
छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में कुसुम पावर प्लांट में गुरुवार को बड़ा हादसा हो गया। रामबोर्ड गांव में स्थित कुसुम इस्मेल्टर्स स्टील प्लांट में साइलो (स्टोरेज टैंक) गिरने से 6 मजदूर चपेट में आ गए। इनमें से एक की मौत हो गई। वहीं अभी 4-5 मजदूर नीचे दबे हुए हैं। मामला सरगांव थाना इलाके का है। बताया जा रहा है कि, प्लांट प्रशासन ने पहले तो लोगों को अंदर जाने से रोका, लेकिन हंगामे और कर्मचारियों के दबाव के बाद ही रेस्क्यू टीम को अंदर जाने दिया गया। फिलहाल, रेस्क्यू टीम बचाव कार्य में जुटी हुई है। कर्मचारियों ने कहा- मशीनों की जांच नहीं हुई यह हादसा मनियारी नदी के पास, बिलासपुर-रायपुर हाईवे से लगे रामबोर्ड गांव के कुसुम प्लांट में हुआ। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, प्लांट में भारी साइलो अचानक गिर गया, जिससे वहां काम कर रहे कर्मचारी इसकी चपेट में आ गए। प्लांट के कुछ कर्मचारियों ने बताया कि हादसा प्रबंधन की लापरवाही से हुआ है। अंदर की मशीनों और स्ट्रक्चर की समय पर जांच और मरम्मत नहीं की गई थी, जिसकी वजह से यह घटना हुई। प्लांट विस्तार में जल्दबाजी का खामियाजा भुगतना पड़ा है। उच्चस्तरीय जांच की मांग इससे पहले भी क्षेत्रवासी प्लांट से हो रहे प्रदूषण से काफी परेशान रहे हैं। हादसे के बाद घटनास्थल के पास बड़ी संख्या में स्थानीय और परिजन जुट गए हैं। उनकी मांग है कि हादसे की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों पर कार्रवाई की जाए। प्रभावित परिवारों ने प्लांट प्रबंधन से मुआवजे की मांग की है। IG डॉ संजीव शुक्ला ने कहा- फैक्ट्री प्रबंधन के अनुसार 2 से 3 लोग दबे हैं। हालांकि, सही जानकारी साइलो के हटाए जाने के बाद ही सामने आ पाएगी। 2 लोग घायल थे उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, इनमें से एक मजदूर की मौत हुई है। परिजनों ने किया हंगामा हादसे बाद परिजनों और ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। उनका आरोप है कि दोपहर 1 बजे घटना हुई है। लेकिन 6-7 घंटे बाद भी साइलो को हटाया नहीं गया है। जानबूझकर देरी की जा रही है। ताकि सभी लोग घर चले जाए और सही जानकारी को छिपाया जा सके। 5 से 6 लोगों के नीचे दबे होने की आशंका है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने क्या कहा- स्मेल्टर्स प्लांट में औद्योगिक दुर्घटना का दुखद समाचार मिला। घटना की जानकारी मिलते ही राहत और बचाव के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। इसकी सतत निगरानी भी की जा रही है। ईश्वर से मलबे में दबे मजदूरों के सकुशल होने और घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। 4 महीने पहले सरगुजा में भी ऐसा हादसा छत्तीसगढ़ के सरगुजा में एलुमिना प्लांट में हॉपर गिरने से 4 मजदूरों की मौत हो गई थी। मां कुदरगढ़ी प्लांट में कोयले से लोड हॉपर और करीब 150 फीट बेल्ट गिरने से यह हादसा हुआ। हॉपर गिरने से 7 मजदूर दब गए थे। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 4 मजदूरों की डेड बॉडी मिली। वहीं 3 लोगों को मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल अंबिकापुर में भर्ती किया गया। हादसे के दौरान 2 लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई थी। पढ़ें पूरी खबर…
छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में कुसुम पावर प्लांट में गुरुवार को बड़ा हादसा हो गया। रामबोर्ड गांव में स्थित कुसुम इस्मेल्टर्स स्टील प्लांट में साइलो (स्टोरेज टैंक) गिरने से 6 मजदूर चपेट में आ गए। इनमें से एक की मौत हो गई। वहीं अभी 4-5 मजदूर नीचे दबे हुए हैं। मामला सरगांव थाना इलाके का है। बताया जा रहा है कि, प्लांट प्रशासन ने पहले तो लोगों को अंदर जाने से रोका, लेकिन हंगामे और कर्मचारियों के दबाव के बाद ही रेस्क्यू टीम को अंदर जाने दिया गया। फिलहाल, रेस्क्यू टीम बचाव कार्य में जुटी हुई है। कर्मचारियों ने कहा- मशीनों की जांच नहीं हुई यह हादसा मनियारी नदी के पास, बिलासपुर-रायपुर हाईवे से लगे रामबोर्ड गांव के कुसुम प्लांट में हुआ। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, प्लांट में भारी साइलो अचानक गिर गया, जिससे वहां काम कर रहे कर्मचारी इसकी चपेट में आ गए। प्लांट के कुछ कर्मचारियों ने बताया कि हादसा प्रबंधन की लापरवाही से हुआ है। अंदर की मशीनों और स्ट्रक्चर की समय पर जांच और मरम्मत नहीं की गई थी, जिसकी वजह से यह घटना हुई। प्लांट विस्तार में जल्दबाजी का खामियाजा भुगतना पड़ा है। उच्चस्तरीय जांच की मांग इससे पहले भी क्षेत्रवासी प्लांट से हो रहे प्रदूषण से काफी परेशान रहे हैं। हादसे के बाद घटनास्थल के पास बड़ी संख्या में स्थानीय और परिजन जुट गए हैं। उनकी मांग है कि हादसे की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों पर कार्रवाई की जाए। प्रभावित परिवारों ने प्लांट प्रबंधन से मुआवजे की मांग की है। IG डॉ संजीव शुक्ला ने कहा- फैक्ट्री प्रबंधन के अनुसार 2 से 3 लोग दबे हैं। हालांकि, सही जानकारी साइलो के हटाए जाने के बाद ही सामने आ पाएगी। 2 लोग घायल थे उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, इनमें से एक मजदूर की मौत हुई है। परिजनों ने किया हंगामा हादसे बाद परिजनों और ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। उनका आरोप है कि दोपहर 1 बजे घटना हुई है। लेकिन 6-7 घंटे बाद भी साइलो को हटाया नहीं गया है। जानबूझकर देरी की जा रही है। ताकि सभी लोग घर चले जाए और सही जानकारी को छिपाया जा सके। 5 से 6 लोगों के नीचे दबे होने की आशंका है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने क्या कहा- स्मेल्टर्स प्लांट में औद्योगिक दुर्घटना का दुखद समाचार मिला। घटना की जानकारी मिलते ही राहत और बचाव के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। इसकी सतत निगरानी भी की जा रही है। ईश्वर से मलबे में दबे मजदूरों के सकुशल होने और घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। 4 महीने पहले सरगुजा में भी ऐसा हादसा छत्तीसगढ़ के सरगुजा में एलुमिना प्लांट में हॉपर गिरने से 4 मजदूरों की मौत हो गई थी। मां कुदरगढ़ी प्लांट में कोयले से लोड हॉपर और करीब 150 फीट बेल्ट गिरने से यह हादसा हुआ। हॉपर गिरने से 7 मजदूर दब गए थे। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 4 मजदूरों की डेड बॉडी मिली। वहीं 3 लोगों को मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल अंबिकापुर में भर्ती किया गया। हादसे के दौरान 2 लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई थी। पढ़ें पूरी खबर…