
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के बाद राहुल गांधी के वियतनाम दौरे पर भाजपा ने तंज कसा है। पार्टी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने मंगलवार को कहा- देश शोक में है और राहुल पार्टी करने विदेश गए हैं। पूनावाला ने कहा- डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद राष्ट्रीय शोक है। इस दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने छुट्टी को तरजीह दी और विदेश चले गए। उनके लिए नए साल का जश्न मनाना ज्यादा मायने रखता है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा- राहुल लीडर ऑफ ऑपोजिशन (LOP) हैं। उनके लिए LOP का मतलब है लीडर ऑफ पार्टिंइंग, यानी पार्टी करने वाला नेता। राहुल ने सार्वजनिक तौर पर मनमोहन को पिता जैसा कहा था। उन्होंने राष्ट्रीय शोक के दौरान विदेश जाकर दिवंगत प्रधानमंत्री का अपमान किया है। 29 और 30 दिसंबर को भी तंज कसा था भाजपा IT सेल प्रमुख अमित मालवीय ने 29 दिसंबर को राहुल गांधी की विदेश यात्रा पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी डॉ. मनमोहन सिंह के अस्थि विसर्जन में शामिल नहीं हुए। 30 दिसंबर को X पर लिखा था कि जब पूरा देश पूर्व PM के निधन पर शोक मना रहा है, तब राहुल नए साल का जश्न मनाने वियतनाम चले गए। उन्होंने लिखा था कि राहुल ने डॉ. सिंह की मौत का राजनीतिकरण किया और राजनीति के लिए उसका फायदा उठाया। गांधी परिवार और कांग्रेस सिखों से नफरत करते हैं। यह कभी न भूलें कि इंदिरा गांधी ने दरबार साहिब को अपवित्र किया था। भाजपा के तंज पर कांग्रेस का जवाब
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने 30 दिसंबर को कहा था कि अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि डॉ. मनमोहन सिंह के अस्थि विसर्जन में कांग्रेस और गांधी परिवार का कोई भी नेता नहीं पहुंचा। मनमोहन सिंह के परिवार की प्राइवेसी का ध्यान रखते हुए कांग्रेस पार्टी का कोई भी नेता अस्थि विसर्जन में शामिल नहीं हुआ। उन्होंने कहा था कि डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के बाद सोनिया जी और प्रियंका जी ने उनके परिवार से मुलाकात की थी। बातचीत में महसूस हुआ कि अंतिम संस्कार में परिवार को प्राइवेसी नहीं मिली। परिवार के कुछ सदस्य चिता स्थल पर भी नहीं पहुंच सके। अस्थि विसर्जन भावनात्मक रूप से कठिन समय होता है, इसलिए हमने परिवार की प्राइवेसी का ख्याल रखा। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा था कि संघी लोग ध्यान भटकाने की राजनीति कब बंद करेंगे? जिस तरह से मोदी ने डॉ. साहब को यमुना तट पर अंतिम संस्कार के लिए जगह देने से इनकार कर दिया और उनके मंत्रियों ने डॉ. साहब के परिवार को किनारे लगाया, वह शर्मनाक है। अगर राहुल निजी यात्रा पर हैं ,तो आपको क्या परेशानी है। नए साल में सब ठीक हो जाएगा। मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार और स्मारक विवाद से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… राहुल बोले- निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार मनमोहन का अपमान, नड्डा बोले- स्मारक की जगह आवंटित राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि पहले सिख प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर करवाकर केंद्र सरकार ने उनका अपमान किया। वहीं, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बताया कि डॉ. सिंह के स्मारक के लिए जगह आवंटित कर दी गई है। उनके परिवार को भी इसकी जानकारी दे दी गई है। पूरी खबर पढ़ें… कांग्रेस बोली- मनमोहन को गन सैल्यूट के दौरान मोदी बैठे रहे, कांग्रेस के 9 आरोपों का भाजपा ने जवाब दिया पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक विवाद के बाद कांग्रेस ने उनके अंतिम संस्कार की व्यवस्था को लेकर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि डॉ. सिंह के अंतिम संस्कार में सरकार की तरफ से अव्यवस्था और अनादर देखकर हैरानी हुई। खेड़ा ने 9 पॉइंट में अंतिम संस्कार से जुड़ी आपत्तियां दर्ज कराईं। भाजपा ने इसका जवाब दिया है। पूरी खबर पढ़ें… प्रोफेसर मनमोहन ब्यूरोक्रेसी से होते हुए राजनीति में आए और प्रधानमंत्री बने, राजीव ने ‘जोकर’ कहा था देश के 14वें प्रधानमंत्री रहे डॉ. मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में गुरुवार, 26 दिसंबर को निधन हो गया। एक प्रोफेसर, जो पहले ब्यूरोक्रेसी, फिर राजनीति में आए। मनमोहन सिंह का ब्यूरोक्रेटिक करियर उस वक्त शुरू हुआ जब ललित नारायण मिश्रा ने उन्हें कॉमर्स मिनिस्ट्री में बतौर एडवाइजर नौकरी दी। पूरी खबर पढ़ें…
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के बाद राहुल गांधी के वियतनाम दौरे पर भाजपा ने तंज कसा है। पार्टी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने मंगलवार को कहा- देश शोक में है और राहुल पार्टी करने विदेश गए हैं। पूनावाला ने कहा- डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद राष्ट्रीय शोक है। इस दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने छुट्टी को तरजीह दी और विदेश चले गए। उनके लिए नए साल का जश्न मनाना ज्यादा मायने रखता है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा- राहुल लीडर ऑफ ऑपोजिशन (LOP) हैं। उनके लिए LOP का मतलब है लीडर ऑफ पार्टिंइंग, यानी पार्टी करने वाला नेता। राहुल ने सार्वजनिक तौर पर मनमोहन को पिता जैसा कहा था। उन्होंने राष्ट्रीय शोक के दौरान विदेश जाकर दिवंगत प्रधानमंत्री का अपमान किया है। 29 और 30 दिसंबर को भी तंज कसा था भाजपा IT सेल प्रमुख अमित मालवीय ने 29 दिसंबर को राहुल गांधी की विदेश यात्रा पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी डॉ. मनमोहन सिंह के अस्थि विसर्जन में शामिल नहीं हुए। 30 दिसंबर को X पर लिखा था कि जब पूरा देश पूर्व PM के निधन पर शोक मना रहा है, तब राहुल नए साल का जश्न मनाने वियतनाम चले गए। उन्होंने लिखा था कि राहुल ने डॉ. सिंह की मौत का राजनीतिकरण किया और राजनीति के लिए उसका फायदा उठाया। गांधी परिवार और कांग्रेस सिखों से नफरत करते हैं। यह कभी न भूलें कि इंदिरा गांधी ने दरबार साहिब को अपवित्र किया था। भाजपा के तंज पर कांग्रेस का जवाब
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने 30 दिसंबर को कहा था कि अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि डॉ. मनमोहन सिंह के अस्थि विसर्जन में कांग्रेस और गांधी परिवार का कोई भी नेता नहीं पहुंचा। मनमोहन सिंह के परिवार की प्राइवेसी का ध्यान रखते हुए कांग्रेस पार्टी का कोई भी नेता अस्थि विसर्जन में शामिल नहीं हुआ। उन्होंने कहा था कि डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के बाद सोनिया जी और प्रियंका जी ने उनके परिवार से मुलाकात की थी। बातचीत में महसूस हुआ कि अंतिम संस्कार में परिवार को प्राइवेसी नहीं मिली। परिवार के कुछ सदस्य चिता स्थल पर भी नहीं पहुंच सके। अस्थि विसर्जन भावनात्मक रूप से कठिन समय होता है, इसलिए हमने परिवार की प्राइवेसी का ख्याल रखा। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा था कि संघी लोग ध्यान भटकाने की राजनीति कब बंद करेंगे? जिस तरह से मोदी ने डॉ. साहब को यमुना तट पर अंतिम संस्कार के लिए जगह देने से इनकार कर दिया और उनके मंत्रियों ने डॉ. साहब के परिवार को किनारे लगाया, वह शर्मनाक है। अगर राहुल निजी यात्रा पर हैं ,तो आपको क्या परेशानी है। नए साल में सब ठीक हो जाएगा। मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार और स्मारक विवाद से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… राहुल बोले- निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार मनमोहन का अपमान, नड्डा बोले- स्मारक की जगह आवंटित राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि पहले सिख प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर करवाकर केंद्र सरकार ने उनका अपमान किया। वहीं, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बताया कि डॉ. सिंह के स्मारक के लिए जगह आवंटित कर दी गई है। उनके परिवार को भी इसकी जानकारी दे दी गई है। पूरी खबर पढ़ें… कांग्रेस बोली- मनमोहन को गन सैल्यूट के दौरान मोदी बैठे रहे, कांग्रेस के 9 आरोपों का भाजपा ने जवाब दिया पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक विवाद के बाद कांग्रेस ने उनके अंतिम संस्कार की व्यवस्था को लेकर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि डॉ. सिंह के अंतिम संस्कार में सरकार की तरफ से अव्यवस्था और अनादर देखकर हैरानी हुई। खेड़ा ने 9 पॉइंट में अंतिम संस्कार से जुड़ी आपत्तियां दर्ज कराईं। भाजपा ने इसका जवाब दिया है। पूरी खबर पढ़ें… प्रोफेसर मनमोहन ब्यूरोक्रेसी से होते हुए राजनीति में आए और प्रधानमंत्री बने, राजीव ने ‘जोकर’ कहा था देश के 14वें प्रधानमंत्री रहे डॉ. मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में गुरुवार, 26 दिसंबर को निधन हो गया। एक प्रोफेसर, जो पहले ब्यूरोक्रेसी, फिर राजनीति में आए। मनमोहन सिंह का ब्यूरोक्रेटिक करियर उस वक्त शुरू हुआ जब ललित नारायण मिश्रा ने उन्हें कॉमर्स मिनिस्ट्री में बतौर एडवाइजर नौकरी दी। पूरी खबर पढ़ें…