
असम के कछार जिले के धोलाई थाना इलाके में एक महिला से पड़ोसी ने उसके 2 बच्चों के सामने रेप किया और उस पर तेजाब डालकर फरार हो गया। घटना 22 जनवरी की है, जो अब सामने आई। घटना के बाद पीड़ित महिला का पति जब घर पहुंचा तब उसने जमीन पर बेसुध पड़ी महिला के बंधे हुए हाथ-पैर खोले और हॉस्पिटल लेकर गया। महिला की हालत गंभीर बताई जा रही है। सिलचर पुलिस के मुताबिक मामले की शिकायत 23 जनवरी को की गई। घटना से कुछ घंटे पहले पीड़ित का पड़ोसी से किसी बात पर झगड़ा हुआ था। अब तक दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। एक दिन पहले भी जबरन घर में घुसा था आरोपी रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी पेशे से ड्राइवर है। घटना से एक दिन पहले भी वह पीड़ित के घर में घुसा। उसने महिला से उसका फोन नंबर मांगा। मना करने पर उसने बहस की और नुकसान पहुंचाने की धमकी देकर चला गया। अगले दिन वह फिर घर में घुसा और महिला से जबरदस्ती की। पुलिस ने महिला के 6 साल के बेटे के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। पीड़ित का पति बोला- आरोपी महिलाओं से पहले भी छेड़खानी कर चुका पीड़िता के पति ने बताया कि आरोपी ने पहले भी इलाके की महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया था। वह शादीशुदा महिलाओं को निशाना बनाता है, उनसे नंबर मांगता है और महिलाओं के बारे में आपत्तिजनक बातें भी लिखता है। कई मौकों पर स्थानीय लोगों ने बैठकें करके ऐसे मुद्दों को सुलझाया, लेकिन उसने ये सारी हरकतें बंद नहीं कीं। मेरे दोनों बच्चों ने पूरी यातना देखी और वे भी सदमे में हैं। ——————————————————— रेप केस से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… कोलकाता रेप-मर्डर, पेरेंट्स ने दोबारा जांच की याचिका वापस ली, सुप्रीम कोर्ट बोला- एफिडेविट में बयानों पर सतर्क रहें कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप-मर्डर मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई से पहले विक्टिम के माता-पिता ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका वापस ले ली। 20 जनवरी को उन्होंने कहा था वे CBI जांच से संतुष्ट नहीं हैं और नए सिरे से जांच चाहते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने पेरेंट्स के वकील को ये भी चेतावनी दी कि वे कोर्ट में दाखिल किए गए हलफनामे में दिए गए बयानों को लेकर सतर्क रहें, क्योंकि इस मामले में संजय रॉय को दोषी करार दे दिया गया है। पढ़ें पूरी खबर…
असम के कछार जिले के धोलाई थाना इलाके में एक महिला से पड़ोसी ने उसके 2 बच्चों के सामने रेप किया और उस पर तेजाब डालकर फरार हो गया। घटना 22 जनवरी की है, जो अब सामने आई। घटना के बाद पीड़ित महिला का पति जब घर पहुंचा तब उसने जमीन पर बेसुध पड़ी महिला के बंधे हुए हाथ-पैर खोले और हॉस्पिटल लेकर गया। महिला की हालत गंभीर बताई जा रही है। सिलचर पुलिस के मुताबिक मामले की शिकायत 23 जनवरी को की गई। घटना से कुछ घंटे पहले पीड़ित का पड़ोसी से किसी बात पर झगड़ा हुआ था। अब तक दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। एक दिन पहले भी जबरन घर में घुसा था आरोपी रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी पेशे से ड्राइवर है। घटना से एक दिन पहले भी वह पीड़ित के घर में घुसा। उसने महिला से उसका फोन नंबर मांगा। मना करने पर उसने बहस की और नुकसान पहुंचाने की धमकी देकर चला गया। अगले दिन वह फिर घर में घुसा और महिला से जबरदस्ती की। पुलिस ने महिला के 6 साल के बेटे के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। पीड़ित का पति बोला- आरोपी महिलाओं से पहले भी छेड़खानी कर चुका पीड़िता के पति ने बताया कि आरोपी ने पहले भी इलाके की महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया था। वह शादीशुदा महिलाओं को निशाना बनाता है, उनसे नंबर मांगता है और महिलाओं के बारे में आपत्तिजनक बातें भी लिखता है। कई मौकों पर स्थानीय लोगों ने बैठकें करके ऐसे मुद्दों को सुलझाया, लेकिन उसने ये सारी हरकतें बंद नहीं कीं। मेरे दोनों बच्चों ने पूरी यातना देखी और वे भी सदमे में हैं। ——————————————————— रेप केस से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… कोलकाता रेप-मर्डर, पेरेंट्स ने दोबारा जांच की याचिका वापस ली, सुप्रीम कोर्ट बोला- एफिडेविट में बयानों पर सतर्क रहें कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप-मर्डर मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई से पहले विक्टिम के माता-पिता ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका वापस ले ली। 20 जनवरी को उन्होंने कहा था वे CBI जांच से संतुष्ट नहीं हैं और नए सिरे से जांच चाहते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने पेरेंट्स के वकील को ये भी चेतावनी दी कि वे कोर्ट में दाखिल किए गए हलफनामे में दिए गए बयानों को लेकर सतर्क रहें, क्योंकि इस मामले में संजय रॉय को दोषी करार दे दिया गया है। पढ़ें पूरी खबर…