
मुरादाबाद में मॉब लिंचिंग में युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। SP सिटी रण विजय सिंह ने बताया कि भीड़ ने गोकशी करते वक्त युवक को पकड़ लिया था। घटना सोमवार तड़के 3:30 बजे हुई। भीड़ ने युवक लाठी-डंडे और लात-घूसों से इतना मारा कि बेहोश हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां सोमवार रात इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक का नाम शाहेदीन है। वह असालतपुरा का रहने वाला था। रात में ही प्रशासन ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया। अगली सुबह परिवार ने शव दफन कर दिया। इलाके में तनाव बढ़ने के बाद फोर्स बढ़ा दी गई है। गोकशी की सूचना मिलने पर भीड़ पहुंची थी
घटना मझोला थाना क्षेत्र में मंडी समिति में सोमवार तड़के 3.30 बजे हुई। आसपास के लोगों को भनक लगी कि कुछ लोग मंडी समिति परिसर में गोकशी कर रहे हैं। इसकी भनक लगते ही स्थानीय लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। 4 में से बाकी 3 लोग तो भाग गए, लेकिन शाहेदीन को भीड़ ने दबोच लिया। वह बचने के लिए हाथ जोड़ता रहा। लेकिन, गुस्साई भीड़ ने उसकी एक नहीं सुनी। इतना मारा कि वह मरणासन्न हालत हो गया। ये पूरा इलाका हिंदू बहुल है। आगे बढ़ने से पहले पोल में हिस्सा लेकर राय दें- 21 घंटे बाद हॉस्पिटल में तोड़ा दम
पुलिस मॉब लिंचिंग में बुरी तरह जख्मी शाहेदीन को एक निजी अस्पताल ले गई। इलाज के दौरान 21 घंटे बाद सोमवार रात साढ़े 12 बजे मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने बताया- मंडी समिति परिसर में पहले भी गोकशी की घटनाएं हुई हैं। गोकशी को देखकर भीड़ बेकाबू हो गई। पूरे इलाके में पुलिस फोर्स तैनात
मारपीट का जो वीडियो सामने आया है, उसे गाय का कटा सिर भी दिखाई दे रहा है। मामला संवेदनशील था। इसलिए अफसरों ने रात में पोस्टमॉर्टम कराया। मंगलवार सुबह 10 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच शव दफन कर दिया गया। इलाके में सुबह 7 बजे से ही आसपास के थानों की फोर्स को तैनात कर दिया। ईदगाह एरिया में अभी भी चौकसी बरती जा रही है। हत्या का केस दर्ज
शाहेदीन के भाई ने पुलिस से घटना की शिकायत की। कहा- मेरे भाई के साथ सोमवार को मंडी समिति परिसर में कुछ लोगों ने मारपीट कर दी थी। इसमें वो घायल हो गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। देर रात पुलिस ने मारपीट करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया। बॉडी बिल्डर था शाहेदीन, बेरोजगारी में गाय काटने लगा
असालतपुरा बकरी का हाता का रहने वाला शाहेदीन किसी जमाने में बॉडी बिल्डर था। उसे बॉडी बिल्डिंग का शौक था। उसने कई बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिताओं में भी हिस्सा लिया था। इसी दौरान उसे सप्लिमेंट लेने की लत लग गई। इसी लत ने उसे बीमार बना दिया। सस्ते और गलत सप्लिमेंट खाने की वजह से बीमार रहने लगा। पिछले दो साल से उसके पास कोई कामधंधा नहीं था। इससे पहले, वह एक फैक्ट्री में काम करता था। लेकिन बीमार होने के बाद उसका कामधंधा छिन गया। ऐसे में वह गो-तस्करों के चंगुल में फंस गया। उसे शायद लगा कि कुछ देर के काम में उसे ठीक-ठाक पैसे मिल जाएंगे। लेकिन यही लालच उसकी जान ले बैठा। 6 महीने अस्पताल में रहा, एक फेफड़ा था शाहेदीन का
शाहेदीन के 5 भाई और भी हैं। उसके भाइयों का कहना है कि शाहेदीन बीमार था। बॉडी बिल्डिंग के लिए गलत सप्लिमेंट लेने की वजह से उसकी हालत इतनी बिगड़ गई थी कि उसे दिल्ली के एक अस्पताल में 6 महीने तक भर्ती रहना पड़ा। तब हम लोगों ने उसके इलाज पर 3 लाख रुपए खर्च किए थे। उसे शुगर की भी बीमारी थी। उसका एक फेफड़ा काम नहीं करता था। ऐसे में उसे सांस लेने में भी तकलीफ होती थी। बीमार होने की वजह से शाहेदीन मौके से भाग नहीं सका, जबकि उसके साथी मौके से भाग निकले। बीमारी की वजह से पिटाई बर्दाश्त नहीं कर सका
शाहेदीन की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उसे लगने वाली चोटें इतनी गंभीर नहीं थीं कि उसकी मौत हो जाती। रिपोर्ट में शाहेदीन को कोई सिर की चोट नहीं थी। शरीर के किसी ऐसे नाजुक हिस्से पर भी चोट नहीं मिली, जिससे किसी की मौत हो सके। उसके चेहरे पर कुछ चोटें थीं। इसके अलावा हाथ और पैरों पर चोटों के निशान थे। डॉक्टर्स का मानना है कि पहले से बीमार होने की वजह से शाहेदीन पिटाई में मिली चोटों को झेल नहीं सका। पहले से खराब उसके फेफड़े ने दम तोड़ दिया। शाहेदीन का साथी अदनान भी गिरफ्तार SP सिटी रण विजय सिंह का कहना है- गोकशी करते रंगे हाथ पकड़े गए युवक की मौत हो गई है। इस मामले में मारपीट करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। वीडियो के आधार पर लोगों की पहचान कराई जा रही है। मौके पर गोकशी हो रही थी। घटनास्थल पर गाय के अवशेष मिले हैं। इसीलिए शाहेदीन और उसके साथियों के खिलाफ गोकशी का मामला दर्ज किया गया। शाहेदीन की मौत हो चुकी है। पुलिस ने घटना में शामिल उसके साथी अदनान को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में उसने कबूल किया है कि वह शाहेदीन को लेकर गोकशी करने आया था। लेकिन तभी भीड़ मौके पर आ गई। वह तो भाग निकला, लेकिन शाहेदीन को भीड़ ने पकड़ लिया। ———————- ये खबर भी पढ़िए- मुरादाबाद में खुलवाया 44 साल से बंद मंदिर का गर्भगृह: प्रतिमाएं खंडित, शिवलिंग गायब; लोग बोले- दंगे में पुजारी का हुआ था कत्ल संभल, काशी, कानपुर के बाद अब मुरादाबाद में 44 साल से बंद गौरीशंकर मंदिर खुलवाया है। सोमवार को प्रशासन ने खुदाई कराई तो शिवलिंग, नंदी और हनुमानजी की प्रतिमाएं मिलीं। प्रतिमाएं खंडित हैं। बातचीत में सामने आया कि 1980 के दंगे में इस मंदिर के पुजारी की हत्या कर दी गई थी। तभी प्रतिमाओं को भीड़ ने खंडित कर दिया था। इसके बाद से मंदिर बंद कर दिया गया। पढ़ें पूरी खबर…
मुरादाबाद में मॉब लिंचिंग में युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। SP सिटी रण विजय सिंह ने बताया कि भीड़ ने गोकशी करते वक्त युवक को पकड़ लिया था। घटना सोमवार तड़के 3:30 बजे हुई। भीड़ ने युवक लाठी-डंडे और लात-घूसों से इतना मारा कि बेहोश हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां सोमवार रात इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक का नाम शाहेदीन है। वह असालतपुरा का रहने वाला था। रात में ही प्रशासन ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया। अगली सुबह परिवार ने शव दफन कर दिया। इलाके में तनाव बढ़ने के बाद फोर्स बढ़ा दी गई है। गोकशी की सूचना मिलने पर भीड़ पहुंची थी
घटना मझोला थाना क्षेत्र में मंडी समिति में सोमवार तड़के 3.30 बजे हुई। आसपास के लोगों को भनक लगी कि कुछ लोग मंडी समिति परिसर में गोकशी कर रहे हैं। इसकी भनक लगते ही स्थानीय लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। 4 में से बाकी 3 लोग तो भाग गए, लेकिन शाहेदीन को भीड़ ने दबोच लिया। वह बचने के लिए हाथ जोड़ता रहा। लेकिन, गुस्साई भीड़ ने उसकी एक नहीं सुनी। इतना मारा कि वह मरणासन्न हालत हो गया। ये पूरा इलाका हिंदू बहुल है। आगे बढ़ने से पहले पोल में हिस्सा लेकर राय दें- 21 घंटे बाद हॉस्पिटल में तोड़ा दम
पुलिस मॉब लिंचिंग में बुरी तरह जख्मी शाहेदीन को एक निजी अस्पताल ले गई। इलाज के दौरान 21 घंटे बाद सोमवार रात साढ़े 12 बजे मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने बताया- मंडी समिति परिसर में पहले भी गोकशी की घटनाएं हुई हैं। गोकशी को देखकर भीड़ बेकाबू हो गई। पूरे इलाके में पुलिस फोर्स तैनात
मारपीट का जो वीडियो सामने आया है, उसे गाय का कटा सिर भी दिखाई दे रहा है। मामला संवेदनशील था। इसलिए अफसरों ने रात में पोस्टमॉर्टम कराया। मंगलवार सुबह 10 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच शव दफन कर दिया गया। इलाके में सुबह 7 बजे से ही आसपास के थानों की फोर्स को तैनात कर दिया। ईदगाह एरिया में अभी भी चौकसी बरती जा रही है। हत्या का केस दर्ज
शाहेदीन के भाई ने पुलिस से घटना की शिकायत की। कहा- मेरे भाई के साथ सोमवार को मंडी समिति परिसर में कुछ लोगों ने मारपीट कर दी थी। इसमें वो घायल हो गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। देर रात पुलिस ने मारपीट करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया। बॉडी बिल्डर था शाहेदीन, बेरोजगारी में गाय काटने लगा
असालतपुरा बकरी का हाता का रहने वाला शाहेदीन किसी जमाने में बॉडी बिल्डर था। उसे बॉडी बिल्डिंग का शौक था। उसने कई बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिताओं में भी हिस्सा लिया था। इसी दौरान उसे सप्लिमेंट लेने की लत लग गई। इसी लत ने उसे बीमार बना दिया। सस्ते और गलत सप्लिमेंट खाने की वजह से बीमार रहने लगा। पिछले दो साल से उसके पास कोई कामधंधा नहीं था। इससे पहले, वह एक फैक्ट्री में काम करता था। लेकिन बीमार होने के बाद उसका कामधंधा छिन गया। ऐसे में वह गो-तस्करों के चंगुल में फंस गया। उसे शायद लगा कि कुछ देर के काम में उसे ठीक-ठाक पैसे मिल जाएंगे। लेकिन यही लालच उसकी जान ले बैठा। 6 महीने अस्पताल में रहा, एक फेफड़ा था शाहेदीन का
शाहेदीन के 5 भाई और भी हैं। उसके भाइयों का कहना है कि शाहेदीन बीमार था। बॉडी बिल्डिंग के लिए गलत सप्लिमेंट लेने की वजह से उसकी हालत इतनी बिगड़ गई थी कि उसे दिल्ली के एक अस्पताल में 6 महीने तक भर्ती रहना पड़ा। तब हम लोगों ने उसके इलाज पर 3 लाख रुपए खर्च किए थे। उसे शुगर की भी बीमारी थी। उसका एक फेफड़ा काम नहीं करता था। ऐसे में उसे सांस लेने में भी तकलीफ होती थी। बीमार होने की वजह से शाहेदीन मौके से भाग नहीं सका, जबकि उसके साथी मौके से भाग निकले। बीमारी की वजह से पिटाई बर्दाश्त नहीं कर सका
शाहेदीन की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उसे लगने वाली चोटें इतनी गंभीर नहीं थीं कि उसकी मौत हो जाती। रिपोर्ट में शाहेदीन को कोई सिर की चोट नहीं थी। शरीर के किसी ऐसे नाजुक हिस्से पर भी चोट नहीं मिली, जिससे किसी की मौत हो सके। उसके चेहरे पर कुछ चोटें थीं। इसके अलावा हाथ और पैरों पर चोटों के निशान थे। डॉक्टर्स का मानना है कि पहले से बीमार होने की वजह से शाहेदीन पिटाई में मिली चोटों को झेल नहीं सका। पहले से खराब उसके फेफड़े ने दम तोड़ दिया। शाहेदीन का साथी अदनान भी गिरफ्तार SP सिटी रण विजय सिंह का कहना है- गोकशी करते रंगे हाथ पकड़े गए युवक की मौत हो गई है। इस मामले में मारपीट करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। वीडियो के आधार पर लोगों की पहचान कराई जा रही है। मौके पर गोकशी हो रही थी। घटनास्थल पर गाय के अवशेष मिले हैं। इसीलिए शाहेदीन और उसके साथियों के खिलाफ गोकशी का मामला दर्ज किया गया। शाहेदीन की मौत हो चुकी है। पुलिस ने घटना में शामिल उसके साथी अदनान को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में उसने कबूल किया है कि वह शाहेदीन को लेकर गोकशी करने आया था। लेकिन तभी भीड़ मौके पर आ गई। वह तो भाग निकला, लेकिन शाहेदीन को भीड़ ने पकड़ लिया। ———————- ये खबर भी पढ़िए- मुरादाबाद में खुलवाया 44 साल से बंद मंदिर का गर्भगृह: प्रतिमाएं खंडित, शिवलिंग गायब; लोग बोले- दंगे में पुजारी का हुआ था कत्ल संभल, काशी, कानपुर के बाद अब मुरादाबाद में 44 साल से बंद गौरीशंकर मंदिर खुलवाया है। सोमवार को प्रशासन ने खुदाई कराई तो शिवलिंग, नंदी और हनुमानजी की प्रतिमाएं मिलीं। प्रतिमाएं खंडित हैं। बातचीत में सामने आया कि 1980 के दंगे में इस मंदिर के पुजारी की हत्या कर दी गई थी। तभी प्रतिमाओं को भीड़ ने खंडित कर दिया था। इसके बाद से मंदिर बंद कर दिया गया। पढ़ें पूरी खबर…