
CBSE (सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन) 10वीं के स्टूडेंट 2026 से साल में 2 बार एग्जाम देंगे। एग्जामिनेशन कंट्रोलर संयम भारद्वाज ने बुधवार को यह जानकारी दी है। नए परीक्षा पैटर्न के मुताबिक, पहली परीक्षा सभी छात्रों के लिए जरूरी होगी और दूसरी ऑप्शनल। पहली परीक्षा फरवरी और दूसरी मई में होगी। नतीजे अप्रैल और जून में जारी किए जाएंगे। इसके साथ ही सप्लीमेंट्री एग्जाम खत्म कर दिए गए हैं। 12वीं बोर्ड पर अभी यह फैसला लागू नहीं होगा। नए एग्जाम पैटर्न की 3 अहम बातें CBSE के इस फैसले को 7 सवाल-जवाब में जानें… सवाल 1: दो बार एग्जाम होने का नियम कब से लागू होगा। जवाब: ये नियम 2025-26 सेशन से लागू होगा। इसका मतलब है कि साल 2026 में बोर्ड एग्जाम 2 बार आयोजित होंगे। सवाल 2: क्या दोनों बार एग्जाम देना जरूरी होगा। जवाब: नहीं। स्टूडेंट्स के पास 3 ऑप्शन होंगे। 1. साल में एक बार परीक्षा दें। 2. दोनों परीक्षाओं में शामिल हों। 3. किसी सब्जेक्ट में अच्छा परफॉर्म न कर पाने पर, दूसरी परीक्षा में उस विषय का दोबारा एग्जाम दें। सवाल 3: अगर एग्जाम 2 बार दिए हैं, तो रिजल्ट कैसे तय होगा। जवाब: जो स्टूडेंट्स दोनों बार बोर्ड एग्जाम में शामिल होंगे, उनका वो रिजल्ट फाइनल माना जाएगा, जो बेहतर होगा। यानी अगर दूसरी बार एग्जाम देने पर नंबर घट जाएंगे, तो पहली परीक्षा के नंबर ही फाइनल माने जाएंगे। सवाल 4: क्या दो एग्जाम्स के बाद सप्लीमेंट्री एग्जाम भी देने का मौका मिलेगा। जवाब: नहीं। 10वीं के लिए सप्लीमेंट्री एग्जाम अब खत्म कर दिया जाएगा। सवाल 5: क्या दोनों बार बोर्ड परीक्षाओं के लिए अलग-अलग एग्जाम सेंटर मिलेगा। जवाब: नहीं। दोनों परीक्षाओं के लिए एग्जाम सेंटर एक ही रहेगा। सवाल 6: क्या दोनों परीक्षाओं के लिए रजिस्ट्रेशन अलग-अलग करना होगा? फीस भी 2 बार लगेगी। जवाब: नहीं। दोनों परीक्षाओं के लिए रजिस्ट्रेशन एक ही बार करना होगा। हालांकि, दो बार परीक्षा देने का ऑप्शन चुनने पर फीस एक साथ ली जाएगी। सवाल 7: क्या प्रैक्टिकल एग्जाम भी 2 बार होंगे। जवाब: नहीं। प्रैक्टिकल और इंटरनल एग्जाम एक ही बार होंगे। ये पहले की तरह दिसंबर-जनवरी में आयोजित किए जाएंगे। अगस्त 2024 में तैयार हुआ था ड्राफ्ट साल में 2 बार एग्जाम कराने का ड्राफ्ट अगस्त 2024 में तैयार किया गया था। इस दौरान शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि जिस तरह स्टूडेंट्स के पास साल में दो साल इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE) देने का ऑप्शन होता है, उसी तरह स्टूडेंट्स 10वीं के एग्जाम साल में दो बार दे सकेंगे। मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन ने पिछले सप्ताह 19 फरवरी को CBSE बोर्ड सचिव और दूसरे शिक्षाविदों के साथ साल में 2 बार बोर्ड एग्जाम कराने को लेकर चर्चा की थी। शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने CBSE, NCERT, KVS, NVS और कई स्कूल पदाधिकारियों के साथ साल में 2 बार परीक्षाएं कराने पर चर्चा की जिसके बाद ये फैसला लिया है। ——————- ये खबरें भी पढ़ें… यूपी के शुभांशु शुक्ला स्पेस स्टेशन के लिए रवाना: NDA क्लियर कर IAF पायलट बने, पीएम मोदी ने एस्ट्रोनॉट विंग्स दिए; जानें कंप्लीट प्रोफाइल भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला Axiom मिशन 4 के तहत आज 25 जून को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हो गए। वो इस मिशन के पायलट हैं। उनके साथ तीन अन्य एस्ट्रोनॉट भी स्पेस स्टेशन जा रहे हैं। ये मिशन इससे पहले 6 बार टाला जा चुका था।
CBSE (सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन) 10वीं के स्टूडेंट 2026 से साल में 2 बार एग्जाम देंगे। एग्जामिनेशन कंट्रोलर संयम भारद्वाज ने बुधवार को यह जानकारी दी है। नए परीक्षा पैटर्न के मुताबिक, पहली परीक्षा सभी छात्रों के लिए जरूरी होगी और दूसरी ऑप्शनल। पहली परीक्षा फरवरी और दूसरी मई में होगी। नतीजे अप्रैल और जून में जारी किए जाएंगे। इसके साथ ही सप्लीमेंट्री एग्जाम खत्म कर दिए गए हैं। 12वीं बोर्ड पर अभी यह फैसला लागू नहीं होगा। नए एग्जाम पैटर्न की 3 अहम बातें CBSE के इस फैसले को 7 सवाल-जवाब में जानें… सवाल 1: दो बार एग्जाम होने का नियम कब से लागू होगा। जवाब: ये नियम 2025-26 सेशन से लागू होगा। इसका मतलब है कि साल 2026 में बोर्ड एग्जाम 2 बार आयोजित होंगे। सवाल 2: क्या दोनों बार एग्जाम देना जरूरी होगा। जवाब: नहीं। स्टूडेंट्स के पास 3 ऑप्शन होंगे। 1. साल में एक बार परीक्षा दें। 2. दोनों परीक्षाओं में शामिल हों। 3. किसी सब्जेक्ट में अच्छा परफॉर्म न कर पाने पर, दूसरी परीक्षा में उस विषय का दोबारा एग्जाम दें। सवाल 3: अगर एग्जाम 2 बार दिए हैं, तो रिजल्ट कैसे तय होगा। जवाब: जो स्टूडेंट्स दोनों बार बोर्ड एग्जाम में शामिल होंगे, उनका वो रिजल्ट फाइनल माना जाएगा, जो बेहतर होगा। यानी अगर दूसरी बार एग्जाम देने पर नंबर घट जाएंगे, तो पहली परीक्षा के नंबर ही फाइनल माने जाएंगे। सवाल 4: क्या दो एग्जाम्स के बाद सप्लीमेंट्री एग्जाम भी देने का मौका मिलेगा। जवाब: नहीं। 10वीं के लिए सप्लीमेंट्री एग्जाम अब खत्म कर दिया जाएगा। सवाल 5: क्या दोनों बार बोर्ड परीक्षाओं के लिए अलग-अलग एग्जाम सेंटर मिलेगा। जवाब: नहीं। दोनों परीक्षाओं के लिए एग्जाम सेंटर एक ही रहेगा। सवाल 6: क्या दोनों परीक्षाओं के लिए रजिस्ट्रेशन अलग-अलग करना होगा? फीस भी 2 बार लगेगी। जवाब: नहीं। दोनों परीक्षाओं के लिए रजिस्ट्रेशन एक ही बार करना होगा। हालांकि, दो बार परीक्षा देने का ऑप्शन चुनने पर फीस एक साथ ली जाएगी। सवाल 7: क्या प्रैक्टिकल एग्जाम भी 2 बार होंगे। जवाब: नहीं। प्रैक्टिकल और इंटरनल एग्जाम एक ही बार होंगे। ये पहले की तरह दिसंबर-जनवरी में आयोजित किए जाएंगे। अगस्त 2024 में तैयार हुआ था ड्राफ्ट साल में 2 बार एग्जाम कराने का ड्राफ्ट अगस्त 2024 में तैयार किया गया था। इस दौरान शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि जिस तरह स्टूडेंट्स के पास साल में दो साल इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE) देने का ऑप्शन होता है, उसी तरह स्टूडेंट्स 10वीं के एग्जाम साल में दो बार दे सकेंगे। मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन ने पिछले सप्ताह 19 फरवरी को CBSE बोर्ड सचिव और दूसरे शिक्षाविदों के साथ साल में 2 बार बोर्ड एग्जाम कराने को लेकर चर्चा की थी। शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने CBSE, NCERT, KVS, NVS और कई स्कूल पदाधिकारियों के साथ साल में 2 बार परीक्षाएं कराने पर चर्चा की जिसके बाद ये फैसला लिया है। ——————- ये खबरें भी पढ़ें… यूपी के शुभांशु शुक्ला स्पेस स्टेशन के लिए रवाना: NDA क्लियर कर IAF पायलट बने, पीएम मोदी ने एस्ट्रोनॉट विंग्स दिए; जानें कंप्लीट प्रोफाइल भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला Axiom मिशन 4 के तहत आज 25 जून को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हो गए। वो इस मिशन के पायलट हैं। उनके साथ तीन अन्य एस्ट्रोनॉट भी स्पेस स्टेशन जा रहे हैं। ये मिशन इससे पहले 6 बार टाला जा चुका था।