
परिवहन विभाग का करोड़पति पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा लोकायुक्त, इनकम टैक्स और ईडी जैसी जांच एजेंसियां को चकमा देते हुए 27 जनवरी को भोपाल कोर्ट में हाजिर हो गया। सौरभ कोर्ट पहुंचा और उधर उसकी पत्नी दिव्या सीधे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर पहुंची। दोपहर 1 बजे से शाम 6 बजे तक दिव्या ईडी के दफ्तर में रही। सौरभ और दिव्या छापे के चार दिन बाद यानी 23 दिसंबर को ही दुबई से लौट चुके थे। तीन-तीन जांच एजेंसियों के लिए मोस्ट वांटेड होने के बावजूद सौरभ को दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरा। इसके बाद वह पत्नी के साथ हरिद्वार, ऋषिकेश और अमृतसर में घूमता रहा। इस दौरान वह पत्नी के साथ वैष्णोदेवी भी गया था। ये पूरी यात्रा सौरभ ने सड़क के रास्ते की। इतना ही नहीं, जब लोकायुक्त कोर्ट में उसे दुबई में होना बता रही थी, तब वह दिल्ली के आसपास ही था। हफ्ते भर से सौरभ ग्वालियर आ चुका था। यहां वह अपने घर में ही ठहरा था। सौरभ की पत्नी ने भास्कर से पूछा– क्या आपने उसे लोकायुक्त में देखा सौरभ की पत्नी दिव्या जब शाम 6.30 बजे ईडी दफ्तर से बयान देकर निकलीं तो हमने उनसे बात करने की कोशिश की। दिव्या के साथ सौरभ की मां उमा शर्मा भी थीं। दिव्या ने कहा कि अभी वह बात करने की स्थिति में नहीं है। पूरे केस को जिस तरह से मीडिया में हाई वोल्टेज तरीके से पेश किया गया है, उससे वह आहत हैं। हालांकि, दिव्या ने बातचीत में ये स्वीकार किया कि वे दुबई से लौटने के बाद उत्तराखंड के अलग–अलग शहरों में थे। दिव्या ने हमसे भी सवाल किया कि क्या सौरभ लोकायुक्त के पास पहुंच गया है? हमने कहा कि वह कोर्ट पहुंचा था, इसके बाद अभी लोकायुक्त पुलिस उसे अरेस्ट करेगी। दिव्या इस दौरान बहुत भावुक हो गईं। वह रोने लगीं। उन्होंने कहा कि इस वक्त वह जिंदगी के सबसे मुश्किल दौर से गुजर रही हैं। जैसे ही चीजें ठीक होंगी, वो सारे सवालों के जवाब देंगी। उधर, लोकायुक्त डीजी जयदीप प्रसाद से भास्कर संवाददाता ने सवाल किया कि क्या सौरभ की गिरफ्तारी हो गई है? तो ये जवाब मिला… सरेंडर क्यों किया… वकीलों ने बताया हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिलने के चांस नहीं सौरभ हफ्ते भर से ग्वालियर में था, तभी उसकी रिश्तेदारों और वकीलों से बात हुई। सबने उसे यही समझाया कि छिप–छिपकर रहने से कोई फायदा नहीं होने वाला है। वकीलों ने भी सौरभ को यही सलाह दी कि निचली कोर्ट से अग्रिम जमानत अर्जी खारिज हो चुकी है। हाईकोर्ट से भी अग्रिम जमानत मिलने की उम्मीद नहीं है। ऐसे में बेहतर यही होगा कि सरेंडर करे और जांच का सामना करे। सौरभ का लोकायुक्त कोर्ट में ही सरेंडर क्यों सौरभ की तलाश लोकायुक्त, इनकम टैक्स और ईडी तीन जांच एजेंसियों को थी। लोकायुक्त ने तो उसकी अग्रिम जमानत याचिका पर आपत्ति पेश करते हुए कोर्ट में तर्क दिया था कि सौरभ के दुबई में होने की जानकारी है। उधर, इनकम टैक्स ने उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया था। इस सर्कुलर का मतलब ये था कि किसी भी एयरपोर्ट पर उसकी एंट्री होते ही इनकम टैक्स को इसकी जानकारी मिल जाती। सौरभ के वकीलों ने उसे लोकायुक्त कोर्ट में सरेंडर करने की सलाह दी। लोकायुक्त में सौरभ सिर्फ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत आरोपी है। यहां उसे जल्दी राहत मिलने की उम्मीद है। जबकि ईडी में उसके खिलाफ मनी लांड्रिंग का केस दर्ज है। इसमें उसे लंबी जांच का सामना करना पड़ सकता है। अब ईडी की जांच का क्या होगा… ईडी के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर सत्येंद्र सिंह कहते हैं कि लोकायुक्त पहले अपनी जांच करेगी। इसके लिए वह सौरभ को रिमांड पर ले सकती है। इसके बाद ईडी अपनी जांच के संबंध में सौरभ से पूछताछ के लिए कोर्ट में अर्जी लगाएगी। यदि जेल में पूछताछ करनी है तो भी ईडी को कोर्ट से अनुमति लेनी होगी। बच्चों को मालूम था, आज मम्मी–पापा उनके पास हैं दैनिक भास्कर की टीम बीते एक महीने में कई बार सौरभ के मकान पर गई है, लेकिन सोमवार को यहां माहौल खुशनुमा था। सौरभ की मां उमा और पत्नी दिव्या तो ईडी दफ्तर में थी, लेकिन 41 दिन बाद आज बच्चों के चेहरों पर खुशी थी। सौरभ और दिव्या दोनों 16 दिसंबर को दुबई रवाना हुए थे, उसके बाद 26 जनवरी को घर पहुंचे। दोनों बच्चे अपने मम्मी-पापा से मिलने के बाद बेहद खुश थे। मेन गेट के अंदर से पहली बार बच्चों की खिलखिलाहट और आंगन में खेलने की आवाजें सुनाई दे रही थीं। जब हमने डोरबेल बजाई तो सौरभ का छोटा बेटा गेट खोलने आया। उसके साथ घरेलू काम करने वाला कर्मचारी भी था। उसने बताया कि आज उमा शर्मा घर पर नहीं हैं, वो सुबह से कहीं गई हुई हैं और घर पर केवल सौरभ के दोनों बच्चे और सौरभ की सास मौजूद है। कोर्ट के बुलावे पर 3 बजे पहुंची लोकायुक्त टीम, डीजी बोले– गिरफ्तार कर लेंगे सौरभ शर्मा सुबह 11.30 से 12 बजे के बीच अपने वकीलों के साथ भोपाल कोर्ट में पहुंचा था। उसके वकीलों ने सरेंडर करने की इच्छा जताते हुए कोर्ट में आवेदन पेश किया। इसके बाद जज आरपी मिश्रा ने लोकायुक्त के विशेष लोक अभियोजक विवेक गौड़ को बुलवाया। गौड़ ने बताया कि सौरभ के खिलाफ लोकायुक्त में आय से अधिक संपत्ति का एक केस चल रहा है। इससे जुड़े तमाम दस्तावेज लोकायुक्त पुलिस के पास है। इसके बाद कोर्ट ने लोकायुक्त को 28 जनवरी को केस डायरी के साथ कोर्ट में बुलाया। सौरभ भी यहां से चला गया। उस पर किसी की नजर नहीं पड़ी। दोपहर 2.40 बजे लोकायुक्त के डीएसपी वीरेंद्र सिंह सहित 5 अधिकारी कोर्ट में पहुंचे। शाम 5 बजे चर्चा चली कि सौरभ को लोकायुक्त ने हिरासत में ले लिया है। हालांकि डीजी जयदीप प्रसाद ने कहा कि हम उसे जल्द गिरफ्तार कर लेंगे। ये खबर भी पढ़ें… सरेंडर करने पहुंचा सौरभ शर्मा, कोर्ट ने आज बुलाया:लोकायुक्त को केस डायरी के साथ हाजिर होने को कहा भोपाल में आरटीओ का पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा सोमवार दोपहर में अपने वकील के साथ सरेंडर करने कोर्ट पहुंचा। कोर्ट ने सौरभ शर्मा को मंगलवार को कोर्ट बुलाया है। कोर्ट सूत्रों के मुताबिक सौरभ शर्मा दोपहर 12:30 बजे के करीब सरेंडर करने एडीजे आरपी मिश्रा की कोर्ट में पहुंचा। यहां सौरभ के वकील ने सरेंडर के लिए आवेदन दिया। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
परिवहन विभाग का करोड़पति पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा लोकायुक्त, इनकम टैक्स और ईडी जैसी जांच एजेंसियां को चकमा देते हुए 27 जनवरी को भोपाल कोर्ट में हाजिर हो गया। सौरभ कोर्ट पहुंचा और उधर उसकी पत्नी दिव्या सीधे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर पहुंची। दोपहर 1 बजे से शाम 6 बजे तक दिव्या ईडी के दफ्तर में रही। सौरभ और दिव्या छापे के चार दिन बाद यानी 23 दिसंबर को ही दुबई से लौट चुके थे। तीन-तीन जांच एजेंसियों के लिए मोस्ट वांटेड होने के बावजूद सौरभ को दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरा। इसके बाद वह पत्नी के साथ हरिद्वार, ऋषिकेश और अमृतसर में घूमता रहा। इस दौरान वह पत्नी के साथ वैष्णोदेवी भी गया था। ये पूरी यात्रा सौरभ ने सड़क के रास्ते की। इतना ही नहीं, जब लोकायुक्त कोर्ट में उसे दुबई में होना बता रही थी, तब वह दिल्ली के आसपास ही था। हफ्ते भर से सौरभ ग्वालियर आ चुका था। यहां वह अपने घर में ही ठहरा था। सौरभ की पत्नी ने भास्कर से पूछा– क्या आपने उसे लोकायुक्त में देखा सौरभ की पत्नी दिव्या जब शाम 6.30 बजे ईडी दफ्तर से बयान देकर निकलीं तो हमने उनसे बात करने की कोशिश की। दिव्या के साथ सौरभ की मां उमा शर्मा भी थीं। दिव्या ने कहा कि अभी वह बात करने की स्थिति में नहीं है। पूरे केस को जिस तरह से मीडिया में हाई वोल्टेज तरीके से पेश किया गया है, उससे वह आहत हैं। हालांकि, दिव्या ने बातचीत में ये स्वीकार किया कि वे दुबई से लौटने के बाद उत्तराखंड के अलग–अलग शहरों में थे। दिव्या ने हमसे भी सवाल किया कि क्या सौरभ लोकायुक्त के पास पहुंच गया है? हमने कहा कि वह कोर्ट पहुंचा था, इसके बाद अभी लोकायुक्त पुलिस उसे अरेस्ट करेगी। दिव्या इस दौरान बहुत भावुक हो गईं। वह रोने लगीं। उन्होंने कहा कि इस वक्त वह जिंदगी के सबसे मुश्किल दौर से गुजर रही हैं। जैसे ही चीजें ठीक होंगी, वो सारे सवालों के जवाब देंगी। उधर, लोकायुक्त डीजी जयदीप प्रसाद से भास्कर संवाददाता ने सवाल किया कि क्या सौरभ की गिरफ्तारी हो गई है? तो ये जवाब मिला… सरेंडर क्यों किया… वकीलों ने बताया हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिलने के चांस नहीं सौरभ हफ्ते भर से ग्वालियर में था, तभी उसकी रिश्तेदारों और वकीलों से बात हुई। सबने उसे यही समझाया कि छिप–छिपकर रहने से कोई फायदा नहीं होने वाला है। वकीलों ने भी सौरभ को यही सलाह दी कि निचली कोर्ट से अग्रिम जमानत अर्जी खारिज हो चुकी है। हाईकोर्ट से भी अग्रिम जमानत मिलने की उम्मीद नहीं है। ऐसे में बेहतर यही होगा कि सरेंडर करे और जांच का सामना करे। सौरभ का लोकायुक्त कोर्ट में ही सरेंडर क्यों सौरभ की तलाश लोकायुक्त, इनकम टैक्स और ईडी तीन जांच एजेंसियों को थी। लोकायुक्त ने तो उसकी अग्रिम जमानत याचिका पर आपत्ति पेश करते हुए कोर्ट में तर्क दिया था कि सौरभ के दुबई में होने की जानकारी है। उधर, इनकम टैक्स ने उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया था। इस सर्कुलर का मतलब ये था कि किसी भी एयरपोर्ट पर उसकी एंट्री होते ही इनकम टैक्स को इसकी जानकारी मिल जाती। सौरभ के वकीलों ने उसे लोकायुक्त कोर्ट में सरेंडर करने की सलाह दी। लोकायुक्त में सौरभ सिर्फ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत आरोपी है। यहां उसे जल्दी राहत मिलने की उम्मीद है। जबकि ईडी में उसके खिलाफ मनी लांड्रिंग का केस दर्ज है। इसमें उसे लंबी जांच का सामना करना पड़ सकता है। अब ईडी की जांच का क्या होगा… ईडी के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर सत्येंद्र सिंह कहते हैं कि लोकायुक्त पहले अपनी जांच करेगी। इसके लिए वह सौरभ को रिमांड पर ले सकती है। इसके बाद ईडी अपनी जांच के संबंध में सौरभ से पूछताछ के लिए कोर्ट में अर्जी लगाएगी। यदि जेल में पूछताछ करनी है तो भी ईडी को कोर्ट से अनुमति लेनी होगी। बच्चों को मालूम था, आज मम्मी–पापा उनके पास हैं दैनिक भास्कर की टीम बीते एक महीने में कई बार सौरभ के मकान पर गई है, लेकिन सोमवार को यहां माहौल खुशनुमा था। सौरभ की मां उमा और पत्नी दिव्या तो ईडी दफ्तर में थी, लेकिन 41 दिन बाद आज बच्चों के चेहरों पर खुशी थी। सौरभ और दिव्या दोनों 16 दिसंबर को दुबई रवाना हुए थे, उसके बाद 26 जनवरी को घर पहुंचे। दोनों बच्चे अपने मम्मी-पापा से मिलने के बाद बेहद खुश थे। मेन गेट के अंदर से पहली बार बच्चों की खिलखिलाहट और आंगन में खेलने की आवाजें सुनाई दे रही थीं। जब हमने डोरबेल बजाई तो सौरभ का छोटा बेटा गेट खोलने आया। उसके साथ घरेलू काम करने वाला कर्मचारी भी था। उसने बताया कि आज उमा शर्मा घर पर नहीं हैं, वो सुबह से कहीं गई हुई हैं और घर पर केवल सौरभ के दोनों बच्चे और सौरभ की सास मौजूद है। कोर्ट के बुलावे पर 3 बजे पहुंची लोकायुक्त टीम, डीजी बोले– गिरफ्तार कर लेंगे सौरभ शर्मा सुबह 11.30 से 12 बजे के बीच अपने वकीलों के साथ भोपाल कोर्ट में पहुंचा था। उसके वकीलों ने सरेंडर करने की इच्छा जताते हुए कोर्ट में आवेदन पेश किया। इसके बाद जज आरपी मिश्रा ने लोकायुक्त के विशेष लोक अभियोजक विवेक गौड़ को बुलवाया। गौड़ ने बताया कि सौरभ के खिलाफ लोकायुक्त में आय से अधिक संपत्ति का एक केस चल रहा है। इससे जुड़े तमाम दस्तावेज लोकायुक्त पुलिस के पास है। इसके बाद कोर्ट ने लोकायुक्त को 28 जनवरी को केस डायरी के साथ कोर्ट में बुलाया। सौरभ भी यहां से चला गया। उस पर किसी की नजर नहीं पड़ी। दोपहर 2.40 बजे लोकायुक्त के डीएसपी वीरेंद्र सिंह सहित 5 अधिकारी कोर्ट में पहुंचे। शाम 5 बजे चर्चा चली कि सौरभ को लोकायुक्त ने हिरासत में ले लिया है। हालांकि डीजी जयदीप प्रसाद ने कहा कि हम उसे जल्द गिरफ्तार कर लेंगे। ये खबर भी पढ़ें… सरेंडर करने पहुंचा सौरभ शर्मा, कोर्ट ने आज बुलाया:लोकायुक्त को केस डायरी के साथ हाजिर होने को कहा भोपाल में आरटीओ का पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा सोमवार दोपहर में अपने वकील के साथ सरेंडर करने कोर्ट पहुंचा। कोर्ट ने सौरभ शर्मा को मंगलवार को कोर्ट बुलाया है। कोर्ट सूत्रों के मुताबिक सौरभ शर्मा दोपहर 12:30 बजे के करीब सरेंडर करने एडीजे आरपी मिश्रा की कोर्ट में पहुंचा। यहां सौरभ के वकील ने सरेंडर के लिए आवेदन दिया। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…