
इंदौर के राजा रघुवंशी (29) की हत्या के मामले में लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। सोनम (24) ने पति राजा और खुद की फ्लाइट के टिकट कराए। साथ ही चार आरोपियों राज कुशवाह (19), आकाश राजपूत (23), आनंद कुर्मी (21) और विशाल चौहान (23) का ट्रेन का टिकट कराया था। सोनम राजा को जबरदस्ती गुवाहाटी स्थित कामाख्या देवी दर्शन के लिए ले गई थी। शादी के बाद सोनम अपने मायके में ही थी। इस दौरान उसने दो सिम खरीदी। प्रेमी राज कुशवाह सोनम के पिता की दुकान पर काम करता था। इसलिए सोनम ने आसानी से एक सिम राज को दे दी, दूसरी अपने पास रखी। 20 मई को राज जब रेलवे स्टेशन पहुंचा तो उसका मन बदल गया और वह ट्रेन में नहीं बैठा। राज ने सिम दोस्त विशाल को दे दी। इसके बाद सोनम की बातचीत विशाल से ही हुई। विशाल ने सोनम को बताया कि राज उनके साथ नहीं आया है। उसने उन्हें (बाकी आरोपियों को) भी जाने से मना किया था। इस पर सोनम नाराज हुई। फिर कहा कि प्लान के मुताबिक ही पूरा काम होना चाहिए। ये जानकारी इंदौर क्राइम ब्रांच के एक अफसर ने बताई। उन्होंने बताया कि इन सभी बिंदुओं पर मेघालय पुलिस जांच कर रही है। मेघालय की पुलिस प्रमुख के मुताबिक, शिलॉन्ग में राजा रघुवंशी की हत्या पत्नी सोनम रघुवंशी ने ही करवाई थी। सोनम ने अपने प्रेमी से कहा था कि शादी पिता की मर्जी से कर रही है, लेकिन राजा को रास्ते से हटा देगी। उसने राजा की हत्या के लिए प्रेमी के दोस्तों को 50 हजार रुपए में सुपारी दी थी। प्रेमी को दिलाती थी कपड़े, घुमाने भी ले जाती थी
क्राइम ब्रांच और शिलॉन्ग पुलिस ने तीन आरोपी राज कुशवाह (19), विशाल चौहान (23) और आकाश राजपूत (23) को सोमवार को मेडिकल के बाद कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उन्हें शिलॉन्ग पुलिस के सुपुर्द कर दिया। प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा हुआ कि सोनम और राज की दोस्ती कुछ महीने पहले ही प्यार में बदली थी। सोनम, राज को बेहद पसंद करने लगी थी और उस पर काफी खर्च भी करती थी। वह राज को घुमाने ले जाती, कपड़े और जरूरत की चीजें दिलाती थी। सोनम ने पिता देवी सिंह और भाई गोविंद से छिपकर पूरी प्लानिंग की। राज ने ही अपने दोस्त आकाश और विशाल को सोनम से मिलवाया। सोनम ने उन्हें 50 हजार रुपए दिए। आकाश राजपूत और विशाल चौहान ने बीना के रहने वाले आनंद कुर्मी को भी साथ ले लिया। आरोपी राज से बोले- घूमकर आ जाएंगे
पुलिस के मुताबिक, सोनम का प्रेमी राज कुशवाह तीनों दोस्तों के साथ रेलवे स्टेशन तक पहुंचा, लेकिन वापस लौट आया। उसने तीनों दोस्तों को भी गुवाहाटी जाने से रोका। इस पर आरोपियों (आकाश, विशाल और आनंद) ने कहा कि टिकट हो गए हैं। पैसे भी हैं, घूमकर और दर्शन करके वापस आ जाएंगे। तीनों आरोपी ट्रेन से पहले गुवाहाटी, फिर शिलॉन्ग पहुंचे। सोनम के इशारे का इंतजार कर रहे थे आरोपी
आरोपियों ने गुवाहाटी से ही पेड़ काटने वाला हथियार खरीदा। जिस होटल में सोनम और राजा रुके थे, उससे कुछ ही दूरी पर तीनों आरोपी भी एक कमरा लेकर रुके थे। तीनों हथियार साथ लेकर घूमते रहे और सोनम के इशारे का इंतजार करते रहे। उनका प्लान था कि हत्या ऐसे इलाके में करेंगे, जहां जंगल हो और आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा न हो। घटना को लूट जैसा दिखाया जा सके। आरोपियों ने हत्या करने से मना किया तो बोली- और पैसे दूंगी
23 मई को सोनम फोटोशूट के बहाने पहाड़ी कोरसा इलाके में राजा को ले गई। रास्ते में तीनों आरोपी भी राजा से मिले। इन्होंने राजा से हिंदी में बात की और साथ चल दिए। आरोपियों ने मेघालय पुलिस को बताया कि सोनम थकने के बहाने पीछे चलने लगी। पहाड़ी चढ़ते-चढ़ते हम भी थकने लगे तो सोनम बोली, लाखों रुपए दूंगी, पर मारना पड़ेगा। आरोपियों ने बताया कि पहाड़ी चढ़ते हुए हम थक गए तो राजा को मारने से मना किया। तब सोनम ने और पैसे देने का ऑफर दिया। उसने राजा के पर्स से निकालकर 15 हजार रुपए हमें दिए और कहा कि मारना तो पड़ेगा। इस दौरान राजा आगे चल रहा था। हत्या से पहले सोनम ने सास को कॉल किया
शिलॉन्ग के सोहरा में जिस दिन राजा-सोनम के लापता होने की खबर सामने आई, उसी दिन (23 मई को) राजा की हत्या कर दी गई थी। इससे पहले दंपती के साथ एक गाइड भी था। रास्ते में जानबूझकर सोनम ने अपनी सास उमा को कॉल किया। इस दौरान इशारों में अपने साथियों को हमला करने का संकेत दिया। आनंद कुर्मी, विशाल चौहान और आकाश राजपूत, राजा और सोनम के पीछे चल रहे थे। गाइड की मौजूदगी में वे हमला नहीं कर सके। इसके बाद सोनम ने बहाना बनाकर गाइड को वहां से रवाना कर दिया। सोनम ने राजा से कहा था- फोन बंद कर दो
गाइड के जाते ही सोनम ने राजा से कहा कि तुम्हारे मोबाइल पर बहुत कॉल आते हैं, जिससे डिस्टर्बेंस होता है। इसलिए बेहतर होगा कि अपना फोन बंद कर दो। राजा ने सोनम की बात मानकर फोन बंद कर दिया। इसके बाद सोनम उसे घने जंगल वाली जगह पर ले गई। मौका मिलते ही तीनों आरोपियों ने राजा पर हमला कर दिया। हत्या कर उसका शव रेलिंग से नीचे खाई में फेंक दिया। 25 किमी तक दो मोपेड से साथ चली सोनम
हत्या की साजिश के तहत सोनम, आरोपी विशाल, आकाश और आनंद के साथ दो मोपेड पर करीब 25 किलोमीटर तक साथ गई थी। रास्ते में सोनम ने एक सुनसान जगह पर गाड़ी रुकवाई। यहां तीनों आरोपियों को 15 हजार रुपए नकद दिए। साथ ही बाकी पैसे बाद में देने का वादा कर वह वहां से रवाना हो गई। इसके बाद सोनम ने तीनों आरोपियों से संपर्क करना बंद कर दिया, लेकिन प्रेमी राज से दूसरी सिम के जरिए लगातार बातचीत करती रही। हत्या के बाद वहीं घूमते रहे
हत्या के बाद तीनों आरोपी शिलॉन्ग में ही रुके रहे। वहां मीडिया के जरिए पुलिस की एक्टिविटी पर नजर रखी। तीन दिन पहले वे तीनों शिलॉन्ग से लौट आए। रास्ते में वे ललितपुर स्थित आकाश लोधी के घर रुके थे। इसके चलते पुलिस आकाश लोधी की भूमिका भी जांच कर रही है। गुमराह करने सोनम के लिए रोज दुआएं करता था राज
राज कुशवाह की मां चुन्नीबाई, बड़ी बहन सुहानी और छोटी बहन प्रिया मानने को तैयार नहीं हैं कि उनका बेटा राजा की हत्या कर सकता है। सुहानी ने कहा- मेरा भाई ऐसा कर ही नहीं सकता। वह तो सोनम दीदी की सलामती के लिए घर के मंदिर में रोज दुआ करता था। राजा भैया की शव यात्रा में भी गया था। वहां से लौटकर दो घंटे तक रोया। ——————————————————– राजा मर्डर केस से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… 3 झूठ बोलकर शक के घेरे में आई सोनम 2 जून को जब राजा रघुवंशी की बॉडी मिली तो हमें समझ आ गया था कि ये मामूली मिसिंग केस नहीं है। इसके इन्वेस्टिगेशन के लिए हमने एसआईटी बनाई। हमारी अलग-अलग टीमों ने अलग-अलग सबूत इकट्ठे किए। इन सभी सबूतों को जोड़ने के बाद ही हमने सोनम को इस केस की मुख्य आरोपी कहा है। पढ़ें पूरी खबर… सोनम के पिता की दुकान में काम करता था राज इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में जिन 5 संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, उनमें राज कुशवाह भी शामिल है। राज सोनम के पिता की प्लाईवुड की दुकान पर काम करता था। सोनम के पिता देवी सिंह ने बताया कि राज दो दिन पहले हमारे घर आया था, उसने सबसे बातचीत भी की। कभी उस पर शक नहीं हुआ कि वह हत्याकांड में शामिल होगा। पढ़ें पूरी खबर…
इंदौर के राजा रघुवंशी (29) की हत्या के मामले में लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। सोनम (24) ने पति राजा और खुद की फ्लाइट के टिकट कराए। साथ ही चार आरोपियों राज कुशवाह (19), आकाश राजपूत (23), आनंद कुर्मी (21) और विशाल चौहान (23) का ट्रेन का टिकट कराया था। सोनम राजा को जबरदस्ती गुवाहाटी स्थित कामाख्या देवी दर्शन के लिए ले गई थी। शादी के बाद सोनम अपने मायके में ही थी। इस दौरान उसने दो सिम खरीदी। प्रेमी राज कुशवाह सोनम के पिता की दुकान पर काम करता था। इसलिए सोनम ने आसानी से एक सिम राज को दे दी, दूसरी अपने पास रखी। 20 मई को राज जब रेलवे स्टेशन पहुंचा तो उसका मन बदल गया और वह ट्रेन में नहीं बैठा। राज ने सिम दोस्त विशाल को दे दी। इसके बाद सोनम की बातचीत विशाल से ही हुई। विशाल ने सोनम को बताया कि राज उनके साथ नहीं आया है। उसने उन्हें (बाकी आरोपियों को) भी जाने से मना किया था। इस पर सोनम नाराज हुई। फिर कहा कि प्लान के मुताबिक ही पूरा काम होना चाहिए। ये जानकारी इंदौर क्राइम ब्रांच के एक अफसर ने बताई। उन्होंने बताया कि इन सभी बिंदुओं पर मेघालय पुलिस जांच कर रही है। मेघालय की पुलिस प्रमुख के मुताबिक, शिलॉन्ग में राजा रघुवंशी की हत्या पत्नी सोनम रघुवंशी ने ही करवाई थी। सोनम ने अपने प्रेमी से कहा था कि शादी पिता की मर्जी से कर रही है, लेकिन राजा को रास्ते से हटा देगी। उसने राजा की हत्या के लिए प्रेमी के दोस्तों को 50 हजार रुपए में सुपारी दी थी। प्रेमी को दिलाती थी कपड़े, घुमाने भी ले जाती थी
क्राइम ब्रांच और शिलॉन्ग पुलिस ने तीन आरोपी राज कुशवाह (19), विशाल चौहान (23) और आकाश राजपूत (23) को सोमवार को मेडिकल के बाद कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उन्हें शिलॉन्ग पुलिस के सुपुर्द कर दिया। प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा हुआ कि सोनम और राज की दोस्ती कुछ महीने पहले ही प्यार में बदली थी। सोनम, राज को बेहद पसंद करने लगी थी और उस पर काफी खर्च भी करती थी। वह राज को घुमाने ले जाती, कपड़े और जरूरत की चीजें दिलाती थी। सोनम ने पिता देवी सिंह और भाई गोविंद से छिपकर पूरी प्लानिंग की। राज ने ही अपने दोस्त आकाश और विशाल को सोनम से मिलवाया। सोनम ने उन्हें 50 हजार रुपए दिए। आकाश राजपूत और विशाल चौहान ने बीना के रहने वाले आनंद कुर्मी को भी साथ ले लिया। आरोपी राज से बोले- घूमकर आ जाएंगे
पुलिस के मुताबिक, सोनम का प्रेमी राज कुशवाह तीनों दोस्तों के साथ रेलवे स्टेशन तक पहुंचा, लेकिन वापस लौट आया। उसने तीनों दोस्तों को भी गुवाहाटी जाने से रोका। इस पर आरोपियों (आकाश, विशाल और आनंद) ने कहा कि टिकट हो गए हैं। पैसे भी हैं, घूमकर और दर्शन करके वापस आ जाएंगे। तीनों आरोपी ट्रेन से पहले गुवाहाटी, फिर शिलॉन्ग पहुंचे। सोनम के इशारे का इंतजार कर रहे थे आरोपी
आरोपियों ने गुवाहाटी से ही पेड़ काटने वाला हथियार खरीदा। जिस होटल में सोनम और राजा रुके थे, उससे कुछ ही दूरी पर तीनों आरोपी भी एक कमरा लेकर रुके थे। तीनों हथियार साथ लेकर घूमते रहे और सोनम के इशारे का इंतजार करते रहे। उनका प्लान था कि हत्या ऐसे इलाके में करेंगे, जहां जंगल हो और आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा न हो। घटना को लूट जैसा दिखाया जा सके। आरोपियों ने हत्या करने से मना किया तो बोली- और पैसे दूंगी
23 मई को सोनम फोटोशूट के बहाने पहाड़ी कोरसा इलाके में राजा को ले गई। रास्ते में तीनों आरोपी भी राजा से मिले। इन्होंने राजा से हिंदी में बात की और साथ चल दिए। आरोपियों ने मेघालय पुलिस को बताया कि सोनम थकने के बहाने पीछे चलने लगी। पहाड़ी चढ़ते-चढ़ते हम भी थकने लगे तो सोनम बोली, लाखों रुपए दूंगी, पर मारना पड़ेगा। आरोपियों ने बताया कि पहाड़ी चढ़ते हुए हम थक गए तो राजा को मारने से मना किया। तब सोनम ने और पैसे देने का ऑफर दिया। उसने राजा के पर्स से निकालकर 15 हजार रुपए हमें दिए और कहा कि मारना तो पड़ेगा। इस दौरान राजा आगे चल रहा था। हत्या से पहले सोनम ने सास को कॉल किया
शिलॉन्ग के सोहरा में जिस दिन राजा-सोनम के लापता होने की खबर सामने आई, उसी दिन (23 मई को) राजा की हत्या कर दी गई थी। इससे पहले दंपती के साथ एक गाइड भी था। रास्ते में जानबूझकर सोनम ने अपनी सास उमा को कॉल किया। इस दौरान इशारों में अपने साथियों को हमला करने का संकेत दिया। आनंद कुर्मी, विशाल चौहान और आकाश राजपूत, राजा और सोनम के पीछे चल रहे थे। गाइड की मौजूदगी में वे हमला नहीं कर सके। इसके बाद सोनम ने बहाना बनाकर गाइड को वहां से रवाना कर दिया। सोनम ने राजा से कहा था- फोन बंद कर दो
गाइड के जाते ही सोनम ने राजा से कहा कि तुम्हारे मोबाइल पर बहुत कॉल आते हैं, जिससे डिस्टर्बेंस होता है। इसलिए बेहतर होगा कि अपना फोन बंद कर दो। राजा ने सोनम की बात मानकर फोन बंद कर दिया। इसके बाद सोनम उसे घने जंगल वाली जगह पर ले गई। मौका मिलते ही तीनों आरोपियों ने राजा पर हमला कर दिया। हत्या कर उसका शव रेलिंग से नीचे खाई में फेंक दिया। 25 किमी तक दो मोपेड से साथ चली सोनम
हत्या की साजिश के तहत सोनम, आरोपी विशाल, आकाश और आनंद के साथ दो मोपेड पर करीब 25 किलोमीटर तक साथ गई थी। रास्ते में सोनम ने एक सुनसान जगह पर गाड़ी रुकवाई। यहां तीनों आरोपियों को 15 हजार रुपए नकद दिए। साथ ही बाकी पैसे बाद में देने का वादा कर वह वहां से रवाना हो गई। इसके बाद सोनम ने तीनों आरोपियों से संपर्क करना बंद कर दिया, लेकिन प्रेमी राज से दूसरी सिम के जरिए लगातार बातचीत करती रही। हत्या के बाद वहीं घूमते रहे
हत्या के बाद तीनों आरोपी शिलॉन्ग में ही रुके रहे। वहां मीडिया के जरिए पुलिस की एक्टिविटी पर नजर रखी। तीन दिन पहले वे तीनों शिलॉन्ग से लौट आए। रास्ते में वे ललितपुर स्थित आकाश लोधी के घर रुके थे। इसके चलते पुलिस आकाश लोधी की भूमिका भी जांच कर रही है। गुमराह करने सोनम के लिए रोज दुआएं करता था राज
राज कुशवाह की मां चुन्नीबाई, बड़ी बहन सुहानी और छोटी बहन प्रिया मानने को तैयार नहीं हैं कि उनका बेटा राजा की हत्या कर सकता है। सुहानी ने कहा- मेरा भाई ऐसा कर ही नहीं सकता। वह तो सोनम दीदी की सलामती के लिए घर के मंदिर में रोज दुआ करता था। राजा भैया की शव यात्रा में भी गया था। वहां से लौटकर दो घंटे तक रोया। ——————————————————– राजा मर्डर केस से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… 3 झूठ बोलकर शक के घेरे में आई सोनम 2 जून को जब राजा रघुवंशी की बॉडी मिली तो हमें समझ आ गया था कि ये मामूली मिसिंग केस नहीं है। इसके इन्वेस्टिगेशन के लिए हमने एसआईटी बनाई। हमारी अलग-अलग टीमों ने अलग-अलग सबूत इकट्ठे किए। इन सभी सबूतों को जोड़ने के बाद ही हमने सोनम को इस केस की मुख्य आरोपी कहा है। पढ़ें पूरी खबर… सोनम के पिता की दुकान में काम करता था राज इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में जिन 5 संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, उनमें राज कुशवाह भी शामिल है। राज सोनम के पिता की प्लाईवुड की दुकान पर काम करता था। सोनम के पिता देवी सिंह ने बताया कि राज दो दिन पहले हमारे घर आया था, उसने सबसे बातचीत भी की। कभी उस पर शक नहीं हुआ कि वह हत्याकांड में शामिल होगा। पढ़ें पूरी खबर…