यूपी के बहराइच में भेड़िए खूंखार हो गए हैं। 8 घंटे के अंदर 2 बच्चों को खा गए। शुक्रवार शाम साढ़े चार बजे 5 साल के मासूम को 2 आदमखोर भेड़िए घर से उठा ले गए। एक ने मासूम की गर्दन दबोची, दूसरे ने पैर। लोगों ने देखा तो लाठी-डंडे लेकर पीछे भागे। 500 मीटर दूर खेत में मासूम खून से लथपथ मिला। दोनों हथेलियां और पंजे भेड़िये खा चुके थे। लखनऊ ले जाते वक्त मासूम ने रास्ते में दम तोड़ दिया। मामला कैसरगंज थाना मजरे मल्लहनपुरवा का है। दूसरी घटना यहां से 70 किमी दूर खोरिया सफीक गांव में हुई। शुक्रवार रात डेढ़ बजे मां के बगल से 10 महीने की बच्ची को भेड़िया उठा ले गया। चीख सुनकर मां की आंख खुली। उन्होंने शोर मचाया। परिजन भेड़िए के पीछे भागे। दो घंटे की तलाश के बाद घर से 800 मीटर दूर खेत में बच्ची का शव बरामद मिला। शव देखकर मां बेहोश हो गई। नाक के नीचे से पूरे शरीर की चमड़ी उधड़ी हुई थी। पेट से आंतें तक बाहर आ गई थीं। हाथ-पैर और गला कटा हुआ था। 3 महीने में भेड़ियों के झुंड ने 9 बच्चों समेत 10 लोगों को मार डाला है। 38 से ज्यादा घायल हैं। खुद सीएम योगी भी बहराइच गए। उन्होंने भेड़ियों को मारने के आदेश दिए। अब तक 4 भेड़ियों का एनकाउंटर हो चुका है। इसके बावजूद खूंखार भेड़ियों के आगे पूरा सिस्टम लाचार दिख रहा है। सबसे पहले बात पहली घटना की, 3 तस्वीरें देखिए… शुक्रवार शाम 4:30 बजे मजरे मल्लहन पुरवा गांव में रोशन कुमार का 5 साल का बेटा स्टार घर के ठीक सामने खेल रहा था। परिवार की महिलाएं और पड़ोसी भी वहीं मौजूद थे। तभी अचानक खेत की तरफ से आए दो भेड़ियों ने बच्चे पर हमला कर दिया। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, एक भेड़िए बच्चे को जबड़े में दबोचकर गन्ने के खेत की ओर भाग गया। परिजन और ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर भेड़ियों का पीछा किया। ग्रामीण राजेंद्र सिंह ने अपनी आंखों से पूरी घटना देखी। उन्होंने बताया- दो भेड़िए आए। बच्चा घर के सामने ही खेल रहा था। हम लोग दौड़े, लेकिन तब तक भेड़िया उसे 500 मीटर दूर गन्ने के खेत में खींच ले गया। वहां पहुंचकर देखा तो उसकी दोनों हथेलियां गायब थीं। बच्चा बेहोशी की हालत में खून से लथपथ था। खबर में आगे बढ़ने से पहले इस पोल पर अपनी राय दीजिए… 5 घंटे तक जिंदगी के लिए लड़ा स्टार
घटना के बाद परिजन तुरंत उसे कैसरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। वहां से प्राथमिक उपचार के बाद रात करीब 8 बजे जिला अस्पताल बहराइच रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने उसकी स्थिति नाजुक बताते हुए देर रात करीब 10 बजे लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। लखनऊ ले जाते समय बीच रास्ते में रात करीब 11:30 बजे स्टार ने दम तोड़ दिया। प्रत्यक्षदर्शी बोले- दो भेड़िए एक साथ नोंच रहे थे
पड़ोसी राजेंद्र ने बताया- मेरी आंखों के सामने दो भेड़ियों ने बच्चे पर हमला किया था। एक ने उसकी गर्दन पकड़ी थी और दूसरे ने हथेली। मैंने शोर मचाया तो दोनों बच्चे को लेकर खेत की ओर भागे। मैं और बाकी लोग भी लाठी-डंडे लेकर पीछे भागे। हमने शोर मचाया तो भेड़िए गन्ने के खेत में बच्चे को छोड़कर भाग गए। वन विभाग की टीम मौके पर, ड्रोन से निगरानी
प्रभागीय वनाधिकारी (DFO) राम सिंह यादव ने बताया- जंगली जानवर के हमले की सूचना मिलते ही टीम भेज दी गई। आसपास के जंगलों और खेतों की ड्रोन से निगरानी कराई जा रही है। तीन पिंजरे लगाए गए हैं। कॉम्बिंग तेज की गई है। उन्होंने ग्रामीणों से सतर्क रहने और छोटे बच्चों को अकेले बाहर न छोड़ने की अपील की है। खेती-बाड़ी करते हैं पिता
बच्चे के बाबा विजय कुमार ने बताया कि मृतक मासूम के पिता रोशन कुमार कर्नाटक में मजदूरी करते हैं। उनके दो बेटों में स्टार दूसरे नंबर पर था। उससे बड़ी एक बेटी है। अभी कुछ दिन पहले एक बेटा हुआ है। स्टार की मौत की खबर सुनते ही उसकी मां बार-बार बेहोश हो जा रही है। पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। बेटे की मौत की खबर सुनकर पिता रोशन भी गांव के लिए रवाना हो चुके हैं। अब बात दूसरी घटना की… कोतवाली क्षेत्र का खोरिया सफीक गांव श्रावस्ती सीमा पर बसा हुआ है। यहां गिलौला निवासी रामचंद्र की पत्नी रमादेवी 4 दिन पहले मायके आई थीं। शुक्रवार रात रमादेवी अपने तीनों बच्चों के साथ घर में सो रही थीं। उन्होंने बताया- मेरी 10 महीने की छोटी बेटी सुनीता गोद से लिपटकर सो रही थी, जबकि बड़ी बेटी और बेटा पास एक दरी पर सो रहे थे। रात डेढ़ बजे बच्ची की चीख सुनकर आंख खुली, तो देखा भेड़िया बच्ची को लेकर भाग रहा था। शोर मचाया तो ग्रामीण जुट गए। लाठी-डंडे लेकर खेत की ओर भागे। करीब ढाई घंटे बाद रात 3 बजे घर से 800 मीटर की दूरी पर गन्ने के खेत में पहुंचे तो भेड़िए को बच्ची को नोंचते हुए देखा। ग्रामीणों को देखकर भेड़िया जंगल में भाग गया। बच्ची की तब तक मौत हो चुकी थी। ‘मैंने भेड़िए को अपनी आंखों से देखा’ पड़ोसी बेचुलाल ने बताया- रात में भतीजी रमादेवी का शोर सुनकर पहुंचा था। हम लोग लाठी-डंडे और टॉर्च लेकर खेत की ओर भागे। 800 मीटर की दूरी पर मैंने भेड़िए को अपनी आंखों से बच्ची के शव को नोंचते हुए देखा। हम लोगों को देखकर भेड़िया भाग गया, लेकिन तब तक बच्ची की मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों की सूचना पर देहात कोतवाली पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वन विभाग को मौके पर जानवर के पगचिह्न दिखे। रेंजर नायक का कहना है कि जानवर के पगचिह्न मिले हैं, जो भेड़िए नहीं, किसी अन्य जानवर के दिख रहे हैं। किस जानवर ने हमला किया, इसकी जांच की जा रही है। क्षेत्र में पेट्रोलिंग बढ़ाने और ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। 10 महीने में दूरी वारदात, दो महीने में 5 हमले
इलाके में पहले भी भेड़ियों का हमला हो चुका है। 10 दिन पहले 4 किलोमीटर दूर गोडहिया नंबर-2 में 4 साल की बच्ची को उठा ले गया था। हालांकि, अगले दिन ही वन विभाग ने भेड़िए का एनकाउंटर कर दिया। लेकिन, बच्ची का आज तक पता नहीं चल सका। ग्रामीणों के अनुसार, पिछले 2 महीने से लगातार भेड़ियों के हमले हो रहे हैं। 2 महीने में करीब 5 बच्चे शिकार बन चुके हैं। लोग अब बच्चों को घर से बाहर भेजने में डर रहे हैं। ग्रामीण देर शाम होते ही लाठी-डंडे लेकर पहरा दे रहे हैं। —————————- ये भी पढ़ें करवरिया बंधु ने स्टेज पर गाना गाकर बांधा समां; VIDEO:बेटी की हल्दी-मेहंदी में थिरका परिवार, पूर्व सांसद ने गाया किशोर दा का गाना प्रयागराज में बसपा से पूर्व सांसद कपिलमुनि करवरिया की बेटी मीनाक्षी की शादी की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। आज शादी होनी है। शादी की रस्मों के दौरान पूर्व सांसद कपिलमुनि करवरिया ने स्टेज पर गाया- ‘तुम हाथ पकड़ लो…दुनिया बदल सकता हूं…।’ इस बीच बड़े भाई को देखकर छोटे भाई और पूर्व विधायक उदयभान ने भी स्टेज संभाल लिया। पूरी खबर पढ़िए
यूपी के बहराइच में भेड़िए खूंखार हो गए हैं। 8 घंटे के अंदर 2 बच्चों को खा गए। शुक्रवार शाम साढ़े चार बजे 5 साल के मासूम को 2 आदमखोर भेड़िए घर से उठा ले गए। एक ने मासूम की गर्दन दबोची, दूसरे ने पैर। लोगों ने देखा तो लाठी-डंडे लेकर पीछे भागे। 500 मीटर दूर खेत में मासूम खून से लथपथ मिला। दोनों हथेलियां और पंजे भेड़िये खा चुके थे। लखनऊ ले जाते वक्त मासूम ने रास्ते में दम तोड़ दिया। मामला कैसरगंज थाना मजरे मल्लहनपुरवा का है। दूसरी घटना यहां से 70 किमी दूर खोरिया सफीक गांव में हुई। शुक्रवार रात डेढ़ बजे मां के बगल से 10 महीने की बच्ची को भेड़िया उठा ले गया। चीख सुनकर मां की आंख खुली। उन्होंने शोर मचाया। परिजन भेड़िए के पीछे भागे। दो घंटे की तलाश के बाद घर से 800 मीटर दूर खेत में बच्ची का शव बरामद मिला। शव देखकर मां बेहोश हो गई। नाक के नीचे से पूरे शरीर की चमड़ी उधड़ी हुई थी। पेट से आंतें तक बाहर आ गई थीं। हाथ-पैर और गला कटा हुआ था। 3 महीने में भेड़ियों के झुंड ने 9 बच्चों समेत 10 लोगों को मार डाला है। 38 से ज्यादा घायल हैं। खुद सीएम योगी भी बहराइच गए। उन्होंने भेड़ियों को मारने के आदेश दिए। अब तक 4 भेड़ियों का एनकाउंटर हो चुका है। इसके बावजूद खूंखार भेड़ियों के आगे पूरा सिस्टम लाचार दिख रहा है। सबसे पहले बात पहली घटना की, 3 तस्वीरें देखिए… शुक्रवार शाम 4:30 बजे मजरे मल्लहन पुरवा गांव में रोशन कुमार का 5 साल का बेटा स्टार घर के ठीक सामने खेल रहा था। परिवार की महिलाएं और पड़ोसी भी वहीं मौजूद थे। तभी अचानक खेत की तरफ से आए दो भेड़ियों ने बच्चे पर हमला कर दिया। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, एक भेड़िए बच्चे को जबड़े में दबोचकर गन्ने के खेत की ओर भाग गया। परिजन और ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर भेड़ियों का पीछा किया। ग्रामीण राजेंद्र सिंह ने अपनी आंखों से पूरी घटना देखी। उन्होंने बताया- दो भेड़िए आए। बच्चा घर के सामने ही खेल रहा था। हम लोग दौड़े, लेकिन तब तक भेड़िया उसे 500 मीटर दूर गन्ने के खेत में खींच ले गया। वहां पहुंचकर देखा तो उसकी दोनों हथेलियां गायब थीं। बच्चा बेहोशी की हालत में खून से लथपथ था। खबर में आगे बढ़ने से पहले इस पोल पर अपनी राय दीजिए… 5 घंटे तक जिंदगी के लिए लड़ा स्टार
घटना के बाद परिजन तुरंत उसे कैसरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। वहां से प्राथमिक उपचार के बाद रात करीब 8 बजे जिला अस्पताल बहराइच रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने उसकी स्थिति नाजुक बताते हुए देर रात करीब 10 बजे लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। लखनऊ ले जाते समय बीच रास्ते में रात करीब 11:30 बजे स्टार ने दम तोड़ दिया। प्रत्यक्षदर्शी बोले- दो भेड़िए एक साथ नोंच रहे थे
पड़ोसी राजेंद्र ने बताया- मेरी आंखों के सामने दो भेड़ियों ने बच्चे पर हमला किया था। एक ने उसकी गर्दन पकड़ी थी और दूसरे ने हथेली। मैंने शोर मचाया तो दोनों बच्चे को लेकर खेत की ओर भागे। मैं और बाकी लोग भी लाठी-डंडे लेकर पीछे भागे। हमने शोर मचाया तो भेड़िए गन्ने के खेत में बच्चे को छोड़कर भाग गए। वन विभाग की टीम मौके पर, ड्रोन से निगरानी
प्रभागीय वनाधिकारी (DFO) राम सिंह यादव ने बताया- जंगली जानवर के हमले की सूचना मिलते ही टीम भेज दी गई। आसपास के जंगलों और खेतों की ड्रोन से निगरानी कराई जा रही है। तीन पिंजरे लगाए गए हैं। कॉम्बिंग तेज की गई है। उन्होंने ग्रामीणों से सतर्क रहने और छोटे बच्चों को अकेले बाहर न छोड़ने की अपील की है। खेती-बाड़ी करते हैं पिता
बच्चे के बाबा विजय कुमार ने बताया कि मृतक मासूम के पिता रोशन कुमार कर्नाटक में मजदूरी करते हैं। उनके दो बेटों में स्टार दूसरे नंबर पर था। उससे बड़ी एक बेटी है। अभी कुछ दिन पहले एक बेटा हुआ है। स्टार की मौत की खबर सुनते ही उसकी मां बार-बार बेहोश हो जा रही है। पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। बेटे की मौत की खबर सुनकर पिता रोशन भी गांव के लिए रवाना हो चुके हैं। अब बात दूसरी घटना की… कोतवाली क्षेत्र का खोरिया सफीक गांव श्रावस्ती सीमा पर बसा हुआ है। यहां गिलौला निवासी रामचंद्र की पत्नी रमादेवी 4 दिन पहले मायके आई थीं। शुक्रवार रात रमादेवी अपने तीनों बच्चों के साथ घर में सो रही थीं। उन्होंने बताया- मेरी 10 महीने की छोटी बेटी सुनीता गोद से लिपटकर सो रही थी, जबकि बड़ी बेटी और बेटा पास एक दरी पर सो रहे थे। रात डेढ़ बजे बच्ची की चीख सुनकर आंख खुली, तो देखा भेड़िया बच्ची को लेकर भाग रहा था। शोर मचाया तो ग्रामीण जुट गए। लाठी-डंडे लेकर खेत की ओर भागे। करीब ढाई घंटे बाद रात 3 बजे घर से 800 मीटर की दूरी पर गन्ने के खेत में पहुंचे तो भेड़िए को बच्ची को नोंचते हुए देखा। ग्रामीणों को देखकर भेड़िया जंगल में भाग गया। बच्ची की तब तक मौत हो चुकी थी। ‘मैंने भेड़िए को अपनी आंखों से देखा’ पड़ोसी बेचुलाल ने बताया- रात में भतीजी रमादेवी का शोर सुनकर पहुंचा था। हम लोग लाठी-डंडे और टॉर्च लेकर खेत की ओर भागे। 800 मीटर की दूरी पर मैंने भेड़िए को अपनी आंखों से बच्ची के शव को नोंचते हुए देखा। हम लोगों को देखकर भेड़िया भाग गया, लेकिन तब तक बच्ची की मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों की सूचना पर देहात कोतवाली पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वन विभाग को मौके पर जानवर के पगचिह्न दिखे। रेंजर नायक का कहना है कि जानवर के पगचिह्न मिले हैं, जो भेड़िए नहीं, किसी अन्य जानवर के दिख रहे हैं। किस जानवर ने हमला किया, इसकी जांच की जा रही है। क्षेत्र में पेट्रोलिंग बढ़ाने और ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। 10 महीने में दूरी वारदात, दो महीने में 5 हमले
इलाके में पहले भी भेड़ियों का हमला हो चुका है। 10 दिन पहले 4 किलोमीटर दूर गोडहिया नंबर-2 में 4 साल की बच्ची को उठा ले गया था। हालांकि, अगले दिन ही वन विभाग ने भेड़िए का एनकाउंटर कर दिया। लेकिन, बच्ची का आज तक पता नहीं चल सका। ग्रामीणों के अनुसार, पिछले 2 महीने से लगातार भेड़ियों के हमले हो रहे हैं। 2 महीने में करीब 5 बच्चे शिकार बन चुके हैं। लोग अब बच्चों को घर से बाहर भेजने में डर रहे हैं। ग्रामीण देर शाम होते ही लाठी-डंडे लेकर पहरा दे रहे हैं। —————————- ये भी पढ़ें करवरिया बंधु ने स्टेज पर गाना गाकर बांधा समां; VIDEO:बेटी की हल्दी-मेहंदी में थिरका परिवार, पूर्व सांसद ने गाया किशोर दा का गाना प्रयागराज में बसपा से पूर्व सांसद कपिलमुनि करवरिया की बेटी मीनाक्षी की शादी की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। आज शादी होनी है। शादी की रस्मों के दौरान पूर्व सांसद कपिलमुनि करवरिया ने स्टेज पर गाया- ‘तुम हाथ पकड़ लो…दुनिया बदल सकता हूं…।’ इस बीच बड़े भाई को देखकर छोटे भाई और पूर्व विधायक उदयभान ने भी स्टेज संभाल लिया। पूरी खबर पढ़िए