
बिहार लोकसेवा आयोग (BPSC) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर 13 दिनों से कैंडिडेट्स का धरना जारी है। सोमवार को कैंडिडेट्स के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा से मुलाकात की है। मुख्य सचिव से मिलने के बाद अभ्यर्थी ने कहा कि – ‘हमने अपनी मांग सीएस के सामने रखी हैं। उन्होंने कहा कि जो उचित कार्रवाई होगी की जाएगी।’ वहीं आंदोलन को लेकर कैंडिडेट्स ने कहा कि जबतक री एग्जाम की घोषणा नहीं होती है, हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा। इधर, अभ्यर्थियों के समर्थन में लेफ्ट और RJD ने आरा और दरभंगा में ट्रेनों को रोका है। छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने इंजन पर खड़े होकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और री एग्जाम की मांग की। रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन के दौरान दरभंगा में बिहार संपर्क क्रांति ट्रेन 1 घंटे रुकी रही। आरा में बक्सर-पटना पैसेंजर ट्रेन को 10 मिनट तक रोककर रखा गया। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाकर ट्रेन को रवाना करवाया। छात्र संगठनों ने आरा, बेतिया, सीवान, बेगूसराय, बक्सर और समस्तीपुर में सड़क जामकर प्रदर्शन किया है। प्रदर्शनकारियों ने समस्तीपुर-पटना रोड को जाम कर दिया। जाम के कारण कई गाड़ियां फंस गईं। 3 घंटे बाद पुलिस ने ये जाम खुलवाया। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा ) और इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाइए) इस प्रदर्शन में शामिल हैं। रेलवे ट्रैक पर उतर गए छात्र संगठन के नेता, सड़क भी जाम की कैंडिडेट्स की मांग को लेकर पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने सोमवार को राज्यपाल से मुलाकात की रविवार को CM हाउस मार्च के दौरान पुलिस ने किया था लाठीचार्ज
रविवार को गांधी मैदान में छात्र संसद हुआ। CM आवास की ओर बढ़ रहे कैंडिडेट्स पर लाठीचार्ज किया गया। रविवार को हुए प्रदर्शन को लेकर प्रशांत किशोर, उनकी पार्टी जनसुराज के अध्यक्ष मनोज भारती, पूर्व IPS अफसर आनंद मिश्रा, कोचिंग संचालक रहमांशु मिश्रा समेत 21 लोगों पर नामजद और 600 अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। छात्र दोबारा एग्जाम की मांग पर अब भी अड़े हैं। घायल अभ्यर्थी ने कहा कि पुलिस ने बहुत पीटा है। अब बातचीत नहीं होगी। परीक्षा कैंसिल करने के बाद ही हम लोगों का आंदोलन खत्म होगा। वहीं, रविवार देर रात प्रशांत किशोर BPSC अभ्यर्थियों से मिलने गर्दनीबाग पहुंचे। उन्होंने कहा, ‘हम से कंबल मांगते हो और हम ही से नेतागिरी कर रहे हो।’ इसके बाद कैंडिडेट्स भड़क गए। कैंडिडेट्स बोले- ‘आप यहां से चले जाइए। पिटवाने के बाद क्यों आए हैं।’ शनिवार को प्रशांत किशोर ने कहा था, ‘अगर पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो पहली लाठी मैं खाऊंगा।’ हालांकि, वे रविवार को लाठीचार्ज से पहले ही निकल गए। अभ्यर्थियों ने पीके गो बैक के नारे लगाए। प्रशांत किशोर और अभ्यर्थियों में तीखी बहस भी हुई। PK बोले- कुछ पुलिस वाले हीरो बन रहे हैं सोमवार को प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि ‘हम भी पटना पुलिस पर FIR करेंगे। कोर्ट भी ले जाएंगे। पुलिस को ह्यूमन राइट्स भी इनको ले जाएंगे। पटना पुलिस ने कुछ ऐसे अफसर हैं जिन्हें हीरो बनने का शौक चढ़ा है।’ प्रशांत किशोर ने कहा ‘मैं जब जेपी गोलंबर से हटा। 45 मिनट के बाद मुझे यह सूचना मिली कि पुलिस ने वहां पहले वाटर कैनन का प्रयोग किया और फिर छात्रों पर लाठीचार्ज किया गया है। मैं आपको क्लियर करना चाहता हूं कि प्रशांत किशोर वहां से नहीं हटे हैं प्रशांत किशोर के हटने के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। जब तक हम हैं, पूरी ताकत से जिन लोगों ने भी छात्रों पर लाठी चलाई है उनको छोड़ नहीं जाएगा।’ PK ने कहा कि ‘ 2 जनवरी तक अगर यह मामला नहीं सुलझा तो मैं लगातार धरने पर बैठा रहूंगा। बच्चे कुछ भी बोलते रहे मुझे उससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। ना ही नहीं मुझे किसी बात का कोई बुरा लगा है।’ पुलिस ने लाठीचार्ज के दौरान कोचिंग संचालक रहमांशु समेत 12 अभ्यर्थियों को डिटेन किया। वहीं, एक अभ्यर्थी की तबीयत बिगड़ गई, जिसे पुलिस ने तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर प्रशांत किशोर समेत 21 नामजद और 600 अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। इनमें जनसुराज के अध्यक्ष मनोज भारती, कोचिंग संचालक रहमांशु मिश्रा, सुजीत कुमार, सुभाष कुमार ठाकुर, शुभम स्नेहिल, आरके मिश्रा, प्रशांत किशोर के दो बाउंसर शामिल हैं। घायल कैंडिडेट्स से मिले पप्पू यादव
इधर रविवार रात पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने लाठीचार्ज में घायल हुए अभ्यर्थियों से PMCH जाकर मुलाकात की। जहां पर उन्होंने प्रशांत किशोर के खिलाफ छात्रों को आगाह करते हुए कहा कि ‘कितनी बार समझाया है राजनीति नहीं करनी है।’ उन्होंने छात्रों से कहा कि ‘तुम लोगों को मैंने मना किया था और मैसेज भी किया था कि मत जाओ, प्रशांत किशोर आंदोलन को खत्म कर देगा। लंबी लड़ाई लड़ोगे तो जीत जाओगे। लड़ाई को छोटा करोगे तो हार जाओगे। गर्दनीबाग से निकलना ही नहीं चाहिए था।’
बिहार लोकसेवा आयोग (BPSC) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर 13 दिनों से कैंडिडेट्स का धरना जारी है। सोमवार को कैंडिडेट्स के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा से मुलाकात की है। मुख्य सचिव से मिलने के बाद अभ्यर्थी ने कहा कि – ‘हमने अपनी मांग सीएस के सामने रखी हैं। उन्होंने कहा कि जो उचित कार्रवाई होगी की जाएगी।’ वहीं आंदोलन को लेकर कैंडिडेट्स ने कहा कि जबतक री एग्जाम की घोषणा नहीं होती है, हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा। इधर, अभ्यर्थियों के समर्थन में लेफ्ट और RJD ने आरा और दरभंगा में ट्रेनों को रोका है। छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने इंजन पर खड़े होकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और री एग्जाम की मांग की। रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन के दौरान दरभंगा में बिहार संपर्क क्रांति ट्रेन 1 घंटे रुकी रही। आरा में बक्सर-पटना पैसेंजर ट्रेन को 10 मिनट तक रोककर रखा गया। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाकर ट्रेन को रवाना करवाया। छात्र संगठनों ने आरा, बेतिया, सीवान, बेगूसराय, बक्सर और समस्तीपुर में सड़क जामकर प्रदर्शन किया है। प्रदर्शनकारियों ने समस्तीपुर-पटना रोड को जाम कर दिया। जाम के कारण कई गाड़ियां फंस गईं। 3 घंटे बाद पुलिस ने ये जाम खुलवाया। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा ) और इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाइए) इस प्रदर्शन में शामिल हैं। रेलवे ट्रैक पर उतर गए छात्र संगठन के नेता, सड़क भी जाम की कैंडिडेट्स की मांग को लेकर पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने सोमवार को राज्यपाल से मुलाकात की रविवार को CM हाउस मार्च के दौरान पुलिस ने किया था लाठीचार्ज
रविवार को गांधी मैदान में छात्र संसद हुआ। CM आवास की ओर बढ़ रहे कैंडिडेट्स पर लाठीचार्ज किया गया। रविवार को हुए प्रदर्शन को लेकर प्रशांत किशोर, उनकी पार्टी जनसुराज के अध्यक्ष मनोज भारती, पूर्व IPS अफसर आनंद मिश्रा, कोचिंग संचालक रहमांशु मिश्रा समेत 21 लोगों पर नामजद और 600 अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। छात्र दोबारा एग्जाम की मांग पर अब भी अड़े हैं। घायल अभ्यर्थी ने कहा कि पुलिस ने बहुत पीटा है। अब बातचीत नहीं होगी। परीक्षा कैंसिल करने के बाद ही हम लोगों का आंदोलन खत्म होगा। वहीं, रविवार देर रात प्रशांत किशोर BPSC अभ्यर्थियों से मिलने गर्दनीबाग पहुंचे। उन्होंने कहा, ‘हम से कंबल मांगते हो और हम ही से नेतागिरी कर रहे हो।’ इसके बाद कैंडिडेट्स भड़क गए। कैंडिडेट्स बोले- ‘आप यहां से चले जाइए। पिटवाने के बाद क्यों आए हैं।’ शनिवार को प्रशांत किशोर ने कहा था, ‘अगर पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो पहली लाठी मैं खाऊंगा।’ हालांकि, वे रविवार को लाठीचार्ज से पहले ही निकल गए। अभ्यर्थियों ने पीके गो बैक के नारे लगाए। प्रशांत किशोर और अभ्यर्थियों में तीखी बहस भी हुई। PK बोले- कुछ पुलिस वाले हीरो बन रहे हैं सोमवार को प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि ‘हम भी पटना पुलिस पर FIR करेंगे। कोर्ट भी ले जाएंगे। पुलिस को ह्यूमन राइट्स भी इनको ले जाएंगे। पटना पुलिस ने कुछ ऐसे अफसर हैं जिन्हें हीरो बनने का शौक चढ़ा है।’ प्रशांत किशोर ने कहा ‘मैं जब जेपी गोलंबर से हटा। 45 मिनट के बाद मुझे यह सूचना मिली कि पुलिस ने वहां पहले वाटर कैनन का प्रयोग किया और फिर छात्रों पर लाठीचार्ज किया गया है। मैं आपको क्लियर करना चाहता हूं कि प्रशांत किशोर वहां से नहीं हटे हैं प्रशांत किशोर के हटने के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। जब तक हम हैं, पूरी ताकत से जिन लोगों ने भी छात्रों पर लाठी चलाई है उनको छोड़ नहीं जाएगा।’ PK ने कहा कि ‘ 2 जनवरी तक अगर यह मामला नहीं सुलझा तो मैं लगातार धरने पर बैठा रहूंगा। बच्चे कुछ भी बोलते रहे मुझे उससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। ना ही नहीं मुझे किसी बात का कोई बुरा लगा है।’ पुलिस ने लाठीचार्ज के दौरान कोचिंग संचालक रहमांशु समेत 12 अभ्यर्थियों को डिटेन किया। वहीं, एक अभ्यर्थी की तबीयत बिगड़ गई, जिसे पुलिस ने तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर प्रशांत किशोर समेत 21 नामजद और 600 अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। इनमें जनसुराज के अध्यक्ष मनोज भारती, कोचिंग संचालक रहमांशु मिश्रा, सुजीत कुमार, सुभाष कुमार ठाकुर, शुभम स्नेहिल, आरके मिश्रा, प्रशांत किशोर के दो बाउंसर शामिल हैं। घायल कैंडिडेट्स से मिले पप्पू यादव
इधर रविवार रात पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने लाठीचार्ज में घायल हुए अभ्यर्थियों से PMCH जाकर मुलाकात की। जहां पर उन्होंने प्रशांत किशोर के खिलाफ छात्रों को आगाह करते हुए कहा कि ‘कितनी बार समझाया है राजनीति नहीं करनी है।’ उन्होंने छात्रों से कहा कि ‘तुम लोगों को मैंने मना किया था और मैसेज भी किया था कि मत जाओ, प्रशांत किशोर आंदोलन को खत्म कर देगा। लंबी लड़ाई लड़ोगे तो जीत जाओगे। लड़ाई को छोटा करोगे तो हार जाओगे। गर्दनीबाग से निकलना ही नहीं चाहिए था।’