
कतर एयरवेज में सीनियर केबिन क्रू मेंबर मनीषा भटनागर की सकुशल स्वदेश वापसी हो गई। बुधवार को मनीषा कतर से इंडिया लौटी हैं। शाम को वे उज्जैन के अभिषेक नगर स्थित अपने घर पहुंचीं, जहां उनकी सास ने तिलक लगाकर स्वागत किया। मनीषा ने बताया कि दो दिन पहले जब रात को वो अपने कमरे में थी, तभी साथ काम करने वाले लोगों ने आकर बताया कि बिल्डिंग के ऊपर से मिसाइल जा रही है। कुछ देर बाद मिसाइल गिरने की आवाज से हम सहम गए थे। मैंने तुरंत अपने पति रजत को फोन लगाकर जानकारी दी। कुछ देर बाद पता चला कि ईरान ने कतर में अमेरिका के सैन्य बेस पर हमला किया है। वह कतर में स्थित अमेरिका के सैन्य बेस पर ईरान के हमले की वजह से फंस गईं थी। उनकी वापसी के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की थी। इंडिया पहुंचते ही सीएम मोहन यादव ने बात की
मनीषा ने बताया कि सीएम डॉ. मोहन यादव ने भी अपनी तरफ से कई प्रयास करते हुए मुझे कतर से निकालने की कोशिश की। वहां पर जिस रात मिसाइल गिर रही थी बहुत डर लगा। सोचा कि अब यहां से निकलना मुश्किल होगा लेकिन अगले ही दिन सीजफायर की घोषणा की गई तो सब कुछ नॉर्मल हो गया। 2 दिन बाद फ्लाइट और देश में सभी जगह सामान्य स्थिति हो गई। ऐसे में फ्लाइट लेकर इंडिया आ गई हूं। यहां पहुंचकर बहुत अच्छा लग रहा है। फोन आने के बाद परेशान हो गया था परिवार
महिला का परिवार नानाखेड़ा स्थित अभिषेक नगर में रहता है। पति रजत भटनागर सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। उन्होंने बताया था कि सोमवार रात को पत्नी का फोन आया था। वह घबराई हुई थी। उसने बताया कि मिसाइल से अटैक हो रहे हैं। घर के पास आवाजें आ रही हैं। इसके बाद हमने न्यूज चैनल लगाया तो देखा कि कतर में स्थित अमेरिका के सैन्य बेस पर ईरान ने हमला किया है। इससे काफी पैनिक स्थिति बन गई थी। कुछ समय बाद फिर रजत ने पत्नी को फोन लगाया, लेकिन मनीषा ने रिसीव नहीं किया गया। इस कारण घर परिवार के लोग परेशान हो रहे थे। रजत ने बताया कि जब पत्नी से संपर्क नहीं हो पा रहा था तो हमने बीजेपी युवा मोर्चा से जुड़े कार्तिक से बात की। उन्होंने हमारी बात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तक पहुंचाई। इसके बाद सीएम ने तुरंत एक्शन लिया। उज्जैन प्रशासन से भी फोन आया था। उन्होंने भी जानकारी ली है। ये खबर भी पढे़ं… ईरान में फंसा भोपाल का युवक, लौटने से इनकार भोपाल का रहने वाला 30 वर्षीय अबरार चार साल पहले पढ़ाई के लिए ईरान गया था। वहां मासूमा कुम में वो मौलाना बनने की पढ़ाई कर रहा था कि तभी इजराइल-ईरान युद्ध शुरू हो गया। ऐसे में वहां रह रहे सभी भारतीय छात्र भारत लौटने के लिए बेताब थे, लेकिन अबरार ने वापस लौटने से इनकार कर दिया। पढ़ें पूरी खबर…
कतर एयरवेज में सीनियर केबिन क्रू मेंबर मनीषा भटनागर की सकुशल स्वदेश वापसी हो गई। बुधवार को मनीषा कतर से इंडिया लौटी हैं। शाम को वे उज्जैन के अभिषेक नगर स्थित अपने घर पहुंचीं, जहां उनकी सास ने तिलक लगाकर स्वागत किया। मनीषा ने बताया कि दो दिन पहले जब रात को वो अपने कमरे में थी, तभी साथ काम करने वाले लोगों ने आकर बताया कि बिल्डिंग के ऊपर से मिसाइल जा रही है। कुछ देर बाद मिसाइल गिरने की आवाज से हम सहम गए थे। मैंने तुरंत अपने पति रजत को फोन लगाकर जानकारी दी। कुछ देर बाद पता चला कि ईरान ने कतर में अमेरिका के सैन्य बेस पर हमला किया है। वह कतर में स्थित अमेरिका के सैन्य बेस पर ईरान के हमले की वजह से फंस गईं थी। उनकी वापसी के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की थी। इंडिया पहुंचते ही सीएम मोहन यादव ने बात की
मनीषा ने बताया कि सीएम डॉ. मोहन यादव ने भी अपनी तरफ से कई प्रयास करते हुए मुझे कतर से निकालने की कोशिश की। वहां पर जिस रात मिसाइल गिर रही थी बहुत डर लगा। सोचा कि अब यहां से निकलना मुश्किल होगा लेकिन अगले ही दिन सीजफायर की घोषणा की गई तो सब कुछ नॉर्मल हो गया। 2 दिन बाद फ्लाइट और देश में सभी जगह सामान्य स्थिति हो गई। ऐसे में फ्लाइट लेकर इंडिया आ गई हूं। यहां पहुंचकर बहुत अच्छा लग रहा है। फोन आने के बाद परेशान हो गया था परिवार
महिला का परिवार नानाखेड़ा स्थित अभिषेक नगर में रहता है। पति रजत भटनागर सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। उन्होंने बताया था कि सोमवार रात को पत्नी का फोन आया था। वह घबराई हुई थी। उसने बताया कि मिसाइल से अटैक हो रहे हैं। घर के पास आवाजें आ रही हैं। इसके बाद हमने न्यूज चैनल लगाया तो देखा कि कतर में स्थित अमेरिका के सैन्य बेस पर ईरान ने हमला किया है। इससे काफी पैनिक स्थिति बन गई थी। कुछ समय बाद फिर रजत ने पत्नी को फोन लगाया, लेकिन मनीषा ने रिसीव नहीं किया गया। इस कारण घर परिवार के लोग परेशान हो रहे थे। रजत ने बताया कि जब पत्नी से संपर्क नहीं हो पा रहा था तो हमने बीजेपी युवा मोर्चा से जुड़े कार्तिक से बात की। उन्होंने हमारी बात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तक पहुंचाई। इसके बाद सीएम ने तुरंत एक्शन लिया। उज्जैन प्रशासन से भी फोन आया था। उन्होंने भी जानकारी ली है। ये खबर भी पढे़ं… ईरान में फंसा भोपाल का युवक, लौटने से इनकार भोपाल का रहने वाला 30 वर्षीय अबरार चार साल पहले पढ़ाई के लिए ईरान गया था। वहां मासूमा कुम में वो मौलाना बनने की पढ़ाई कर रहा था कि तभी इजराइल-ईरान युद्ध शुरू हो गया। ऐसे में वहां रह रहे सभी भारतीय छात्र भारत लौटने के लिए बेताब थे, लेकिन अबरार ने वापस लौटने से इनकार कर दिया। पढ़ें पूरी खबर…