क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग को लेकर कड़ा रुख दिखाया। उन्होंने साफ कहा कि लॉरेंस कोई धर्म योद्धा नहीं, बल्कि वह देश को नुकसान पहुंचाने वाला संगठित अपराधी है। वह विदेश में बैठकर गैंग चलाता है, नशे का व्यापार करता है, फिरौतियां वसूलता है और समाज के प्रभावशाली व्यक्तियों पर हमले करवाता है। उसकी गतिविधियां किसी भी मायने में आतंकवाद से कम नहीं हैं। शेखावत ने केंद्र सरकार पर भी सवाल उठाते हुए कहा – सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि विदेशों में कई जगह इस गैंग को आतंकवादी घोषित किया गया, लेकिन भारत की सरकार अभी तक इसे आतंकवादी संगठन घोषित क्यों नहीं कर रही? देश का व्यापारी वर्ग भयभीत है। वही व्यापारी जो देश की आर्थिक रीढ़ है, उससे आज भी यह गैंग फिरौतियां मांग रहा है। व्यापारियों का डर देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर करता है, पर सरकार की चुप्पी समझ से परे है। उन्होंने आगे कहा कि सुखदेव सिंह गोगामी की हत्या केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामूहिक चोट है। ऐसे अपराधियों का इस देश में क्या दुनिया में होना भी दुख की बात है। यदि मेरे मुखिया को इन्होंने मारा है, तो यह सिर्फ हमारा नुकसान नहीं, पूरा समाज इसकी पीड़ा महसूस करता है। बता दें कि क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज सिंह शेखावत ने लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मी को 1 करोड़ 11 लाख 11 हजार 111 रुपए का नकद पुरस्कार देने का ऐलान किया था। राज शेखावत ने गुजरात से वीडियो जारी कर यह घोषणा की। लॉरेंस से वही युवा प्रभावित होते हैं जो अपराध की राह पर हैं
शेखावत ने सोशल मीडिया पर लॉरेंस को फॉलो करने वाले युवाओं को लेकर कहा कि मुझे बताया गया कि कुछ युवा उसे ‘इन्फ्लुएंसर’ मानते हैं, लेकिन मेरी नजर में ऐसे युवा बेहद सीमित हैं और वे खुद भी अपराधी मानसिकता रखते हैं। देश का वास्तविक युवा आज भी भगत सिंह, महाराणा प्रताप और शिवाजी को अपना आदर्श मानता है। गली के गुंडों को आदर्श मानने वाले वैसे भी समाज के मुख्यधारा युवाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करते। देश का युवा समझदार है और वह जानता है कि अपराध और नशा फैलाने वाला व्यक्ति समाज का नहीं हो सकता। देश प्रेमी हैं मुस्लिम तो भाई, नहीं है तो देश में जगह नहीं
मुस्लिम समाज पर बयान देते हुए उन्होंने कहा जो मुस्लिम इस देश का प्रेमी है, वह मेरा भाई है। लेकिन जो देश का गद्दार है, बम ब्लास्ट करता है, आतंकवाद बढ़ाता है, उसके लिए कोई माफी, कानून या कैद का विकल्प नहीं होना चाहिए। जो देशद्रोही है, वह धर्म या जाति के आधार पर नहीं, राष्ट्र के आधार पर पहचाना जाएगा। सुरक्षाकर्मी चाहे किसी धर्म का हो, वह पहले देश का सिपाही है, उन्हें धार्मिक आयोजनों में रोकना गलत है। लेकिन आतंकवादियों के साथ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि उन्हें कानून का डर नहीं होता। देशद्रोही को गोली ही अंतिम जवाब है। जो सत्ता में है बात भी उसी से और नाराजगी भी उसी से
राजनीति पर शेखावत ने साफ कहा कि उनकी नाराजगी किसी पार्टी विशेष से नहीं, बल्कि उस व्यवस्था से है जो सत्ता में है। उन्होंने कहा कि आदमी उसी से नाराज होता है, जिससे उम्मीद होती है। आज शासन में BJP है, तो हमारी बात भी उसी से होगी और नाराजगी भी उसी से होगी। हमें न्याय विपक्ष से नहीं, सरकार से मिल सकता है। इसलिए हम अपनी मांगें सीधे सरकार के सामने रख रहे हैं। सरकार को कोई आपत्ति होती है तो हो, लेकिन हमें तो न्याय चाहिए और वह सत्ता में बैठे लोगों की जिम्मेदारी है। हमने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया है और उससे समाधान की अपेक्षा है। गो माता पर बोले- केंद्र ने वादा निभाने में देर की
गो माता को राष्ट्रमाता दर्जा देने की मांग दोहराते हुए शेखावत ने कहा कि BJP की केंद्र सरकार हिंदू एजेंडे पर सत्ता में आई थी और गो माता को राष्ट्रमाता का दर्जा देने का वादा भी वर्षों पहले हुआ था। लेकिन आज तक यह निर्णय नहीं लिया गया। महाराष्ट्र और उत्तराखंड जैसे राज्यों ने ‘राज्य माता’ का दर्जा देकर पहल की है, और हम MP सरकार से भी उम्मीद करते हैं कि वही रास्ता अपनाए। जब राज्यों से यह प्रस्ताव केंद्र तक जाएगा तो राष्ट्र स्तर पर ‘राष्ट्रमाता’ दर्जा देने का मार्ग और आसान होगा। हमें यह मांग अब प्रतीक मात्र नहीं, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक सम्मान के रूप में चाहिए। विजय शाह के बयान पर बोले- धर्मांतरण व्यक्तिगत मुद्दा नहीं
मंत्री विजय शाह के धर्मांतरण संबंधी बयान पर राज शेखावत ने कहा कि धर्मांतरण को व्यक्तिगत मामला कहना वास्तविकता से आंखें चुराना है। यह समाज की सांस्कृतिक जड़ों पर हमला है। पहले हम दूसरे धर्मों की सक्रियताओं से जूझ रहे थे, अब कुछ नए संप्रदाय भी सनातनियों को भ्रमित कर रहे हैं और हमारे देवी-देवताओं को गलत तरीके से प्रस्तुत कर रहे हैं। यह अति गंभीर मसला है। यदि हमारे धार्मिक अस्तित्व पर प्रहार होगा, तो करणी सेना घर में घुसकर जवाब देने की अपनी परंपरागत शैली अपनाएगी। यह चेतावनी नहीं, हमारी दृढ़ घोषणा है। देशप्रेमी है तो भाई, नहीं है तो देश में जगह नहीं
मुस्लिम समाज पर बयान देते हुए राज शेखावत ने कहा कि जो मुस्लिम इस देश का प्रेमी है, वह मेरा भाई है। लेकिन जो देश का गद्दार है, बम ब्लास्ट करता है, आतंकवाद बढ़ाता है, उसके लिए कोई माफी, कानून या कैद का विकल्प नहीं होना चाहिए। जो देशद्रोही है, वह धर्म या जाति के आधार पर नहीं, राष्ट्र के आधार पर पहचाना जाएगा। सुरक्षाकर्मी चाहे किसी धर्म का हो, वह पहले देश का सिपाही है। उन्हें धार्मिक आयोजनों में रोकना गलत है। लेकिन आतंकवादियों के साथ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि उन्हें कानून का डर नहीं होता। देशद्रोही को गोली ही अंतिम जवाब है। अग्निवीर योजना युवाओं के भविष्य के साथ मजाक
अग्निवीर योजना पर शेखावत बेहद स्पष्ट और आलोचनात्मक रहे। उन्होंने कहा कि अग्निवीर में चार साल नौकरी, फिर पेंशन नहीं, यह युवा के भविष्य के साथ सीधा खिलवाड़ है। एक सैनिक को अनुशासन और समर्पण के लिए स्थिरता चाहिए, न कि यह भय कि चार साल बाद उसे बाहर कर दिया जाएगा। यदि सरकार चाहती है कि देश का हर युवा प्रशिक्षित हो, तो हर जिले में प्रशिक्षण केंद्र खोल दे। इससे युवाओं में कौशल भी बढ़ेगा और भविष्य भी सुरक्षित रहेगा। अग्निवीर योजना देश के सुरक्षा तंत्र और युवाओं दोनों के लिए हानिकारक है, इसलिए इसे समाप्त कर सामान्य भर्ती बहाल की जानी चाहिए। हरदा कांड पर शेखावत का आक्रोश बेहद तीखा रहा। उन्होंने कहा कि हरदा का प्रकरण एक सुनियोजित षड्यंत्र था जिसका उद्देश्य करणी सैनिकों का मनोबल तोड़ना था। जिस प्रकार निहत्थे पदाधिकारियों पर लाठीचार्ज किया गया, हॉस्टल में घुसकर लड़कियों तक को मारा गया, संपत्तियां तोड़ी गईं, वह लोकतांत्रिक मूल्यों के विपरीत था। यह खबर भी पढ़ें… करणी सेना का सीएम-हाउस की ओर कूच, पुलिस ने रोका भोपाल में करणी सेना के आंदोलन के बीच भेजा गया 8 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सीएम हाउस से लौट आया है। मुख्यमंत्री मौजूद न होने के कारण मुलाकात नहीं हो सकी, लेकिन अधिकारियों ने करणी सेना पदाधिकारियों से बातचीत की और 25 नवंबर तक हरदा प्रकरण सहित अन्य मांगों के समाधान का भरोसा दिया। पूरी खबर पढ़ें
क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग को लेकर कड़ा रुख दिखाया। उन्होंने साफ कहा कि लॉरेंस कोई धर्म योद्धा नहीं, बल्कि वह देश को नुकसान पहुंचाने वाला संगठित अपराधी है। वह विदेश में बैठकर गैंग चलाता है, नशे का व्यापार करता है, फिरौतियां वसूलता है और समाज के प्रभावशाली व्यक्तियों पर हमले करवाता है। उसकी गतिविधियां किसी भी मायने में आतंकवाद से कम नहीं हैं। शेखावत ने केंद्र सरकार पर भी सवाल उठाते हुए कहा – सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि विदेशों में कई जगह इस गैंग को आतंकवादी घोषित किया गया, लेकिन भारत की सरकार अभी तक इसे आतंकवादी संगठन घोषित क्यों नहीं कर रही? देश का व्यापारी वर्ग भयभीत है। वही व्यापारी जो देश की आर्थिक रीढ़ है, उससे आज भी यह गैंग फिरौतियां मांग रहा है। व्यापारियों का डर देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर करता है, पर सरकार की चुप्पी समझ से परे है। उन्होंने आगे कहा कि सुखदेव सिंह गोगामी की हत्या केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामूहिक चोट है। ऐसे अपराधियों का इस देश में क्या दुनिया में होना भी दुख की बात है। यदि मेरे मुखिया को इन्होंने मारा है, तो यह सिर्फ हमारा नुकसान नहीं, पूरा समाज इसकी पीड़ा महसूस करता है। बता दें कि क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज सिंह शेखावत ने लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मी को 1 करोड़ 11 लाख 11 हजार 111 रुपए का नकद पुरस्कार देने का ऐलान किया था। राज शेखावत ने गुजरात से वीडियो जारी कर यह घोषणा की। लॉरेंस से वही युवा प्रभावित होते हैं जो अपराध की राह पर हैं
शेखावत ने सोशल मीडिया पर लॉरेंस को फॉलो करने वाले युवाओं को लेकर कहा कि मुझे बताया गया कि कुछ युवा उसे ‘इन्फ्लुएंसर’ मानते हैं, लेकिन मेरी नजर में ऐसे युवा बेहद सीमित हैं और वे खुद भी अपराधी मानसिकता रखते हैं। देश का वास्तविक युवा आज भी भगत सिंह, महाराणा प्रताप और शिवाजी को अपना आदर्श मानता है। गली के गुंडों को आदर्श मानने वाले वैसे भी समाज के मुख्यधारा युवाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करते। देश का युवा समझदार है और वह जानता है कि अपराध और नशा फैलाने वाला व्यक्ति समाज का नहीं हो सकता। देश प्रेमी हैं मुस्लिम तो भाई, नहीं है तो देश में जगह नहीं
मुस्लिम समाज पर बयान देते हुए उन्होंने कहा जो मुस्लिम इस देश का प्रेमी है, वह मेरा भाई है। लेकिन जो देश का गद्दार है, बम ब्लास्ट करता है, आतंकवाद बढ़ाता है, उसके लिए कोई माफी, कानून या कैद का विकल्प नहीं होना चाहिए। जो देशद्रोही है, वह धर्म या जाति के आधार पर नहीं, राष्ट्र के आधार पर पहचाना जाएगा। सुरक्षाकर्मी चाहे किसी धर्म का हो, वह पहले देश का सिपाही है, उन्हें धार्मिक आयोजनों में रोकना गलत है। लेकिन आतंकवादियों के साथ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि उन्हें कानून का डर नहीं होता। देशद्रोही को गोली ही अंतिम जवाब है। जो सत्ता में है बात भी उसी से और नाराजगी भी उसी से
राजनीति पर शेखावत ने साफ कहा कि उनकी नाराजगी किसी पार्टी विशेष से नहीं, बल्कि उस व्यवस्था से है जो सत्ता में है। उन्होंने कहा कि आदमी उसी से नाराज होता है, जिससे उम्मीद होती है। आज शासन में BJP है, तो हमारी बात भी उसी से होगी और नाराजगी भी उसी से होगी। हमें न्याय विपक्ष से नहीं, सरकार से मिल सकता है। इसलिए हम अपनी मांगें सीधे सरकार के सामने रख रहे हैं। सरकार को कोई आपत्ति होती है तो हो, लेकिन हमें तो न्याय चाहिए और वह सत्ता में बैठे लोगों की जिम्मेदारी है। हमने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया है और उससे समाधान की अपेक्षा है। गो माता पर बोले- केंद्र ने वादा निभाने में देर की
गो माता को राष्ट्रमाता दर्जा देने की मांग दोहराते हुए शेखावत ने कहा कि BJP की केंद्र सरकार हिंदू एजेंडे पर सत्ता में आई थी और गो माता को राष्ट्रमाता का दर्जा देने का वादा भी वर्षों पहले हुआ था। लेकिन आज तक यह निर्णय नहीं लिया गया। महाराष्ट्र और उत्तराखंड जैसे राज्यों ने ‘राज्य माता’ का दर्जा देकर पहल की है, और हम MP सरकार से भी उम्मीद करते हैं कि वही रास्ता अपनाए। जब राज्यों से यह प्रस्ताव केंद्र तक जाएगा तो राष्ट्र स्तर पर ‘राष्ट्रमाता’ दर्जा देने का मार्ग और आसान होगा। हमें यह मांग अब प्रतीक मात्र नहीं, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक सम्मान के रूप में चाहिए। विजय शाह के बयान पर बोले- धर्मांतरण व्यक्तिगत मुद्दा नहीं
मंत्री विजय शाह के धर्मांतरण संबंधी बयान पर राज शेखावत ने कहा कि धर्मांतरण को व्यक्तिगत मामला कहना वास्तविकता से आंखें चुराना है। यह समाज की सांस्कृतिक जड़ों पर हमला है। पहले हम दूसरे धर्मों की सक्रियताओं से जूझ रहे थे, अब कुछ नए संप्रदाय भी सनातनियों को भ्रमित कर रहे हैं और हमारे देवी-देवताओं को गलत तरीके से प्रस्तुत कर रहे हैं। यह अति गंभीर मसला है। यदि हमारे धार्मिक अस्तित्व पर प्रहार होगा, तो करणी सेना घर में घुसकर जवाब देने की अपनी परंपरागत शैली अपनाएगी। यह चेतावनी नहीं, हमारी दृढ़ घोषणा है। देशप्रेमी है तो भाई, नहीं है तो देश में जगह नहीं
मुस्लिम समाज पर बयान देते हुए राज शेखावत ने कहा कि जो मुस्लिम इस देश का प्रेमी है, वह मेरा भाई है। लेकिन जो देश का गद्दार है, बम ब्लास्ट करता है, आतंकवाद बढ़ाता है, उसके लिए कोई माफी, कानून या कैद का विकल्प नहीं होना चाहिए। जो देशद्रोही है, वह धर्म या जाति के आधार पर नहीं, राष्ट्र के आधार पर पहचाना जाएगा। सुरक्षाकर्मी चाहे किसी धर्म का हो, वह पहले देश का सिपाही है। उन्हें धार्मिक आयोजनों में रोकना गलत है। लेकिन आतंकवादियों के साथ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि उन्हें कानून का डर नहीं होता। देशद्रोही को गोली ही अंतिम जवाब है। अग्निवीर योजना युवाओं के भविष्य के साथ मजाक
अग्निवीर योजना पर शेखावत बेहद स्पष्ट और आलोचनात्मक रहे। उन्होंने कहा कि अग्निवीर में चार साल नौकरी, फिर पेंशन नहीं, यह युवा के भविष्य के साथ सीधा खिलवाड़ है। एक सैनिक को अनुशासन और समर्पण के लिए स्थिरता चाहिए, न कि यह भय कि चार साल बाद उसे बाहर कर दिया जाएगा। यदि सरकार चाहती है कि देश का हर युवा प्रशिक्षित हो, तो हर जिले में प्रशिक्षण केंद्र खोल दे। इससे युवाओं में कौशल भी बढ़ेगा और भविष्य भी सुरक्षित रहेगा। अग्निवीर योजना देश के सुरक्षा तंत्र और युवाओं दोनों के लिए हानिकारक है, इसलिए इसे समाप्त कर सामान्य भर्ती बहाल की जानी चाहिए। हरदा कांड पर शेखावत का आक्रोश बेहद तीखा रहा। उन्होंने कहा कि हरदा का प्रकरण एक सुनियोजित षड्यंत्र था जिसका उद्देश्य करणी सैनिकों का मनोबल तोड़ना था। जिस प्रकार निहत्थे पदाधिकारियों पर लाठीचार्ज किया गया, हॉस्टल में घुसकर लड़कियों तक को मारा गया, संपत्तियां तोड़ी गईं, वह लोकतांत्रिक मूल्यों के विपरीत था। यह खबर भी पढ़ें… करणी सेना का सीएम-हाउस की ओर कूच, पुलिस ने रोका भोपाल में करणी सेना के आंदोलन के बीच भेजा गया 8 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सीएम हाउस से लौट आया है। मुख्यमंत्री मौजूद न होने के कारण मुलाकात नहीं हो सकी, लेकिन अधिकारियों ने करणी सेना पदाधिकारियों से बातचीत की और 25 नवंबर तक हरदा प्रकरण सहित अन्य मांगों के समाधान का भरोसा दिया। पूरी खबर पढ़ें