
अरुण त्रिसल
कठुआ, 30 दिसंबर,गैर कानूनी तरीके से अपने घर तक सडक पहुंचने के लिए मक्खन दीन जो कि ब्लॉक बरनोटी, जोड़े गांव का रहने वाले है बिना फॉरेस्ट की परमिशन के उसने फॉरेस्ट लैंड में जेसीबी लगाकर अपने घर का रास्ता बना रहा था, वही के रहने वाले किसी निवासी ने वन विभाग को फोन कर मामले की सूचना दी गई कि वन भूमि में जेसीबी लगाई गई है। वन विभाग ने और फारेस्ट प्रोटेक्शन फोर्स ने त्वरित कार्रवाई की और मौके पर पहुंचे और उन्होंने जेसीबी को सीज किया और मामला दर्ज कर लिया। धारा 26 के तहत उन पर कार्रवाई चलेगी, जेसीबी के मालिक का नाम उत्तम सिंह बताया जा रहा है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि हैरान करने वाली बात यह है कि फॉरेस्ट लैंड में जेसीबी लगाई जाती है और जिममेदार विभाग को इसकी कोई खबर नहीं होती, नहीं चलता फॉरेस्ट प्रोटक्शन फोर्स वाले को, कहां सोए होते हैं जिनका काम है वनों को बचाना न जाने अब तक ऐसे कितने मामले और पेश आ चुके हैं और वन विभाग को इसकी खबर तक नहीं या यूं कहीं की वन विभाग आज भी चैन की नींद सोया हुआ है। स्थानीय लोगों के मुताबिक ना तो वन विभाग और ना ही फॉरेस्ट प्रोटेकशन फोर्स को पता होता है कि उनके अधिकार क्षेत्र में आने जंगलात क्षेत्र में क्या हो रहा है। लाखों की सरकारी तनख्वाह लेने वाले फॉरेस्ट डिपार्मेंट और प्रोटेक्शन फोर्स के आला अधिकारी गहरी नींद में सोए हुए हैं और मजेदार बात यह है जो भी केस चलेगा वह डीएफओ की कोर्ट में ही चलेगा जैसे की कहावत है बिल्ली को दूध की रखवाली के लिए रखा गया है।