हिमाचल प्रदेश के 28 शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिर चुका है। लाहौल स्पीति के कुकुमसैरी का पारा माइनस 6.3 डिग्री और ताबो का माइनस 4.6 डिग्री तक लुढ़क गया है। कुल्लू के भुंतर, बजौरा, मनाली, कल्पा और सोलन में भी तापमान जमाव बिंदू के आसपास पहुंच गया है। अधिक ऊंचे क्षेत्रों के साथ साथ मैदानी इलाकों में भी कोहरा पड़ने से ठंड बढ़ी है। हालांकि, शिमला के रात के तापमान में उछाल है। शिमला का रात का पारा सामान्य से 2.7 डिग्री ज्यादा के साथ 9 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। वहीं मैदानी इलाकों की रातें शिमला से ठंडी हो गई है। मंडी के सुंदरनगर का तापमान 2.7 डिग्री, कुल्लू के भुंतर का 2.1, ऊना 5.6, पालमपुर 5.0, सोलन 3.0, मनाली 2.3, कांगड़ा 5.4, मंडी 3.7, बिलासपुर 6.5, हमीरपुर 3.9, बरठी 3.9 और बजौरा का तापमान 2.2 डिग्री तक गिर चुका है। कुफरी-रिकांगपियो में तेज हवाएं बारिश-बर्फबारी से पहले शिमला के कुफरी में 39 किलोमीटर (KM) प्रति घंटा और किन्नौर के रिकांगपियो में 35 (KM) प्रतिघंटा की रफ्तार से रात व सुबह के वक्त तेज हवाएं चली। कोहरा पड़ने से मैदानी इलाकों में ठंड मैदानी इलाकों में कोहरा पड़ने से ठंड ज्यादा पड़ रही है। पहाड़ों पर जब तक अच्छी बारिश-बर्फबारी नहीं होती, तब तक कोहरा परेशान करता रहेगा। आज भी सोलन, कांगड़ा, ऊना, मंडी, बिलासपुर और हमीरपुर के निचले इलाकों में कोहरा छाया रहा। खासकर बिलासपुर में कोहरे के कारण विजिबिलिटी 100 मीटर तक गिर गई, जबकि मंडी में 800 मीटर तक विजिबिलिटी रही। 3 दिन बाद ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी के आसार मौसम विभाग की माने तो तीन दिन बाद यानी 14 दिसंबर को हल्की बर्फबारी के आसार हैं। वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने से चंबा, किन्नौर, लाहौल स्पीति और कुल्लू की ऊंची चोटियों पर हल्का हिमपात हो सकता है। अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। प्रदेश में ड्राइ स्पेल प्रदेश में अब तक सूखे जैसे हालात है। अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में जरूर अच्छी बारिश हुई। मगर अक्टूबर के बाद पूरा नवंबर और अब तक दिसंबर भी ड्राइ गया है। नवंबर में भी सामान्य से 95 प्रतिशत कम और दिसंबर में अब तक एक बूंद भी बारिश की नहीं बरसी।
हिमाचल प्रदेश के 28 शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिर चुका है। लाहौल स्पीति के कुकुमसैरी का पारा माइनस 6.3 डिग्री और ताबो का माइनस 4.6 डिग्री तक लुढ़क गया है। कुल्लू के भुंतर, बजौरा, मनाली, कल्पा और सोलन में भी तापमान जमाव बिंदू के आसपास पहुंच गया है। अधिक ऊंचे क्षेत्रों के साथ साथ मैदानी इलाकों में भी कोहरा पड़ने से ठंड बढ़ी है। हालांकि, शिमला के रात के तापमान में उछाल है। शिमला का रात का पारा सामान्य से 2.7 डिग्री ज्यादा के साथ 9 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। वहीं मैदानी इलाकों की रातें शिमला से ठंडी हो गई है। मंडी के सुंदरनगर का तापमान 2.7 डिग्री, कुल्लू के भुंतर का 2.1, ऊना 5.6, पालमपुर 5.0, सोलन 3.0, मनाली 2.3, कांगड़ा 5.4, मंडी 3.7, बिलासपुर 6.5, हमीरपुर 3.9, बरठी 3.9 और बजौरा का तापमान 2.2 डिग्री तक गिर चुका है। कुफरी-रिकांगपियो में तेज हवाएं बारिश-बर्फबारी से पहले शिमला के कुफरी में 39 किलोमीटर (KM) प्रति घंटा और किन्नौर के रिकांगपियो में 35 (KM) प्रतिघंटा की रफ्तार से रात व सुबह के वक्त तेज हवाएं चली। कोहरा पड़ने से मैदानी इलाकों में ठंड मैदानी इलाकों में कोहरा पड़ने से ठंड ज्यादा पड़ रही है। पहाड़ों पर जब तक अच्छी बारिश-बर्फबारी नहीं होती, तब तक कोहरा परेशान करता रहेगा। आज भी सोलन, कांगड़ा, ऊना, मंडी, बिलासपुर और हमीरपुर के निचले इलाकों में कोहरा छाया रहा। खासकर बिलासपुर में कोहरे के कारण विजिबिलिटी 100 मीटर तक गिर गई, जबकि मंडी में 800 मीटर तक विजिबिलिटी रही। 3 दिन बाद ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी के आसार मौसम विभाग की माने तो तीन दिन बाद यानी 14 दिसंबर को हल्की बर्फबारी के आसार हैं। वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने से चंबा, किन्नौर, लाहौल स्पीति और कुल्लू की ऊंची चोटियों पर हल्का हिमपात हो सकता है। अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। प्रदेश में ड्राइ स्पेल प्रदेश में अब तक सूखे जैसे हालात है। अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में जरूर अच्छी बारिश हुई। मगर अक्टूबर के बाद पूरा नवंबर और अब तक दिसंबर भी ड्राइ गया है। नवंबर में भी सामान्य से 95 प्रतिशत कम और दिसंबर में अब तक एक बूंद भी बारिश की नहीं बरसी।