया है। हिजाब हटाने वाली घटना के बाद आज भी CM के इस कार्यक्रम को JDU के पेज से लाइव नहीं किया गया। इस कार्यक्रम में मीडिया की एंट्री बैन कर दी गई थी। मंगलवार को भी ऊर्जा विभाग में नियुक्ति पत्र बांटने के दौरान मीडिया की एंट्री बैन कर दी गई थी। यूपी के मंत्री बोले- कहीं और छू लेते तो क्या होता पटना में महिला डॉक्टर का हिजाब हटाए जाने पर यूपी के मंत्री संजय निषाद ने बिहार CM नीतीश कुमार का बचाव किया है। संजय निषाद ने कहा- अरे वो भी तो आदमी ही हैं न…छू लिया नकाब, तो इतना पीछे नहीं पड़ जाना चाहिए। कहीं और छू लिया तो क्या होता? आपको क्या लगता है कहीं और भी छू लेते हैं क्या? नहीं… नकाब पर आप लोग इतना कह रहे हैं। कहीं चेहरा-वेहरा छू लेते…कहीं और उंगली पड़ जाती तब क्या करते आप लोग। हालांकि बयान के बाद उन्होंने माफी मांगी है। शायर मुनव्वर राणा की बेटी ने संजय निषाद के खिलाफ शिकायत की शायर मुनव्वर राणा की बेटी और सपा प्रवक्ता सुमैया राणा ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार के मुस्लिम महिला का हिजाब हटाने के मामले में शिकायत दी है। उन्होंने नीतीश का बचाव कर रहे यूपी के मंत्री संजय निषाद के इस बयान- ‘नकाब ही तो छुआ है, कहीं और तो नहीं…’ के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बेंगलुरु के एक वकील ओवैज हुसैन एस ने CM नीतीश कुमार के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की है। अब जानिए आखिर पूरा मामला क्या है दरअसल, सोमवार को CM नीतीश कुमार आयुष डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र बांट रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एक महिला डॉक्टर नुसरत को पहले तो नियुक्ति पत्र दे दिया। इसके बाद उसे देखने लगे। महिला भी मुख्यमंत्री को देखकर मुस्कुराई। CM ने हिजाब की ओर इशारा करते हुए पूछा कि ये क्या है जी। महिला ने जवाब दिया, हिजाब है सर। CM ने कहा कि हटाइए इसे। इसके बाद मुख्यमंत्री ने खुद अपने हाथ से महिला का हिजाब हटा दिया। इस दौरान डिप्टी CM सम्राट चौधरी नीतीश कुमार को रोकने के प्रयास में उनकी आस्तीन खींचते हुए नजर आए। हिजाब हटाने से महिला थोड़ी देर के लिए असहज हो गई। आसपास मौजूद लोग हंसने लगे। कार्यक्रम में मौजूद अधिकारियों ने महिला को नियुक्ति पत्र फिर थमाया और जाने का इशारा किया। महिला फिर वहां से चली गई। 2 तस्वीरों में समझिए पूरा घटनाक्रम ———————– नीतीश की हिजाब कन्ट्रोवर्सी से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए 1. ‘महिलाओं के हिजाब खींच रहे हैं, बिहार क्या चलाएंगे’:मुस्लिम धर्म गुरु बोले- नीतीश होते कौन हैं मुस्लिम महिला से बदतमीजी करने वाले दिन- सोमवार। जगह- पटना। मौका- डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र बांटना। सीएम नीतीश कुमार ने अचानक एक मुस्लिम महिला डॉक्टर का हिजाब खींच दिया। इसके बाद यह विवाद बढ़ता जा रहा है। देशभर में मुस्लिम नेता, धर्मगुरुओं ने इसकी निंदा शुरू कर दी है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष और शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब ने कहा, जो काम BJP और RSS ने नहीं किया वो नीतीश ने कर दिया है। उन्हें सबके सामने माफी मांगनी चाहिए। वहीं, जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ति, UP की सांसद इकरा हसन, बरेलवी और देवबंदी धर्मगुरुओं ने भी माफी की मांग की है। पूरी खबर पढ़िए 2. पाकिस्तान के डॉन ने दी CM नीतीश को धमकी:मुस्लिम महिला का हिजाब हटाने पर कहा- माफी मांगो वरना चीख पुकार मचवा दूंगा बिहार के CM नीतीश कुमार द्वारा मुस्लिम महिला के चेहरे से हिजाब हटाने पर पाकिस्तानी डॉन शहजाद भट्टी भड़क गया है। उसने वीडियो जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें, वरना बाद में ये मत कहना की चेतावनी नहीं दी गई थी। शहजाद भट्टी हाल ही में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को धमकी देकर सुर्खियों में आया था। भट्टी से जान का खतरा बताते हुए लॉरेंस के तिहाड़ जेल में बंद भाई अनमोल बिश्नोई ने भी दिल्ली कोर्ट से बुलेटप्रूफ जैकेट और गाड़ी की डिमांड की थी। बता दें कि 15 दिसंबर को बिहार में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नियुक्ति पत्र बांट रहे थे। इस दौरान एक महिला हिजाब पहनकर आई तो नीतीश कुमार ने पूछा कि यह क्या है और उसे अपने हाथ से हटा दिया। पूरी खबर पढ़िए 3. नीतीश कुमार ने हिजाब खींचा, क्या वाकई बीमार हैं:पांव छू लेना, राष्ट्रगान के बीच हंसना; अटपटे व्यवहार के बाद भी JDU- BJP चुप CM नीतीश कुमार की अजीब हरकतों ने उनकी तबीयत पर फिर से गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। 15 दिसंबर को पटना के एक कार्यक्रम में मुस्लिम महिला आयुष डॉक्टर के चेहरे से हिजाब खींचते दिखे। इससे पहले 20 नवंबर को PM मोदी का पैर छूने की कोशिश करते दिखे थे। बिहार की मुख्य विरोधी पार्टी RJD ने X पर लिखा, ‘नीतीश जी को यह क्या हो गया है? मानसिक स्थिति बिल्कुल ही अब दयनीय स्थिति में पहुंच चुकी है।’ 74 साल के नीतीश कुमार क्या वाकई अस्वस्थ हैं, वह पद क्यों नहीं छोड़ रहे; जानेंगे आज के एक्सप्लेनर बूझे की नाही में…। पूरी खबर पढ़िए
CM नीतीश कुमार ने जिस महिला डॉक्टर नुसरत परवीन का हिजाब हटाया था, उन्होंने बिहार छोड़ दिया है। वो अब कोलकाता में अपने परिवार के पास चली गई हैं। 15 दिसंबर को ये घटना हुई, इसके अगले दिन ही नुसरत कोलकाता में अपने परिवार के पास आ गईं। वो पढ़ाई में बहुत तेज हैं। डॉक्टर बनना उनका सपना था। फिलहाल वो बिहार सरकार की नौकरी जॉइन नहीं करेंगी। परिवार नुसरत परवीन को समझाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन वो वापस बिहार आकर नौकरी जॉइन करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही हैं। इस पूरे मामले को लेकर पश्चिम बंगाल के सीनियर जर्नलिस्ट शहनवाज अख्तर से भास्कर बिहार-झारखंड स्टेट एडिटर श्याम द्विवेदी ने बात की। पढ़िए ये एक्सक्लूसिव बातचीत… नुसरत के परिवार के बेहद करीबी और सीनियर जर्नलिस्ट शहनवाज अख्तर ने बताया कि घटना के बाद से नुसरत परवीन सदमे में हैं। परिवार लगातार उन्हें समझा रहा है, लेकिन वो समझने को तैयार नहीं हैं। परिवार ने बिहार लौटने और नौकरी जॉइन करने का फैसला अब नुसरत पर ही छोड़ दिया है। 15 दिसबंर को उन्होंने अपने भाई को सबसे पहले फोन कर के घटना की जानकारी दी थी। फोन के दौरान वो भावुक थीं। भाई ने कोलकाता आने को कहा, इसके बाद वो अगले दिन कोलकाता आ गईं। नुसरत का कहना है कि मैं ये नहीं कह रही कि मुख्यमंत्री ने जो किया वो इंटेंशनली किया, लेकिन जो हुआ वो मुझे अच्छा नहीं लगा। वहां बहुत सारे लोग थे। कुछ तो हंस रहे थे। एक लड़की होने के नाते वो मेरे लिए अपमान जैसा था। मैंने स्कूल से लेकर कॉलेज तक हिजाब में ही रहकर पढ़ाई की। घर हो मार्केट हो या मॉल हर जगह मैं हिजाब पहनकर गई। कभी ऐसा नहीं हुआ। अब्बू-अम्मी ने भी घर में हमेशा यही सिखाया। हिजाब हमारी संस्कृति का हिस्सा है। मेरी गलती क्या है मुझे ये समझ नहीं आ रहा है। मुख्यमंत्री ने गलत किया, मैं ये भी नहीं कह रही, लेकिन अभी मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा। मन शांत नहीं है। वो दिन याद कर के सहम जाती हूं। मैं आगे क्या करूंगी, ये अभी कुछ पता नहीं है। पटना में मेरे साथियों ने भी मुझे काफी समझाया था। वो मुझे रुकने के लिए बोल रहे थे, लेकिन मुझे अब वहां अच्छा नहीं लग रहा है। अब भी कई साथियों के फोन आ रहे हैं वो मुझे बुला रहे हैं, लेकिन मेरे अंदर हिम्मत नहीं है। बड़ी मेहनत से यहां तक पहुंची थी। सोचा था सरकारी नौकरी मिल जाएगी तो अब्बू-अम्मी की मदद करूंगी। भाई के कंधे से कंधा मिलाकर घर की सभी जिम्मेदारियों में हाथ बटाऊंगी। हमारे समाज में बहुत से ऐसे लोग थे जो कहते थे बेटी को क्या इतना पढ़ाना। इसे हिजाब में रखो नहीं तो हाथ से निकल जाएगी, लेकिन सभी की बातों को दरकिनार कर अम्मी-अब्बू ने मुझे पढ़ाया था। कल ही रात मेरी अब्बू से बात हुई थी। वो कह रहे हैं बेटा इतना मत सोचो जो तुम्हारा मन कहे वही करो। भाई का भी यही कहना है। मेरा परिवार मेरे साथ खड़ा है। मेरे लिए यही बहुत बड़ी बात है। आगे मैं क्या करूंगी कुछ कह नहीं सकती। हां, लेकिन 15 दिसंबर को जो हुआ ठीक नहीं हुआ। हालांकि परिवार उन्हें समझाकर जॉइनिंग के लिए पटना लाने की तैयारी में है। नुसरत के भाई ने बताया कि मैं और परिवार के लोग उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे हैं। हम उन्हें बता रहे हैं कि गलती दूसरे की है, तो उन्हें बुरा क्यों लगना चाहिए। किसी और की वजह से नौकरी क्यों छोड़नी चाहिए। वो अभी मेंटल ट्रॉमा में चल रही हैं।’ नुसरत परवीन को 20 दिसंबर को नौकरी जॉइन करनी थी। नीतीश के कार्यक्रम में मीडिया की एंट्री पर बैन CM नीतीश कुमार बुधवार को गयाजी में बिहार लोक प्रशासन और ग्रामीण विकास संस्थान (बिपार्ड) की ओर से आयोजित 2 दिवसीय कार्यशाला में शामिल होने पहुंचे। कार्यशाला के उद्घाटन ने बाद संवाद वाटिका, नक्षत्र वन, ब्रह्म योनि सरोवर का पुनर्जीवन, उन्नत पुस्तकालय, मोटर ड्राइविंग स्कूल और नव-स्थापित स्पेस गैलरी का शिलान्यास किया है। हिजाब हटाने वाली घटना के बाद आज भी CM के इस कार्यक्रम को JDU के पेज से लाइव नहीं किया गया। इस कार्यक्रम में मीडिया की एंट्री बैन कर दी गई थी। मंगलवार को भी ऊर्जा विभाग में नियुक्ति पत्र बांटने के दौरान मीडिया की एंट्री बैन कर दी गई थी। यूपी के मंत्री बोले- कहीं और छू लेते तो क्या होता पटना में महिला डॉक्टर का हिजाब हटाए जाने पर यूपी के मंत्री संजय निषाद ने बिहार CM नीतीश कुमार का बचाव किया है। संजय निषाद ने कहा- अरे वो भी तो आदमी ही हैं न…छू लिया नकाब, तो इतना पीछे नहीं पड़ जाना चाहिए। कहीं और छू लिया तो क्या होता? आपको क्या लगता है कहीं और भी छू लेते हैं क्या? नहीं… नकाब पर आप लोग इतना कह रहे हैं। कहीं चेहरा-वेहरा छू लेते…कहीं और उंगली पड़ जाती तब क्या करते आप लोग। हालांकि बयान के बाद उन्होंने माफी मांगी है। शायर मुनव्वर राणा की बेटी ने संजय निषाद के खिलाफ शिकायत की शायर मुनव्वर राणा की बेटी और सपा प्रवक्ता सुमैया राणा ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार के मुस्लिम महिला का हिजाब हटाने के मामले में शिकायत दी है। उन्होंने नीतीश का बचाव कर रहे यूपी के मंत्री संजय निषाद के इस बयान- ‘नकाब ही तो छुआ है, कहीं और तो नहीं…’ के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बेंगलुरु के एक वकील ओवैज हुसैन एस ने CM नीतीश कुमार के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की है। अब जानिए आखिर पूरा मामला क्या है दरअसल, सोमवार को CM नीतीश कुमार आयुष डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र बांट रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एक महिला डॉक्टर नुसरत को पहले तो नियुक्ति पत्र दे दिया। इसके बाद उसे देखने लगे। महिला भी मुख्यमंत्री को देखकर मुस्कुराई। CM ने हिजाब की ओर इशारा करते हुए पूछा कि ये क्या है जी। महिला ने जवाब दिया, हिजाब है सर। CM ने कहा कि हटाइए इसे। इसके बाद मुख्यमंत्री ने खुद अपने हाथ से महिला का हिजाब हटा दिया। इस दौरान डिप्टी CM सम्राट चौधरी नीतीश कुमार को रोकने के प्रयास में उनकी आस्तीन खींचते हुए नजर आए। हिजाब हटाने से महिला थोड़ी देर के लिए असहज हो गई। आसपास मौजूद लोग हंसने लगे। कार्यक्रम में मौजूद अधिकारियों ने महिला को नियुक्ति पत्र फिर थमाया और जाने का इशारा किया। महिला फिर वहां से चली गई। 2 तस्वीरों में समझिए पूरा घटनाक्रम ———————– नीतीश की हिजाब कन्ट्रोवर्सी से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए 1. ‘महिलाओं के हिजाब खींच रहे हैं, बिहार क्या चलाएंगे’:मुस्लिम धर्म गुरु बोले- नीतीश होते कौन हैं मुस्लिम महिला से बदतमीजी करने वाले दिन- सोमवार। जगह- पटना। मौका- डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र बांटना। सीएम नीतीश कुमार ने अचानक एक मुस्लिम महिला डॉक्टर का हिजाब खींच दिया। इसके बाद यह विवाद बढ़ता जा रहा है। देशभर में मुस्लिम नेता, धर्मगुरुओं ने इसकी निंदा शुरू कर दी है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष और शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब ने कहा, जो काम BJP और RSS ने नहीं किया वो नीतीश ने कर दिया है। उन्हें सबके सामने माफी मांगनी चाहिए। वहीं, जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ति, UP की सांसद इकरा हसन, बरेलवी और देवबंदी धर्मगुरुओं ने भी माफी की मांग की है। पूरी खबर पढ़िए 2. पाकिस्तान के डॉन ने दी CM नीतीश को धमकी:मुस्लिम महिला का हिजाब हटाने पर कहा- माफी मांगो वरना चीख पुकार मचवा दूंगा बिहार के CM नीतीश कुमार द्वारा मुस्लिम महिला के चेहरे से हिजाब हटाने पर पाकिस्तानी डॉन शहजाद भट्टी भड़क गया है। उसने वीडियो जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें, वरना बाद में ये मत कहना की चेतावनी नहीं दी गई थी। शहजाद भट्टी हाल ही में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को धमकी देकर सुर्खियों में आया था। भट्टी से जान का खतरा बताते हुए लॉरेंस के तिहाड़ जेल में बंद भाई अनमोल बिश्नोई ने भी दिल्ली कोर्ट से बुलेटप्रूफ जैकेट और गाड़ी की डिमांड की थी। बता दें कि 15 दिसंबर को बिहार में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नियुक्ति पत्र बांट रहे थे। इस दौरान एक महिला हिजाब पहनकर आई तो नीतीश कुमार ने पूछा कि यह क्या है और उसे अपने हाथ से हटा दिया। पूरी खबर पढ़िए 3. नीतीश कुमार ने हिजाब खींचा, क्या वाकई बीमार हैं:पांव छू लेना, राष्ट्रगान के बीच हंसना; अटपटे व्यवहार के बाद भी JDU- BJP चुप CM नीतीश कुमार की अजीब हरकतों ने उनकी तबीयत पर फिर से गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। 15 दिसंबर को पटना के एक कार्यक्रम में मुस्लिम महिला आयुष डॉक्टर के चेहरे से हिजाब खींचते दिखे। इससे पहले 20 नवंबर को PM मोदी का पैर छूने की कोशिश करते दिखे थे। बिहार की मुख्य विरोधी पार्टी RJD ने X पर लिखा, ‘नीतीश जी को यह क्या हो गया है? मानसिक स्थिति बिल्कुल ही अब दयनीय स्थिति में पहुंच चुकी है।’ 74 साल के नीतीश कुमार क्या वाकई अस्वस्थ हैं, वह पद क्यों नहीं छोड़ रहे; जानेंगे आज के एक्सप्लेनर बूझे की नाही में…। पूरी खबर पढ़िए