
समाजवादी पार्टी का 11 सदस्यीय डेलिगेशन सोमवार को संभल पहुंचा। यहां 24 नवंबर को हुई हिंसा में मारे गए 5 लोगों के परिवार से मुलाकात की। उन्हें 5-5 लाख रुपए के चेक दिए। सपा डेलिगेशन में सांसद जियाउर्रहमान बर्क भी शामिल थे। वे हिंसा के बाद पहली बार संभल पहुंचे। उन पर पुलिस ने हिंसा भड़काने का केस दर्ज किया था। सांसद बर्क ने कहा, ‘जो घटना हुई है उससे केवल संभल ही नहीं बल्कि पूरा प्रदेश और देश शर्मसार हुआ है। यह सच है कि संभल अति संवेदनशील जगह रही है। यहां पहले जरूर आपस में लोगों के झगड़े थे। लेकिन यह भी सच है कि 29 सालों से यहां हिंदू और मुस्लिम के बीच कोई फसाद नहीं हुआ है। लोग सुकून से रह रहे थे और इस सुकून को आग लगाई गई है।’ ‘हम लोगों के सुकून को छीना गया है। हमारे पांच लोगों की जान ली गई है। हमारे खिलाफ ही मुकदमा लिखा गया। बिजली चोरी के मुकदमे पर कहा कि अगर कल पुलिस का डंडा गायब हो जाए तो वह हम पर ही आरोप लगा देगी। हम लोगों न्याय नहीं मिलेगा तो न्यायालय जाएंगे। मेरे ऊपर क्यों मुकदमा लिख दिया, जबकि मैं उस दिन संभल में ही नहीं था।’ इधर, संभल में चल रही खुदाई पर कैराना से सपा सांसद इकरा हसन ने कहा, ‘मुझे लगता है कि इन सब चीजों की जरूरत नहीं है, क्योंकि हमारे देश का कानून सबको मानना पड़ता है। अब यहां किसी का राज नहीं है। किसी की तानाशाही नहीं है। संविधान में प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट है। 1947 में जो भी था, चर्च, मंदिर या मस्जिद, वो उसी स्थिति में रहना चाहिए।’ संभल से जुड़े अपडेट्स के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए…
समाजवादी पार्टी का 11 सदस्यीय डेलिगेशन सोमवार को संभल पहुंचा। यहां 24 नवंबर को हुई हिंसा में मारे गए 5 लोगों के परिवार से मुलाकात की। उन्हें 5-5 लाख रुपए के चेक दिए। सपा डेलिगेशन में सांसद जियाउर्रहमान बर्क भी शामिल थे। वे हिंसा के बाद पहली बार संभल पहुंचे। उन पर पुलिस ने हिंसा भड़काने का केस दर्ज किया था। सांसद बर्क ने कहा, ‘जो घटना हुई है उससे केवल संभल ही नहीं बल्कि पूरा प्रदेश और देश शर्मसार हुआ है। यह सच है कि संभल अति संवेदनशील जगह रही है। यहां पहले जरूर आपस में लोगों के झगड़े थे। लेकिन यह भी सच है कि 29 सालों से यहां हिंदू और मुस्लिम के बीच कोई फसाद नहीं हुआ है। लोग सुकून से रह रहे थे और इस सुकून को आग लगाई गई है।’ ‘हम लोगों के सुकून को छीना गया है। हमारे पांच लोगों की जान ली गई है। हमारे खिलाफ ही मुकदमा लिखा गया। बिजली चोरी के मुकदमे पर कहा कि अगर कल पुलिस का डंडा गायब हो जाए तो वह हम पर ही आरोप लगा देगी। हम लोगों न्याय नहीं मिलेगा तो न्यायालय जाएंगे। मेरे ऊपर क्यों मुकदमा लिख दिया, जबकि मैं उस दिन संभल में ही नहीं था।’ इधर, संभल में चल रही खुदाई पर कैराना से सपा सांसद इकरा हसन ने कहा, ‘मुझे लगता है कि इन सब चीजों की जरूरत नहीं है, क्योंकि हमारे देश का कानून सबको मानना पड़ता है। अब यहां किसी का राज नहीं है। किसी की तानाशाही नहीं है। संविधान में प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट है। 1947 में जो भी था, चर्च, मंदिर या मस्जिद, वो उसी स्थिति में रहना चाहिए।’ संभल से जुड़े अपडेट्स के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए…