
हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर भागों में बीती रात से भारी बारिश हो रही है। इससे जगह-जगह लैंडस्लाइड हो रहा है। नदी और नालों का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। मंडी में पंडोह डैम पूरी तरह से भरने के बाद इसके पांचों गेट खोल दिए गए हैं। मंडी जिला प्रशासन और नगर निगम द्वारा ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद लोगों को लाउडस्पीकर के माध्यम से नदी के किनारे नहीं जाने की अपील की जा रही है। यह पानी संधोल-सुजानपुर-नादौन-देहरा होते हुए पोंग डैम में जाएगा। पोंग डैम के बाद पंजाब के तलवाड़ा में जाएगा। मंडी की ज्यूनी खड्ड का वाटर लेवल भी अचानक बढ़ गया है। इसका पानी पंडोह डैम से लगभग 10 दूर ब्यास नदी में मिलता है। वहीं, आज (रविवार) सुबह चंडीगढ़-शिमला फोरलेन पर धर्मपुर के साथ लगते चक्की मोड के पास पहाड़ी से मलबा आ गिरा। जिसके बाद एक लेन यातायात के लिए बंद हो गई। दोपहर 12.30 बजे तक ट्रैफिक को दोनों साइड बहाल किया गया। तब तक दोनों ओर लंबी लंबी कतारें लग चुकी थी। 10 जिलों में फ्लैश-फ्लड का अलर्ट इस बीच मौसम विभाग ने ताजा बुलेटिन जारी कर कल सुबह 5.30 बजे तक 10 जिलों में फ्लैश-फ्लड का अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी किन्नौर और लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य सभी जिलों में दी गई है। इन जिलों के निचले इलाकों में जल भराव से बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। इसे देखते हुए प्रदेशवासियों को सावधान रहने, नदी नालों से दूर रहने, लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी गई है। वहीं आज सुबह के वक्त कालका-शिमला रेल लाइन पर भी लैंडस्लाइड हुआ। शिमला में 2 गाड़ियों पर पेड़ गिरा शिमला, सोलन, सिरमौर, कांगड़ा, मंडी के कई भागों में 8 घंटे से भारी बारिश जारी है। मंडी के जोगेंद्रनगर में सबसे ज्यादा 135.0 मिलीमीटर बारिश 24 घंटे के दौरान हुई है। सोलन के कसौली में 125.0, पांवटा साहिब में 116.8, बिझड़ी में 102.0, सुंदरनगर में 96.0 और शिमला में 91.0 मिलीमीटर बारिश हुई। शिमला के उप नगरों में इससे कई जगह लैंडस्लाइड की घटनाएं देखने को मिल रही हैं। शिमला की पंथाघाटी-जुन्गा सड़क पर आज सुबह बेल्स इंस्टीट्यूट के पास बारिश के बाद 2 गाड़ियों पर पेड़ गिर गया। इससे दोनों गाड़ियों को काफी नुकसान पहुंचा है। चमियाणा अस्पताल की सड़क पर आया पहाड़ शिमला की भट्टाकुफर-चमियाणा अस्पताल को जोड़ने वाली सड़क पर भी सुबह लैंडस्लाइड हुआ। इसके सड़क वाहनों के लिए बंद हो गई। इससे सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल जाने वाले मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। खलिणी में 2 घरों को खतरा शिमला के ही खलिणी के मिस्ट चैंबर के पास एक डंगा गिरने से 2 घरों को खतरा पैदा हो गया है। वहीं मैहली में भी डंगा ढहने के बाद सरकारी आवासों को खतरा बन गया है। आज 6 जिलों में ऑरेंज अलर्ट मौसम विभाग ने आज दिनभर के लिए ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा, सोलन और सिरमौर जिला में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। चंबा, कुल्लू, मंडी और शिमला जिला में यलो अलर्ट है। 30 जून सोमवार को भी बिलासपुर, शिमला, सोलन और सिरमौर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। 1 जुलाई को इन जिलों में होगी बारिश मंगलवार यानी 1 जुलाई को ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी में यलो अलर्ट रहेगा। 2 जुलाई को कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला और सोलन में बारिश होने का पूर्वानुमान है। बारिश से नुकसान की PHOTOS..
हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर भागों में बीती रात से भारी बारिश हो रही है। इससे जगह-जगह लैंडस्लाइड हो रहा है। नदी और नालों का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। मंडी में पंडोह डैम पूरी तरह से भरने के बाद इसके पांचों गेट खोल दिए गए हैं। मंडी जिला प्रशासन और नगर निगम द्वारा ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद लोगों को लाउडस्पीकर के माध्यम से नदी के किनारे नहीं जाने की अपील की जा रही है। यह पानी संधोल-सुजानपुर-नादौन-देहरा होते हुए पोंग डैम में जाएगा। पोंग डैम के बाद पंजाब के तलवाड़ा में जाएगा। मंडी की ज्यूनी खड्ड का वाटर लेवल भी अचानक बढ़ गया है। इसका पानी पंडोह डैम से लगभग 10 दूर ब्यास नदी में मिलता है। वहीं, आज (रविवार) सुबह चंडीगढ़-शिमला फोरलेन पर धर्मपुर के साथ लगते चक्की मोड के पास पहाड़ी से मलबा आ गिरा। जिसके बाद एक लेन यातायात के लिए बंद हो गई। दोपहर 12.30 बजे तक ट्रैफिक को दोनों साइड बहाल किया गया। तब तक दोनों ओर लंबी लंबी कतारें लग चुकी थी। 10 जिलों में फ्लैश-फ्लड का अलर्ट इस बीच मौसम विभाग ने ताजा बुलेटिन जारी कर कल सुबह 5.30 बजे तक 10 जिलों में फ्लैश-फ्लड का अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी किन्नौर और लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य सभी जिलों में दी गई है। इन जिलों के निचले इलाकों में जल भराव से बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। इसे देखते हुए प्रदेशवासियों को सावधान रहने, नदी नालों से दूर रहने, लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी गई है। वहीं आज सुबह के वक्त कालका-शिमला रेल लाइन पर भी लैंडस्लाइड हुआ। शिमला में 2 गाड़ियों पर पेड़ गिरा शिमला, सोलन, सिरमौर, कांगड़ा, मंडी के कई भागों में 8 घंटे से भारी बारिश जारी है। मंडी के जोगेंद्रनगर में सबसे ज्यादा 135.0 मिलीमीटर बारिश 24 घंटे के दौरान हुई है। सोलन के कसौली में 125.0, पांवटा साहिब में 116.8, बिझड़ी में 102.0, सुंदरनगर में 96.0 और शिमला में 91.0 मिलीमीटर बारिश हुई। शिमला के उप नगरों में इससे कई जगह लैंडस्लाइड की घटनाएं देखने को मिल रही हैं। शिमला की पंथाघाटी-जुन्गा सड़क पर आज सुबह बेल्स इंस्टीट्यूट के पास बारिश के बाद 2 गाड़ियों पर पेड़ गिर गया। इससे दोनों गाड़ियों को काफी नुकसान पहुंचा है। चमियाणा अस्पताल की सड़क पर आया पहाड़ शिमला की भट्टाकुफर-चमियाणा अस्पताल को जोड़ने वाली सड़क पर भी सुबह लैंडस्लाइड हुआ। इसके सड़क वाहनों के लिए बंद हो गई। इससे सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल जाने वाले मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। खलिणी में 2 घरों को खतरा शिमला के ही खलिणी के मिस्ट चैंबर के पास एक डंगा गिरने से 2 घरों को खतरा पैदा हो गया है। वहीं मैहली में भी डंगा ढहने के बाद सरकारी आवासों को खतरा बन गया है। आज 6 जिलों में ऑरेंज अलर्ट मौसम विभाग ने आज दिनभर के लिए ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा, सोलन और सिरमौर जिला में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। चंबा, कुल्लू, मंडी और शिमला जिला में यलो अलर्ट है। 30 जून सोमवार को भी बिलासपुर, शिमला, सोलन और सिरमौर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। 1 जुलाई को इन जिलों में होगी बारिश मंगलवार यानी 1 जुलाई को ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी में यलो अलर्ट रहेगा। 2 जुलाई को कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला और सोलन में बारिश होने का पूर्वानुमान है। बारिश से नुकसान की PHOTOS..