
भद्रवाह। भद्रवाह-पठानकोट राजमार्ग पर समुद्र तल से 9,555 फुट की ऊंचाई पर स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलदंडा में मौसम की पहली बर्फबारी हुई। इससे पहलगाम हमले के बाद से सुस्त पड़े पर्यटन के लिए नई उम्मीद जगी है।
पर्यटन जगत के दिग्गजों का कहना है कि गुलदंडा, छतरगलां, राजसी आशापति और कैलाश चोटियों पर सोमवार सुबह हुई बर्फबारी पर्यटकों के बीच आत्मविश्वास जगाने और उन्हें भद्रवाह घाटी की ओर वापस लाने में मदद कर सकती है।
सुबह से हो रही बर्फबारी ने न केवल चिनाब घाटी में तापमान कम किया है, बल्कि भद्रवाह के संघर्षरत पर्यटन उद्योग की उम्मीदों को भी जगा दिया है, जो अप्रैल में पहलगाम आतंकवादी हमले, भारत-पाक सीमा पर तनाव और हाल ही में आई भीषण बाढ़ के बाद से सबसे बुरी स्थिति का सामना कर रहा है।
भद्रवाह के होटल व्यवसायी मनीष कोतवाल ने कहा कि गुलदंडा पिछले तीन वर्षों से हमारे शीतकालीन पर्यटन का केंद्र रहा है और महीनों की अनिश्चितता के बाद हम इसे एक नई शुरुआत के रूप में देखते हैं। हमें उम्मीद है कि यह बर्फबारी बड़ी संख्या में पर्यटकों को वापस लाएगी।