दिल्ली ब्लास्ट में शामिल अल-फलाह यूनिवर्सिटी से गिरफ्तार आतंकी डॉ. मुजम्मिल शकील को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) फरीदाबाद और गुरुग्राम के सोहना की अनाज मंडी लेकर पहुंची। NIA की टीम ने फरीदाबाद, गुरुग्राम के सोहना और फतेहपुर तगा में करीब 4 घंटे तक विभिन्न लोकेशनों पर उसकी गतिविधि की पड़ताल की। टीम ने अल फलाह यूनिवर्सिटी में उसके मेडिकल केबिन, रुम और सहयोगी-स्टूडेंट से संपर्क की छानबीन की। इसके अलावा मुजम्मिल ने लक्ष्मी बीज भंडार और मदान बीज भंडार की शिनाख्त की। उसने जांच टीम को बताया कि वर्ष 2023 के जनवरी-फरवरी माह में इन्हीं दुकानों से अमोनियम नाइट्रेट खरीदा था। सूत्रों के अनुसार, मुजम्मिल ने लक्ष्मी बीज भंडार से एक हजार किलोग्राम और मदान बीज भंडार से 600 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट खरीदा था। एनआईए टीम के पहुंचने पर अनाज मंडी में भारी भीड़ जमा हो गई। लोगों को वीडियो बनाने से किया मना
बता दें कि दिल्ली ब्लास्ट के दो दिन बाद फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने इन दोनों दुकानों के संचालकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। हालांकि, विस्तृत पूछताछ के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। जब टीम मुजम्मिल को इन दुकानों पर पहुंची तो कुछ लोगों ने मोबाइल फोन से वीडियो बनाने का प्रयास किया। इस पर एजेंसी के अधिकारियों ने आपत्ति जताई। विदेशी हैंडलर ने भेजे थे 42 वीडियो
प्रकरण से जुड़ी एक महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है कि फरीदाबाद से पकड़े गए टेरर मॉड्यूल में डॉक्टर मुजम्मिल ही वह व्यक्ति है, जिसे विदेशी हैंडलर की ओर से कुल 42 वीडियो भेजे गए थे। इन वीडियो में उसे विस्फोटक बनाने की विस्तृत विधियां सिखाई गई थीं। सुरक्षा एजेंसियां अब उन विदेशी हैंडलर की भूमिका, पहचान और नेटवर्क की गहन जांच कर रही हैं। अल फलाह यूनिवर्सिटी में डेढ़ घंटे कराई छानबीन
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार NIA की टीम सबसे पहले मुजम्मिल को अल-फलाह यूनिवर्सिटी लेकर पहुंची, जहां वह पिछले लंबे समय से रह रहा था। टीम ने करीब डेढ़ घंटे तक यूनिवर्सिटी परिसर में उसके रहने, पढ़ने के स्थान, मेडिकल केबिन और उन जगहों की शिनाख्त करवाई, जहां वह मरीजों का इलाज किया करता था। टीम ने पता किया कि वह किन स्टूडेंट्स के संपर्क में था और यूनिवर्सिटी परिसर में उसकी गतिविधियां क्या-क्या थी। यूनिवर्सिटी के कैंपस परिसर के उस हिस्से में भी लेकर जाया गया, जहां पर वह सुबह और शाम को घूमने के लिए जाता था। टीम ने उसकी अलमारी को दोबारा से चेक किया। गांव धौज और तगा में लेकर पहुंची टीम
इसके बाद NIA ने उसे गांव धौज में उस स्थान पर लेकर गई, जहां करीब 360 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट 10 से 12 सूटकेस में भरकर तैयार अवस्था में रखा गया था। देर रात इस जगह पर लगभग 15–20 मिनट तक पूछताछ हुई। टीम ने मुजम्मिल से यह जानकारी ली कि यह रासायनिक सामग्री वहां क्यों रखी गई थी और इसके पीछे कौन लोग शामिल थे। इसके बाद टीम फतेहपुर तगा स्थित उस घर में पहुंची, जहां 2,563 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट के 50 कट्टे बरामद किए गए थे। उससे पूछा गया कि इसे कहां ले जाया जाना था और उसने इसे वहां तक कैसे पहुंचाया। मुजम्मिल ने बताया कि यह 50 कट्टे दो बार कार में भरकर यहां लेकर आया था और इन्हें इस स्थान पर जमा कर दिया गया था। दोनों बीज भंडारों की पहचान करवाई
इसके बाद NIA मुजम्मिल को फरीदाबाद से सोहना लेकर गई। सोहना मंडी में उससे दो बीज भंडारों की पहचान करवाई गई। मुजम्मिल ने मौके पर बताया कि यही वे दो भंडार हैं, जिनसे उसका संपर्क रहा था। टीम ने यहां भी उससे विस्तृत पूछताछ की। पूरी कार्रवाई के दौरान NIA की टीम फरीदाबाद में करीब ढाई से तीन घंटे और सोहना में लगभग 40-45 मिनट तक मुजम्मिल को विभिन्न लोकेशनों पर लेकर मौजूद रही। सभी स्थानों पर शिनाख्त और मौके पर पूछताछ पूरी करने के बाद टीम उसे वापस दिल्ली लेकर चली गई। ——————— ये खबर भी पढ़ें… दिल्ली ब्लास्ट- आतंकी मॉड्यूल में मुजम्मिल करता था रिक्रूटमेंट:हर शख्स का काम तय; शाहीन ब्रेनवॉश करती, नबी तय करता- कहां काम लेना है फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में चल रहे आतंकी मॉड्यूल से जुड़ी कुछ नई जानकारियां सामने आई हैं। इस मॉड्यूल से जुड़े सभी प्रमुख डॉक्टरों की ड्यूटी तय थी। आतंक का नेटवर्क खड़ा करने में डॉ. मुजम्मिल शकील की अहम भूमिका रही है, जो लोगों को शॉर्टलिस्ट करने के बाद रिक्रूट करता था। (पूरी खबर पढ़ें)
दिल्ली ब्लास्ट में शामिल अल-फलाह यूनिवर्सिटी से गिरफ्तार आतंकी डॉ. मुजम्मिल शकील को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) फरीदाबाद और गुरुग्राम के सोहना की अनाज मंडी लेकर पहुंची। NIA की टीम ने फरीदाबाद, गुरुग्राम के सोहना और फतेहपुर तगा में करीब 4 घंटे तक विभिन्न लोकेशनों पर उसकी गतिविधि की पड़ताल की। टीम ने अल फलाह यूनिवर्सिटी में उसके मेडिकल केबिन, रुम और सहयोगी-स्टूडेंट से संपर्क की छानबीन की। इसके अलावा मुजम्मिल ने लक्ष्मी बीज भंडार और मदान बीज भंडार की शिनाख्त की। उसने जांच टीम को बताया कि वर्ष 2023 के जनवरी-फरवरी माह में इन्हीं दुकानों से अमोनियम नाइट्रेट खरीदा था। सूत्रों के अनुसार, मुजम्मिल ने लक्ष्मी बीज भंडार से एक हजार किलोग्राम और मदान बीज भंडार से 600 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट खरीदा था। एनआईए टीम के पहुंचने पर अनाज मंडी में भारी भीड़ जमा हो गई। लोगों को वीडियो बनाने से किया मना
बता दें कि दिल्ली ब्लास्ट के दो दिन बाद फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने इन दोनों दुकानों के संचालकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। हालांकि, विस्तृत पूछताछ के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। जब टीम मुजम्मिल को इन दुकानों पर पहुंची तो कुछ लोगों ने मोबाइल फोन से वीडियो बनाने का प्रयास किया। इस पर एजेंसी के अधिकारियों ने आपत्ति जताई। विदेशी हैंडलर ने भेजे थे 42 वीडियो
प्रकरण से जुड़ी एक महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है कि फरीदाबाद से पकड़े गए टेरर मॉड्यूल में डॉक्टर मुजम्मिल ही वह व्यक्ति है, जिसे विदेशी हैंडलर की ओर से कुल 42 वीडियो भेजे गए थे। इन वीडियो में उसे विस्फोटक बनाने की विस्तृत विधियां सिखाई गई थीं। सुरक्षा एजेंसियां अब उन विदेशी हैंडलर की भूमिका, पहचान और नेटवर्क की गहन जांच कर रही हैं। अल फलाह यूनिवर्सिटी में डेढ़ घंटे कराई छानबीन
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार NIA की टीम सबसे पहले मुजम्मिल को अल-फलाह यूनिवर्सिटी लेकर पहुंची, जहां वह पिछले लंबे समय से रह रहा था। टीम ने करीब डेढ़ घंटे तक यूनिवर्सिटी परिसर में उसके रहने, पढ़ने के स्थान, मेडिकल केबिन और उन जगहों की शिनाख्त करवाई, जहां वह मरीजों का इलाज किया करता था। टीम ने पता किया कि वह किन स्टूडेंट्स के संपर्क में था और यूनिवर्सिटी परिसर में उसकी गतिविधियां क्या-क्या थी। यूनिवर्सिटी के कैंपस परिसर के उस हिस्से में भी लेकर जाया गया, जहां पर वह सुबह और शाम को घूमने के लिए जाता था। टीम ने उसकी अलमारी को दोबारा से चेक किया। गांव धौज और तगा में लेकर पहुंची टीम
इसके बाद NIA ने उसे गांव धौज में उस स्थान पर लेकर गई, जहां करीब 360 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट 10 से 12 सूटकेस में भरकर तैयार अवस्था में रखा गया था। देर रात इस जगह पर लगभग 15–20 मिनट तक पूछताछ हुई। टीम ने मुजम्मिल से यह जानकारी ली कि यह रासायनिक सामग्री वहां क्यों रखी गई थी और इसके पीछे कौन लोग शामिल थे। इसके बाद टीम फतेहपुर तगा स्थित उस घर में पहुंची, जहां 2,563 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट के 50 कट्टे बरामद किए गए थे। उससे पूछा गया कि इसे कहां ले जाया जाना था और उसने इसे वहां तक कैसे पहुंचाया। मुजम्मिल ने बताया कि यह 50 कट्टे दो बार कार में भरकर यहां लेकर आया था और इन्हें इस स्थान पर जमा कर दिया गया था। दोनों बीज भंडारों की पहचान करवाई
इसके बाद NIA मुजम्मिल को फरीदाबाद से सोहना लेकर गई। सोहना मंडी में उससे दो बीज भंडारों की पहचान करवाई गई। मुजम्मिल ने मौके पर बताया कि यही वे दो भंडार हैं, जिनसे उसका संपर्क रहा था। टीम ने यहां भी उससे विस्तृत पूछताछ की। पूरी कार्रवाई के दौरान NIA की टीम फरीदाबाद में करीब ढाई से तीन घंटे और सोहना में लगभग 40-45 मिनट तक मुजम्मिल को विभिन्न लोकेशनों पर लेकर मौजूद रही। सभी स्थानों पर शिनाख्त और मौके पर पूछताछ पूरी करने के बाद टीम उसे वापस दिल्ली लेकर चली गई। ——————— ये खबर भी पढ़ें… दिल्ली ब्लास्ट- आतंकी मॉड्यूल में मुजम्मिल करता था रिक्रूटमेंट:हर शख्स का काम तय; शाहीन ब्रेनवॉश करती, नबी तय करता- कहां काम लेना है फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में चल रहे आतंकी मॉड्यूल से जुड़ी कुछ नई जानकारियां सामने आई हैं। इस मॉड्यूल से जुड़े सभी प्रमुख डॉक्टरों की ड्यूटी तय थी। आतंक का नेटवर्क खड़ा करने में डॉ. मुजम्मिल शकील की अहम भूमिका रही है, जो लोगों को शॉर्टलिस्ट करने के बाद रिक्रूट करता था। (पूरी खबर पढ़ें)