
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला कैबिनेट मीटिंग के लिए पहलगाम क्लब एंड कन्वेंशन सेंटर पहुंच चुके हैं। यह पहली बार है जब उमर सरकार के इस कार्यकाल में श्रीनगर या जम्मू के बाहर कैबिनेट मीटिंग करेंगे। मीटिंग का एजेंडा अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि पहलगाम के लोगों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए सरकार ने वहां मीटिंग करने का फैसला किया है। 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले के बाद से पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई है। CM ने टूरिज्म सेक्टर को फिर से पटरी पर लाने के लिए 24 मई को दोहरा दृष्टिकोण प्रस्तावित किया था। उन्होंने केंद्र से कश्मीर में सरकारी कंपनियों और पार्लियामेंट्री कमेटी की बैठकें करने का निर्देश देने की अपील की थी। CM ने 2009 से 2014 तक जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल के दौरान उत्तर कश्मीर के गुरेज, माछिल, तंगधार और जम्मू क्षेत्र के राजौरी और पुंछ सेक्टर जैसे दूरदराज इलाकों में कैबिनेट की बैठकें की थीं। CM उमर ने कहा था- सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी थी, माफी के लिए शब्द नहीं पहलगाम में आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार ने 28 अप्रैल को एक दिन का विशेष विधानसभा सत्र बुलाया था। इसमें पहलगाम हमले के खिलाफ सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया था। प्रस्ताव में कहा गया कि ऐसे आतंकी हमले ‘कश्मीरियत’, देश की एकता, शांति तथा सद्भावना पर सीधा हमला हैं। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में 26 मिनट का भावुक भाषण भी दिया। उन्होंने कहा था- जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा लोगों की चुनी हुई हुकूमत की जिम्मेदारी नहीं है, लेकिन CM और टूरिज्म मिनिस्टर होने के नाते मैंने इन्हें बुलाया था। मेजबान होने के नाते मेरी जिम्मेदारी थी कि इन्हें सुरक्षित भेजूं, नहीं भेज पाया। विधानसभा में CM उमर का पूरा भाषण पढ़ें… केंद्र ने पहलगाम हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था
पहलगाम आतंकी हमला का बदला लेने के लिए भारत सरकार ने 7 मई को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाक में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। सेना ने 100 आतंकियों को मार गिराया था। ……………………………… पहलगाम हमले से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… हरियाणा के भाजपा सांसद बोले- सुहाग खोने वाली महिलाओं में वीरांगनाओं जैसा जोश नहीं था, इसलिए 26 लोग मरे पहलगाम आतंकी हमले पर हरियाणा से BJP के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अपना सुहाग खोने वाली महिलाओं में वीरांगना का भाव व जोश नहीं था, इसलिए 26 लोग गोली का शिकार बने। सांसद ने कहा कि पर्यटक हाथ जोड़कर मारे गए। अगर PM की योजना के तहत ट्रेनिंग लेते और सामना करते तो इतनी मौतें नहीं होतीं। पूरी खबर पढ़ें…
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला कैबिनेट मीटिंग के लिए पहलगाम क्लब एंड कन्वेंशन सेंटर पहुंच चुके हैं। यह पहली बार है जब उमर सरकार के इस कार्यकाल में श्रीनगर या जम्मू के बाहर कैबिनेट मीटिंग करेंगे। मीटिंग का एजेंडा अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि पहलगाम के लोगों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए सरकार ने वहां मीटिंग करने का फैसला किया है। 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले के बाद से पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई है। CM ने टूरिज्म सेक्टर को फिर से पटरी पर लाने के लिए 24 मई को दोहरा दृष्टिकोण प्रस्तावित किया था। उन्होंने केंद्र से कश्मीर में सरकारी कंपनियों और पार्लियामेंट्री कमेटी की बैठकें करने का निर्देश देने की अपील की थी। CM ने 2009 से 2014 तक जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल के दौरान उत्तर कश्मीर के गुरेज, माछिल, तंगधार और जम्मू क्षेत्र के राजौरी और पुंछ सेक्टर जैसे दूरदराज इलाकों में कैबिनेट की बैठकें की थीं। CM उमर ने कहा था- सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी थी, माफी के लिए शब्द नहीं पहलगाम में आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार ने 28 अप्रैल को एक दिन का विशेष विधानसभा सत्र बुलाया था। इसमें पहलगाम हमले के खिलाफ सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया था। प्रस्ताव में कहा गया कि ऐसे आतंकी हमले ‘कश्मीरियत’, देश की एकता, शांति तथा सद्भावना पर सीधा हमला हैं। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में 26 मिनट का भावुक भाषण भी दिया। उन्होंने कहा था- जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा लोगों की चुनी हुई हुकूमत की जिम्मेदारी नहीं है, लेकिन CM और टूरिज्म मिनिस्टर होने के नाते मैंने इन्हें बुलाया था। मेजबान होने के नाते मेरी जिम्मेदारी थी कि इन्हें सुरक्षित भेजूं, नहीं भेज पाया। विधानसभा में CM उमर का पूरा भाषण पढ़ें… केंद्र ने पहलगाम हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था
पहलगाम आतंकी हमला का बदला लेने के लिए भारत सरकार ने 7 मई को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाक में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। सेना ने 100 आतंकियों को मार गिराया था। ……………………………… पहलगाम हमले से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… हरियाणा के भाजपा सांसद बोले- सुहाग खोने वाली महिलाओं में वीरांगनाओं जैसा जोश नहीं था, इसलिए 26 लोग मरे पहलगाम आतंकी हमले पर हरियाणा से BJP के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अपना सुहाग खोने वाली महिलाओं में वीरांगना का भाव व जोश नहीं था, इसलिए 26 लोग गोली का शिकार बने। सांसद ने कहा कि पर्यटक हाथ जोड़कर मारे गए। अगर PM की योजना के तहत ट्रेनिंग लेते और सामना करते तो इतनी मौतें नहीं होतीं। पूरी खबर पढ़ें…