हिमाचल सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोशल मीडिया में ट्रोल होने और BJP के सियासी हमलों के बाद आज (सोमवार को) धर्मशाला में सार्वजनिक मंच से राधे-राधे, राम-राम के नारे लगाए। दरअसल, सीएम सुक्खू ने बीते शुक्रवार को धर्मशाला में कुछ स्कूली बच्चों से मुलाकात की। इस दौरान, सीएम के पांव छूने के बाद- बच्चों ने राधे-राधे बोला, मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा- राधे-राधे या नमस्कार? बच्चों ने फिर से राधे-राधे बोला, तो सीएम ने उनसे पूछा राधे-राधे क्यों बोलते हैं? इससे जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। इसके बाद सीएम सोशल मीडिया में ट्रोल हुए। खासकर कथावाचक महाराज देवकीनंदन ने सीएम सुक्खू के बयान पर आपत्ति जताई। देवकीनंदन के बयान से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। उन्होंने कहा- BJP ने सनातन विरोधी बताया भारतीय जनता पार्टी ने भी सीएम सुक्खू को सनातन विरोधी मानसिकता का बताया। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संदीपनी भारद्वाज ने कहा- मुख्यमंत्री स्वयं यह बयान दे चुके हैं कि वे हिमाचल प्रदेश जैसे 97 प्रतिशत हिंदू बहुल राज्य में सनातन को हराकर सत्ता में आए हैं। यह बयान ही उनकी सोच और नीयत को उजागर करने के लिए पर्याप्त है। अब बच्चों के “राधे-राधे” कहने पर आपत्ति जताना उसी मानसिकता की अगली कड़ी है। संदीपनी ने कहा- सीएम के ताजा बयान से हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा- सीएम ने लगाए राधे-राधे, राम-राम के नारे इस विवाद के बीच सीएम ने आज धर्मशाला में वॉकथॉन के आयोजन के दौरान- मंच से राधे-राधे, राम-राम नारे लगाए है। अब उनका यह वीडियो भी सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। कांग्रेस का आधिकारिक बयान नहीं सीएम की पहली प्रतिक्रिया पर अब तक किसी भी कांग्रेस ने औपचारिक बयान नहीं दिया। मगर सोशल मीडिया में कई कांग्रेसी नेता इसे सीएम की बच्चों से तत्काल बातचीत बता रहे हैं। महिला आयोग की अध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता विद्या नेगी महाराज देवकीनंदन को राजनीतिक नहीं करने की नसीहत देती है और लिखती है कि सीएम ने बच्चों के राधे-राधे बोलने का पूछा था। बच्चों को राधे-राधे बोलने से इनकार नहीं किया। वहीं, सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो में सीएम यह नहीं कह रहे कि राधे-राधे नहीं बोलना, उन्होंने बच्चों से पूछा कि राधे-राधे क्यों बोलते है। इसके बाद वह सोशल मीडिया में खूब ट्रोल हुए। अब उन्होंने राधे-राधे, राम-राम नारे लगाकर इस विवाद को शांत करने का प्रयास किया है। भाजपा सनातन धर्म की परिभाषा हमे न सिखाएं: सुक्खू सीएम सिंह सुक्खू ने कहा- सनातन धर्म का मतलब है कर्म अच्छे करना, सेवा करना, दिन दयाल और गरीबों की मदद करना। उन्होंने कहा- धर्मशाला में बच्चियों से मिला था तो उनसे पूछा था कि राधे-राधे क्यों बोलते हैं, इसका अर्थ क्या है? मगर भाजपा ने क्या अर्थ है नहीं बताया और उसे आधा काट कर चला दिया। सीएम ने कहा- जब अयोध्या में राम मंदिर में प्राणप्रतिष्ठा समारोह था तो उस समय केंद्र में भाजपा सरकार थी और उन्होंने आधे दिन की छुट्टी दी थी। मगर हिमाचल में कांग्रेस सरकार थी और हमने प्रदेश में पूरे दिन की छुट्टी दी थी। कन्या पूजन, गोवर्धन पूजा आदि हमें आज से नहीं बचपन से सिखाया जाता है। इसलिए सनातन धर्म की परिभाषा वे न सिखाएं, जिन्होंने खुद सनातन के नाम पर राजनीति कर वोट प्राप्त करने का काम किया है।
हिमाचल सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोशल मीडिया में ट्रोल होने और BJP के सियासी हमलों के बाद आज (सोमवार को) धर्मशाला में सार्वजनिक मंच से राधे-राधे, राम-राम के नारे लगाए। दरअसल, सीएम सुक्खू ने बीते शुक्रवार को धर्मशाला में कुछ स्कूली बच्चों से मुलाकात की। इस दौरान, सीएम के पांव छूने के बाद- बच्चों ने राधे-राधे बोला, मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा- राधे-राधे या नमस्कार? बच्चों ने फिर से राधे-राधे बोला, तो सीएम ने उनसे पूछा राधे-राधे क्यों बोलते हैं? इससे जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। इसके बाद सीएम सोशल मीडिया में ट्रोल हुए। खासकर कथावाचक महाराज देवकीनंदन ने सीएम सुक्खू के बयान पर आपत्ति जताई। देवकीनंदन के बयान से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। उन्होंने कहा- BJP ने सनातन विरोधी बताया भारतीय जनता पार्टी ने भी सीएम सुक्खू को सनातन विरोधी मानसिकता का बताया। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संदीपनी भारद्वाज ने कहा- मुख्यमंत्री स्वयं यह बयान दे चुके हैं कि वे हिमाचल प्रदेश जैसे 97 प्रतिशत हिंदू बहुल राज्य में सनातन को हराकर सत्ता में आए हैं। यह बयान ही उनकी सोच और नीयत को उजागर करने के लिए पर्याप्त है। अब बच्चों के “राधे-राधे” कहने पर आपत्ति जताना उसी मानसिकता की अगली कड़ी है। संदीपनी ने कहा- सीएम के ताजा बयान से हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा- सीएम ने लगाए राधे-राधे, राम-राम के नारे इस विवाद के बीच सीएम ने आज धर्मशाला में वॉकथॉन के आयोजन के दौरान- मंच से राधे-राधे, राम-राम नारे लगाए है। अब उनका यह वीडियो भी सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। कांग्रेस का आधिकारिक बयान नहीं सीएम की पहली प्रतिक्रिया पर अब तक किसी भी कांग्रेस ने औपचारिक बयान नहीं दिया। मगर सोशल मीडिया में कई कांग्रेसी नेता इसे सीएम की बच्चों से तत्काल बातचीत बता रहे हैं। महिला आयोग की अध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता विद्या नेगी महाराज देवकीनंदन को राजनीतिक नहीं करने की नसीहत देती है और लिखती है कि सीएम ने बच्चों के राधे-राधे बोलने का पूछा था। बच्चों को राधे-राधे बोलने से इनकार नहीं किया। वहीं, सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो में सीएम यह नहीं कह रहे कि राधे-राधे नहीं बोलना, उन्होंने बच्चों से पूछा कि राधे-राधे क्यों बोलते है। इसके बाद वह सोशल मीडिया में खूब ट्रोल हुए। अब उन्होंने राधे-राधे, राम-राम नारे लगाकर इस विवाद को शांत करने का प्रयास किया है। भाजपा सनातन धर्म की परिभाषा हमे न सिखाएं: सुक्खू सीएम सिंह सुक्खू ने कहा- सनातन धर्म का मतलब है कर्म अच्छे करना, सेवा करना, दिन दयाल और गरीबों की मदद करना। उन्होंने कहा- धर्मशाला में बच्चियों से मिला था तो उनसे पूछा था कि राधे-राधे क्यों बोलते हैं, इसका अर्थ क्या है? मगर भाजपा ने क्या अर्थ है नहीं बताया और उसे आधा काट कर चला दिया। सीएम ने कहा- जब अयोध्या में राम मंदिर में प्राणप्रतिष्ठा समारोह था तो उस समय केंद्र में भाजपा सरकार थी और उन्होंने आधे दिन की छुट्टी दी थी। मगर हिमाचल में कांग्रेस सरकार थी और हमने प्रदेश में पूरे दिन की छुट्टी दी थी। कन्या पूजन, गोवर्धन पूजा आदि हमें आज से नहीं बचपन से सिखाया जाता है। इसलिए सनातन धर्म की परिभाषा वे न सिखाएं, जिन्होंने खुद सनातन के नाम पर राजनीति कर वोट प्राप्त करने का काम किया है।