
Terror attack plot: कश्मीर से लेकर फरीदाबाद, अहमदाबाद से मिले खुफिया इनपुट के बाद देश को दहलाने की साजिशें लगातार नाकाम हो रही हैं. इस बीच गुजरात से पकड़े गए आतंकियों को लेकर और एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. आतंकियों ने लखनऊ के RSS कार्यालय की रेकी की थी. दिल्ली की आजादपुर मंडी भी उनके टारगेट पर थी. साजिश का तानाबाना बुन रहे आतंकियों ने RSS कार्यालय का वीडियो बनाकर पाकिस्तान में बैठे आकाओं को भेजा था. इसी कड़ी में केमिकल वेपन जैसे हथियार से आतंकी हमला करने की योजना बना रहे डॉक्टर समेत तीन लोगों को दबोचा है. गिरफ्तार आतंकी मुजम्मिल अल फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था.
इससे पहले गुजरात एटीएस ने तीन आतंकी दबोचे थे. जिनमें से दो यूपी और एक हैदराबाद का रहने वाला था. कश्मीर में भी इसी दौरान आतंक पर सबसे बड़ी रेड हुई. लगातार 48 घंटे चली रेड में 10 से ज्यादा जिलों के 59 ठिकानों पर हुई छापेमारी में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया. पुलवामा से लेकर शोपियां जम्मू, गांदरबाल, किश्तवाड़ और कुलगाम में आतंकवादियों के मददगारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई. आइए आपको बताते हैं कि सुरक्षा एजेंसियों को अचानक इतने बड़े पैमाने पर इस तरह का छापेमारी अभियान क्यों चलाना पड़ा.
दरअसल सुरक्षा एजेंसियों को खुफिया इनपुट मिला है कि जम्मू-कश्मीर को फिर से निशाना बनाने की तैयारी हो रही है. लश्कर-जैश-हिज्बुल और जमात ए इस्लामी ने आतंकी हमले का प्लान बनाया है. PoK में हमले की प्लानिंग को लेकर अक्टूबर में खुफिया बैठक हुई थी. आतंकी संगठनों के स्लीपर मॉड्यूल्स को एक्टिव करने के निर्देश दिए गए हैं. ऑपरेशन सिंदूर में हुए नुकसान का बदला लेने के निर्देश जारी किए गए हैं.
इसी खुफिया इनपुट के बाद इतने बड़े पैमाने पर छापेमारी अभियान चलाया गया है ताकि टेरर नेटवर्क ध्वस्त कर आतंकिस्तान के मंसूबे नाकाम कर दिए जाएं. इस सिलिसिले में J&K पुलिस में तैनात 2 स्पेशल पुलिस ऑफिसरों को आतंकियों से संबंध रखने के आरोप में बर्खास्त किया गया है. दोनों पर आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है. ये दोनों आतंकियों के सीधे संपर्क में थे.