
भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय और रिपब्लिक टीवी के जर्नलिस्ट अर्नब गोस्वामी के खिलाफ कांग्रेस ने FIR की है। दोनों पर कांग्रेस पार्टी के खिलाफ झूठी और भ्रामक जानकारी फैलाने का आरोप है। अमित मालवीय ने 17 मई को ‘X’ पर अर्नब गोस्वामी एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वो बता रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी का तुर्किये में रजिस्टर्ड ऑफिस है। मालवीय ने लिखा- राहुल गांधी को बताना चाहिए कि ऐसा करने की जरूरत क्यों पड़ी। यह हैरान और समझ से बाहर का मामला है। देश को इसका सच जानने का हक है। इसी वीडियो को लेकर शिकायत में कहा गया है कि ऐसा सोची-समझी रणनीति के तहत देश की जनता को गुमराह और कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने के लिए किया गया है। यह लोगों की भावनाओं को भड़काने, देश की सुरक्षा और लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश है। पहलगाम हमले के बाद भारत-पाक तनाव के बीच तर्किये ने पाकिस्तान को खुलकर समर्थन दिया था। साथ ही भारत के खिलाफ इस्तेमाल के लिए पाकिस्तान को ड्रोन्स-हथियार और इन्हें चलाने वाले ट्रेंड लोग भी भेजे। इसके बाद देशभर में तुर्किये को बॉयकॉट किया गया। अर्नब गोस्वामी का वीडियो, जिसे मालवीय ने शेयर किया था
BNS की धारा 192 और 352 के तहत बेंगलुरु में केस दर्ज
भारतीय युवा कांग्रेस के लीगल सेल प्रमुख प्रमुख श्रीकांत स्वरूप बी एन की शिकायत पर हाई ग्राउंड पुलिस स्टेशन बेंगलुरु में केस दर्ज किया गया है। BNS की धारा 192 (जानबूझकर दंगा भड़काने की मंशा से भड़काऊ जानकारी देना) और धारा 352 (जानबूझकर अपमान करके शांति भंग करना) के तहत मामला दर्ज हुआ है। शिकायत में प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया, सूचना और प्रसारण मंत्रालय, CBI और अन्य एजेंसियों से अपील की गई है कि इसे आपात स्थिति की तरह गंभीरता से लिया जाए। भारत-पाक तनाव में तुर्किये ने पाकिस्तान का खुलकर समर्थन किया
22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद भारत-पाक तनाव बढ़ा, तो तुर्किये-अजरबैजान ने खुलकर पाकिस्तान का समर्थन किया। भारत के खिलाफ इस्तेमाल के लिए पाकिस्तान को ड्रोन्स-हथियार और इन्हें चलाने वाले ट्रेंड लोग भी भेजे। ऑपरेशन सिंदूर के बाद तुर्किये के राष्ट्रपति एर्दोगन ने पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ से फोन पर कहा-मैं हमलों में जान गंवाने वाले अपने भाइयों के लिए अल्लाह से रहम की दुआ करता हूं और पाकिस्तान के भाईचारे वाले लोगों और देश के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान के पहलगाम हमले की अंतरराष्ट्रीय जांच की सिफारिश का भी समर्थन किया। 10 मई को सीजफायर के बाद शहबाज शरीफ ने एर्दोगन को मदद करने के लिए शुक्रिया अदा किया। इसके बाद देशभर में बॉयकॉट तुर्किये और बॉयकॉट अजरबैजान शुरू हो गया है। तुर्किये का बॉयकॉट करने के लिए पांच बड़े कदम भारत-तुर्किये व्यापार: सेब का सबसे बड़ा सप्लायर तुर्किये बीते 5 साल में दोनों देशों के बीच व्यापार में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिला है। अप्रैल 2024 से लेकर फरवरी 2025 के बीच भारत ने तुर्किये को 5.2 अरब डॉलर (₹44,500 करोड़) का सामान बेचा। 2023-24 में यह आंकड़ा 6.65 अरब डॉलर (56,873 करोड़ रुपए) था। इस दौरान भारत ने तुर्किये से 2.84 अरब डॉलर (करीब 24,320 करोड़) का सामान खरीदा। दोनों देशों के बाइलेट्रल ट्रेड में भारत हमेशा ट्रेड सरप्लस रहा है। यानी हमने तुर्किये से सामान खरीदने के मुकाबले बेचा ज्यादा है। भारत मुख्य रूप से मिनरल फ्यूल्स, ऑटो पार्ट्स, मशीनरी, फार्मास्यूटिकल्स और कपास का निर्यात करता है। हालांकि, तुर्किये से आयात में सोना, संगमरमर, सेब, सब्जियां, सीमेंट और रसायन शामिल हैं। तुर्किये भारत को सेब के सबसे बड़े आपूर्तिकर्ताओं में से एक है। ———————– ये खबर भी पढ़ें… तुर्किये भूकंप में भारत ने ‘ऑपरेशन दोस्त’ चलाया, लेकिन जंग में वो खुलकर पाकिस्तान के साथ; भारत कैसे बड़ा सबक सिखा सकता है 6 फरवरी 2023 को तुर्किये में इस सदी का सबसे शक्तिशाली भूकंप आया, तो मदद के साथ सबसे पहले भारत के C-17 विमान पहुंचे थे। भारत ने नाम दिया- ऑपरेशन दोस्त। 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद भारत-पाक तनाव बढ़ा, तो उसी तुर्किये ने खुलकर पाकिस्तान का समर्थन किया और भारत के खिलाफ इस्तेमाल होने वाले ड्रोन्स और हथियार भेजे। पूरी खबर पढ़ें…
भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय और रिपब्लिक टीवी के जर्नलिस्ट अर्नब गोस्वामी के खिलाफ कांग्रेस ने FIR की है। दोनों पर कांग्रेस पार्टी के खिलाफ झूठी और भ्रामक जानकारी फैलाने का आरोप है। अमित मालवीय ने 17 मई को ‘X’ पर अर्नब गोस्वामी एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वो बता रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी का तुर्किये में रजिस्टर्ड ऑफिस है। मालवीय ने लिखा- राहुल गांधी को बताना चाहिए कि ऐसा करने की जरूरत क्यों पड़ी। यह हैरान और समझ से बाहर का मामला है। देश को इसका सच जानने का हक है। इसी वीडियो को लेकर शिकायत में कहा गया है कि ऐसा सोची-समझी रणनीति के तहत देश की जनता को गुमराह और कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने के लिए किया गया है। यह लोगों की भावनाओं को भड़काने, देश की सुरक्षा और लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश है। पहलगाम हमले के बाद भारत-पाक तनाव के बीच तर्किये ने पाकिस्तान को खुलकर समर्थन दिया था। साथ ही भारत के खिलाफ इस्तेमाल के लिए पाकिस्तान को ड्रोन्स-हथियार और इन्हें चलाने वाले ट्रेंड लोग भी भेजे। इसके बाद देशभर में तुर्किये को बॉयकॉट किया गया। अर्नब गोस्वामी का वीडियो, जिसे मालवीय ने शेयर किया था
BNS की धारा 192 और 352 के तहत बेंगलुरु में केस दर्ज
भारतीय युवा कांग्रेस के लीगल सेल प्रमुख प्रमुख श्रीकांत स्वरूप बी एन की शिकायत पर हाई ग्राउंड पुलिस स्टेशन बेंगलुरु में केस दर्ज किया गया है। BNS की धारा 192 (जानबूझकर दंगा भड़काने की मंशा से भड़काऊ जानकारी देना) और धारा 352 (जानबूझकर अपमान करके शांति भंग करना) के तहत मामला दर्ज हुआ है। शिकायत में प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया, सूचना और प्रसारण मंत्रालय, CBI और अन्य एजेंसियों से अपील की गई है कि इसे आपात स्थिति की तरह गंभीरता से लिया जाए। भारत-पाक तनाव में तुर्किये ने पाकिस्तान का खुलकर समर्थन किया
22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद भारत-पाक तनाव बढ़ा, तो तुर्किये-अजरबैजान ने खुलकर पाकिस्तान का समर्थन किया। भारत के खिलाफ इस्तेमाल के लिए पाकिस्तान को ड्रोन्स-हथियार और इन्हें चलाने वाले ट्रेंड लोग भी भेजे। ऑपरेशन सिंदूर के बाद तुर्किये के राष्ट्रपति एर्दोगन ने पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ से फोन पर कहा-मैं हमलों में जान गंवाने वाले अपने भाइयों के लिए अल्लाह से रहम की दुआ करता हूं और पाकिस्तान के भाईचारे वाले लोगों और देश के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान के पहलगाम हमले की अंतरराष्ट्रीय जांच की सिफारिश का भी समर्थन किया। 10 मई को सीजफायर के बाद शहबाज शरीफ ने एर्दोगन को मदद करने के लिए शुक्रिया अदा किया। इसके बाद देशभर में बॉयकॉट तुर्किये और बॉयकॉट अजरबैजान शुरू हो गया है। तुर्किये का बॉयकॉट करने के लिए पांच बड़े कदम भारत-तुर्किये व्यापार: सेब का सबसे बड़ा सप्लायर तुर्किये बीते 5 साल में दोनों देशों के बीच व्यापार में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिला है। अप्रैल 2024 से लेकर फरवरी 2025 के बीच भारत ने तुर्किये को 5.2 अरब डॉलर (₹44,500 करोड़) का सामान बेचा। 2023-24 में यह आंकड़ा 6.65 अरब डॉलर (56,873 करोड़ रुपए) था। इस दौरान भारत ने तुर्किये से 2.84 अरब डॉलर (करीब 24,320 करोड़) का सामान खरीदा। दोनों देशों के बाइलेट्रल ट्रेड में भारत हमेशा ट्रेड सरप्लस रहा है। यानी हमने तुर्किये से सामान खरीदने के मुकाबले बेचा ज्यादा है। भारत मुख्य रूप से मिनरल फ्यूल्स, ऑटो पार्ट्स, मशीनरी, फार्मास्यूटिकल्स और कपास का निर्यात करता है। हालांकि, तुर्किये से आयात में सोना, संगमरमर, सेब, सब्जियां, सीमेंट और रसायन शामिल हैं। तुर्किये भारत को सेब के सबसे बड़े आपूर्तिकर्ताओं में से एक है। ———————– ये खबर भी पढ़ें… तुर्किये भूकंप में भारत ने ‘ऑपरेशन दोस्त’ चलाया, लेकिन जंग में वो खुलकर पाकिस्तान के साथ; भारत कैसे बड़ा सबक सिखा सकता है 6 फरवरी 2023 को तुर्किये में इस सदी का सबसे शक्तिशाली भूकंप आया, तो मदद के साथ सबसे पहले भारत के C-17 विमान पहुंचे थे। भारत ने नाम दिया- ऑपरेशन दोस्त। 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद भारत-पाक तनाव बढ़ा, तो उसी तुर्किये ने खुलकर पाकिस्तान का समर्थन किया और भारत के खिलाफ इस्तेमाल होने वाले ड्रोन्स और हथियार भेजे। पूरी खबर पढ़ें…