
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 10 दिनों में दूसरी बार यानी 23 जनवरी को अहमदाबाद पहुंचे। यहां जीएमडीसी ग्राउंड में उन्होंने हिंदू आध्यात्मिक मेले के उद्घाटन किया। मेले के उद्घाटन कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्य समिति सदस्य सुरेश भैयाजी जोशी, केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मौजूद रहे। रक्षा के लिए हिंसा कभी-कभी जरूरी होती है: सुरेश भैयाजी इस मौके पर आरएसएस के पूर्व सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने कहा कि अहिंसा के विचार की रक्षा के लिए हिंसा कभी-कभी जरूरी होती है। अपने धर्म की रक्षा के लिए हमें वे काम भी करने होंगे जिन्हें दूसरे लोग अधर्म करार देंगे। ऐसे काम हमारे पूर्वजों ने भी किए थे। साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत को शांति के रास्ते पर सभी को साथ लेकर चलना होगा। उन्होंने महाभारत के युद्ध का हवाला देते हुए कहा कि पांडवों ने अधर्म को खत्म करने के लिए युद्ध के नियमों को ताक पर रख दिया थी। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि हिंदू धर्म में अहिंसा का तत्व निहित है। लेकिन, कभी-कभी हमें अहिंसा के विचार की रक्षा के लिए हिंसा का सहारा लेना पड़ता है। अन्यथा अहिंसा का विचार कभी सुरक्षित नहीं रहेगा। हमारे महान पूर्वजों ने हमें यह संदेश दिया था। भैयाजी जोशी के मुताबिक भारत के लोगों को शांति के रास्ते पर सबको साथ लेकर चलना होगा। जो सबको साथ लेकर चलने में सक्षम है, वही शांति स्थापित कर सकता है। अगर कोई धर्म दूसरों को अपने-अपने धर्मों का पालन करने की अनुमति नहीं देता है तो शांति नहीं होगी। भारत के अलावा कोई भी ऐसा देश नहीं है जो सभी को साथ लेकर चलने में सक्षम हो। ‘वसुधैव कुटुंबकम’ (दुनिया एक परिवार है) आध्यात्मिकता का हमारा विचार है। अगर हम पूरी दुनिया को एक परिवार मानें तो कोई संघर्ष नहीं होगा। उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू से जुड़ी विचारधारा है कि हम कमजोर और वंचितों की रक्षा करेंगे। हम वास्तव में दुनिया को आश्वासन दे रहे हैं कि एक मजबूत भारत और एक मजबूत हिंदू समुदाय सभी के लिए फायदेमंद है। लोग हिंदू बोलने में झिझकते थे, अब गर्व से कहते हैं- मैं हिंदू हूं: अमित शाह इस मौके पर गृहमंत्री ने कहा- आज देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। नरेंद्र मोदी हमारे प्रधानमंत्री हैं। भारतीय जनता पार्टी की सरकार 10 साल से सत्ता में है और 10 साल में इस सरकार ने हमारी विचारधारा, विचारधारा जो कई वर्षों से लंबित थी, उसे पूरा करने का काम किया है। जब किसी को भारत में अपना परिचय देना हो, दिल्ली में अगर कोई कहना चाहे कि मैं हिंदू हूं, या फिर अगर कोई हिंदू बोलना चाहे तो भी इस बात को जुबान पर नहीं आने देता था। लेकिन, अब सभी गर्व से कहते हैं कि मैं हिंदू हूं। 350 साल से अधिक की गुलामी के दौरान भारत के मंदिरों से चुराई गई हमारी मूर्तियों को दुनिया के सामने लाने का कार्यक्रम हो या भारत की संस्कृति को दुनिया के सामने लाने का कार्यक्रम, भाजपा सरकार ने हर बड़े फैसले लिए और उन्हें पूरा किया है। भारत कोई नेता नहीं, विश्व गुरु बनेगा
गृहमंत्री ने आगे कहा- अहिंसा के लिए हिंसा का मार्ग अपनाना होगा। आज ऐसे कई संत हैं, जो बिना स्वार्थ के देश की रक्षा कर रहे हैं। शांति का मार्ग सद्भाव से होकर जाता है। भारत के अलावा दुनिया को साथ लेकर चलने वाला और कोई देश नहीं है। हम वसुधैव कुटुंबकम की भावना के साथ चलते हैं। भारत विभिन्न विचारों को एक साथ लेकर चलने वाले देश है। इसीलिए भारत कोई नेता नहीं, बल्कि विश्व गुरु बनेगा। हिंदू मानते हैं कि शरीर नाशवान है, लेकिन आत्मा अमर है। जिसे गवाही देते हुए काम करना है। वह हिंदू ही है, जो इस विचारधारा को लेकर चलता है कि हम इस जन्मभूमि में दोबारा जन्म लेते हैं। स्वामी विवेकानन्द ने कहा था, अमृत पुत्र कभी समाप्त नहीं होता। न्याय, सेवा, सहयोग हमारे जीवन के मूल्य हैं। संस्कार हमारे खून में है। सेवा संस्थाएं हिंदू धर्म की ताकत हैं। देश में जगह-जगह हिंदू मेले लग रहे हैं, जो प्रेरणादेय कार्यक्रम है। मिनी कुंभ जैस है ‘हिंदू आध्यात्मिक मेला’
हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान, गुजरात ने 23 से 26 जनवरी तक वस्त्रापुर जीएमडीसी ग्राउंड में हिंदू आध्यात्मिक और सेवा मेला (HSSF) का आयोजन किया है। इस आध्यात्मिक मेले में मुख्य आकर्षण विविध सांस्कृतिक, धार्मिक और रचनात्मक विषयों का सुंदर समन्वय है। 11 कुंडी समरसता यज्ञशाला, देश के 11 से ज्यादा मुख्य मंदिरों के लाइव दर्शन, 15 से ज्यादा मुख्य मंदिरों की प्रतिकृतियां, कुंभ मेला दर्शन, गंगा आरती, आदिवासी संस्कृति प्रदर्शित करने वाले वनवासी गांव आदि हैं। मेले में रोजाना 2.5 लाख लोगों को गंगा स्नान की अनुभूति होगी। मेला के आयोजन का मुख्य उद्देश्य सनातन धर्म को आगे बढ़ाना है ताकि पाश्चात्य संस्कृति की तरफ जा रहे युवाओं को सनातन धर्म के वास्तविक इतिहास की सही जानकारी मिल सके। किताबों की बजाय नाटक-वीडियो दिखाने से बच्चों से बुजुर्ग तक सभी की रुचि बढ़ती है। साल 2018 में भी लगा था मेला
हिंदू आध्यात्मिक सेवा संगठन के सचिव घनश्याम व्यास ने बताया कि VR (वर्चुअल रियलिटी) और AR (ऑगमेंटेड रियलिटी) से एक ही जगह से कर सकेंगे। प्रतिदिन करीब ढाई लाख लोग लाभान्वित होंगे। प्रत्येक नागरिक सुबह 9 से रात 10 बजे तक निःशुल्क लाभ ले सकेंगे। इससे पहले 2018 में यह मेला लगा था। मेले में ISRO, NCC सहित 250 से ज्यादा धर्मार्थ संगठन भाग ले रहे हैं। रोजाना रात 8 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम में कलाकार प्रस्तुतियां देंगे। गांधीनगर में 529 करोड़ रुपए के सार्वजनिक कार्य
हिंदू आध्यात्मिक मेले में शामिल होने के बाद अमित शाह शाम 4.30 बजे गांधीनगर में 651 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इसमें गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र में 529.94 करोड़ की लागत के 25 सार्वजनिक कार्य शामिल हैं। इनमें सिम्स ब्रिज के नीचे खेल परिसर, जोधपुर में वेजलपुर टीपी स्कीम नं. 4 में नया सामुदायिक हॉल, साबरमती चैनपुर अंडरपास, मकतमपुरा वार्ड में सामुदायिक हॉल और पार्टी प्लॉट तथा बोडकदेव मानसी सर्किल के पास सब्जी मंडी शामिल हैं। इसके अलावा प्रबोध रावल ब्रिज से काली गरनाला तक आरसीसी ड्रेनेज बॉक्स, राणिप क्षेत्र में नए जल वितरण केंद्र का निर्माण, बलोलनगर में ओवरहेड टैंक, निरमा यूनिवर्सिटी के पास नया जल वितरण केंद्र, राणिप बस स्टैंड के पास ओवरहेड टैंक, इंटर-दक्षिण-पश्चिम जोन में विभिन्न तालाब जोड़ने का कार्य, मकतमपुरा में केंद्रीय गृह मंत्री पानी की टंकी के निर्माण, सरखेज वार्ड में फूड कोर्ट, वेजलपुर वार्ड में फिजियोथेरेपी सेंटर और महिला छात्रावास के निर्माण की आधारशिला भी रखेंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 10 दिनों में दूसरी बार यानी 23 जनवरी को अहमदाबाद पहुंचे। यहां जीएमडीसी ग्राउंड में उन्होंने हिंदू आध्यात्मिक मेले के उद्घाटन किया। मेले के उद्घाटन कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्य समिति सदस्य सुरेश भैयाजी जोशी, केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मौजूद रहे। रक्षा के लिए हिंसा कभी-कभी जरूरी होती है: सुरेश भैयाजी इस मौके पर आरएसएस के पूर्व सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने कहा कि अहिंसा के विचार की रक्षा के लिए हिंसा कभी-कभी जरूरी होती है। अपने धर्म की रक्षा के लिए हमें वे काम भी करने होंगे जिन्हें दूसरे लोग अधर्म करार देंगे। ऐसे काम हमारे पूर्वजों ने भी किए थे। साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत को शांति के रास्ते पर सभी को साथ लेकर चलना होगा। उन्होंने महाभारत के युद्ध का हवाला देते हुए कहा कि पांडवों ने अधर्म को खत्म करने के लिए युद्ध के नियमों को ताक पर रख दिया थी। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि हिंदू धर्म में अहिंसा का तत्व निहित है। लेकिन, कभी-कभी हमें अहिंसा के विचार की रक्षा के लिए हिंसा का सहारा लेना पड़ता है। अन्यथा अहिंसा का विचार कभी सुरक्षित नहीं रहेगा। हमारे महान पूर्वजों ने हमें यह संदेश दिया था। भैयाजी जोशी के मुताबिक भारत के लोगों को शांति के रास्ते पर सबको साथ लेकर चलना होगा। जो सबको साथ लेकर चलने में सक्षम है, वही शांति स्थापित कर सकता है। अगर कोई धर्म दूसरों को अपने-अपने धर्मों का पालन करने की अनुमति नहीं देता है तो शांति नहीं होगी। भारत के अलावा कोई भी ऐसा देश नहीं है जो सभी को साथ लेकर चलने में सक्षम हो। ‘वसुधैव कुटुंबकम’ (दुनिया एक परिवार है) आध्यात्मिकता का हमारा विचार है। अगर हम पूरी दुनिया को एक परिवार मानें तो कोई संघर्ष नहीं होगा। उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू से जुड़ी विचारधारा है कि हम कमजोर और वंचितों की रक्षा करेंगे। हम वास्तव में दुनिया को आश्वासन दे रहे हैं कि एक मजबूत भारत और एक मजबूत हिंदू समुदाय सभी के लिए फायदेमंद है। लोग हिंदू बोलने में झिझकते थे, अब गर्व से कहते हैं- मैं हिंदू हूं: अमित शाह इस मौके पर गृहमंत्री ने कहा- आज देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। नरेंद्र मोदी हमारे प्रधानमंत्री हैं। भारतीय जनता पार्टी की सरकार 10 साल से सत्ता में है और 10 साल में इस सरकार ने हमारी विचारधारा, विचारधारा जो कई वर्षों से लंबित थी, उसे पूरा करने का काम किया है। जब किसी को भारत में अपना परिचय देना हो, दिल्ली में अगर कोई कहना चाहे कि मैं हिंदू हूं, या फिर अगर कोई हिंदू बोलना चाहे तो भी इस बात को जुबान पर नहीं आने देता था। लेकिन, अब सभी गर्व से कहते हैं कि मैं हिंदू हूं। 350 साल से अधिक की गुलामी के दौरान भारत के मंदिरों से चुराई गई हमारी मूर्तियों को दुनिया के सामने लाने का कार्यक्रम हो या भारत की संस्कृति को दुनिया के सामने लाने का कार्यक्रम, भाजपा सरकार ने हर बड़े फैसले लिए और उन्हें पूरा किया है। भारत कोई नेता नहीं, विश्व गुरु बनेगा
गृहमंत्री ने आगे कहा- अहिंसा के लिए हिंसा का मार्ग अपनाना होगा। आज ऐसे कई संत हैं, जो बिना स्वार्थ के देश की रक्षा कर रहे हैं। शांति का मार्ग सद्भाव से होकर जाता है। भारत के अलावा दुनिया को साथ लेकर चलने वाला और कोई देश नहीं है। हम वसुधैव कुटुंबकम की भावना के साथ चलते हैं। भारत विभिन्न विचारों को एक साथ लेकर चलने वाले देश है। इसीलिए भारत कोई नेता नहीं, बल्कि विश्व गुरु बनेगा। हिंदू मानते हैं कि शरीर नाशवान है, लेकिन आत्मा अमर है। जिसे गवाही देते हुए काम करना है। वह हिंदू ही है, जो इस विचारधारा को लेकर चलता है कि हम इस जन्मभूमि में दोबारा जन्म लेते हैं। स्वामी विवेकानन्द ने कहा था, अमृत पुत्र कभी समाप्त नहीं होता। न्याय, सेवा, सहयोग हमारे जीवन के मूल्य हैं। संस्कार हमारे खून में है। सेवा संस्थाएं हिंदू धर्म की ताकत हैं। देश में जगह-जगह हिंदू मेले लग रहे हैं, जो प्रेरणादेय कार्यक्रम है। मिनी कुंभ जैस है ‘हिंदू आध्यात्मिक मेला’
हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान, गुजरात ने 23 से 26 जनवरी तक वस्त्रापुर जीएमडीसी ग्राउंड में हिंदू आध्यात्मिक और सेवा मेला (HSSF) का आयोजन किया है। इस आध्यात्मिक मेले में मुख्य आकर्षण विविध सांस्कृतिक, धार्मिक और रचनात्मक विषयों का सुंदर समन्वय है। 11 कुंडी समरसता यज्ञशाला, देश के 11 से ज्यादा मुख्य मंदिरों के लाइव दर्शन, 15 से ज्यादा मुख्य मंदिरों की प्रतिकृतियां, कुंभ मेला दर्शन, गंगा आरती, आदिवासी संस्कृति प्रदर्शित करने वाले वनवासी गांव आदि हैं। मेले में रोजाना 2.5 लाख लोगों को गंगा स्नान की अनुभूति होगी। मेला के आयोजन का मुख्य उद्देश्य सनातन धर्म को आगे बढ़ाना है ताकि पाश्चात्य संस्कृति की तरफ जा रहे युवाओं को सनातन धर्म के वास्तविक इतिहास की सही जानकारी मिल सके। किताबों की बजाय नाटक-वीडियो दिखाने से बच्चों से बुजुर्ग तक सभी की रुचि बढ़ती है। साल 2018 में भी लगा था मेला
हिंदू आध्यात्मिक सेवा संगठन के सचिव घनश्याम व्यास ने बताया कि VR (वर्चुअल रियलिटी) और AR (ऑगमेंटेड रियलिटी) से एक ही जगह से कर सकेंगे। प्रतिदिन करीब ढाई लाख लोग लाभान्वित होंगे। प्रत्येक नागरिक सुबह 9 से रात 10 बजे तक निःशुल्क लाभ ले सकेंगे। इससे पहले 2018 में यह मेला लगा था। मेले में ISRO, NCC सहित 250 से ज्यादा धर्मार्थ संगठन भाग ले रहे हैं। रोजाना रात 8 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम में कलाकार प्रस्तुतियां देंगे। गांधीनगर में 529 करोड़ रुपए के सार्वजनिक कार्य
हिंदू आध्यात्मिक मेले में शामिल होने के बाद अमित शाह शाम 4.30 बजे गांधीनगर में 651 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इसमें गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र में 529.94 करोड़ की लागत के 25 सार्वजनिक कार्य शामिल हैं। इनमें सिम्स ब्रिज के नीचे खेल परिसर, जोधपुर में वेजलपुर टीपी स्कीम नं. 4 में नया सामुदायिक हॉल, साबरमती चैनपुर अंडरपास, मकतमपुरा वार्ड में सामुदायिक हॉल और पार्टी प्लॉट तथा बोडकदेव मानसी सर्किल के पास सब्जी मंडी शामिल हैं। इसके अलावा प्रबोध रावल ब्रिज से काली गरनाला तक आरसीसी ड्रेनेज बॉक्स, राणिप क्षेत्र में नए जल वितरण केंद्र का निर्माण, बलोलनगर में ओवरहेड टैंक, निरमा यूनिवर्सिटी के पास नया जल वितरण केंद्र, राणिप बस स्टैंड के पास ओवरहेड टैंक, इंटर-दक्षिण-पश्चिम जोन में विभिन्न तालाब जोड़ने का कार्य, मकतमपुरा में केंद्रीय गृह मंत्री पानी की टंकी के निर्माण, सरखेज वार्ड में फूड कोर्ट, वेजलपुर वार्ड में फिजियोथेरेपी सेंटर और महिला छात्रावास के निर्माण की आधारशिला भी रखेंगे।