
अलवर के घनी आबादी में करीब 3 घंटे मूवमेंट के बाद लेपर्ड को वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया। मंगलवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे लेपर्ड RR कॉलेज इलाके से निकलकर खदाना मोहल्ले में आ गया था। सामान्य दिनों की तरह लोग गलियों में खड़े होकर बातें कर रहे थे। तभी लेपर्ड उनके बीच से भागकर निकला। लेपर्ड को देख मोहल्ले के लोग जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे। गनीमत रही कि उसने किसी पर हमला नहीं किया। लेपर्ड को बारा लिवारी स्थित क्षेत्र निदेशक कार्यालय लाकर स्वास्थ्य की जांच की गई। यह नर लेपर्ड करीब 5 साल की उम्र का था। जिसे बाद में राजगढ़ के बीगोता क्षेत्र में छोड़ा गया। RR कॉलेज कैंपस में एक दिसंबर को पहली बार देखा गया था
आशंका जताई जा रही थी कि यह लेपर्ड RR कॉलेज कैंपस से आवासीय इलाकों में आ गया है। पिछले एक महीने से कॉलेज कैंपस के आसपास लेपर्ड का मूवमेंट था। लेपर्ड को अलवर शहर स्थित RR कॉलेज के आसपास एक दिसंबर को पहली बार देखा गया था। कॉलेज कैंपस में चारों तरफ घना जंगल है। 29 दिसंबर की रात को स्टाफ रूम के पास लेपर्ड के पगमार्क मिले थे। मंगलवार सुबह लेपर्ड कॉलेज कैंपस से निकलकर डेढ़ किमी दूर कंपनी बाग इलाके में देखा गया था। यहां से वन मंत्री संजय शर्मा का घर केवल 500 मीटर दूर है। 2 सेकेंड में चौक पार गया
खदाना मोहल्ले की गली में कुछ लोग खड़े थे। लोगों के बीच से होते हुए लेपर्ड तेजी के साथ चौक से दूसरी गली में पहुंच गया। महज दो सेकेंड में वह चौक को पार किया था। देखते ही देखते वहां अफरा-तफरी मच गई। लेपर्ड वहीं एक खाली प्लॉट में दुबक गया। लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। सुबह 9 बजे के करीब वनकर्मी पहुंचे।
अलवर के घनी आबादी में करीब 3 घंटे मूवमेंट के बाद लेपर्ड को वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया। मंगलवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे लेपर्ड RR कॉलेज इलाके से निकलकर खदाना मोहल्ले में आ गया था। सामान्य दिनों की तरह लोग गलियों में खड़े होकर बातें कर रहे थे। तभी लेपर्ड उनके बीच से भागकर निकला। लेपर्ड को देख मोहल्ले के लोग जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे। गनीमत रही कि उसने किसी पर हमला नहीं किया। लेपर्ड को बारा लिवारी स्थित क्षेत्र निदेशक कार्यालय लाकर स्वास्थ्य की जांच की गई। यह नर लेपर्ड करीब 5 साल की उम्र का था। जिसे बाद में राजगढ़ के बीगोता क्षेत्र में छोड़ा गया। RR कॉलेज कैंपस में एक दिसंबर को पहली बार देखा गया था
आशंका जताई जा रही थी कि यह लेपर्ड RR कॉलेज कैंपस से आवासीय इलाकों में आ गया है। पिछले एक महीने से कॉलेज कैंपस के आसपास लेपर्ड का मूवमेंट था। लेपर्ड को अलवर शहर स्थित RR कॉलेज के आसपास एक दिसंबर को पहली बार देखा गया था। कॉलेज कैंपस में चारों तरफ घना जंगल है। 29 दिसंबर की रात को स्टाफ रूम के पास लेपर्ड के पगमार्क मिले थे। मंगलवार सुबह लेपर्ड कॉलेज कैंपस से निकलकर डेढ़ किमी दूर कंपनी बाग इलाके में देखा गया था। यहां से वन मंत्री संजय शर्मा का घर केवल 500 मीटर दूर है। 2 सेकेंड में चौक पार गया
खदाना मोहल्ले की गली में कुछ लोग खड़े थे। लोगों के बीच से होते हुए लेपर्ड तेजी के साथ चौक से दूसरी गली में पहुंच गया। महज दो सेकेंड में वह चौक को पार किया था। देखते ही देखते वहां अफरा-तफरी मच गई। लेपर्ड वहीं एक खाली प्लॉट में दुबक गया। लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। सुबह 9 बजे के करीब वनकर्मी पहुंचे।