
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में दूसरे फेज के पद्म अवॉर्ड्स दिए। इनमें लोकगायिका स्वर्गीय डॉ. शारदा सिन्हा समेत 68 हस्तियों को सम्मानित किया गया। इस दौरान पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद रहे। सेरेमनी में बिहार की दिवंगत लोक गायिका डॉ. शारदा सिन्हा को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। वहीं, राम मंदिर आंदोलन में शामिल रहीं साध्वी ऋतंभरा को सामाजिक कार्य के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। इससे पहले 28 अप्रैल को पहले चरण की अवॉर्ड सेरेमनी में 71 हस्तियों को पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। इनमें 4 पद्म विभूषण, 10 पद्म भूषण और 57 पद्म श्री पुरस्कार दिए गए। सरकार ने गणतंत्र दिवस से पहले 2025 के लिए 139 पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया था। 19 हस्तियों को पद्म भूषण के लिए चुना गया था। 113 हस्तियों को इस बार पद्म श्री से सम्मानित किया गया। पद्म पुरस्कार विजेताओं में 23 महिलाएं रहीं। इनमें 10 विदेशी/NRI/PIO/OCI कैटेगरी के लोग भी थे। पद्म अवॉर्ड की तस्वीरें… दूसरे चरण में इन हस्तियों को मिला पद्म श्री अवॉर्ड पद्म अवॉर्ड्स पाने वाले हस्तियों के बारे में जानिए… दीदी मां साध्वी ऋतंभरा को पद्म भूषण दीदी मां के नाम से जानी जाने वाली साध्वी ऋतंभरा को विशेष रूप से वंचित बच्चों, महिलाओं और कमजोर वर्गों के उत्थान व सामाजिक कार्य के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। वे राम मंदिर आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभा चुकी हैं। उन्होंने 1990 के दशक में महिला संगठन दुर्गा वाहिनी की स्थापना की थी। बिहार कोकिला शारदा सिन्हा को मरणोपरांत पद्म विभूषण प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उनके बेटे अंशुमान ने ग्रहण किया। इस दौरान वे मंच पर काफी भावुक नजर आए। शारदा सिन्हा को बिहार की सांस्कृतिक पहचान माना जाता है। वे बिहार कोकिला के नाम से मशहूर हैं। उन्होंने छठ पूजा से लेकर विवाह गीतों तक लोकजीवन के हर रंग को अपनी आवाज में पिरोया। 3 तलाक को खत्म करने वाले पूर्व जस्टिस को पद्म विभूषण सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस जगदीश सिंह खेहर को देश का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्म विभूषण मिला है। भारत के 44वें मुख्य न्यायाधीश रहे हैं। लेकिन उनकी पहचान इससे बहुत बड़ी है। उन्होंने 3 तलाक को असंवैधानिक करार देने, केरल लव जिहाद केस की जांच एनआईए को सौंपी और निजता को मौलिक अधिकार का दर्जा देने वाले पीठ में शामिल थे। पंडी राम को पारंपरिक वाद्ययंत्र निर्माण के लिए पद्मश्री छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के गोंड मुरिया जनजाति के जाने-माने कलाकार पंडी राम मंडावी का पारंपरिक वाद्य यंत्र निर्माण और लकड़ी की शिल्पकला के क्षेत्र में योगदान के लिए पद्म अवार्ड से सम्मानित किया गया। पंडी राम मंडावी 68 साल के हैं, पिछले 5 दशकों से बस्तर की सांस्कृतिक धरोहर को न केवल संरक्षित कर रहे हैं, बल्कि नई पहचान भी दिला रहे। यूएसबी के जनक अजय वी भट्ट को पद्मश्री भारतीय मूल के अमेरिकी कंप्यूटर इंजीनियर अजय वी भट्ट को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान के लिए वर्ष 2025 का पद्मश्री अवॉर्ड दिया गया है। अजय वी भट्ट को यूनिवर्सल सीरियल बस यानी यूएसबी तकनीक के सह-आविष्कारक के रूप में जाना जाता है। यूएसबी तकनीक ने कंप्यूटर की दुनिया में क्रांति ला दी थी। गणतंत्र दिवस पर होता है पद्म अवॉर्ड्स का ऐलान 1954 में स्थापित इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है। ये पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल और सिविल सेवा जैसे विभिन्न विषयों और क्षेत्रों में दिए जाते हैं। पद्म विभूषण असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है; पद्म भूषण उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए और पद्म श्री किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है। पहले फेज के पद्म अवॉर्डी… पहले चरण के पद्म पुरस्कारों में कला के क्षेत्र में साउथ फिल्मों के एक्टर अजीत और फिल्म डायरेक्टर शेखर कपूर को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। वहीं गजल गायक पंकज उधास को मरणोपरांत पद्म भूषण सम्मान दिया गया। अवॉर्ड उनकी पत्नी फरीदा ने लिया। क्रिकेटर आर अश्विन को पद्मश्री, हॉकी खिलाड़ी श्रीजेश को पद्म भूषण दिया गया। वहीं कुवैत की योग टीचर शेखा अली को भी चिकित्सा क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित किया गया। पढ़ें पूरी खबर… ये खबर भी पढ़ें… बहादुरी-बलिदान के लिए जवानों को मिले गैलेंट्री अवॉर्ड्स: राष्ट्रपति ने 6 कीर्ति चक्र, 33 शौर्य चक्र दिए; डाइस से उतरीं, शहीदों की मांओं को गले लगाया राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 22 मई का राष्ट्रपति भवन में पहले चरण के गैलेंट्री अवॉर्ड्स दिए। ये अवॉर्ड ड्यूटी के दौरान असाधारण बहादुरी, समर्पण और बलिदान देने वालों के सम्मान में दिए गए। राष्ट्रपति ने 6 कीर्ति चक्र प्रदान किए। इनमें 4 मरणोपरांत दिए गए। इस दौरान 33 शौर्य चक्र भी प्रदान किए गए। इनमें 7 मरणोपरांत दिए गए। पढ़ें पूरी खबर…
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में दूसरे फेज के पद्म अवॉर्ड्स दिए। इनमें लोकगायिका स्वर्गीय डॉ. शारदा सिन्हा समेत 68 हस्तियों को सम्मानित किया गया। इस दौरान पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद रहे। सेरेमनी में बिहार की दिवंगत लोक गायिका डॉ. शारदा सिन्हा को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। वहीं, राम मंदिर आंदोलन में शामिल रहीं साध्वी ऋतंभरा को सामाजिक कार्य के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। इससे पहले 28 अप्रैल को पहले चरण की अवॉर्ड सेरेमनी में 71 हस्तियों को पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। इनमें 4 पद्म विभूषण, 10 पद्म भूषण और 57 पद्म श्री पुरस्कार दिए गए। सरकार ने गणतंत्र दिवस से पहले 2025 के लिए 139 पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया था। 19 हस्तियों को पद्म भूषण के लिए चुना गया था। 113 हस्तियों को इस बार पद्म श्री से सम्मानित किया गया। पद्म पुरस्कार विजेताओं में 23 महिलाएं रहीं। इनमें 10 विदेशी/NRI/PIO/OCI कैटेगरी के लोग भी थे। पद्म अवॉर्ड की तस्वीरें… दूसरे चरण में इन हस्तियों को मिला पद्म श्री अवॉर्ड पद्म अवॉर्ड्स पाने वाले हस्तियों के बारे में जानिए… दीदी मां साध्वी ऋतंभरा को पद्म भूषण दीदी मां के नाम से जानी जाने वाली साध्वी ऋतंभरा को विशेष रूप से वंचित बच्चों, महिलाओं और कमजोर वर्गों के उत्थान व सामाजिक कार्य के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। वे राम मंदिर आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभा चुकी हैं। उन्होंने 1990 के दशक में महिला संगठन दुर्गा वाहिनी की स्थापना की थी। बिहार कोकिला शारदा सिन्हा को मरणोपरांत पद्म विभूषण प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उनके बेटे अंशुमान ने ग्रहण किया। इस दौरान वे मंच पर काफी भावुक नजर आए। शारदा सिन्हा को बिहार की सांस्कृतिक पहचान माना जाता है। वे बिहार कोकिला के नाम से मशहूर हैं। उन्होंने छठ पूजा से लेकर विवाह गीतों तक लोकजीवन के हर रंग को अपनी आवाज में पिरोया। 3 तलाक को खत्म करने वाले पूर्व जस्टिस को पद्म विभूषण सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस जगदीश सिंह खेहर को देश का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्म विभूषण मिला है। भारत के 44वें मुख्य न्यायाधीश रहे हैं। लेकिन उनकी पहचान इससे बहुत बड़ी है। उन्होंने 3 तलाक को असंवैधानिक करार देने, केरल लव जिहाद केस की जांच एनआईए को सौंपी और निजता को मौलिक अधिकार का दर्जा देने वाले पीठ में शामिल थे। पंडी राम को पारंपरिक वाद्ययंत्र निर्माण के लिए पद्मश्री छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के गोंड मुरिया जनजाति के जाने-माने कलाकार पंडी राम मंडावी का पारंपरिक वाद्य यंत्र निर्माण और लकड़ी की शिल्पकला के क्षेत्र में योगदान के लिए पद्म अवार्ड से सम्मानित किया गया। पंडी राम मंडावी 68 साल के हैं, पिछले 5 दशकों से बस्तर की सांस्कृतिक धरोहर को न केवल संरक्षित कर रहे हैं, बल्कि नई पहचान भी दिला रहे। यूएसबी के जनक अजय वी भट्ट को पद्मश्री भारतीय मूल के अमेरिकी कंप्यूटर इंजीनियर अजय वी भट्ट को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान के लिए वर्ष 2025 का पद्मश्री अवॉर्ड दिया गया है। अजय वी भट्ट को यूनिवर्सल सीरियल बस यानी यूएसबी तकनीक के सह-आविष्कारक के रूप में जाना जाता है। यूएसबी तकनीक ने कंप्यूटर की दुनिया में क्रांति ला दी थी। गणतंत्र दिवस पर होता है पद्म अवॉर्ड्स का ऐलान 1954 में स्थापित इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है। ये पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल और सिविल सेवा जैसे विभिन्न विषयों और क्षेत्रों में दिए जाते हैं। पद्म विभूषण असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है; पद्म भूषण उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए और पद्म श्री किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है। पहले फेज के पद्म अवॉर्डी… पहले चरण के पद्म पुरस्कारों में कला के क्षेत्र में साउथ फिल्मों के एक्टर अजीत और फिल्म डायरेक्टर शेखर कपूर को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। वहीं गजल गायक पंकज उधास को मरणोपरांत पद्म भूषण सम्मान दिया गया। अवॉर्ड उनकी पत्नी फरीदा ने लिया। क्रिकेटर आर अश्विन को पद्मश्री, हॉकी खिलाड़ी श्रीजेश को पद्म भूषण दिया गया। वहीं कुवैत की योग टीचर शेखा अली को भी चिकित्सा क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित किया गया। पढ़ें पूरी खबर… ये खबर भी पढ़ें… बहादुरी-बलिदान के लिए जवानों को मिले गैलेंट्री अवॉर्ड्स: राष्ट्रपति ने 6 कीर्ति चक्र, 33 शौर्य चक्र दिए; डाइस से उतरीं, शहीदों की मांओं को गले लगाया राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 22 मई का राष्ट्रपति भवन में पहले चरण के गैलेंट्री अवॉर्ड्स दिए। ये अवॉर्ड ड्यूटी के दौरान असाधारण बहादुरी, समर्पण और बलिदान देने वालों के सम्मान में दिए गए। राष्ट्रपति ने 6 कीर्ति चक्र प्रदान किए। इनमें 4 मरणोपरांत दिए गए। इस दौरान 33 शौर्य चक्र भी प्रदान किए गए। इनमें 7 मरणोपरांत दिए गए। पढ़ें पूरी खबर…