हैदराबाद में रहने वाली महिला डॉ. रोहिणी (38) ने अमेरिका का वीजा नहीं मिलने पर सुसाइड कर लिया। उसकी लाश फ्लैट से बरामद हुई। पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें वीजा नहीं मिलने के कारण डिप्रेशन होने और इसी वजह से सुसाइड करने की बात लिखी हुई है। चिलकलगुडा थाना पुलिस ने बताया कि घटना 21 नवंबर की रात की है। रोहिणी ने या तो नींद की गोलियां की ओवरडोज की थी या किसी तरह का इंजेक्शन लिया था। मौत की असली वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगी। मामले की जांच दूसरे एंगल से भी की जा रही है। पुलिस ने बताया कि रोहिणी आंध्र प्रदेश के गुंटूर की रहने वाली थी। हैदराबाद में पदमा नगर में फ्लैट लेकर रहती थी। 22 नवंबर की सुबह रोहिणी की मेड फ्लैट पर पहुंची थी। उसने दरवाजा खटखटाया, लेकिन रोहिणी ने दरवाजा नहीं खोला। काफी देर वो दरवाजा खुलने का प्रयास करती रही। कॉल भी किए लेकिन रोहिणी ने रिसीव नहीं किए। परेशान होकर मेड ने रोहिणी के परिवार वालों को इसकी जानकारी दी थी। इसके बाद हैदराबाद में रहने वाले रोहिणी के परिवार का शख्स फ्लैट पहुंचा। उसने दरवाजा तोड़ा। अंदर रोहिणी का शव था। अमेरिकी से मेडिसिन की पढ़ाई करना चाहती थी रोहिणी रोहिणी की मां लक्ष्मी ने बताया कि बेटी ने 2005 से 2010 के बीच किर्गिस्तान में MBBS किया था। इंटरनल मेडिसिन की पढ़ाई के लिए अमेरिका जाना चाहती थी। इसलिए वो लगातार अमेरिका के वीजा के लिए प्रयास कर रही थी। लक्ष्मी ने कहा कि करिअर के कारण रोहिणी ने शादी भी नहीं की थी। वीजा के काम के चलते वो गुंटूर से आकर हैदराबाद में रहने लगी थी। यहां पर कई लाइब्रेरी भी हैं। उसके यहां रहने की एक वजह यह भी थी। रोहिणी की मां ने कहा कि बार-बार अमेरिकी वीजा रिजेक्ट होने से रोहिणी परेशान रहने लगी थी। उसे डिप्रेशन भी होने लगा था। उसका मन मेडिसिन की पढ़ाई करने के बाद अमेरिका में ही काम करने का था। रोहिणी कहती थी- अमेरिका में मरीज कम, सैलरी ज्यादा पीड़ित मां के मुताबिक हमने बेटी को कई बार कहा कि वह भारत से ही मेडिसिन की पढ़ाई करे और यहां पर प्रैक्टिस करे। रोहिणी इस पर कहती थी कि भारत में एक डॉक्टर पर मरीज की संख्या ज्यादा होती है और पैसे भी कम मिलते हैं। जबकि अमेरिका में कम मरीज होते हैं और सैलरी भी अच्छी मिलती है। ………………………… सुसाइड से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… प्रेमिका के घरवालों की धमकी से डरे डॉक्टर का सुसाइड:आगरा में बेहोशी का इंजेक्शन लगाकर जान दी; गर्लफ्रेंड की 25 नवंबर को शादी आगरा में एक डेंटल डॉक्टर ने खुद को बेहोशी का इंजेक्शन लगाकर जान दे दी। डॉक्टर के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने गोरखपुर की एक युवती और उसके परिजनों को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है।युवती के साथ डॉ. पीयूष सिंह रिलेशनशिप में थे। इसकी जानकारी मिलने पर युवती के परिजनों ने धमकाना शुरू कर दिया था। पूरी खबर पढ़ें…
हैदराबाद में रहने वाली महिला डॉ. रोहिणी (38) ने अमेरिका का वीजा नहीं मिलने पर सुसाइड कर लिया। उसकी लाश फ्लैट से बरामद हुई। पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें वीजा नहीं मिलने के कारण डिप्रेशन होने और इसी वजह से सुसाइड करने की बात लिखी हुई है। चिलकलगुडा थाना पुलिस ने बताया कि घटना 21 नवंबर की रात की है। रोहिणी ने या तो नींद की गोलियां की ओवरडोज की थी या किसी तरह का इंजेक्शन लिया था। मौत की असली वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगी। मामले की जांच दूसरे एंगल से भी की जा रही है। पुलिस ने बताया कि रोहिणी आंध्र प्रदेश के गुंटूर की रहने वाली थी। हैदराबाद में पदमा नगर में फ्लैट लेकर रहती थी। 22 नवंबर की सुबह रोहिणी की मेड फ्लैट पर पहुंची थी। उसने दरवाजा खटखटाया, लेकिन रोहिणी ने दरवाजा नहीं खोला। काफी देर वो दरवाजा खुलने का प्रयास करती रही। कॉल भी किए लेकिन रोहिणी ने रिसीव नहीं किए। परेशान होकर मेड ने रोहिणी के परिवार वालों को इसकी जानकारी दी थी। इसके बाद हैदराबाद में रहने वाले रोहिणी के परिवार का शख्स फ्लैट पहुंचा। उसने दरवाजा तोड़ा। अंदर रोहिणी का शव था। अमेरिकी से मेडिसिन की पढ़ाई करना चाहती थी रोहिणी रोहिणी की मां लक्ष्मी ने बताया कि बेटी ने 2005 से 2010 के बीच किर्गिस्तान में MBBS किया था। इंटरनल मेडिसिन की पढ़ाई के लिए अमेरिका जाना चाहती थी। इसलिए वो लगातार अमेरिका के वीजा के लिए प्रयास कर रही थी। लक्ष्मी ने कहा कि करिअर के कारण रोहिणी ने शादी भी नहीं की थी। वीजा के काम के चलते वो गुंटूर से आकर हैदराबाद में रहने लगी थी। यहां पर कई लाइब्रेरी भी हैं। उसके यहां रहने की एक वजह यह भी थी। रोहिणी की मां ने कहा कि बार-बार अमेरिकी वीजा रिजेक्ट होने से रोहिणी परेशान रहने लगी थी। उसे डिप्रेशन भी होने लगा था। उसका मन मेडिसिन की पढ़ाई करने के बाद अमेरिका में ही काम करने का था। रोहिणी कहती थी- अमेरिका में मरीज कम, सैलरी ज्यादा पीड़ित मां के मुताबिक हमने बेटी को कई बार कहा कि वह भारत से ही मेडिसिन की पढ़ाई करे और यहां पर प्रैक्टिस करे। रोहिणी इस पर कहती थी कि भारत में एक डॉक्टर पर मरीज की संख्या ज्यादा होती है और पैसे भी कम मिलते हैं। जबकि अमेरिका में कम मरीज होते हैं और सैलरी भी अच्छी मिलती है। ………………………… सुसाइड से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… प्रेमिका के घरवालों की धमकी से डरे डॉक्टर का सुसाइड:आगरा में बेहोशी का इंजेक्शन लगाकर जान दी; गर्लफ्रेंड की 25 नवंबर को शादी आगरा में एक डेंटल डॉक्टर ने खुद को बेहोशी का इंजेक्शन लगाकर जान दे दी। डॉक्टर के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने गोरखपुर की एक युवती और उसके परिजनों को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है।युवती के साथ डॉ. पीयूष सिंह रिलेशनशिप में थे। इसकी जानकारी मिलने पर युवती के परिजनों ने धमकाना शुरू कर दिया था। पूरी खबर पढ़ें…