
भारतीय सेना ने सोमवार को एक बुकलेट जारी की है। इसमें बताया गया कि 6-7 मई को लॉन्च किए ऑपरेशन सिंदूर की तीनों सेना प्रमुख मॉनिटरिंग कर रहे थे। बुकलेट में दिखाया गया है कि कैसे वॉर रूम से पूरे ऑपरेशन पर नजर रखी जा रही थी। इसमें आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नेवी चीफ एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी और एयरफोर्स चीफ एयरचीफ मार्शल एपी सिंह मौजूद थे। वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पार्लियामेंट्री कंसलटेटिव कमेटी की बैठक की। उन्होंने कहा- DGMO ने पाकिस्तान को उसके क्षेत्र में टेरर कैंप पर भारतीय हमले की जानकारी तभी दी थी जब अटैक किया गया था। उन्होंने कहा कि हमने पाकिस्तान से कभी बात नहीं की। आर्मी ऑपरेशन (सीजफायर) रोकने का फैसला पाकिस्तान की रिक्वेस्ट की पर द्विपक्षीय लिया गया था। इसमें अमेरिका की मध्यस्थता का सवाल नहीं उठता है। वहीं, पहलगाम आतंकी घटना के बाद ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान के मंसूबों को नाकाम किया था। पाकिस्तान ने बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर जिलों में कुल 413 ड्रोन अटैक किए। उन सभी को भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही मार गिराया था। BSF IG बोले- पाकिस्तान ने संवेदनशील इलाकों को ठिकाना बनाया था BSF सीमांत मुख्यालय के आईजी एमएल गर्ग ने जोधपुर में कहा- राजस्थान के फलोदी एयरबेस सहित अन्य संवेदनशील ठिकानों को पाकिस्तान की सेना ने निशाना बनाया था। हर पल हमारी फोर्सेज ने सटीक टाइमिंग के साथ जहां जैसी जरूरत पड़ी, उसके अनुसार जवाब दिया। पूरी खबर पढ़ें… इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को NDA शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उप-मुख्यमंत्रियों के साथ दिल्ली में बैठक की। सूत्रों ने बताया कि उन्होंने नेताओं को ऑपरेशन सिंदूर और इससे जुड़े मुद्दों पर टिप्पणी करने पर चेतावनी दी है। NDTV के सूत्रों के मुताबिक, मोदी ने NDA नेताओं से कहा कि उन्हें हर मुद्दे पर बोलने की जरूरत नहीं है। न ही गैर-जरूरी बयानबाजी करने की जरूरत है। भारत-पाकिस्तान विवाद और ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े अपडेट पढ़ने के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…
भारतीय सेना ने सोमवार को एक बुकलेट जारी की है। इसमें बताया गया कि 6-7 मई को लॉन्च किए ऑपरेशन सिंदूर की तीनों सेना प्रमुख मॉनिटरिंग कर रहे थे। बुकलेट में दिखाया गया है कि कैसे वॉर रूम से पूरे ऑपरेशन पर नजर रखी जा रही थी। इसमें आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नेवी चीफ एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी और एयरफोर्स चीफ एयरचीफ मार्शल एपी सिंह मौजूद थे। वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पार्लियामेंट्री कंसलटेटिव कमेटी की बैठक की। उन्होंने कहा- DGMO ने पाकिस्तान को उसके क्षेत्र में टेरर कैंप पर भारतीय हमले की जानकारी तभी दी थी जब अटैक किया गया था। उन्होंने कहा कि हमने पाकिस्तान से कभी बात नहीं की। आर्मी ऑपरेशन (सीजफायर) रोकने का फैसला पाकिस्तान की रिक्वेस्ट की पर द्विपक्षीय लिया गया था। इसमें अमेरिका की मध्यस्थता का सवाल नहीं उठता है। वहीं, पहलगाम आतंकी घटना के बाद ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान के मंसूबों को नाकाम किया था। पाकिस्तान ने बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर जिलों में कुल 413 ड्रोन अटैक किए। उन सभी को भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही मार गिराया था। BSF IG बोले- पाकिस्तान ने संवेदनशील इलाकों को ठिकाना बनाया था BSF सीमांत मुख्यालय के आईजी एमएल गर्ग ने जोधपुर में कहा- राजस्थान के फलोदी एयरबेस सहित अन्य संवेदनशील ठिकानों को पाकिस्तान की सेना ने निशाना बनाया था। हर पल हमारी फोर्सेज ने सटीक टाइमिंग के साथ जहां जैसी जरूरत पड़ी, उसके अनुसार जवाब दिया। पूरी खबर पढ़ें… इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को NDA शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उप-मुख्यमंत्रियों के साथ दिल्ली में बैठक की। सूत्रों ने बताया कि उन्होंने नेताओं को ऑपरेशन सिंदूर और इससे जुड़े मुद्दों पर टिप्पणी करने पर चेतावनी दी है। NDTV के सूत्रों के मुताबिक, मोदी ने NDA नेताओं से कहा कि उन्हें हर मुद्दे पर बोलने की जरूरत नहीं है। न ही गैर-जरूरी बयानबाजी करने की जरूरत है। भारत-पाकिस्तान विवाद और ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े अपडेट पढ़ने के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…