
जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर का छठे दिन भी अनशन जारी है। सोमवार देर रात से उनकी तबीयत बिगड़ी। मंगलवार सुबह मेदांता अस्पताल के डॉक्टर अजीत प्रधान अपनी टीम और एंबुलेंस के साथ पीके के घर यानी शेखपुरा हाउस पहुंचे। शुरूआती जांच के बाद उन्हें मेदांता अस्पताल ले जाया गया। दोपहर में पीके को आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। डॉक्टर प्रधान ने बताया कि उन्हें डिहाइड्रेशन, इंफेक्शन की शिकायत हो रही है। बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर प्रशांत किशोर 2 जनवरी शाम 5 बजे से लगातार आमरण अनशन पर हैं। मेदांता अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर रविशंकर ने बताया, ‘आज पूरे दिन उनकी जांच की जाएगी, उनकी स्थिति अभी स्थिर है। शाम तक कुछ कहा जा सकता है उन्हें क्या हुआ है। ठंड में बैठे थे इसलिए तबीयत बिगड़ी। सभी तरह की जांच की जाएगी फिर शाम में एक रिपोर्ट जारी की जाएगी। सोमवार देर रात प्रशांत को बिना शर्त जमानत मिली सोमवार को सिविल कोर्ट से गिरफ्तारी के 15 घंटे बाद बिना शर्त जमानत मिल गई। इसके बाद कल देर शाम पटना स्थित शेखपुरा हाउस में उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि ‘कोर्ट ने हम लोगों के अनुरोध को स्वीकार करते हुए अनकंडीशनल बेल दी है। ये जनता का समर्थन है। बेऊर जेल में रखने के लिए उन लोगों के पास पेपर ही नहीं था। पेपर के इंतजार में बैठे रहे। तब तक कोर्ट का फाइनल निर्णय आ गया।’ प्रशांत किशोर ने कहा कि ‘मेरा अनशन जारी था, जारी है, जारी रहेगा। मैं अनशन वापस नहीं ले रहा हूं। आधी रात को बैठक होगी, जिसमें अनशन की जगह तय कर मंगलवार को घोषणा करूंगा। पीके ने दावा किया कि ‘मामला तो गांधी मैदान में ही निपटाया जाएगा। शुरुआत गांधी मैदान से हुई है तो ये बिहार के युवाओं की जिद है।’ गुरुवार 2 जनवरी को शाम 5 बजे से प्रशांत किशोर गांधी मैदान में आमरण अनशन बैठे थे। कोर्ट के आदेश पर बेऊर जेल लेकर पहुंची थी पुलिस सोमवार (6 जनवरी) दोपहर 2 बजे के करीब उन्हें पटना सिविल कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया था। देर शाम पुलिस प्रशांत किशोर को लेकर बेऊर जेल लेकर पहुंची थी। लेकिन जेल प्रशासन के पास कोर्ट का आदेश नहीं पहुंचा था। इसके बाद पीके को पुलिस बेऊर थाना लेकर गई। कुछ देर वे यहीं रहे। इसके बाद उन्हें जमानत मिल गई। सोमवार सुबह 4 बजे पुलिस ने उठाया सोमवार अहले सुबह पुलिस ने पीके को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के 5 घंटे बाद पटना सिविल कोर्ट में उनकी पेशी हुई। SDJM आरती उपाध्याय की कोर्ट से 25 हजार के निजी मुचलके पर बेल मिली। कोर्ट में पेशी के दौरान प्रशांत किशोर ने खुद बहस की। उन्होंने जज को बताया कि किस तरीके से पुलिसिया बर्बरता की गई। कोर्ट से जमानत मिली, लेकिन प्रशांत किशोर सशर्त जमानत लेने के लिए तैयार नहीं हुए। सोमवार को सुबह 4 बजे पटना पुलिस ने गांधी मैदान से उन्हें जबरन हटाया था। इस दौरान पुलिस को भारी विरोध का सामना भी करना पड़ा। समर्थकों का दावा है कि हटाने के दौरान एक पुलिस वाले ने प्रशांत किशोर को थप्पड़ भी मारा और जबरन वहां से उठाकर एम्बुलेंस में बैठाया। प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी के दौरान क्या हुआ, 3 पॉइंट्स में जानिए प्रशांत किशोर ने कहा- पुलिस वाले ने मुझे थप्पड़ नहीं मारा वहीं, प्रशांत किशोर ने कहा कि पुलिस ने उन्हें थप्पड़ नहीं मारा। बल्कि एक पुलिस वाले ने मुझे अपना जैकेट खोल कर दिया और कहा कि आप यह जैकेट पहन लें, आपको ठंड लग जाएगी। बहुत अच्छे पुलिस वाले भी इस नौकरी में है। जनसुराज का पोस्ट- जारी रहेगा अनशन वहीं, जनसुराज की ओर से सोमवार को पोस्ट किया गया है, जिसमें लिखा है- प्रशांत किशोर के सत्याग्रह के आगे झुकी व्यवस्था। कोर्ट ने दिया अनकंडीशनल बेल। जारी रहेगा अनशन। ——————————————————————————————————- ये भी पढ़ें… BPSC कैंडिडेट्स प्रदर्शन- प्रशांत किशोर को जमानत:25 हजार के मुचलके पर पटना कोर्ट ने बेल दी, धरने के दौरान सुबह 4 बजे गिरफ्तारी हुई थी भूख हड़ताल पर बैठे जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) को पटना पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया था। पटना सिविल कोर्ट में उन्हें SDJM आरती उपाध्याय की कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जमानत मिल गई है। पुलिस उन्हें तड़के 4 बजे जबरन उठाकर ले गई। वहां मौजूद लोगों ने विरोध जताया तो उन पर लाठीचार्ज किया। पूरी खबर पढ़िए ‘मकर संक्रांति के बाद श्रमजीवी पकड़कर नालंदा लौट जाएंगे नीतीश’: पटना में जनसुराज ने लगाया पोस्टर, बीजेपी बोली- पीके का खास प्रोजेक्ट बिहार में अनसक्सेस हो गया बिहार में मकर-संक्रांति से पहले सियासत गरमा गई है। प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज ने संक्राति के बाद बिहार में सरकार बदलने का दावा किया है। इसको लेकर चौक-चौराहों पर जनसुराज के विकार कुमार ज्योति ने पीके की फोटो के साथ पोस्टर लगाया है। पूरी खबर पढ़ें
जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर का छठे दिन भी अनशन जारी है। सोमवार देर रात से उनकी तबीयत बिगड़ी। मंगलवार सुबह मेदांता अस्पताल के डॉक्टर अजीत प्रधान अपनी टीम और एंबुलेंस के साथ पीके के घर यानी शेखपुरा हाउस पहुंचे। शुरूआती जांच के बाद उन्हें मेदांता अस्पताल ले जाया गया। दोपहर में पीके को आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। डॉक्टर प्रधान ने बताया कि उन्हें डिहाइड्रेशन, इंफेक्शन की शिकायत हो रही है। बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर प्रशांत किशोर 2 जनवरी शाम 5 बजे से लगातार आमरण अनशन पर हैं। मेदांता अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर रविशंकर ने बताया, ‘आज पूरे दिन उनकी जांच की जाएगी, उनकी स्थिति अभी स्थिर है। शाम तक कुछ कहा जा सकता है उन्हें क्या हुआ है। ठंड में बैठे थे इसलिए तबीयत बिगड़ी। सभी तरह की जांच की जाएगी फिर शाम में एक रिपोर्ट जारी की जाएगी। सोमवार देर रात प्रशांत को बिना शर्त जमानत मिली सोमवार को सिविल कोर्ट से गिरफ्तारी के 15 घंटे बाद बिना शर्त जमानत मिल गई। इसके बाद कल देर शाम पटना स्थित शेखपुरा हाउस में उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि ‘कोर्ट ने हम लोगों के अनुरोध को स्वीकार करते हुए अनकंडीशनल बेल दी है। ये जनता का समर्थन है। बेऊर जेल में रखने के लिए उन लोगों के पास पेपर ही नहीं था। पेपर के इंतजार में बैठे रहे। तब तक कोर्ट का फाइनल निर्णय आ गया।’ प्रशांत किशोर ने कहा कि ‘मेरा अनशन जारी था, जारी है, जारी रहेगा। मैं अनशन वापस नहीं ले रहा हूं। आधी रात को बैठक होगी, जिसमें अनशन की जगह तय कर मंगलवार को घोषणा करूंगा। पीके ने दावा किया कि ‘मामला तो गांधी मैदान में ही निपटाया जाएगा। शुरुआत गांधी मैदान से हुई है तो ये बिहार के युवाओं की जिद है।’ गुरुवार 2 जनवरी को शाम 5 बजे से प्रशांत किशोर गांधी मैदान में आमरण अनशन बैठे थे। कोर्ट के आदेश पर बेऊर जेल लेकर पहुंची थी पुलिस सोमवार (6 जनवरी) दोपहर 2 बजे के करीब उन्हें पटना सिविल कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया था। देर शाम पुलिस प्रशांत किशोर को लेकर बेऊर जेल लेकर पहुंची थी। लेकिन जेल प्रशासन के पास कोर्ट का आदेश नहीं पहुंचा था। इसके बाद पीके को पुलिस बेऊर थाना लेकर गई। कुछ देर वे यहीं रहे। इसके बाद उन्हें जमानत मिल गई। सोमवार सुबह 4 बजे पुलिस ने उठाया सोमवार अहले सुबह पुलिस ने पीके को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के 5 घंटे बाद पटना सिविल कोर्ट में उनकी पेशी हुई। SDJM आरती उपाध्याय की कोर्ट से 25 हजार के निजी मुचलके पर बेल मिली। कोर्ट में पेशी के दौरान प्रशांत किशोर ने खुद बहस की। उन्होंने जज को बताया कि किस तरीके से पुलिसिया बर्बरता की गई। कोर्ट से जमानत मिली, लेकिन प्रशांत किशोर सशर्त जमानत लेने के लिए तैयार नहीं हुए। सोमवार को सुबह 4 बजे पटना पुलिस ने गांधी मैदान से उन्हें जबरन हटाया था। इस दौरान पुलिस को भारी विरोध का सामना भी करना पड़ा। समर्थकों का दावा है कि हटाने के दौरान एक पुलिस वाले ने प्रशांत किशोर को थप्पड़ भी मारा और जबरन वहां से उठाकर एम्बुलेंस में बैठाया। प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी के दौरान क्या हुआ, 3 पॉइंट्स में जानिए प्रशांत किशोर ने कहा- पुलिस वाले ने मुझे थप्पड़ नहीं मारा वहीं, प्रशांत किशोर ने कहा कि पुलिस ने उन्हें थप्पड़ नहीं मारा। बल्कि एक पुलिस वाले ने मुझे अपना जैकेट खोल कर दिया और कहा कि आप यह जैकेट पहन लें, आपको ठंड लग जाएगी। बहुत अच्छे पुलिस वाले भी इस नौकरी में है। जनसुराज का पोस्ट- जारी रहेगा अनशन वहीं, जनसुराज की ओर से सोमवार को पोस्ट किया गया है, जिसमें लिखा है- प्रशांत किशोर के सत्याग्रह के आगे झुकी व्यवस्था। कोर्ट ने दिया अनकंडीशनल बेल। जारी रहेगा अनशन। ——————————————————————————————————- ये भी पढ़ें… BPSC कैंडिडेट्स प्रदर्शन- प्रशांत किशोर को जमानत:25 हजार के मुचलके पर पटना कोर्ट ने बेल दी, धरने के दौरान सुबह 4 बजे गिरफ्तारी हुई थी भूख हड़ताल पर बैठे जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) को पटना पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया था। पटना सिविल कोर्ट में उन्हें SDJM आरती उपाध्याय की कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जमानत मिल गई है। पुलिस उन्हें तड़के 4 बजे जबरन उठाकर ले गई। वहां मौजूद लोगों ने विरोध जताया तो उन पर लाठीचार्ज किया। पूरी खबर पढ़िए ‘मकर संक्रांति के बाद श्रमजीवी पकड़कर नालंदा लौट जाएंगे नीतीश’: पटना में जनसुराज ने लगाया पोस्टर, बीजेपी बोली- पीके का खास प्रोजेक्ट बिहार में अनसक्सेस हो गया बिहार में मकर-संक्रांति से पहले सियासत गरमा गई है। प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज ने संक्राति के बाद बिहार में सरकार बदलने का दावा किया है। इसको लेकर चौक-चौराहों पर जनसुराज के विकार कुमार ज्योति ने पीके की फोटो के साथ पोस्टर लगाया है। पूरी खबर पढ़ें