
हरियाणा में नगर निगम चुनाव को लेकर भाजपा ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिसके चलते करनाल जिला चुनाव प्रभारी एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता शनिवार शाम को करनाल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने समय और व्यवस्था के अनुसार नगर निगम चुनाव की घोषणा की है। नगर निगम और नगर परिषद के चुनाव समय पर ही होने जा रहे हैं। करनाल सीट ओपन होने के सवाल पर गुप्ता ने कहा कि करनाल ओपन हो या अन्य सीटें आरक्षित हों, इसका फैसला लॉटरी सिस्टम से होता है। उन्होंने कहा कि हमारा संगठन हमेशा चुनाव के लिए तैयार रहता है, संगठन कार्यकर्ता जनता के बीच रहकर जन समस्याओं के समाधान के लिए निरंतर कार्य करते हैं और उसी का परिणाम है कि हरियाणा में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनी है। अंतिम संस्कार पर विवाद खड़ा करना ठीक नहीं कांग्रेस नेता आरोप लगा रहे हैं कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को वह सम्मान नहीं मिला जो अन्य प्रधानमंत्रियों को मिला। इस सवाल का जवाब देते हुए गुप्ता ने कहा कि मैं पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देता हूं। उनके अंतिम संस्कार पर इस तरह का विवाद खड़ा करना ठीक नहीं है, सरकार तय करती है, सरकारी जमीन की उपलब्धता तय होती है। उन्होंने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए बाबा साहेब के अंतिम संस्कार को याद किया। उन्होंने कहा कि जब बाबा साहेब का निधन हुआ तो कांग्रेस ने दिल्ली के अंदर जमीन नहीं दी और उनका अंतिम संस्कार मुंबई में करना पड़ा। आज वे इस तरह का विवाद खड़ा करके डॉ. मनमोहन सिंह को अपमानित करने की कोशिश कर रहे हैं। सिंबल पर कांग्रेस टक्कर दे सकती है? अगर कांग्रेस सिंबल पर चुनाव लड़ती है तो क्या वह बीजेपी को कड़ी टक्कर दे सकती है? इस सवाल पर गुप्ता ने कहा कि हमें अपनी पार्टी के संविधान के तहत काम करना है। हम हर बार कुछ नया तय नहीं करते। नगर निगम चुनाव सिंबल पर होंगे, नगर परिषद चुनाव बिना सिंबल या सिंबल पर भी हो सकते हैं। कांग्रेस के लोग आज कुछ कहते हैं तो कल कुछ और, उनके अध्यक्ष कुछ कहते हैं तो प्रभारी कुछ और, उनकी कथनी और करनी पर भरोसा नहीं किया जा सकता। कांग्रेस के लोगों की ओर से हर दिन नए-नए बयान आते रहते हैं। चुनाव नतीजों से कांग्रेस के लोग अभी तक अचेत कांग्रेस अध्यक्ष प्रभारियों की सूची जारी करते हैं और प्रभारी जी उसे रोक देते हैं, अब कांग्रेस का यह हाल है। हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस की हार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव नतीजों से कांग्रेस के लोग अभी तक अचेत हैं, उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि क्या हुआ, क्योंकि जिस तरह का फोबिया पैदा किया गया था। प्रदेश के अंदर जिस तरह का माहौल बनाया गया था, कांग्रेस ने मुख्यमंत्री तक तय कर लिया था, कौन मंत्री होंगे, कौन विभाग होंगे, यह सब तय हो चुका था। लेकिन हरियाणा की जागरूक जनता ने हरियाणा के हित में फैसला लिया और भाजपा की नीतियों को देखकर उसे एक बार फिर मौका दिया। कई पार्टियों में एक ही अध्यक्ष 20-20 साल तक रहता है पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि भाजपा ने बहुत अच्छी संगठनात्मक व्यवस्था बनाई है। कोई भी अध्यक्ष दो कार्यकाल से ज्यादा अध्यक्ष नहीं रह सकता। दो कार्यकाल के बाद अपने आप नया अध्यक्ष चुन लिया जाएगा। विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी कई पार्टियां हैं। ऐसी पार्टियां जिनमें एक ही अध्यक्ष 20-20 साल तक चुना जाता रहता है, क्योंकि चुनाव कभी होते ही नहीं। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अब आप देख सकते हैं कि कांग्रेस पार्टी पिछले 12 साल से अपना जिला अध्यक्ष तक तय नहीं कर पाई है। जबकि हम 12 साल में चौथी बार संगठन का उत्सव मनाने जा रहे हैं।
हरियाणा में नगर निगम चुनाव को लेकर भाजपा ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिसके चलते करनाल जिला चुनाव प्रभारी एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता शनिवार शाम को करनाल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने समय और व्यवस्था के अनुसार नगर निगम चुनाव की घोषणा की है। नगर निगम और नगर परिषद के चुनाव समय पर ही होने जा रहे हैं। करनाल सीट ओपन होने के सवाल पर गुप्ता ने कहा कि करनाल ओपन हो या अन्य सीटें आरक्षित हों, इसका फैसला लॉटरी सिस्टम से होता है। उन्होंने कहा कि हमारा संगठन हमेशा चुनाव के लिए तैयार रहता है, संगठन कार्यकर्ता जनता के बीच रहकर जन समस्याओं के समाधान के लिए निरंतर कार्य करते हैं और उसी का परिणाम है कि हरियाणा में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनी है। अंतिम संस्कार पर विवाद खड़ा करना ठीक नहीं कांग्रेस नेता आरोप लगा रहे हैं कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को वह सम्मान नहीं मिला जो अन्य प्रधानमंत्रियों को मिला। इस सवाल का जवाब देते हुए गुप्ता ने कहा कि मैं पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देता हूं। उनके अंतिम संस्कार पर इस तरह का विवाद खड़ा करना ठीक नहीं है, सरकार तय करती है, सरकारी जमीन की उपलब्धता तय होती है। उन्होंने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए बाबा साहेब के अंतिम संस्कार को याद किया। उन्होंने कहा कि जब बाबा साहेब का निधन हुआ तो कांग्रेस ने दिल्ली के अंदर जमीन नहीं दी और उनका अंतिम संस्कार मुंबई में करना पड़ा। आज वे इस तरह का विवाद खड़ा करके डॉ. मनमोहन सिंह को अपमानित करने की कोशिश कर रहे हैं। सिंबल पर कांग्रेस टक्कर दे सकती है? अगर कांग्रेस सिंबल पर चुनाव लड़ती है तो क्या वह बीजेपी को कड़ी टक्कर दे सकती है? इस सवाल पर गुप्ता ने कहा कि हमें अपनी पार्टी के संविधान के तहत काम करना है। हम हर बार कुछ नया तय नहीं करते। नगर निगम चुनाव सिंबल पर होंगे, नगर परिषद चुनाव बिना सिंबल या सिंबल पर भी हो सकते हैं। कांग्रेस के लोग आज कुछ कहते हैं तो कल कुछ और, उनके अध्यक्ष कुछ कहते हैं तो प्रभारी कुछ और, उनकी कथनी और करनी पर भरोसा नहीं किया जा सकता। कांग्रेस के लोगों की ओर से हर दिन नए-नए बयान आते रहते हैं। चुनाव नतीजों से कांग्रेस के लोग अभी तक अचेत कांग्रेस अध्यक्ष प्रभारियों की सूची जारी करते हैं और प्रभारी जी उसे रोक देते हैं, अब कांग्रेस का यह हाल है। हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस की हार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव नतीजों से कांग्रेस के लोग अभी तक अचेत हैं, उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि क्या हुआ, क्योंकि जिस तरह का फोबिया पैदा किया गया था। प्रदेश के अंदर जिस तरह का माहौल बनाया गया था, कांग्रेस ने मुख्यमंत्री तक तय कर लिया था, कौन मंत्री होंगे, कौन विभाग होंगे, यह सब तय हो चुका था। लेकिन हरियाणा की जागरूक जनता ने हरियाणा के हित में फैसला लिया और भाजपा की नीतियों को देखकर उसे एक बार फिर मौका दिया। कई पार्टियों में एक ही अध्यक्ष 20-20 साल तक रहता है पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि भाजपा ने बहुत अच्छी संगठनात्मक व्यवस्था बनाई है। कोई भी अध्यक्ष दो कार्यकाल से ज्यादा अध्यक्ष नहीं रह सकता। दो कार्यकाल के बाद अपने आप नया अध्यक्ष चुन लिया जाएगा। विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी कई पार्टियां हैं। ऐसी पार्टियां जिनमें एक ही अध्यक्ष 20-20 साल तक चुना जाता रहता है, क्योंकि चुनाव कभी होते ही नहीं। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अब आप देख सकते हैं कि कांग्रेस पार्टी पिछले 12 साल से अपना जिला अध्यक्ष तक तय नहीं कर पाई है। जबकि हम 12 साल में चौथी बार संगठन का उत्सव मनाने जा रहे हैं।