
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के समर्थन में भाषण दिया। 1:35 घंटे की स्पीच में उन्होंने नाम लिए बिना गांधी परिवार, केजरीवाल और विपक्ष के नेताओं के आरोपों के जवाब दिए। दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग होनी है। पीएम ने केजरीवाल का नाम लिए बिना कहा, ‘पहले अखबारों की हेडिंग होती थी, इतने लाख के घोटाले। 10 साल हो गए ये घोटाले न होने से भी लाखों करोड़ रुपए बचे हैं। जो जनता की सेवा में लगे। हमने पैसों का इस्तेमाल शीशमहल बनाने में नहीं किया, देश बनाने में किया है।’ राहुल के 3 आरोपों पर पीएम का जवाब
1. राहुल ने कहा था- राष्ट्रपति का भाषण बोरिंग
जवाब- जो झोपड़ियों में फोटो सेशन कराते हैं, उन्हें गरीबों की बात बोरिंग लगेगी
नेता विपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए कहा था- इसमें कुछ नया नहीं था। राष्ट्रपति का भाषण बोरिंग था। मोदी ने इसके जवाब में कहा- कुछ नेताओं का फोकस घरों में जकूजी पर स्टाइलिश शॉवर्स पर है, लेकिन हमारा फोकस हर घर जल पहुंचाने पर है। 16 करोड़ से ज्यादा घरों में जल का कनेक्शन नहीं था। हमने 5 साल में 12 करोड़ परिवारों को नल से जल देने का काम किया है। राष्ट्रपति जी ने अपने अभिभाषण में विस्तार से वर्णन किया है। जो लोग गरीबों की झोपड़ियों में फोटो सेशन कराकर अपना मनोरंजन करते रहते हैं, उन्हें संसद में गरीबों की बात बोरिंग ही लगेगी। 2. राहुल ने जाति जनगणना की मांग की
मोदी ने पूछा- क्या कभी किसी SC-ST परिवार के तीन लोग एक साथ संसद में रहे
सोमवार को राहुल गांधी ने अपने भाषण में एक बार फिर जाति जनगणना की मांग दोहराई थी। इसके जवाब में मोदी ने कहा- पिछले 30 साल से OBC समाज के सांसद एक होकर ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा देने की मांग कर रहे थे। यह मांग हमने पूरी की। कोई मुझे बताए क्या एक ही समय में संसद में SC या ST वर्ग के एक ही परिवार के तीन सांसद हुए हैं क्या? PM ने यह तंज गांधी परिवार पर कसा। इस समय राहुल और प्रियंका लोकसभा में और उनकी मां सोनिया गांधी राज्यसभा में सांसद हैं। 3. राहुल ने कहा था- हमें इंडियन स्टेट से लड़ना है
जवाब- कुछ नेता अर्बन नक्सल की भाषा बोल रहे
15 जनवरी को कांग्रेस के नए कार्यालय के उद्घाटन में राहुल गांधी ने कहा था, ‘हमें इंडियन स्टेट के खिलाफ लड़ाई लड़नी है। पीएम ने इसके जवाब में कहा- देश का दुर्भाग्य है कि आजकल कुछ लोग अर्बन नक्सल की भाषा खुलेआम बोल रहे हैं। अर्बन नक्सल जिन बातों को बोलते हैं, इंडियन स्टेट के सामने मोर्चा लेना। ये अर्बन नक्सल की भाषा लेने वाले इंडियन स्टेट के खिलाफ लड़ाई की घोषणा करने वाले न इंडियन स्टेट को समझ सकते हैं न देश की एकता को।’ केजरीवाल का नाम लिए बिना कहा, ‘हम जहर की राजनीति नहीं करते’
मोदी ने केजरीवाल का नाम लिए बिना कहा, ‘हम जहर की राजनीति नहीं करते हैं। हम देश की एकता को सर्वोपरि रखते हैं और इसलिए सरदार पटेल का दुनिया का सबसे बड़ा स्टैच्यू बनाते हैं। उनका स्मरण करते हैं। वो जनसंघ के नहीं थे।” पीएम के इस बयान को केजरीवाल के 27 जनवरी के आरोप से जोड़कर देखा जा रहा है। पूर्व सीएम ने कहा था, ‘दिल्ली के लोगों को पीने के लिए पानी हरियाणा और उत्तर प्रदेश से मिलता है। भाजपा की हरियाणा सरकार ने यमुना के पानी को जहरीला कर दिया है।’ अमित शाह के अंबेडकर विवाद को खत्म करने की कोशिश
शीतकालीन सत्र में राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से कहा था- खड़गे जी दिनभर अंबेडकर-अंबेडकर करते हैं। इतना वे भगवान का नाम लेते तो स्वर्ग मिलता। इस बयान पर काफी हंगामा हुआ था। पीएम ने इसे डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की। पीएम ने कहा- जो संविधान की बात करते हैं, उन्हें ज्यादा ज्ञान नहीं है। अंबेडकर का पानी की योजनाओं को लेकर विजन था। नदियों को जोड़ने की वकालत अंबेडकर ने की, लेकिन दशकों तक कुछ नहीं हुआ। हमने केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट शुरू कर दिया। मोदी ने राजीव गांधी के 15 पैसे वाले बयान का जिक्र किया
मोदी ने कहा- हमारे देश में एक प्रधानमंत्री हुआ करते थे। उनको मिस्टर क्लीन कहने का फैशन हो गया था। उन्होंने कहा था दिल्ली से एक रुपया निकलता है तो गांवों में 15 पैसा पहुंचता है। उस समय तो पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक एक ही पार्टी का राज था। उस समय उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा था कि एक रुपया निकलता है और 15 पैसा पहुंचता है। बहुत गजब की हाथ सफाई थी। 15 पैसा किसके पास जाता था ये देश का सामान्य आदमी भी आसानी से समझ सकता है। PM मोदी के भाषण को सिलसिलेवार पढ़ने के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाएं…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के समर्थन में भाषण दिया। 1:35 घंटे की स्पीच में उन्होंने नाम लिए बिना गांधी परिवार, केजरीवाल और विपक्ष के नेताओं के आरोपों के जवाब दिए। दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग होनी है। पीएम ने केजरीवाल का नाम लिए बिना कहा, ‘पहले अखबारों की हेडिंग होती थी, इतने लाख के घोटाले। 10 साल हो गए ये घोटाले न होने से भी लाखों करोड़ रुपए बचे हैं। जो जनता की सेवा में लगे। हमने पैसों का इस्तेमाल शीशमहल बनाने में नहीं किया, देश बनाने में किया है।’ राहुल के 3 आरोपों पर पीएम का जवाब
1. राहुल ने कहा था- राष्ट्रपति का भाषण बोरिंग
जवाब- जो झोपड़ियों में फोटो सेशन कराते हैं, उन्हें गरीबों की बात बोरिंग लगेगी
नेता विपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए कहा था- इसमें कुछ नया नहीं था। राष्ट्रपति का भाषण बोरिंग था। मोदी ने इसके जवाब में कहा- कुछ नेताओं का फोकस घरों में जकूजी पर स्टाइलिश शॉवर्स पर है, लेकिन हमारा फोकस हर घर जल पहुंचाने पर है। 16 करोड़ से ज्यादा घरों में जल का कनेक्शन नहीं था। हमने 5 साल में 12 करोड़ परिवारों को नल से जल देने का काम किया है। राष्ट्रपति जी ने अपने अभिभाषण में विस्तार से वर्णन किया है। जो लोग गरीबों की झोपड़ियों में फोटो सेशन कराकर अपना मनोरंजन करते रहते हैं, उन्हें संसद में गरीबों की बात बोरिंग ही लगेगी। 2. राहुल ने जाति जनगणना की मांग की
मोदी ने पूछा- क्या कभी किसी SC-ST परिवार के तीन लोग एक साथ संसद में रहे
सोमवार को राहुल गांधी ने अपने भाषण में एक बार फिर जाति जनगणना की मांग दोहराई थी। इसके जवाब में मोदी ने कहा- पिछले 30 साल से OBC समाज के सांसद एक होकर ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा देने की मांग कर रहे थे। यह मांग हमने पूरी की। कोई मुझे बताए क्या एक ही समय में संसद में SC या ST वर्ग के एक ही परिवार के तीन सांसद हुए हैं क्या? PM ने यह तंज गांधी परिवार पर कसा। इस समय राहुल और प्रियंका लोकसभा में और उनकी मां सोनिया गांधी राज्यसभा में सांसद हैं। 3. राहुल ने कहा था- हमें इंडियन स्टेट से लड़ना है
जवाब- कुछ नेता अर्बन नक्सल की भाषा बोल रहे
15 जनवरी को कांग्रेस के नए कार्यालय के उद्घाटन में राहुल गांधी ने कहा था, ‘हमें इंडियन स्टेट के खिलाफ लड़ाई लड़नी है। पीएम ने इसके जवाब में कहा- देश का दुर्भाग्य है कि आजकल कुछ लोग अर्बन नक्सल की भाषा खुलेआम बोल रहे हैं। अर्बन नक्सल जिन बातों को बोलते हैं, इंडियन स्टेट के सामने मोर्चा लेना। ये अर्बन नक्सल की भाषा लेने वाले इंडियन स्टेट के खिलाफ लड़ाई की घोषणा करने वाले न इंडियन स्टेट को समझ सकते हैं न देश की एकता को।’ केजरीवाल का नाम लिए बिना कहा, ‘हम जहर की राजनीति नहीं करते’
मोदी ने केजरीवाल का नाम लिए बिना कहा, ‘हम जहर की राजनीति नहीं करते हैं। हम देश की एकता को सर्वोपरि रखते हैं और इसलिए सरदार पटेल का दुनिया का सबसे बड़ा स्टैच्यू बनाते हैं। उनका स्मरण करते हैं। वो जनसंघ के नहीं थे।” पीएम के इस बयान को केजरीवाल के 27 जनवरी के आरोप से जोड़कर देखा जा रहा है। पूर्व सीएम ने कहा था, ‘दिल्ली के लोगों को पीने के लिए पानी हरियाणा और उत्तर प्रदेश से मिलता है। भाजपा की हरियाणा सरकार ने यमुना के पानी को जहरीला कर दिया है।’ अमित शाह के अंबेडकर विवाद को खत्म करने की कोशिश
शीतकालीन सत्र में राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से कहा था- खड़गे जी दिनभर अंबेडकर-अंबेडकर करते हैं। इतना वे भगवान का नाम लेते तो स्वर्ग मिलता। इस बयान पर काफी हंगामा हुआ था। पीएम ने इसे डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की। पीएम ने कहा- जो संविधान की बात करते हैं, उन्हें ज्यादा ज्ञान नहीं है। अंबेडकर का पानी की योजनाओं को लेकर विजन था। नदियों को जोड़ने की वकालत अंबेडकर ने की, लेकिन दशकों तक कुछ नहीं हुआ। हमने केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट शुरू कर दिया। मोदी ने राजीव गांधी के 15 पैसे वाले बयान का जिक्र किया
मोदी ने कहा- हमारे देश में एक प्रधानमंत्री हुआ करते थे। उनको मिस्टर क्लीन कहने का फैशन हो गया था। उन्होंने कहा था दिल्ली से एक रुपया निकलता है तो गांवों में 15 पैसा पहुंचता है। उस समय तो पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक एक ही पार्टी का राज था। उस समय उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा था कि एक रुपया निकलता है और 15 पैसा पहुंचता है। बहुत गजब की हाथ सफाई थी। 15 पैसा किसके पास जाता था ये देश का सामान्य आदमी भी आसानी से समझ सकता है। PM मोदी के भाषण को सिलसिलेवार पढ़ने के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाएं…