
उत्तर प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को सीएम योगी ने विपक्ष के सवालों के जवाब दिए। कहा- एक शरारत के तहत संभल के 68 तीर्थों और 19 कूपों की निशानी मिटाने की कोशिश की गई। उनको खोजना हमारा काम था। हमने 54 तीर्थ खोजे और 19 कूपों को भी ढूंढ निकाला। जो हमारा है, हमें मिल जाना चाहिए। इससे इतर कुछ नहीं है। कहा- लोहिया ने कहा था कि भारत के लिए राम, शंकर और कृष्ण जब तक भारत के आदर्श हैं, कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता। जब तक इन्हें आदर्श के रूप में मानेंगे, भारत भारत बना रहेगा। लेकिन सपा का इन तीनों देवताओं पर विश्वास नहीं है। योगी ने कहा- पहले माफिया दौड़ाता था, तो पुलिस भागती थी। माफिया को पुलिस सैल्यूट करती थी। अब इसका ठीक उल्टा है। पढ़िए सीएम योगी ने कैसे विपक्ष के सवालों के जवाब दिए अंसल पर कहा- गरीब का पैसा लेकर भागने वाले को पाताल से निकाल लाएंगे
योगी ने कहा- भ्रष्टाचार का नमूना देखना है, तो अंसल बिल्डर तो आपकी उपज थी। आज ही मैंने FIR दर्ज करने का निर्देश दिया था। इसकी सारी प्रॉपर्टी जब्त कर लेंगे। किसी होम बायर के साथ गलत नहीं होने देंगे। कोई किसी गरीब का पैसा लेकर भाग जाएगा, तो उसे पाताल से भी निकाल लाएंगे। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद से कहा- मन से बोलते हैं, तो सही बोलते हैं
सीएम ने कहा- 93 सदस्यों ने विधानसभा की चर्चा में भाग लिया। इसमें विपक्ष के 34 सदस्य शामिल रहे। हमें अच्छा लगा कि नेता प्रतिपक्ष ने दार्शनिक अंदाज में अपनी बात रखी। डॉ लोहिया के अनुयायी के रूप में बात रखी। वे इसका आचरण स्वयं कर पाते हैं या नहीं, यह मुझे नहीं पता। वह उम्र में मुझसे बड़े हैं, इस कारण मैं उन्हें सुझाव नहीं दे सकता। योगी के भाषण के बीच जब नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद ने टोका, तो सीएम ने कहा- आपके साथ यही समस्या है कि जब मन से बोलते हैं, तो सही बोलते हैं। कोई लिखकर देता है, तो गलत बोल जाते हैं। शिवपाल के महाकुंभ नहीं जाने पर बोले- चच्चू फिर गच्चा गए
योगी ने कहा- चुनाव कैसे जीता जाता है, यह चच्चू से ज्यादा कौन जान सकता है। अच्छा ही है, बहु उपदेश कुशल बहुतेरे। अगर वैसा ही आचरण भी किया होता, तो करारी हार नहीं होती। 2027 में भी ऐसा ही होगा। कहा- खुद महाकुंभ में चले गए। लेकिन चच्चू को नहीं जाने दिया गया। 2013 में भी ऐसा ही हुआ था। चच्चू इस बार भी बहक गए। इस बार फिर गच्चा खा गए। वो महाकुंभ जाना चाहते थे, लेकिन चूक गए। पुण्य से वंचित रह गए। 4 पॉइंट में महाकुंभ की सफलता की कहानी बताई 1- इतना बड़ा आयोजन, पूरी शांति से निपटा
योगी ने अपने भाषण के दौरान ज्यादातर महाकुंभ पर बात की। कहा- महाकुंभ में एक भी छेड़खानी, अपहरण, लूट, हत्या की घटना नहीं हुई। जो उत्तर प्रदेश या भारत को या सनातनधर्मियों को कटघरे में खड़ा करे। 66 करोड़ आ जाएं और सुरक्षित लौट जाएं, यह बड़ी बात है। बहुत से लोग महाकुंभ आना चाहते थे, लेकिन नहीं आ पाए। उनके मन में कसक रह गई। जिसने भी डुबकी लगाई, आस्था की डुबकी में अभिभूत होकर गया। 2- नेता-एक्टर भी पहुंचे, सभी ने तारीफ की
योगी ने कहा- अक्सर विदेशी मीडिया नकारात्मक टिप्पणी करता है। लेकिन, इस बार उन्होंने भी महाकुंभ के बारे सब कुछ पॉजिटिव लिखा। द वाल स्ट्रीट ने लिखा है- एक ऐसा आयोजन जिसमें अमेरिका से अधिक लोग जुड़े। बीबीसी ने लिखा- आस्था सबसे बड़ा आयोजन था। योगी ने कहा- श्रद्धालु ही नहीं, नेता और एक्टर्स भी प्रयागराज पहुंचे। ये पर्वों का पर्व था। यूनेस्को के डायरेक्टर ने कहा कि महाकुंभ सांस्कृतिक और धरोहर के रूप में विश्व को एक नई दृष्टि देता है। टेक्नोलॉजी का सही प्रयोग किया जाए, तो यह संभव है। पूरी दुनिया में भारत का मान बढ़ा है। इस अभूतपूर्व आयोजन की गूंज दुनिया में कई साल तक सुनाई देगी। ये भारत की सबसे बड़ी उपलब्धि है। हमारे कुछ विपक्षी दलों से जुड़े राज्य सरकारों के नेता महाकुंभ आए थे। डिप्टी सीएम कर्नाटक ने लिखा- इस पवित्र आयोजन के लिए सभी का धन्यवाद। सरकार ने जो व्यवस्था की, वो बहुत अच्छी है। 3- महाकुंभ से मिले साढ़े तीन लाख करोड़
योगी ने कहा- बिजनेस की बात हो तो 75 हजार खर्च कर साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए कमाया जा सकता है। भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा है कि इससे भारत काे 6.5 प्रतिशत विकास दर हासिल करने में मदद मिलेगी। इस मामले में अन्य क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया है। होटल उद्योग में 40 हजार करोड़, खाने में 33 हजार करोड़, पूजन सामग्री में 20 हजार करोड़, दान में 660 करोड़ प्रदेश को मिला है। योगी से महाकुंभ से कमाई के जो आंकड़े गिनाए है, वह हूबहू दैनिक भास्कर की 2 मार्च को प्रकाशित खबर है…आप भी पढ़िए 4- मैंने सफाईकर्मियों के साथ भोजन किया
योगी ने कहा- महाकुंभ से 5 तीर्थ कॉरिडोर बने हैं। प्रयागराज से वृंदावन और सुख तीर्थ में भी लोग पहुंचे। चित्रकूट, अयोध्या, वाराणसी आदि का कॉरिडोर बना। सपा कह रही थी कि नाविकों का शोषण हो रहा। ये लोग एक परिवार की बात करते हैं। 130 नौकाओं से 30 करोड़ कमाया है। मैं प्रयागराज गया था। सफाई की, पूजन किया। इस पूरे आयोजन में स्वच्छता कर्मियों, हेल्थ कर्मियों का सम्मान किया था। दूसरा आयोजन नाविकों के साथ था। उनके लिए पैकेज की घोषणा की। इसके अलावा रेलवे और परिवहन से जुड़े लोगों के प्रति भी धन्यवाद दिया। चौथे कार्यक्रम में सुरक्षा के लोगों के साथ भोजन भी किया। महाकुंभ का आयोजन यूपी के सामर्थ्य देश और देश का सामर्थ्य दुनिया के सामने रखने में सफल रहे। आपने लगातार दुष्प्रचार किया। नकारात्मक तरीके से प्रचारित किया, लेकिन देश की जनता को विश्वास नहीं था। अब पढ़िए बजट पर योगी ने जो कुछ कहा 1- थीम के साथ बजट पेश किया गया
बजट की एक थीम होती है। इस बजट को प्रस्तुत किया, तो एक थीम के साथ किया था। हमारी सरकार का 9वां बजट था। पहला बजट अन्नदाता को समर्पित किया था। तब हमने कर्ज माफ किया था। आज किसान खुशहाल है। किसान अब जान नहीं दे रहा। 2018 में हमने बजट को इन्फ्रास्ट्रक्चर और औद्योगिकी विकास को समर्पित किया था। 2019-20 का बजट आधी आबादी को समर्पित किया था। 2020-21 में युवा शक्ति काे समर्पित किया था। 2024-25 का बजट लोक मंगल को समर्पित करने वाले रामराजा के प्रति था। 2025-26 का बजट अन्नदाता किसान, युवा, महिला और गरीब को समर्पित करते हुए थीम दी है। वंचित को वरीयता के थीम के साथ इस बजट को पेश किया गया है। 2- हम जो कहते हैं, करके दिखाते हैं
सीएम ने कहा- जनता को विश्वास है कि हम जो कहते हैं करके दिखाते हैं। ये बजट भी इसी भाव के साथ घोषित किया गया है। 2024-25 का बजट मूल रूप से 7.36 लाख करोड़ का था। दो अनुपूरक लाए थे, वो 30 हजार करोड़ के थे। कुल 7.66 करोड़ होता है। अब मूल बजट 8.08 लाख करोड़ का बजट है। सपा पर निशाना साधते हुए योगी ने बोले- आपने कहा कि पैसा खर्च नहीं किया। बजट साल भर के लिए होता है। योजनाएं बनने और लागू होने में समय लगता है। 6 महीने में क्यों पूरा खर्च कर देना चाहते हैं? 3- हर राज्य की तुलना में सबसे बड़ा बजट दिया
योगी ने कहा कि बजट का दायरे बढ़ाने में हमारी सरकार सफल हुई है। अब ज्यादा खर्च हो रहा है। 2025-26 का बजट पिछली बार की तुलना में बढ़ा है, कम नहीं हुआ। ये किसी भी राज्य की तुलना में सबसे बड़ा बजट है।
पिछली बार की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक बजट है। बजट का दायरा जो बढ़ाया है। अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति का जीवन स्तर उठाने वाला बजट है। आर्थिक विकास तेज करने और आय बढ़ाने के लिए बजट बढ़ाया है। लोक कल्याण के साथ-साथ विकास की प्रतिबद्धता इस बजट में दिखाई देती है। ————————– यह खबर भी पढ़ें मुसलमानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही सरकार, रमजान के बीच मायावती ने कहा- आपसी सौहार्द बिगड़ना स्वाभाविक बसपा प्रमुख मायावती ने मुसलमानों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा। मंगलवार को उन्होंने X पर लिखा- मुसलमानों के साथ धार्मिक मामलों में सौतेला रवैया अपनाया जा रहा है। यह न्यायसंगत नहीं है। यहां पढ़ें पूरी खबर
उत्तर प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को सीएम योगी ने विपक्ष के सवालों के जवाब दिए। कहा- एक शरारत के तहत संभल के 68 तीर्थों और 19 कूपों की निशानी मिटाने की कोशिश की गई। उनको खोजना हमारा काम था। हमने 54 तीर्थ खोजे और 19 कूपों को भी ढूंढ निकाला। जो हमारा है, हमें मिल जाना चाहिए। इससे इतर कुछ नहीं है। कहा- लोहिया ने कहा था कि भारत के लिए राम, शंकर और कृष्ण जब तक भारत के आदर्श हैं, कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता। जब तक इन्हें आदर्श के रूप में मानेंगे, भारत भारत बना रहेगा। लेकिन सपा का इन तीनों देवताओं पर विश्वास नहीं है। योगी ने कहा- पहले माफिया दौड़ाता था, तो पुलिस भागती थी। माफिया को पुलिस सैल्यूट करती थी। अब इसका ठीक उल्टा है। पढ़िए सीएम योगी ने कैसे विपक्ष के सवालों के जवाब दिए अंसल पर कहा- गरीब का पैसा लेकर भागने वाले को पाताल से निकाल लाएंगे
योगी ने कहा- भ्रष्टाचार का नमूना देखना है, तो अंसल बिल्डर तो आपकी उपज थी। आज ही मैंने FIR दर्ज करने का निर्देश दिया था। इसकी सारी प्रॉपर्टी जब्त कर लेंगे। किसी होम बायर के साथ गलत नहीं होने देंगे। कोई किसी गरीब का पैसा लेकर भाग जाएगा, तो उसे पाताल से भी निकाल लाएंगे। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद से कहा- मन से बोलते हैं, तो सही बोलते हैं
सीएम ने कहा- 93 सदस्यों ने विधानसभा की चर्चा में भाग लिया। इसमें विपक्ष के 34 सदस्य शामिल रहे। हमें अच्छा लगा कि नेता प्रतिपक्ष ने दार्शनिक अंदाज में अपनी बात रखी। डॉ लोहिया के अनुयायी के रूप में बात रखी। वे इसका आचरण स्वयं कर पाते हैं या नहीं, यह मुझे नहीं पता। वह उम्र में मुझसे बड़े हैं, इस कारण मैं उन्हें सुझाव नहीं दे सकता। योगी के भाषण के बीच जब नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद ने टोका, तो सीएम ने कहा- आपके साथ यही समस्या है कि जब मन से बोलते हैं, तो सही बोलते हैं। कोई लिखकर देता है, तो गलत बोल जाते हैं। शिवपाल के महाकुंभ नहीं जाने पर बोले- चच्चू फिर गच्चा गए
योगी ने कहा- चुनाव कैसे जीता जाता है, यह चच्चू से ज्यादा कौन जान सकता है। अच्छा ही है, बहु उपदेश कुशल बहुतेरे। अगर वैसा ही आचरण भी किया होता, तो करारी हार नहीं होती। 2027 में भी ऐसा ही होगा। कहा- खुद महाकुंभ में चले गए। लेकिन चच्चू को नहीं जाने दिया गया। 2013 में भी ऐसा ही हुआ था। चच्चू इस बार भी बहक गए। इस बार फिर गच्चा खा गए। वो महाकुंभ जाना चाहते थे, लेकिन चूक गए। पुण्य से वंचित रह गए। 4 पॉइंट में महाकुंभ की सफलता की कहानी बताई 1- इतना बड़ा आयोजन, पूरी शांति से निपटा
योगी ने अपने भाषण के दौरान ज्यादातर महाकुंभ पर बात की। कहा- महाकुंभ में एक भी छेड़खानी, अपहरण, लूट, हत्या की घटना नहीं हुई। जो उत्तर प्रदेश या भारत को या सनातनधर्मियों को कटघरे में खड़ा करे। 66 करोड़ आ जाएं और सुरक्षित लौट जाएं, यह बड़ी बात है। बहुत से लोग महाकुंभ आना चाहते थे, लेकिन नहीं आ पाए। उनके मन में कसक रह गई। जिसने भी डुबकी लगाई, आस्था की डुबकी में अभिभूत होकर गया। 2- नेता-एक्टर भी पहुंचे, सभी ने तारीफ की
योगी ने कहा- अक्सर विदेशी मीडिया नकारात्मक टिप्पणी करता है। लेकिन, इस बार उन्होंने भी महाकुंभ के बारे सब कुछ पॉजिटिव लिखा। द वाल स्ट्रीट ने लिखा है- एक ऐसा आयोजन जिसमें अमेरिका से अधिक लोग जुड़े। बीबीसी ने लिखा- आस्था सबसे बड़ा आयोजन था। योगी ने कहा- श्रद्धालु ही नहीं, नेता और एक्टर्स भी प्रयागराज पहुंचे। ये पर्वों का पर्व था। यूनेस्को के डायरेक्टर ने कहा कि महाकुंभ सांस्कृतिक और धरोहर के रूप में विश्व को एक नई दृष्टि देता है। टेक्नोलॉजी का सही प्रयोग किया जाए, तो यह संभव है। पूरी दुनिया में भारत का मान बढ़ा है। इस अभूतपूर्व आयोजन की गूंज दुनिया में कई साल तक सुनाई देगी। ये भारत की सबसे बड़ी उपलब्धि है। हमारे कुछ विपक्षी दलों से जुड़े राज्य सरकारों के नेता महाकुंभ आए थे। डिप्टी सीएम कर्नाटक ने लिखा- इस पवित्र आयोजन के लिए सभी का धन्यवाद। सरकार ने जो व्यवस्था की, वो बहुत अच्छी है। 3- महाकुंभ से मिले साढ़े तीन लाख करोड़
योगी ने कहा- बिजनेस की बात हो तो 75 हजार खर्च कर साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए कमाया जा सकता है। भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा है कि इससे भारत काे 6.5 प्रतिशत विकास दर हासिल करने में मदद मिलेगी। इस मामले में अन्य क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया है। होटल उद्योग में 40 हजार करोड़, खाने में 33 हजार करोड़, पूजन सामग्री में 20 हजार करोड़, दान में 660 करोड़ प्रदेश को मिला है। योगी से महाकुंभ से कमाई के जो आंकड़े गिनाए है, वह हूबहू दैनिक भास्कर की 2 मार्च को प्रकाशित खबर है…आप भी पढ़िए 4- मैंने सफाईकर्मियों के साथ भोजन किया
योगी ने कहा- महाकुंभ से 5 तीर्थ कॉरिडोर बने हैं। प्रयागराज से वृंदावन और सुख तीर्थ में भी लोग पहुंचे। चित्रकूट, अयोध्या, वाराणसी आदि का कॉरिडोर बना। सपा कह रही थी कि नाविकों का शोषण हो रहा। ये लोग एक परिवार की बात करते हैं। 130 नौकाओं से 30 करोड़ कमाया है। मैं प्रयागराज गया था। सफाई की, पूजन किया। इस पूरे आयोजन में स्वच्छता कर्मियों, हेल्थ कर्मियों का सम्मान किया था। दूसरा आयोजन नाविकों के साथ था। उनके लिए पैकेज की घोषणा की। इसके अलावा रेलवे और परिवहन से जुड़े लोगों के प्रति भी धन्यवाद दिया। चौथे कार्यक्रम में सुरक्षा के लोगों के साथ भोजन भी किया। महाकुंभ का आयोजन यूपी के सामर्थ्य देश और देश का सामर्थ्य दुनिया के सामने रखने में सफल रहे। आपने लगातार दुष्प्रचार किया। नकारात्मक तरीके से प्रचारित किया, लेकिन देश की जनता को विश्वास नहीं था। अब पढ़िए बजट पर योगी ने जो कुछ कहा 1- थीम के साथ बजट पेश किया गया
बजट की एक थीम होती है। इस बजट को प्रस्तुत किया, तो एक थीम के साथ किया था। हमारी सरकार का 9वां बजट था। पहला बजट अन्नदाता को समर्पित किया था। तब हमने कर्ज माफ किया था। आज किसान खुशहाल है। किसान अब जान नहीं दे रहा। 2018 में हमने बजट को इन्फ्रास्ट्रक्चर और औद्योगिकी विकास को समर्पित किया था। 2019-20 का बजट आधी आबादी को समर्पित किया था। 2020-21 में युवा शक्ति काे समर्पित किया था। 2024-25 का बजट लोक मंगल को समर्पित करने वाले रामराजा के प्रति था। 2025-26 का बजट अन्नदाता किसान, युवा, महिला और गरीब को समर्पित करते हुए थीम दी है। वंचित को वरीयता के थीम के साथ इस बजट को पेश किया गया है। 2- हम जो कहते हैं, करके दिखाते हैं
सीएम ने कहा- जनता को विश्वास है कि हम जो कहते हैं करके दिखाते हैं। ये बजट भी इसी भाव के साथ घोषित किया गया है। 2024-25 का बजट मूल रूप से 7.36 लाख करोड़ का था। दो अनुपूरक लाए थे, वो 30 हजार करोड़ के थे। कुल 7.66 करोड़ होता है। अब मूल बजट 8.08 लाख करोड़ का बजट है। सपा पर निशाना साधते हुए योगी ने बोले- आपने कहा कि पैसा खर्च नहीं किया। बजट साल भर के लिए होता है। योजनाएं बनने और लागू होने में समय लगता है। 6 महीने में क्यों पूरा खर्च कर देना चाहते हैं? 3- हर राज्य की तुलना में सबसे बड़ा बजट दिया
योगी ने कहा कि बजट का दायरे बढ़ाने में हमारी सरकार सफल हुई है। अब ज्यादा खर्च हो रहा है। 2025-26 का बजट पिछली बार की तुलना में बढ़ा है, कम नहीं हुआ। ये किसी भी राज्य की तुलना में सबसे बड़ा बजट है।
पिछली बार की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक बजट है। बजट का दायरा जो बढ़ाया है। अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति का जीवन स्तर उठाने वाला बजट है। आर्थिक विकास तेज करने और आय बढ़ाने के लिए बजट बढ़ाया है। लोक कल्याण के साथ-साथ विकास की प्रतिबद्धता इस बजट में दिखाई देती है। ————————– यह खबर भी पढ़ें मुसलमानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही सरकार, रमजान के बीच मायावती ने कहा- आपसी सौहार्द बिगड़ना स्वाभाविक बसपा प्रमुख मायावती ने मुसलमानों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा। मंगलवार को उन्होंने X पर लिखा- मुसलमानों के साथ धार्मिक मामलों में सौतेला रवैया अपनाया जा रहा है। यह न्यायसंगत नहीं है। यहां पढ़ें पूरी खबर