यूपी के बरेली में सोमवार की शाम इंडियन एयरफोर्स के एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर (ALH) ध्रुव की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी है। हेलिकॉप्टर में टेक्निकल प्रॉब्लम आने पर पायलट ने हेलिकॉप्टर को खेत में उतारा। सूचना मिलने पर 12 गाड़ियों से एयरफोर्स के अफसर और टेक्निकल कर्मी मौके पर पहुंचे हैं। हेलिकॉप्टर में सवार 3 क्रू मेंबर पायलट, को-पायलट और एक क्रू सुरक्षित हैं। सोमवार रात 11 बजे 7 घंटे बाद भी टेक्निकल प्रॉब्लम ठीक नहीं की जा सकी। मौके पर सेना ने टेंट लगाया है। 50 कुर्सियां भी मंगाई हैं। खेत में ही लाइट की व्यवस्था की गई है। IAF के अनुसार, हेलिकॉप्टर रूटीन ट्रेनिंग मिशन पर था। शाम करीब 4 बजे उड़ान के दौरान टेक्निकल खराबी आ गई। अलर्ट मिलते ही पायलट ने मीरगंज इलाके में गोरा लोकनाथपुर गांव के पास एक सरसों के खेत में सुरक्षित लैंडिंग की। हेलिकॉप्टर को बिना किसी नुकसान के जमीन पर उतार लिया गया। इमरजेंसी लैंडिंग को देखकर ग्रामीणों की भीड़ मौके पर उमड़ पड़ी। स्थानीय पुलिस ने हेलिकॉप्टर के पास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी। अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे भीड़ न लगाएं और सेना की रिकवरी प्रक्रिया में बाधा न डालें। इलाके में पुलिस के जवान तैनात हैं। ग्रामीणों और मीडिया को मौके से हटा दिया गया है। एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर (ALH) ध्रुव को मई 2025 में दोबारा उड़ाने भरने की परमिशन मिली थी। मई से पहले चार महीने तक ध्रुव के उड़ान पर रोक थी। भारतीय तटरक्षक बल (Coast Guard) का एक ALH हेलिकॉप्टर 5 जनवरी 2025 को क्रैश हो गया था, जिसके बाद सभी ध्रुव हेलीकॉप्टरों को ग्राउंड कर दिया गया था। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने इस हेलिकॉप्टर को बनाया है। 3 फोटो देखिए… कोई नुकसान या चोट नहीं, सेना की रिकवरी टीम रवाना
डिफेंस PRO शांतनु प्रताप सिंह ने बताया- मीरगंज के पास हमारे ALH हेलिकॉप्टर में फ्लाइट के दौरान टेक्निकल दिक्कत महसूस हुई। क्रू ने तुरंत फैसला लेकर उसे सुरक्षित तरीके से खेत में उतार दिया। हेलिकॉप्टर को कोई नुकसान नहीं हुआ और न ही किसी को चोट लगी है। हमारी रिकवरी टीम मौके पर पहुंची, जो पूरी तकनीकी जांच कर रही है। एयर क्रू ने काफी समझदारी से काम लिया, इसलिए स्थिति बिल्कुल कंट्रोल में रही। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने भी मौके पर अच्छा सहयोग किया। SDM, CO भी मौके पर पहुंचे
हेलिकॉप्टर को खेत में उतरता देख गांव के सैकड़ों लोग कुछ ही मिनटों में मौके पर पहुंच गए। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए स्थानीय प्रशासन सक्रिय हो गया। सूचना मिलते ही एसडीएम मीरगंज, सीओ और थाना इंचार्ज मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने ग्रामीणों को सुरक्षित दूरी पर रखा और सेना की तकनीकी टीम को काम करने के लिए जगह उपलब्ध कराई। पोरबंदर में क्रैश हुआ था हेलिकॉप्टर, 2 पायलट और एक क्रू मेंबर की हुई थी मौत
इंडियन आर्मी और इंडियन एयरफोर्स के लिए एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर (ALH) ध्रुव को मई, 2025 में जांच के बाद उड़ान की मंजूरी मिली थी। ALH ध्रुव के स्वैशप्लेट में खराबी की बात सामने आई थी। इसका पता 5 जनवरी 2025 को पोरबंदर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश के बाद चला था। हादसे में कोस्ट गार्ड के दो पायलट और एक क्रू मेंबर की मौत हुई थी। हादसे की जांच में स्वैशप्लेट की खराबी के कारण क्रैश की बात सामने आई थी। ALH ध्रुव के अलावा दूसरे हेलिकॉप्टरों में भी इस तरह की खराबी पाई गई थी। इसके बाद जनवरी 2025 से 300 से अधिक ध्रुव हेलिकॉप्टरों की उड़ानें रोक दी गईं थी। इंडियन एयरफोर्स के पास 107, नेवी के पास 14 और आर्मी के पास 191 ध्रुव हेलिकॉप्टर हैं। साल 2024 तक हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने कुल 400 से अधिक ध्रुव हेलिकॉप्टर का प्रोडक्शन किया है, जिनमें सैन्य और सिविल दोनों वर्जन शामिल हैं। ——————– ये खबर भी पढ़िए- सोनभद्र की खदान में 45 घंटे से रेस्क्यू: 5 शव मिले, 9 की तलाश; डीएम बोले- 75 टन वजनी चट्टान हटाना मुश्किल यूपी के सोनभद्र में खदान हादसे में दबे मजदूरों को निकालने के लिए 45 घंटे से अधिक समय से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा। NDRF–SDRF की टीमें पत्थरों को हटाने में जुटी हुई हैं लेकिन अभी तक स्पॉट तक वे नहीं पहुंच सकी हैं। पानी से भरी खदान का हर इंच रेस्क्यू को और मुश्किल बना रहा है। हर गिरते बोल्डर के साथ नई चुनौती सामने आ रही है। डीएम बीएन सिंह ने बताया कि 70 से 75 टन वजनी चट्टानों को हटाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। पढ़ें पूरी खबर…
यूपी के बरेली में सोमवार की शाम इंडियन एयरफोर्स के एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर (ALH) ध्रुव की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी है। हेलिकॉप्टर में टेक्निकल प्रॉब्लम आने पर पायलट ने हेलिकॉप्टर को खेत में उतारा। सूचना मिलने पर 12 गाड़ियों से एयरफोर्स के अफसर और टेक्निकल कर्मी मौके पर पहुंचे हैं। हेलिकॉप्टर में सवार 3 क्रू मेंबर पायलट, को-पायलट और एक क्रू सुरक्षित हैं। सोमवार रात 11 बजे 7 घंटे बाद भी टेक्निकल प्रॉब्लम ठीक नहीं की जा सकी। मौके पर सेना ने टेंट लगाया है। 50 कुर्सियां भी मंगाई हैं। खेत में ही लाइट की व्यवस्था की गई है। IAF के अनुसार, हेलिकॉप्टर रूटीन ट्रेनिंग मिशन पर था। शाम करीब 4 बजे उड़ान के दौरान टेक्निकल खराबी आ गई। अलर्ट मिलते ही पायलट ने मीरगंज इलाके में गोरा लोकनाथपुर गांव के पास एक सरसों के खेत में सुरक्षित लैंडिंग की। हेलिकॉप्टर को बिना किसी नुकसान के जमीन पर उतार लिया गया। इमरजेंसी लैंडिंग को देखकर ग्रामीणों की भीड़ मौके पर उमड़ पड़ी। स्थानीय पुलिस ने हेलिकॉप्टर के पास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी। अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे भीड़ न लगाएं और सेना की रिकवरी प्रक्रिया में बाधा न डालें। इलाके में पुलिस के जवान तैनात हैं। ग्रामीणों और मीडिया को मौके से हटा दिया गया है। एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर (ALH) ध्रुव को मई 2025 में दोबारा उड़ाने भरने की परमिशन मिली थी। मई से पहले चार महीने तक ध्रुव के उड़ान पर रोक थी। भारतीय तटरक्षक बल (Coast Guard) का एक ALH हेलिकॉप्टर 5 जनवरी 2025 को क्रैश हो गया था, जिसके बाद सभी ध्रुव हेलीकॉप्टरों को ग्राउंड कर दिया गया था। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने इस हेलिकॉप्टर को बनाया है। 3 फोटो देखिए… कोई नुकसान या चोट नहीं, सेना की रिकवरी टीम रवाना
डिफेंस PRO शांतनु प्रताप सिंह ने बताया- मीरगंज के पास हमारे ALH हेलिकॉप्टर में फ्लाइट के दौरान टेक्निकल दिक्कत महसूस हुई। क्रू ने तुरंत फैसला लेकर उसे सुरक्षित तरीके से खेत में उतार दिया। हेलिकॉप्टर को कोई नुकसान नहीं हुआ और न ही किसी को चोट लगी है। हमारी रिकवरी टीम मौके पर पहुंची, जो पूरी तकनीकी जांच कर रही है। एयर क्रू ने काफी समझदारी से काम लिया, इसलिए स्थिति बिल्कुल कंट्रोल में रही। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने भी मौके पर अच्छा सहयोग किया। SDM, CO भी मौके पर पहुंचे
हेलिकॉप्टर को खेत में उतरता देख गांव के सैकड़ों लोग कुछ ही मिनटों में मौके पर पहुंच गए। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए स्थानीय प्रशासन सक्रिय हो गया। सूचना मिलते ही एसडीएम मीरगंज, सीओ और थाना इंचार्ज मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने ग्रामीणों को सुरक्षित दूरी पर रखा और सेना की तकनीकी टीम को काम करने के लिए जगह उपलब्ध कराई। पोरबंदर में क्रैश हुआ था हेलिकॉप्टर, 2 पायलट और एक क्रू मेंबर की हुई थी मौत
इंडियन आर्मी और इंडियन एयरफोर्स के लिए एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर (ALH) ध्रुव को मई, 2025 में जांच के बाद उड़ान की मंजूरी मिली थी। ALH ध्रुव के स्वैशप्लेट में खराबी की बात सामने आई थी। इसका पता 5 जनवरी 2025 को पोरबंदर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश के बाद चला था। हादसे में कोस्ट गार्ड के दो पायलट और एक क्रू मेंबर की मौत हुई थी। हादसे की जांच में स्वैशप्लेट की खराबी के कारण क्रैश की बात सामने आई थी। ALH ध्रुव के अलावा दूसरे हेलिकॉप्टरों में भी इस तरह की खराबी पाई गई थी। इसके बाद जनवरी 2025 से 300 से अधिक ध्रुव हेलिकॉप्टरों की उड़ानें रोक दी गईं थी। इंडियन एयरफोर्स के पास 107, नेवी के पास 14 और आर्मी के पास 191 ध्रुव हेलिकॉप्टर हैं। साल 2024 तक हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने कुल 400 से अधिक ध्रुव हेलिकॉप्टर का प्रोडक्शन किया है, जिनमें सैन्य और सिविल दोनों वर्जन शामिल हैं। ——————– ये खबर भी पढ़िए- सोनभद्र की खदान में 45 घंटे से रेस्क्यू: 5 शव मिले, 9 की तलाश; डीएम बोले- 75 टन वजनी चट्टान हटाना मुश्किल यूपी के सोनभद्र में खदान हादसे में दबे मजदूरों को निकालने के लिए 45 घंटे से अधिक समय से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा। NDRF–SDRF की टीमें पत्थरों को हटाने में जुटी हुई हैं लेकिन अभी तक स्पॉट तक वे नहीं पहुंच सकी हैं। पानी से भरी खदान का हर इंच रेस्क्यू को और मुश्किल बना रहा है। हर गिरते बोल्डर के साथ नई चुनौती सामने आ रही है। डीएम बीएन सिंह ने बताया कि 70 से 75 टन वजनी चट्टानों को हटाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। पढ़ें पूरी खबर…