नेपाल में हुए Gen-Z आंदोलन के दौरान जेल से फरार हुए एक कैदी को सशस्त्र सीमा बल (SSB) की पंचम वाहिनी ने चंपावत से गिरफ्तार कर लिया। यह घटना 3 अक्टूबर को परशुराम घाट के पास हुई, जब कैदी रबर ट्यूब की मदद से काली नदी पार कर भारत में घुसने का प्रयास कर रहा था। SSB की विशेष ऑपरेशन टीम ने संदिग्ध व्यक्ति को मौके पर पकड़ लिया। पूछताछ और पहचान की पुष्टि के बाद पाया गया कि पकड़ा गया कैदी नेपाल के डढ़ेलधुरा जिले की जेल से फरार हुआ था। SSB के अनुसार, पंचम वाहिनी की बॉर्डर आउटपोस्ट (BOP) खल्दुंगा-2 के कार्यक्षेत्र में विशेष नाका लगाया गया था। SSB ने नेपाल की सशस्त्र प्रहरी बल के हवाले किया
इस दौरान कैदी को गिरफ्तार कर कमांडेंट, टनकपुर LIO और स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में पूछताछ की गई। SSB के कमांडेंट सुरेंद्र मोहन ने बताया कि आवश्यक कार्रवाई के बाद कैदी को नेपाल की सशस्त्र प्रहरी बल (APF) के हवाले कर दिया गया। नेपाल में अगस्त में हुए उग्र प्रदर्शनों और जेल तोड़कर भागने की घटनाओं के बाद से SSB ने भारत-नेपाल सीमा पर निगरानी और कड़ी कर दी है। इसी चौकसी के तहत फरार कैदी पकड़ा गया।
नेपाल में हुए Gen-Z आंदोलन के दौरान जेल से फरार हुए एक कैदी को सशस्त्र सीमा बल (SSB) की पंचम वाहिनी ने चंपावत से गिरफ्तार कर लिया। यह घटना 3 अक्टूबर को परशुराम घाट के पास हुई, जब कैदी रबर ट्यूब की मदद से काली नदी पार कर भारत में घुसने का प्रयास कर रहा था। SSB की विशेष ऑपरेशन टीम ने संदिग्ध व्यक्ति को मौके पर पकड़ लिया। पूछताछ और पहचान की पुष्टि के बाद पाया गया कि पकड़ा गया कैदी नेपाल के डढ़ेलधुरा जिले की जेल से फरार हुआ था। SSB के अनुसार, पंचम वाहिनी की बॉर्डर आउटपोस्ट (BOP) खल्दुंगा-2 के कार्यक्षेत्र में विशेष नाका लगाया गया था। SSB ने नेपाल की सशस्त्र प्रहरी बल के हवाले किया
इस दौरान कैदी को गिरफ्तार कर कमांडेंट, टनकपुर LIO और स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में पूछताछ की गई। SSB के कमांडेंट सुरेंद्र मोहन ने बताया कि आवश्यक कार्रवाई के बाद कैदी को नेपाल की सशस्त्र प्रहरी बल (APF) के हवाले कर दिया गया। नेपाल में अगस्त में हुए उग्र प्रदर्शनों और जेल तोड़कर भागने की घटनाओं के बाद से SSB ने भारत-नेपाल सीमा पर निगरानी और कड़ी कर दी है। इसी चौकसी के तहत फरार कैदी पकड़ा गया।