
भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम की घोषणा के पहले और बाद में बॉर्डर पर क्या हालात हैं? भास्कर के 10 रिपोर्टर सबसे संवेदनशील पांच जिलों में मौजूद हैं। उन्होंने पहले और बाद के हालात की आंखों देखी बयां की। शुक्रवार रात और शनिवार रात को इन इलाकों में कोई खास अंतर नहीं आया है। इन इलाकों में जो चिंता और तनाव शुक्रवार रात को था, वो शनिवार को शाम 6 बजे कुछ कम जरूर हुआ था, लेकिन रात होते-होते ज्यों-ज्यों ब्लैकआउट और अलर्ट आने लगे वो फिर बढ़ता गया। शनिवार रात को बाड़मेर में फिर से ड्रोन नजर आए और जैसलमेर में धमाके सुने गए। सीजफायर के बाद की ये घटनाएं लोगों के लिए परेशानी का कारण थी। हालांकि इससे पहले सीमावर्ती इन इलाकों में लोगों की दिनचर्या में कोई अंतर नहीं आया। कुछ जगहों पर लोग खेती कर रहे थे तो कहीं शादी की पार्टी भी हो रही थी। पिछले 24 घंटे के सबसे बड़े घटनाक्रम। सुबह और रात में धमाके जैसलमेर के एक गांव में शनिवार सुबह चार बजे तेज धमाका हुआ। धमाके से 10 फीट चौड़ा और 2 फीट गहरा गड्ढा हो गया। गांव के शकूर खान ने बताया कि पहले तीन धमाके हुए। बाहर आकर देखा तो धुआं उठ रहा था। इस पर तुरंत पुलिस को सूचना दी। शकूर खान ने बताया- प्रशासन ने जो भी हिदायतें दी हैं। उसका पालन कर रहे हैं। ब्लैकआउट को देखते हुए रात का खाना भी शाम को ही कर लेते हैं। कितना भी जरूरी हो, रात में लाइट नहीं जलाते। धमाके से खुली लोगों की नींद पोकरण के एक गांव में लोग गहरी नींद में थे। एक तेज धमाके ने पूरे गांव की नींद उड़ा दी। लोग दौड़कर घरों से बाहर निकले। पास ही काले रंग की करीब 15 फीट लंबी एक मिसाइल नुमा संदिग्ध चीज पड़ी थी। लोगों ने सतर्कता बरतते हुए उससे दूरी बनाई और तुरंत पुलिस-आर्मी को सूचना दी। जांच के बाद आर्मी के अधिकारियों ने उस संदिग्ध वस्तु को जब्त कर लिया। देर रात 6 धमाकों ने उड़ाई नींद शाम को सीजफायर की घोषणा के बाद जैसलमेर में प्रशासन ने थोड़ी राहत दे दी थी। शाम को बाजार खोलने की अनुमति दी। हालांकि सरहदी जिला होने के चलते सुरक्षा को देखते हुए रात 8.30 से सुबह 6 बजे तक ब्लैकआउट रखा गया। रात को 11.46 बजे एक के बाद एक 6 तेज धमाके हुए। तेज सायरन बजना शुरू हो गया। रविवार सुबह आम दिनों की तरह ही बाजार खोले गए। जैसलमेर से गुजरने वाली 2 ट्रेन को फिर से संचालित किया गया। हालात कैसे भी हो गांव छोड़कर नहीं जाएंगे तनाव के हालात के बावजूद श्रीगंगानगर के लोगों के चेहरों पर खौफ नहीं है। एक गांव में भास्कर टीम पहुंची। किराने की दुकान चलाने वाले रामवीर सिंह बोले-यहीं पला-बढ़ा। पहले भी कई बार जंग और जंग के हालात देखे हैं। प्रशासन जो बता रहा है, वो सावधानी बरत रहे हैं, लेकिन गांव छोड़कर नहीं जाएंगे। बॉर्डर के पास गांव में गए तो वहां किसान खेती में लगे हुए थे। किसान मदनलाल बोले-डर काहे का? हमें पता है, हमारी फौज न पाकिस्तान को न ही उनके बम मिसाइलों को यहां तक पहुंचने देंगी। पाकिस्तानी दावे झूठे,लोगों ने मजाकिया बताया कब-कहां : शनिवार सुबह 12 बजे, सूरजगढ़ पाकिस्तानी सेना ने शनिवार को दावा किया था कि मिसाइल हमला कर भारत में सूरतगढ़ एयरबेस को तबाह कर दिया है। हालांकि इसके थोड़ी देर बाद ही भारत ने सूरतगढ़ एयरबेस की ताजा तस्वीर जारी कर पाकिस्तान के झूठ का खुलासा कर दिया। इधर, सूरतगढ़ शहर में भी लोग पाकिस्तानी दावे को शर्मनाक, झूठा और मजाकिया बता रहे हैं। भास्कर टीम सूरतगढ़ पहुंची तो यहां सब कुछ नॉर्मल था। सब्जी मंडी में रोज की ही तरह भीड़ थी। प्रॉपर्टी डीलर वीरेंद्र कुमार से बात की तो हंसते हुए बोले- मिसाइल छोड़ो, कोई पटाखा भी नहीं जला है। सीजफायर के बाद : सरहद पर दिखे ड्रोन, दो घंटे रहा रेड अलर्ट ओर ब्लैकआउट शनिवार को सीजफायर के बाद देर शाम शहर के बाजारों में चहल पहल शुरू हो गई थी। सब कुछ पहले जैसा होने लग गया था और लोग चौक-चौराहों पर इसे लेकर चर्चा कर रहे थे। रात 9 बजकर 13 मिनट पर अचानक शहर की लाइट काट दी गई। वहीं अलार्मिंग सायरन बजने लगा। अगले कुछ पल में ही रेड अलर्ट के चलते ब्लैकआउट की अनाउंसमेंट हो गई। एक बार फिर लोग अपने घरों में चले गए और शहर में अंधेरा छा गया। अगले करीब दो घंटे तक हर कोई शहर में किसी अनहोनी को लेकर आशंकित रहा। इस दौरान बॉर्डर एरिया में कुछेक जगहों पर पाकिस्तान की तरफ से भेजे गए ड्रोन भी देखे गए। देर रात 10 बजकर 50 मिनट पर शहर की लाइट बहाल हो गई और एक बार फिर से ग्रीन अलर्ट की अनाउंसमेंट हो गई। दस ड्रोन का झुंड नजर आया, पल भर में खत्म कब कहां: शुक्रवार रात 8 बजे, मुख्य बाजार बाड़मेर शहर का मुख्य बाजार पूरी तरह बंद था। हमेशा रोशनी से जगमगाने वाला शहर अंधेरे में डूबा था। बाड़मेर के लोग ब्लैकआउट के आदेश का पूरी गंभीरता के साथ पालन करते दिखे। शहर से बाहर निकलकर हाईवे पर पहुंची तो वहां भी लोग गाड़ियों की हेडलाइट बंद करके चल रहे थे। रात करीब साढ़े नौ बजे सायरन की तेज आवाज ने सन्नाटे को चीरा। आसमान में पाकिस्तान के ड्रोन थे। दस ड्रोन का एक झुंड आसमान में नजर आया। साथ ही आसमान में विस्फोट की आवाज के साथ उसे खत्म होते भी देखा। इस हमले के बाद सायरन वापस बजा, जिससे पता चला कि स्थिति सामान्य हो गई है। शनिवार काे सुबह 9.30 बजे अचानक मार्केट बंद करने व बाड़मेर शहर में किसी भी वाहन को प्रवेश नहीं करने के निर्देश जारी हुए। सिणधरी चौराहे पर पुलिस की गाड़ियां स्पीकर पर लोगों को संदेश देते हुए निकल रही थी। मार्केट बंद कर लोगों को घर जाने का कहा। सीजफायर के बाद रात 8 बजे दिखा ड्रोन शनिवार शाम सीजफायर की घोषणा के बाद लोग घरों के बाहर निकले। घोषणा के बाद दिनभर से बंद बाजार भी खुल गए। बाजार खुलने के बाद 2 घंटे बाद ही रात 8 बजे बाड़मेर में ड्रोन देखे जाने की बात सामने आई। प्रशासन ने तुरंत ब्लैकआउट करवा दिया। बाजार बंद कर लोग घरों में पहुंचे। हाईअलर्ट पर था नाल गांव कब-कहां : सुबह 9 बजे, नाल सुबह नाल एयरपोर्ट और आस–पास के गांवों में रेड अलर्ट रहा। नाल थाना पुलिस ने गांव वालों को दुकानें नहीं खोलने और घरों के अंदर ही रहने की हिदायत दी। लोगों ने भी समझदारी दिखाते हुए दुकानें बंद रखीं। एयरफोर्स स्टेशन होने के कारण नाल गांव को हाई अलर्ट पर रख गया। पुलिस लोगों से घरों के अंदर रहने और प्रशासन का सहयोग करने की अपील कर रही थी। यहां शाम 8 बजे से सुबह 6 बजे तक ब्लैकआउट रखा गया। लूणकरणसर और डूंगरगढ़ के बीच बीकानेर से करीब 70 किलोमीटर दूर गांव में शनिवार सुबह ग्रामीणों को रॉकेट मिसाइल जैसा ढांचा मिला। पुलिस ने इसे अपने कब्जे में ले लिया है। सुबह आई रेड अलर्ट की सूचना कब-कहां : शनिवार सुबह 10 बजे, जोधपुर शहर शनिवार सुबह शहरवासी रोजाना की ही तरह अपनी दिनचर्या में जुटे थे। सुबह 10:15 बजे जिला प्रशासन ने आमजन के लिए गाइडलाइन जारी की गई। इसी बीच 11:15 बजे अचानक ही जोधपुर में रेड अलर्ट की सूचना आई। पुलिस बाजार बंद कराने लगी तो दुकानदार भी असमंजस में पड़ गए कि अचानक ऐसा क्यों? कुछ ही देर में जिला प्रशासन ने एक और सूचना जारी कर दी। जिसमें पूरे शहर में सायरन बजाते हुए संभावित हवाई हमले को देखते हुए लोगों को अपने घरों में रहने को कहा गया। तकरीबन एक घंटे में सभी बाजार बंद हो गए। दोपहर 3 बजे कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने जिले में पूर्व में जारी किया गया अलर्ट हटाने की सूचना जारी की। …. राजस्थान में पाकिस्तान का अटैक…से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए 1. जैसलमेर में देर रात धमाकों की आवाज सुनाई दी:सीजफायर के बाद राजस्थान के बाड़मेर में ड्रोन अटैक विफल; 9 जिलों में ब्लैकआउट भारत से युद्धविराम के बाद पाकिस्तान ने राजस्थान में बॉर्डर से सटे बाड़मेर में ड्रोन हमला किया। भारतीय सेना ने हमले को विफल कर दिया। श्रीगंगानगर में भी ड्रोन दिखाई दिए। पूरी खबर पढ़िए… 2. राजस्थान से उड़े फाइटरों ने दुश्मनों के 3 एयरबेस उड़ाए:4 दिन में 100 से ज्यादा पाकिस्तानी ड्रोन-मिसाइल अटैक, जानिए- कैसे ताकतवर हमले किए नाकाम ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान लगातार राजस्थान सीमा को भी टारगेट कर रहा था। पाकिस्तान ने लगातार चार रात तक 90 घंटे में 100 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइल हमले किए। पूरी खबर पढ़िए…
भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम की घोषणा के पहले और बाद में बॉर्डर पर क्या हालात हैं? भास्कर के 10 रिपोर्टर सबसे संवेदनशील पांच जिलों में मौजूद हैं। उन्होंने पहले और बाद के हालात की आंखों देखी बयां की। शुक्रवार रात और शनिवार रात को इन इलाकों में कोई खास अंतर नहीं आया है। इन इलाकों में जो चिंता और तनाव शुक्रवार रात को था, वो शनिवार को शाम 6 बजे कुछ कम जरूर हुआ था, लेकिन रात होते-होते ज्यों-ज्यों ब्लैकआउट और अलर्ट आने लगे वो फिर बढ़ता गया। शनिवार रात को बाड़मेर में फिर से ड्रोन नजर आए और जैसलमेर में धमाके सुने गए। सीजफायर के बाद की ये घटनाएं लोगों के लिए परेशानी का कारण थी। हालांकि इससे पहले सीमावर्ती इन इलाकों में लोगों की दिनचर्या में कोई अंतर नहीं आया। कुछ जगहों पर लोग खेती कर रहे थे तो कहीं शादी की पार्टी भी हो रही थी। पिछले 24 घंटे के सबसे बड़े घटनाक्रम। सुबह और रात में धमाके जैसलमेर के एक गांव में शनिवार सुबह चार बजे तेज धमाका हुआ। धमाके से 10 फीट चौड़ा और 2 फीट गहरा गड्ढा हो गया। गांव के शकूर खान ने बताया कि पहले तीन धमाके हुए। बाहर आकर देखा तो धुआं उठ रहा था। इस पर तुरंत पुलिस को सूचना दी। शकूर खान ने बताया- प्रशासन ने जो भी हिदायतें दी हैं। उसका पालन कर रहे हैं। ब्लैकआउट को देखते हुए रात का खाना भी शाम को ही कर लेते हैं। कितना भी जरूरी हो, रात में लाइट नहीं जलाते। धमाके से खुली लोगों की नींद पोकरण के एक गांव में लोग गहरी नींद में थे। एक तेज धमाके ने पूरे गांव की नींद उड़ा दी। लोग दौड़कर घरों से बाहर निकले। पास ही काले रंग की करीब 15 फीट लंबी एक मिसाइल नुमा संदिग्ध चीज पड़ी थी। लोगों ने सतर्कता बरतते हुए उससे दूरी बनाई और तुरंत पुलिस-आर्मी को सूचना दी। जांच के बाद आर्मी के अधिकारियों ने उस संदिग्ध वस्तु को जब्त कर लिया। देर रात 6 धमाकों ने उड़ाई नींद शाम को सीजफायर की घोषणा के बाद जैसलमेर में प्रशासन ने थोड़ी राहत दे दी थी। शाम को बाजार खोलने की अनुमति दी। हालांकि सरहदी जिला होने के चलते सुरक्षा को देखते हुए रात 8.30 से सुबह 6 बजे तक ब्लैकआउट रखा गया। रात को 11.46 बजे एक के बाद एक 6 तेज धमाके हुए। तेज सायरन बजना शुरू हो गया। रविवार सुबह आम दिनों की तरह ही बाजार खोले गए। जैसलमेर से गुजरने वाली 2 ट्रेन को फिर से संचालित किया गया। हालात कैसे भी हो गांव छोड़कर नहीं जाएंगे तनाव के हालात के बावजूद श्रीगंगानगर के लोगों के चेहरों पर खौफ नहीं है। एक गांव में भास्कर टीम पहुंची। किराने की दुकान चलाने वाले रामवीर सिंह बोले-यहीं पला-बढ़ा। पहले भी कई बार जंग और जंग के हालात देखे हैं। प्रशासन जो बता रहा है, वो सावधानी बरत रहे हैं, लेकिन गांव छोड़कर नहीं जाएंगे। बॉर्डर के पास गांव में गए तो वहां किसान खेती में लगे हुए थे। किसान मदनलाल बोले-डर काहे का? हमें पता है, हमारी फौज न पाकिस्तान को न ही उनके बम मिसाइलों को यहां तक पहुंचने देंगी। पाकिस्तानी दावे झूठे,लोगों ने मजाकिया बताया कब-कहां : शनिवार सुबह 12 बजे, सूरजगढ़ पाकिस्तानी सेना ने शनिवार को दावा किया था कि मिसाइल हमला कर भारत में सूरतगढ़ एयरबेस को तबाह कर दिया है। हालांकि इसके थोड़ी देर बाद ही भारत ने सूरतगढ़ एयरबेस की ताजा तस्वीर जारी कर पाकिस्तान के झूठ का खुलासा कर दिया। इधर, सूरतगढ़ शहर में भी लोग पाकिस्तानी दावे को शर्मनाक, झूठा और मजाकिया बता रहे हैं। भास्कर टीम सूरतगढ़ पहुंची तो यहां सब कुछ नॉर्मल था। सब्जी मंडी में रोज की ही तरह भीड़ थी। प्रॉपर्टी डीलर वीरेंद्र कुमार से बात की तो हंसते हुए बोले- मिसाइल छोड़ो, कोई पटाखा भी नहीं जला है। सीजफायर के बाद : सरहद पर दिखे ड्रोन, दो घंटे रहा रेड अलर्ट ओर ब्लैकआउट शनिवार को सीजफायर के बाद देर शाम शहर के बाजारों में चहल पहल शुरू हो गई थी। सब कुछ पहले जैसा होने लग गया था और लोग चौक-चौराहों पर इसे लेकर चर्चा कर रहे थे। रात 9 बजकर 13 मिनट पर अचानक शहर की लाइट काट दी गई। वहीं अलार्मिंग सायरन बजने लगा। अगले कुछ पल में ही रेड अलर्ट के चलते ब्लैकआउट की अनाउंसमेंट हो गई। एक बार फिर लोग अपने घरों में चले गए और शहर में अंधेरा छा गया। अगले करीब दो घंटे तक हर कोई शहर में किसी अनहोनी को लेकर आशंकित रहा। इस दौरान बॉर्डर एरिया में कुछेक जगहों पर पाकिस्तान की तरफ से भेजे गए ड्रोन भी देखे गए। देर रात 10 बजकर 50 मिनट पर शहर की लाइट बहाल हो गई और एक बार फिर से ग्रीन अलर्ट की अनाउंसमेंट हो गई। दस ड्रोन का झुंड नजर आया, पल भर में खत्म कब कहां: शुक्रवार रात 8 बजे, मुख्य बाजार बाड़मेर शहर का मुख्य बाजार पूरी तरह बंद था। हमेशा रोशनी से जगमगाने वाला शहर अंधेरे में डूबा था। बाड़मेर के लोग ब्लैकआउट के आदेश का पूरी गंभीरता के साथ पालन करते दिखे। शहर से बाहर निकलकर हाईवे पर पहुंची तो वहां भी लोग गाड़ियों की हेडलाइट बंद करके चल रहे थे। रात करीब साढ़े नौ बजे सायरन की तेज आवाज ने सन्नाटे को चीरा। आसमान में पाकिस्तान के ड्रोन थे। दस ड्रोन का एक झुंड आसमान में नजर आया। साथ ही आसमान में विस्फोट की आवाज के साथ उसे खत्म होते भी देखा। इस हमले के बाद सायरन वापस बजा, जिससे पता चला कि स्थिति सामान्य हो गई है। शनिवार काे सुबह 9.30 बजे अचानक मार्केट बंद करने व बाड़मेर शहर में किसी भी वाहन को प्रवेश नहीं करने के निर्देश जारी हुए। सिणधरी चौराहे पर पुलिस की गाड़ियां स्पीकर पर लोगों को संदेश देते हुए निकल रही थी। मार्केट बंद कर लोगों को घर जाने का कहा। सीजफायर के बाद रात 8 बजे दिखा ड्रोन शनिवार शाम सीजफायर की घोषणा के बाद लोग घरों के बाहर निकले। घोषणा के बाद दिनभर से बंद बाजार भी खुल गए। बाजार खुलने के बाद 2 घंटे बाद ही रात 8 बजे बाड़मेर में ड्रोन देखे जाने की बात सामने आई। प्रशासन ने तुरंत ब्लैकआउट करवा दिया। बाजार बंद कर लोग घरों में पहुंचे। हाईअलर्ट पर था नाल गांव कब-कहां : सुबह 9 बजे, नाल सुबह नाल एयरपोर्ट और आस–पास के गांवों में रेड अलर्ट रहा। नाल थाना पुलिस ने गांव वालों को दुकानें नहीं खोलने और घरों के अंदर ही रहने की हिदायत दी। लोगों ने भी समझदारी दिखाते हुए दुकानें बंद रखीं। एयरफोर्स स्टेशन होने के कारण नाल गांव को हाई अलर्ट पर रख गया। पुलिस लोगों से घरों के अंदर रहने और प्रशासन का सहयोग करने की अपील कर रही थी। यहां शाम 8 बजे से सुबह 6 बजे तक ब्लैकआउट रखा गया। लूणकरणसर और डूंगरगढ़ के बीच बीकानेर से करीब 70 किलोमीटर दूर गांव में शनिवार सुबह ग्रामीणों को रॉकेट मिसाइल जैसा ढांचा मिला। पुलिस ने इसे अपने कब्जे में ले लिया है। सुबह आई रेड अलर्ट की सूचना कब-कहां : शनिवार सुबह 10 बजे, जोधपुर शहर शनिवार सुबह शहरवासी रोजाना की ही तरह अपनी दिनचर्या में जुटे थे। सुबह 10:15 बजे जिला प्रशासन ने आमजन के लिए गाइडलाइन जारी की गई। इसी बीच 11:15 बजे अचानक ही जोधपुर में रेड अलर्ट की सूचना आई। पुलिस बाजार बंद कराने लगी तो दुकानदार भी असमंजस में पड़ गए कि अचानक ऐसा क्यों? कुछ ही देर में जिला प्रशासन ने एक और सूचना जारी कर दी। जिसमें पूरे शहर में सायरन बजाते हुए संभावित हवाई हमले को देखते हुए लोगों को अपने घरों में रहने को कहा गया। तकरीबन एक घंटे में सभी बाजार बंद हो गए। दोपहर 3 बजे कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने जिले में पूर्व में जारी किया गया अलर्ट हटाने की सूचना जारी की। …. राजस्थान में पाकिस्तान का अटैक…से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए 1. जैसलमेर में देर रात धमाकों की आवाज सुनाई दी:सीजफायर के बाद राजस्थान के बाड़मेर में ड्रोन अटैक विफल; 9 जिलों में ब्लैकआउट भारत से युद्धविराम के बाद पाकिस्तान ने राजस्थान में बॉर्डर से सटे बाड़मेर में ड्रोन हमला किया। भारतीय सेना ने हमले को विफल कर दिया। श्रीगंगानगर में भी ड्रोन दिखाई दिए। पूरी खबर पढ़िए… 2. राजस्थान से उड़े फाइटरों ने दुश्मनों के 3 एयरबेस उड़ाए:4 दिन में 100 से ज्यादा पाकिस्तानी ड्रोन-मिसाइल अटैक, जानिए- कैसे ताकतवर हमले किए नाकाम ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान लगातार राजस्थान सीमा को भी टारगेट कर रहा था। पाकिस्तान ने लगातार चार रात तक 90 घंटे में 100 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइल हमले किए। पूरी खबर पढ़िए…