दिल्ली कार ब्लास्ट मामले में बीती रात राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम ने उत्तराखंड के हल्द्वानी से एक मौलवी सहित दो लोगों हिरासत में लिया है। सूत्रों के अनुसार इन दोनों के मोबाइल नंबर ब्लास्ट में शामिल आतंकी उमर के मोबाइल से मिले हैं। बीती रात करीब ढाई बजे NIA और दिल्ली पुलिस की टीम ने मौलवी को बनभूलपुरा से और दूसरे अन्य व्यक्ति को राजपुरा क्षेत्र से पकड़ा है। टीम दोनों को पूछताछ के लिए दिल्ली लेकर गई है। जिस मौलवी को पकड़ा गया है उसकी पहचान मौलाना आसिम के रूप में हुई है। वह बीते चार साल से बिलाली मस्जिद में बच्चों को पढ़ा रहा था, वहीं दूसरा युवक हिंदू बताया जा रहा है। इस कार्रवाई के बाद से ही बनभूलपुरा में मस्जिद के पास पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए हैं। साथ ही पूरे बनभूलपुरा एरिया में भी चेकिंग की जा रही है। हर आने जाने वाले वाहन की तलाशी की जा रही है। पुलिस की चेकिंग के PHOTOS देखें…. मस्जिद के पास ही परिवार के साथ रहता है मौलवी
मौलाना आसिम उत्तर प्रदेश रामपुर जिले के टांडा दड़ियाल गांव का रहने वाला है। पिछले 3-4 सालों से यहां पर इमाम के तौर पर रह रहा था। वह मस्जिद के पास आवासीय कमरे में अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रह रहा है। बताया जा रहा है कि इमाम मस्जिद में बच्चों को पढ़ाता था। स्थानीय लोगों के मुताबिक, इमाम ज्यादा लोगों से संपर्क नहीं रखता था। वहीं, जिस दूसरे युवक को राजपुरा से NIA अपने साथ दिल्ली लेकर गई है। उसके बारे में अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है। हालांकि सूत्रों से पता चला है कि ये युवक हिंदू समुदाय का है और इलेक्ट्रीशियन का काम करता है। एसपी से मिलने पहुंचे मौलवी, कुछ बोलने से किया इनकार दोपहर बाद बनभूलपुरा क्षेत्र के कुछ मौलवी एसएसपी मंजू नाथ टीसी के दफ्तर पहुंचे, यहां पर करीब आधे घंटे तक उन्होंने एसएसपी से बात की, हालांकि इस दौरान क्या बातचीत हुई यह सामने नहीं आया है। दफ्तर से बाहर आए मौलवियों से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने भी इस मामले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। वहीं इस पूरे मामले पर एससपी मंजू नाथ टीसी ने कहा- बीती रात दिल्ली पुलिस और एनआईए की टीम पहुंची थी, उनका पूरा सहयोग किया गया है, मामला नेशनल सिक्योरिटी से जुड़ा है, आगे की कार्रवाई दिल्ली से ही की जाएगी। लोगों से अपील है कि किसी भी तरह की अफवाह ना फैलाएं वर्ना कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फरीदाबाद का असिस्टेंट प्रोफेसर था उमर
डॉ. मोहम्मद उमर नबी फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में मेडिसिन विभाग का असिस्टेंट प्रोफेसर था। उसने 10 नवंबर को दिल्ली लाल किले के सामने कार बम विस्फोट जैसी आतंकी घटना को अंजाम दिया।हमले में 13 लोग मारे गए और कई घायल हुए। हमले की साजिश में उसके साथी आमिर राशिद अली और अन्य शामिल थे। 9 नवंबर की रात उसने अपनी i20 कार लेकर एटीएम और टोल प्लाजा से होते हुए दिल्ली की ओर रुख किया और 10 नवंबर को आत्मघाती हमला कर दिया।
दिल्ली कार ब्लास्ट मामले में बीती रात राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम ने उत्तराखंड के हल्द्वानी से एक मौलवी सहित दो लोगों हिरासत में लिया है। सूत्रों के अनुसार इन दोनों के मोबाइल नंबर ब्लास्ट में शामिल आतंकी उमर के मोबाइल से मिले हैं। बीती रात करीब ढाई बजे NIA और दिल्ली पुलिस की टीम ने मौलवी को बनभूलपुरा से और दूसरे अन्य व्यक्ति को राजपुरा क्षेत्र से पकड़ा है। टीम दोनों को पूछताछ के लिए दिल्ली लेकर गई है। जिस मौलवी को पकड़ा गया है उसकी पहचान मौलाना आसिम के रूप में हुई है। वह बीते चार साल से बिलाली मस्जिद में बच्चों को पढ़ा रहा था, वहीं दूसरा युवक हिंदू बताया जा रहा है। इस कार्रवाई के बाद से ही बनभूलपुरा में मस्जिद के पास पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए हैं। साथ ही पूरे बनभूलपुरा एरिया में भी चेकिंग की जा रही है। हर आने जाने वाले वाहन की तलाशी की जा रही है। पुलिस की चेकिंग के PHOTOS देखें…. मस्जिद के पास ही परिवार के साथ रहता है मौलवी
मौलाना आसिम उत्तर प्रदेश रामपुर जिले के टांडा दड़ियाल गांव का रहने वाला है। पिछले 3-4 सालों से यहां पर इमाम के तौर पर रह रहा था। वह मस्जिद के पास आवासीय कमरे में अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रह रहा है। बताया जा रहा है कि इमाम मस्जिद में बच्चों को पढ़ाता था। स्थानीय लोगों के मुताबिक, इमाम ज्यादा लोगों से संपर्क नहीं रखता था। वहीं, जिस दूसरे युवक को राजपुरा से NIA अपने साथ दिल्ली लेकर गई है। उसके बारे में अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है। हालांकि सूत्रों से पता चला है कि ये युवक हिंदू समुदाय का है और इलेक्ट्रीशियन का काम करता है। एसपी से मिलने पहुंचे मौलवी, कुछ बोलने से किया इनकार दोपहर बाद बनभूलपुरा क्षेत्र के कुछ मौलवी एसएसपी मंजू नाथ टीसी के दफ्तर पहुंचे, यहां पर करीब आधे घंटे तक उन्होंने एसएसपी से बात की, हालांकि इस दौरान क्या बातचीत हुई यह सामने नहीं आया है। दफ्तर से बाहर आए मौलवियों से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने भी इस मामले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। वहीं इस पूरे मामले पर एससपी मंजू नाथ टीसी ने कहा- बीती रात दिल्ली पुलिस और एनआईए की टीम पहुंची थी, उनका पूरा सहयोग किया गया है, मामला नेशनल सिक्योरिटी से जुड़ा है, आगे की कार्रवाई दिल्ली से ही की जाएगी। लोगों से अपील है कि किसी भी तरह की अफवाह ना फैलाएं वर्ना कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फरीदाबाद का असिस्टेंट प्रोफेसर था उमर
डॉ. मोहम्मद उमर नबी फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में मेडिसिन विभाग का असिस्टेंट प्रोफेसर था। उसने 10 नवंबर को दिल्ली लाल किले के सामने कार बम विस्फोट जैसी आतंकी घटना को अंजाम दिया।हमले में 13 लोग मारे गए और कई घायल हुए। हमले की साजिश में उसके साथी आमिर राशिद अली और अन्य शामिल थे। 9 नवंबर की रात उसने अपनी i20 कार लेकर एटीएम और टोल प्लाजा से होते हुए दिल्ली की ओर रुख किया और 10 नवंबर को आत्मघाती हमला कर दिया।