
वाराणसी में शराब कारोबारी सहित पूरे परिवार को मारने से पहले भतीजे विक्की ने मंदिर में माफी मांगी थी। इसके बाद 5 कत्ल किए। ये खुलासा विक्की उर्फ विशाल ने पुलिस कस्टडी में किया। पुलिस को गुमराह करने के लिए विक्की ने 3 बार रिहर्सल किया। कहां से आएगा, कत्ल के बाद किस तरफ से भागेगा। सड़क चौराहों पर कहां-कहां CCTV कैमरे लगे हैं। पुलिस ने 1047 CCTV की 310 घंटे की फुटेज देखी। कभी विक्की पीले रंग के गमछा ओढ़े दिखा तो कभी लाल। क्राइम ब्रांच विक्की की तलाश में 5 राज्यों में दबिश देती रही। लेकिन वह पुलिस को चकमा देने के लिए बार-बार हुलिया बदलता रहा। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंडों पर भिखारियों की तरह भी रहा। केदारनाथ, बद्रीनाथ जाकर माफी मांगी
वारदात को अंजाम देने से पहले विक्की केदारनाथ, बद्रीनाथ और वैष्णोदेवी गया। वहां मत्था टेका और माफी मांगी। इसके बाद दिवाली पर घर आया। उसने भदैनी के घर में वारदात के लिए प्लान A और B बनाए। साथ ही रोहनिया गया, फिर भदैनी तक आने का रिहर्सल किया। विशाल ने केवल एक बार ही नहीं, बल्कि दो-तीन बार रोहनियां से घर तक आया-गया। वारदात के बाद कैसे स्टेशन और बस स्टैंड जाएगा, इस पर भी काम किया। जरनल ट्रेन का टिकट भी लिया। 5 लाख मोबाइल नंबर, 1047 CCTV की फुटेज खंगाली
भेलूपुर में 5 नवंबर 2024 को भदैनी में कारोबारी राजेंद्र गुप्ता की पत्नी नीतू गुप्ता (42), बेटे नवनेंद्र (25), सुबेंद्र (15) और बेटी गौरांगी (16) की लाश मिली। सभी की गोली मारकर हत्या की गई थी। वहीं, राजेंद्र गुप्ता का शव उसके निर्माणाधीन मकान रोहनिया के मीरापुर रामपुर गांव में मिली। राजेंद्र गुप्ता की न्यूड लाश मिली, उन्हें 3 गोलियां मारी गई थीं।हत्यारोपी की तलाश के लिए पुलिस की 10 टीमें लगी थीं। 3 महीने में जिले की क्राइम ब्रांच ने ताबड़तोड़ छापेमारी और ठिकाने खंगाले। 5 लाख मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर लगाया गया, जिनकी लोकेशन उन दिनों में वाराणसी के भेलूपुर इलाके में थी। वाराणसी से दिल्ली, तमिलनाडु, कोलकाता जाने वाले नंबर भी रडार पर रहे। CCTV में जो संदिग्ध दिखे, उन्हें मार्क किया
पुलिस की टीमों ने त्रिनेत्र समेत ऑफिस-दुकान पर लगे 1047 कैमरों में फुटेज खंगाली। सिपाहियों से लेकर दरोगाओं तक ने 310 घंटे की सीसीटीवी फुटेज देखी। इसमें जो संदिग्ध मिले उन्हें मार्क किया। जिनका फुटेज विक्की से मिलता-जुलता नजर आया। विक्की ने किया परदादी की हत्या का भी खुलासा
विक्की ने पुलिस को बताया कि उसके मां-पिता और दादा की ही नहीं, 108 साल की परदादी को भी राजेंद्र ने मारा था। उनकी मौत स्वाभाविक नहीं थी बल्कि हत्या थी, जिसे चाचा ने छिपा लिया था। उसने बताया कि परदादी की आंख की दवा चचेरी बहन गौरांगी ने गिरा दी थी। परदादी ने उसे डांटा था। तब राजेंद्र गुप्ता को इतना बुरा लगा कि पूजा के दौरान परदादी को लकड़ी के पीढ़े से पीटा। लकड़ी का पीढ़ा टूट गया तो नुकीला हिस्स पीठ में दे मारा। अस्पताल में परदादी की मौत हुई थी। हत्याकांड में शामिल दोनों भाइयों को मिलेगी करोड़ों की संपत्ति
राजेंद्र गुप्ता की हत्या में शामिल विशाल और प्रशांत ही अब उसकी संपत्ति के वारिस होंगे। हत्याकांड में आरोपी होने के बावजूद कानूनन उन्हें ही अधिकार मिलेगा। बताया गया कि कई मकान और दुकानों का मालिक राजेंद्र के पास करोड़ों की संपत्ति थी। उसने भाई की संपत्ति भी अपने नाम करा रखी थी और कुल मिलाकर हर महीने 10 लाख रुपए से ज्यादा किराया वसूलता था। बेटे की मौत के बाद शारदा देवी ने कहा था कि अब उनके खानदान में उनके दो पौत्र विशाल और जुगनू बचे हैं। उनके दोनों पौत्र ही उनके परिवार की चल-अचल संपत्ति के हिस्सेदार होंगे। दोनों पोते समझदार हैं और उन्हें ही संपत्ति देंगी। हालांकि राजेंद्र के परिवार में किसी के नहीं होने से कानूनन भी उन्हीं दोनों को संपत्ति मिलेगी। शनिवार को रौद्र रूप में रहता था राजेंद्र, भतीजों को पीटता था
विक्की गुप्ता ने बताया- मां मंजू देवी, पिता कृष्णा लाल और दादा लक्ष्मी नारायण गुप्ता की हत्या के बाद राजेंद्र और उनका परिवार प्रताड़ित करता था। विशाल, प्रशांत और उसकी बहन से नौकरों जैसा व्यवहार किया जाता था। हर शनिवार को राजेंद्र सभी को जरूर मारता-पीटता था। शनिवार को राजेंद्र जब पीटता था तो कहता था कि उसके सिर पर शनि सवार हो गए हैं। लोहे के राड से उसे और उसके भाई को पीटता था। पिटाई के दौरान नीतू और राजेंद्र के बच्चे कुछ नहीं बोलते थे। राजेंद्र पर करंट लगाकर भी प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। बड़ी मां नीतू अपने बच्चों के साथ रहने नहीं देती थी। राजेंद्र अपने बड़े बेटे नमनेंद्र को उकसाता था, इसीलिए वह भी अक्सर मारपीट करता था। —————————————— ये भी पढ़ें- वाराणसी हत्याकांड- पूरे परिवार को 2-2 गोलियां मारीं:3 बाहरी के फिंगर प्रिंट; गन नहीं मिली; भतीजा पुलिस हिरासत में वाराणसी में करोड़पति शराब कारोबारी राजेंद्र गुप्ता के पूरे परिवार की हत्या की गई थी। पुलिस जांच अब इस दिशा में आगे बढ़ गई है। कल तक पत्नी और 3 बच्चों की हत्या के बाद राजेंद्र के सुसाइड की थ्योरी थी, जो जांच के बाद अब पलट गई। पढ़िए पूरी खबर…
वाराणसी में शराब कारोबारी सहित पूरे परिवार को मारने से पहले भतीजे विक्की ने मंदिर में माफी मांगी थी। इसके बाद 5 कत्ल किए। ये खुलासा विक्की उर्फ विशाल ने पुलिस कस्टडी में किया। पुलिस को गुमराह करने के लिए विक्की ने 3 बार रिहर्सल किया। कहां से आएगा, कत्ल के बाद किस तरफ से भागेगा। सड़क चौराहों पर कहां-कहां CCTV कैमरे लगे हैं। पुलिस ने 1047 CCTV की 310 घंटे की फुटेज देखी। कभी विक्की पीले रंग के गमछा ओढ़े दिखा तो कभी लाल। क्राइम ब्रांच विक्की की तलाश में 5 राज्यों में दबिश देती रही। लेकिन वह पुलिस को चकमा देने के लिए बार-बार हुलिया बदलता रहा। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंडों पर भिखारियों की तरह भी रहा। केदारनाथ, बद्रीनाथ जाकर माफी मांगी
वारदात को अंजाम देने से पहले विक्की केदारनाथ, बद्रीनाथ और वैष्णोदेवी गया। वहां मत्था टेका और माफी मांगी। इसके बाद दिवाली पर घर आया। उसने भदैनी के घर में वारदात के लिए प्लान A और B बनाए। साथ ही रोहनिया गया, फिर भदैनी तक आने का रिहर्सल किया। विशाल ने केवल एक बार ही नहीं, बल्कि दो-तीन बार रोहनियां से घर तक आया-गया। वारदात के बाद कैसे स्टेशन और बस स्टैंड जाएगा, इस पर भी काम किया। जरनल ट्रेन का टिकट भी लिया। 5 लाख मोबाइल नंबर, 1047 CCTV की फुटेज खंगाली
भेलूपुर में 5 नवंबर 2024 को भदैनी में कारोबारी राजेंद्र गुप्ता की पत्नी नीतू गुप्ता (42), बेटे नवनेंद्र (25), सुबेंद्र (15) और बेटी गौरांगी (16) की लाश मिली। सभी की गोली मारकर हत्या की गई थी। वहीं, राजेंद्र गुप्ता का शव उसके निर्माणाधीन मकान रोहनिया के मीरापुर रामपुर गांव में मिली। राजेंद्र गुप्ता की न्यूड लाश मिली, उन्हें 3 गोलियां मारी गई थीं।हत्यारोपी की तलाश के लिए पुलिस की 10 टीमें लगी थीं। 3 महीने में जिले की क्राइम ब्रांच ने ताबड़तोड़ छापेमारी और ठिकाने खंगाले। 5 लाख मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर लगाया गया, जिनकी लोकेशन उन दिनों में वाराणसी के भेलूपुर इलाके में थी। वाराणसी से दिल्ली, तमिलनाडु, कोलकाता जाने वाले नंबर भी रडार पर रहे। CCTV में जो संदिग्ध दिखे, उन्हें मार्क किया
पुलिस की टीमों ने त्रिनेत्र समेत ऑफिस-दुकान पर लगे 1047 कैमरों में फुटेज खंगाली। सिपाहियों से लेकर दरोगाओं तक ने 310 घंटे की सीसीटीवी फुटेज देखी। इसमें जो संदिग्ध मिले उन्हें मार्क किया। जिनका फुटेज विक्की से मिलता-जुलता नजर आया। विक्की ने किया परदादी की हत्या का भी खुलासा
विक्की ने पुलिस को बताया कि उसके मां-पिता और दादा की ही नहीं, 108 साल की परदादी को भी राजेंद्र ने मारा था। उनकी मौत स्वाभाविक नहीं थी बल्कि हत्या थी, जिसे चाचा ने छिपा लिया था। उसने बताया कि परदादी की आंख की दवा चचेरी बहन गौरांगी ने गिरा दी थी। परदादी ने उसे डांटा था। तब राजेंद्र गुप्ता को इतना बुरा लगा कि पूजा के दौरान परदादी को लकड़ी के पीढ़े से पीटा। लकड़ी का पीढ़ा टूट गया तो नुकीला हिस्स पीठ में दे मारा। अस्पताल में परदादी की मौत हुई थी। हत्याकांड में शामिल दोनों भाइयों को मिलेगी करोड़ों की संपत्ति
राजेंद्र गुप्ता की हत्या में शामिल विशाल और प्रशांत ही अब उसकी संपत्ति के वारिस होंगे। हत्याकांड में आरोपी होने के बावजूद कानूनन उन्हें ही अधिकार मिलेगा। बताया गया कि कई मकान और दुकानों का मालिक राजेंद्र के पास करोड़ों की संपत्ति थी। उसने भाई की संपत्ति भी अपने नाम करा रखी थी और कुल मिलाकर हर महीने 10 लाख रुपए से ज्यादा किराया वसूलता था। बेटे की मौत के बाद शारदा देवी ने कहा था कि अब उनके खानदान में उनके दो पौत्र विशाल और जुगनू बचे हैं। उनके दोनों पौत्र ही उनके परिवार की चल-अचल संपत्ति के हिस्सेदार होंगे। दोनों पोते समझदार हैं और उन्हें ही संपत्ति देंगी। हालांकि राजेंद्र के परिवार में किसी के नहीं होने से कानूनन भी उन्हीं दोनों को संपत्ति मिलेगी। शनिवार को रौद्र रूप में रहता था राजेंद्र, भतीजों को पीटता था
विक्की गुप्ता ने बताया- मां मंजू देवी, पिता कृष्णा लाल और दादा लक्ष्मी नारायण गुप्ता की हत्या के बाद राजेंद्र और उनका परिवार प्रताड़ित करता था। विशाल, प्रशांत और उसकी बहन से नौकरों जैसा व्यवहार किया जाता था। हर शनिवार को राजेंद्र सभी को जरूर मारता-पीटता था। शनिवार को राजेंद्र जब पीटता था तो कहता था कि उसके सिर पर शनि सवार हो गए हैं। लोहे के राड से उसे और उसके भाई को पीटता था। पिटाई के दौरान नीतू और राजेंद्र के बच्चे कुछ नहीं बोलते थे। राजेंद्र पर करंट लगाकर भी प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। बड़ी मां नीतू अपने बच्चों के साथ रहने नहीं देती थी। राजेंद्र अपने बड़े बेटे नमनेंद्र को उकसाता था, इसीलिए वह भी अक्सर मारपीट करता था। —————————————— ये भी पढ़ें- वाराणसी हत्याकांड- पूरे परिवार को 2-2 गोलियां मारीं:3 बाहरी के फिंगर प्रिंट; गन नहीं मिली; भतीजा पुलिस हिरासत में वाराणसी में करोड़पति शराब कारोबारी राजेंद्र गुप्ता के पूरे परिवार की हत्या की गई थी। पुलिस जांच अब इस दिशा में आगे बढ़ गई है। कल तक पत्नी और 3 बच्चों की हत्या के बाद राजेंद्र के सुसाइड की थ्योरी थी, जो जांच के बाद अब पलट गई। पढ़िए पूरी खबर…