
भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के 25 घंटे बाद रविवार शाम 6:30 बजे तीनों सेनाओं ने 1 घंटा 10 मिनट तक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, वाइस एडमिरल एएन प्रमोद और एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी दी। भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई की शाम 5 बजे संघर्ष विराम हुआ था। सेना ने राफेल के पाकिस्तान में मार गिराने के सवाल पर कहा, ‘हम अभी भी युद्ध के हालत में हैं। इस पर कुछ नहीं कहेंगे, क्योंकि हम उन्हें किसी तरह का फायदा देना नहीं चाहते।’ सबसे पहले लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई बोले, कहा- सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया ‘आप सबको पता है कि पहलगाम अटैक में किस क्रूरता से 26 लोगों को मारा गया था। इसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK स्थित आतंकी ठिकानों को टारगेट किया। इसमें दुश्मनों को भारी नुकसान हुआ।’ ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई को हुई कार्रवाई में सीमा पार 9 ठिकानों पर हमने 100 आतंकवादी मार गिराए। इसमें कंधार हाईजैक और पुलवामा अटैक में शामिल 3 बड़े आतंकी चेहरे भी शामिल थे। 7 मई को हुई कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइल्स से हमारे बॉर्डर स्टेट्स में स्थित सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की। हमनें उन्हें हवा में ही मार गिराया। एक भी टारगेट सक्सेस नहीं होने दिया। इसके बाद हमने पाकिस्तान को जवाब देते हुए सख्त कार्रवाई की, जिसमें पाकिस्तानी सेना के 35 से 40 सैनिक और अफसर मारे गए। बॉर्डर और LoC पर हुई पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में हमारे 5 जवान शहीद हुए हैं। मुरीदके के टेररिस्ट कैंप के बाद बहावलपुर ट्रेनिंग कैंप में कई इन्फ्रास्ट्रक्चर को चुना, जहां आतंकवाद को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा सकता था। इन 2 टेररिस्ट कैंप को हमने टारगेट बनाया और इन्हें तबाह किया। एयरमार्शल भारती ने बताया हमने टेररिस्ट और टेररिस्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट किया। पाकिस्तानी मिलिट्री और किसी और इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट नहीं किया। मुरीदके के टेररिस्ट कैंप पर हवा से सतह पर मार करने वाली 4 टारगेटेड मिसाइल से हमला किया और उसे न्यूट्रलाइज्ड किया। लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया, बहावलपुर ट्रेनिंग कैंप में कई इन्फ्रास्ट्रक्चर को चुना, जहां आतंकवाद को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा सकता था। इन दो टेररिस्ट कैंप को हमने टारगेट बनाया और इन्हें तबाह किया। हमने टेररिस्ट और टेररिस्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट किया। पाकिस्तानी मिलिट्री और किसी और इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट नहीं किया। 7 मई की शाम UAV और ड्रोन से पाकिस्तान ने हमला किया। ये किसी लहरों की तरह थे। इनमें से 3 लैंड कर पाए, लेकिन ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। हमने उनके आतंकवादियों को निशाना बनाया। उन्होंने मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर और सिविलियंस को निशाना बनाया। फिर एयर मार्शल भारती बोले, कहा- हमने वहां हमला किया, जहां उन्हें सबसे ज्यादा दर्द हो हमने 7 मई की रात उनके लाहौर और गुजरांवाला स्थित रडार सिस्टम को निशाना बनाया। हम उन्हें यह बताना चाहते थे कि उनके मिलिट्री ठिकाने हमारी पहुंच से दूर नहीं थे। 8-9 मई को पाकिस्तान ने ड्रोन और एयरक्राफ्ट से हमारे बॉर्डर पर हमला किया था और मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाने की उनकी ज्यादातर कोशिशें नाकाम रहीं। पाकिस्तान ने 8-9 मई की रात श्रीनगर से नलिया तक ड्रोन और एयरक्राफ्ट से हमला किया। उन्होंने जो टारगेट चुने थे, उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा। यह हमला आधी रात तक जारी रहा। मिलिट्री या सिविलियन इन्फ्रास्ट्रक्चर पर नुकसान नहीं हुआ। वे लड़ाई चाहते थे और हम तैयार थे। हमने उनके मिलिट्री ठिकानों पर हमला किया। उनके लाहौर और गुंजरावाला के सर्विलेंस रडार ठिकानों को निशाना बनाया। इसके बाद उनके ड्रोन अटैक सुबह तक जारी रहे, जिसका हमने जवाब दिया। लाहौर के करीब से ड्रोन अटैक लॉन्च किए गए थे। उन्होंने अपने और इंटरनेशनल पैसेंजर विमान एयर स्पेस में उड़ने दिए। जम्मू, उधमपुर, पठानकोट, नाल, डलहौजी, फलौदी में इन्होंने हमला किया। हम तैयार थे, हमारे ट्रेंड क्रू ने एयर डिफेंस सिस्टम से तबाह कर दिया। हमारी जमीन पर उनके लगातार हमलों से कोई नुकसान नहीं पहुंचा। एयरबेस और पोस्ट पर उनके लगातार हमले के बाद हमने उन्हें जवाब दिया। हमने वहां हमला किया, जहां उन्हें सबसे ज्यादा दर्द हो। हमने उनके एयरबेस कमांड सिस्टम, मिलिट्री एयरबेस पर हमला किया। चकलाला, रफीकी, रहरयार खान में हमला किया। हमने उन्हें कहा कि आक्रामकता को माफ नहीं किया जाएगा। हमारे पास उनके हर बेस पर हर सिस्टम को निशाना बनाने की क्षमता है। हम चाहते हैं कि हमारे शत्रु आगे तनाव बढ़ाने की कोशिश ना करें। हमारी लड़ाई पाकिस्तानी मिलिट्री या किसी और से नहीं है। हमारी लड़ाई आतंकवादियों से है, जिन्हें हमने निशाना बनाया, लेकिन उन्होंने ड्रोन, यूएवी से हमला किया। हमारे पास जवाब देने के अलावा कोई रास्ता नहीं था। हम यह करने की क्षमता रखते हैं। हमने पहलगाम अटैक के बाद अरब सागर में कई ड्रिल की, हथियारों की चेकिंग की। हम अपनी तैयारी को परख रहे थे। नेवी ने पाकिस्तानी नेवी को लगातार मॉनिटर किया। हम उनकी हर लोकेशन और मूवमेंट से वाकिफ थे। मुझे 10 मई को पाकिस्तानी डीजीएमओ ने कॉल किया। पाकिस्तान के डीजीएमओ से दोपहर 3.30 बजे बातचीत हुई। जिसमें तय हुआ कि 7 बजे के बाद से कोई हमला नहीं किया जाएगा। अगली बातचीत 12 मई को होगी। कुछ ही घंटों बाद उन्होंने संघर्ष विराम तोड़ा। ड्रोन अटैक किया और फायरिंग की। हमने उन्हें मैसेज भेजा कि हम पर किए गए हमले का जवाब हमने दिया है। अगर आज रात भी ऐसा किया तो हम जवाब देंगे। इसके बाद हमारे आर्मी चीफ ने हमें जवाब देने के लिए पूरी अथॉरिटी दी है। हमारे 5 जवान मारे गए, उन्हें हम श्रद्धांजलि देते हैं। हमने तनाव बढ़ाने वाली कोई प्रतिक्रिया नहीं की, लेकिन अगर हमारी संप्रभुता और अखंडता पर हमला किया गया तो इसका निर्णायक जवाब देंगे। 50 मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद 20 मिनट सवालों के जवाब दिए सवाल: पाकिस्तान के साथ सीजफायर पहले भी हुआ है। इस बार सीजफायर का उल्लंघन होता है या उनकी तरफ से कुछ हरकत की जाती है तो भारत क्या कार्रवाई करेगा?
एयर मार्शल भारती: हां, आपने सही कहा कि पहले भी दोनों देशों के बीच सहमति बनी है। इस बार भी यही हुआ है, लेकिन दुर्भाग्यवश 10 मई की शाम 7 बजे के करीब पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया। हमने इसके बारे में उन्हें बताया भी। देखते हैं आज क्या होता है। हमारे जवाब देने की बात हो तो आप जान सकते हैं भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। सवाल: ऑपरेशन के दौरान कितने पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं। इस ऑपरेशन में ब्रह्मोस, S-400 मिसाइल की क्या भूमिका रही।
एयर मार्शल भारती: अभी तक जो जानकारी मिली है, उसके हिसाब से पाकिस्तान के 35 से 40 जवान मारे गए हैं। वैसे भी हमारा टारगेट उनकी सेना नहीं बल्कि आतंकी ठिकाने थे। भारत ने कौन से हथियारों का इस्तेमाल किया, फिलहाल इसकी जानकारी नहीं दी जा सकती। वैसे भी हमारा काम टारगेट को निशाना बनाना है, शव को गिनना नहीं। सवाल: ऑपरेशन सिंदूर में क्या राफेल का इस्तेमाल हुआ। क्या ऑपरेशन में इसे पाकिस्तान में क्रैश या मार गिराया गया?
एयर मार्शल भारती: इस वक्त मैं इस पर कोई कमेंट नहीं करना चाहूंगा क्योंकि हम अभी भी युद्ध की हालत में हैं। अगर मैं इस पर कुछ कहूंगा तो इसका उल्टा असर होगा। हम उन्हें (पाकिस्तान को) इस वक्त कोई फायदा नहीं देना चाहते हैं। बस इतना कहूंगा कि जो मकसद हमने तय किया उसे हासिल किया और हमारे सभी पायलट सुरक्षित वापस आए। सवाल: हमने कितने पाकिस्तानी विमानों को मार गिराया।
एयर मार्शल भारती: ‘जैसा कि मैंने कहा, उनके विमानों को हमारी सीमा में आने से रोका गया। इसलिए हमारे पास मलबा नहीं है, लेकिन निश्चित रूप से, हमने कुछ पाकिस्तानी विमानों को मार गिराया है। संख्या के बारे में हम यहां कोई अनुमान नहीं लगाना चाहेंगे, मेरे पास संख्याएं हैं और हम इन्हें स्थापित करने के लिए तकनीकी विवरण प्राप्त कर रहे हैं। इसलिए मैं इस समय कोई आंकड़ा नहीं देना चाहूंगा।’ सवाल: पाकिस्तान में 21 आतंकी ठिकाने चुने गए हैं, जिसमें से 9 तबाह किए गए। आपका कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है, क्या बचे हुए ठिकाने आगे तबाह किए जाएंगे? लेफ्टिनेंट जनरल घई: भविष्य के ऑपरेशन के बारे में मैं ज्यादा कुछ नहीं बता सकता, लेकिन इतना तय है कि CDS ने हमारे सभी कमांडर को छूट दे रखी है कि वे किसी भी बॉर्डर वॉयलेशन का जवाब दें। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सेना ने क्या जानकारी दी, नीचे के ब्लॉग से गुजर जाएं
भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के 25 घंटे बाद रविवार शाम 6:30 बजे तीनों सेनाओं ने 1 घंटा 10 मिनट तक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, वाइस एडमिरल एएन प्रमोद और एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी दी। भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई की शाम 5 बजे संघर्ष विराम हुआ था। सेना ने राफेल के पाकिस्तान में मार गिराने के सवाल पर कहा, ‘हम अभी भी युद्ध के हालत में हैं। इस पर कुछ नहीं कहेंगे, क्योंकि हम उन्हें किसी तरह का फायदा देना नहीं चाहते।’ सबसे पहले लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई बोले, कहा- सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया ‘आप सबको पता है कि पहलगाम अटैक में किस क्रूरता से 26 लोगों को मारा गया था। इसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK स्थित आतंकी ठिकानों को टारगेट किया। इसमें दुश्मनों को भारी नुकसान हुआ।’ ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई को हुई कार्रवाई में सीमा पार 9 ठिकानों पर हमने 100 आतंकवादी मार गिराए। इसमें कंधार हाईजैक और पुलवामा अटैक में शामिल 3 बड़े आतंकी चेहरे भी शामिल थे। 7 मई को हुई कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइल्स से हमारे बॉर्डर स्टेट्स में स्थित सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की। हमनें उन्हें हवा में ही मार गिराया। एक भी टारगेट सक्सेस नहीं होने दिया। इसके बाद हमने पाकिस्तान को जवाब देते हुए सख्त कार्रवाई की, जिसमें पाकिस्तानी सेना के 35 से 40 सैनिक और अफसर मारे गए। बॉर्डर और LoC पर हुई पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में हमारे 5 जवान शहीद हुए हैं। मुरीदके के टेररिस्ट कैंप के बाद बहावलपुर ट्रेनिंग कैंप में कई इन्फ्रास्ट्रक्चर को चुना, जहां आतंकवाद को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा सकता था। इन 2 टेररिस्ट कैंप को हमने टारगेट बनाया और इन्हें तबाह किया। एयरमार्शल भारती ने बताया हमने टेररिस्ट और टेररिस्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट किया। पाकिस्तानी मिलिट्री और किसी और इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट नहीं किया। मुरीदके के टेररिस्ट कैंप पर हवा से सतह पर मार करने वाली 4 टारगेटेड मिसाइल से हमला किया और उसे न्यूट्रलाइज्ड किया। लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया, बहावलपुर ट्रेनिंग कैंप में कई इन्फ्रास्ट्रक्चर को चुना, जहां आतंकवाद को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा सकता था। इन दो टेररिस्ट कैंप को हमने टारगेट बनाया और इन्हें तबाह किया। हमने टेररिस्ट और टेररिस्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट किया। पाकिस्तानी मिलिट्री और किसी और इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट नहीं किया। 7 मई की शाम UAV और ड्रोन से पाकिस्तान ने हमला किया। ये किसी लहरों की तरह थे। इनमें से 3 लैंड कर पाए, लेकिन ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। हमने उनके आतंकवादियों को निशाना बनाया। उन्होंने मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर और सिविलियंस को निशाना बनाया। फिर एयर मार्शल भारती बोले, कहा- हमने वहां हमला किया, जहां उन्हें सबसे ज्यादा दर्द हो हमने 7 मई की रात उनके लाहौर और गुजरांवाला स्थित रडार सिस्टम को निशाना बनाया। हम उन्हें यह बताना चाहते थे कि उनके मिलिट्री ठिकाने हमारी पहुंच से दूर नहीं थे। 8-9 मई को पाकिस्तान ने ड्रोन और एयरक्राफ्ट से हमारे बॉर्डर पर हमला किया था और मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाने की उनकी ज्यादातर कोशिशें नाकाम रहीं। पाकिस्तान ने 8-9 मई की रात श्रीनगर से नलिया तक ड्रोन और एयरक्राफ्ट से हमला किया। उन्होंने जो टारगेट चुने थे, उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा। यह हमला आधी रात तक जारी रहा। मिलिट्री या सिविलियन इन्फ्रास्ट्रक्चर पर नुकसान नहीं हुआ। वे लड़ाई चाहते थे और हम तैयार थे। हमने उनके मिलिट्री ठिकानों पर हमला किया। उनके लाहौर और गुंजरावाला के सर्विलेंस रडार ठिकानों को निशाना बनाया। इसके बाद उनके ड्रोन अटैक सुबह तक जारी रहे, जिसका हमने जवाब दिया। लाहौर के करीब से ड्रोन अटैक लॉन्च किए गए थे। उन्होंने अपने और इंटरनेशनल पैसेंजर विमान एयर स्पेस में उड़ने दिए। जम्मू, उधमपुर, पठानकोट, नाल, डलहौजी, फलौदी में इन्होंने हमला किया। हम तैयार थे, हमारे ट्रेंड क्रू ने एयर डिफेंस सिस्टम से तबाह कर दिया। हमारी जमीन पर उनके लगातार हमलों से कोई नुकसान नहीं पहुंचा। एयरबेस और पोस्ट पर उनके लगातार हमले के बाद हमने उन्हें जवाब दिया। हमने वहां हमला किया, जहां उन्हें सबसे ज्यादा दर्द हो। हमने उनके एयरबेस कमांड सिस्टम, मिलिट्री एयरबेस पर हमला किया। चकलाला, रफीकी, रहरयार खान में हमला किया। हमने उन्हें कहा कि आक्रामकता को माफ नहीं किया जाएगा। हमारे पास उनके हर बेस पर हर सिस्टम को निशाना बनाने की क्षमता है। हम चाहते हैं कि हमारे शत्रु आगे तनाव बढ़ाने की कोशिश ना करें। हमारी लड़ाई पाकिस्तानी मिलिट्री या किसी और से नहीं है। हमारी लड़ाई आतंकवादियों से है, जिन्हें हमने निशाना बनाया, लेकिन उन्होंने ड्रोन, यूएवी से हमला किया। हमारे पास जवाब देने के अलावा कोई रास्ता नहीं था। हम यह करने की क्षमता रखते हैं। हमने पहलगाम अटैक के बाद अरब सागर में कई ड्रिल की, हथियारों की चेकिंग की। हम अपनी तैयारी को परख रहे थे। नेवी ने पाकिस्तानी नेवी को लगातार मॉनिटर किया। हम उनकी हर लोकेशन और मूवमेंट से वाकिफ थे। मुझे 10 मई को पाकिस्तानी डीजीएमओ ने कॉल किया। पाकिस्तान के डीजीएमओ से दोपहर 3.30 बजे बातचीत हुई। जिसमें तय हुआ कि 7 बजे के बाद से कोई हमला नहीं किया जाएगा। अगली बातचीत 12 मई को होगी। कुछ ही घंटों बाद उन्होंने संघर्ष विराम तोड़ा। ड्रोन अटैक किया और फायरिंग की। हमने उन्हें मैसेज भेजा कि हम पर किए गए हमले का जवाब हमने दिया है। अगर आज रात भी ऐसा किया तो हम जवाब देंगे। इसके बाद हमारे आर्मी चीफ ने हमें जवाब देने के लिए पूरी अथॉरिटी दी है। हमारे 5 जवान मारे गए, उन्हें हम श्रद्धांजलि देते हैं। हमने तनाव बढ़ाने वाली कोई प्रतिक्रिया नहीं की, लेकिन अगर हमारी संप्रभुता और अखंडता पर हमला किया गया तो इसका निर्णायक जवाब देंगे। 50 मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद 20 मिनट सवालों के जवाब दिए सवाल: पाकिस्तान के साथ सीजफायर पहले भी हुआ है। इस बार सीजफायर का उल्लंघन होता है या उनकी तरफ से कुछ हरकत की जाती है तो भारत क्या कार्रवाई करेगा?
एयर मार्शल भारती: हां, आपने सही कहा कि पहले भी दोनों देशों के बीच सहमति बनी है। इस बार भी यही हुआ है, लेकिन दुर्भाग्यवश 10 मई की शाम 7 बजे के करीब पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया। हमने इसके बारे में उन्हें बताया भी। देखते हैं आज क्या होता है। हमारे जवाब देने की बात हो तो आप जान सकते हैं भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। सवाल: ऑपरेशन के दौरान कितने पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं। इस ऑपरेशन में ब्रह्मोस, S-400 मिसाइल की क्या भूमिका रही।
एयर मार्शल भारती: अभी तक जो जानकारी मिली है, उसके हिसाब से पाकिस्तान के 35 से 40 जवान मारे गए हैं। वैसे भी हमारा टारगेट उनकी सेना नहीं बल्कि आतंकी ठिकाने थे। भारत ने कौन से हथियारों का इस्तेमाल किया, फिलहाल इसकी जानकारी नहीं दी जा सकती। वैसे भी हमारा काम टारगेट को निशाना बनाना है, शव को गिनना नहीं। सवाल: ऑपरेशन सिंदूर में क्या राफेल का इस्तेमाल हुआ। क्या ऑपरेशन में इसे पाकिस्तान में क्रैश या मार गिराया गया?
एयर मार्शल भारती: इस वक्त मैं इस पर कोई कमेंट नहीं करना चाहूंगा क्योंकि हम अभी भी युद्ध की हालत में हैं। अगर मैं इस पर कुछ कहूंगा तो इसका उल्टा असर होगा। हम उन्हें (पाकिस्तान को) इस वक्त कोई फायदा नहीं देना चाहते हैं। बस इतना कहूंगा कि जो मकसद हमने तय किया उसे हासिल किया और हमारे सभी पायलट सुरक्षित वापस आए। सवाल: हमने कितने पाकिस्तानी विमानों को मार गिराया।
एयर मार्शल भारती: ‘जैसा कि मैंने कहा, उनके विमानों को हमारी सीमा में आने से रोका गया। इसलिए हमारे पास मलबा नहीं है, लेकिन निश्चित रूप से, हमने कुछ पाकिस्तानी विमानों को मार गिराया है। संख्या के बारे में हम यहां कोई अनुमान नहीं लगाना चाहेंगे, मेरे पास संख्याएं हैं और हम इन्हें स्थापित करने के लिए तकनीकी विवरण प्राप्त कर रहे हैं। इसलिए मैं इस समय कोई आंकड़ा नहीं देना चाहूंगा।’ सवाल: पाकिस्तान में 21 आतंकी ठिकाने चुने गए हैं, जिसमें से 9 तबाह किए गए। आपका कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है, क्या बचे हुए ठिकाने आगे तबाह किए जाएंगे? लेफ्टिनेंट जनरल घई: भविष्य के ऑपरेशन के बारे में मैं ज्यादा कुछ नहीं बता सकता, लेकिन इतना तय है कि CDS ने हमारे सभी कमांडर को छूट दे रखी है कि वे किसी भी बॉर्डर वॉयलेशन का जवाब दें। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सेना ने क्या जानकारी दी, नीचे के ब्लॉग से गुजर जाएं