
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल के आखिरी रविवार को 117वीं बार मन की बात की। पीएम ने संविधान दिवस और महाकुंभ का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब हम कुंभ में भाग लें, तो समाज में विभाजन और नफरत की भावना को खत्म करने का संकल्प लें। पीएम ने WAVES समिट, कालाहांडी की सब्जी क्रांति, बस्तर ओलिंपिक और कुरुक्षेत्र के मलेरिया रोकथाम के प्रयासों के बारे में भी बात की। ये इस साल 9वां और आखिरी एपिसोड था। लोकसभा चुनाव के कारण मार्च, अप्रैल और मई में एपिसोड टेलीकास्ट नहीं हुए थे। मन की बात में पीएम इनका जिक्र किया 116वें एपिसोड में डिजिटल अरेस्ट का जिक्र किया था पीएम मोदी ने मन की बात के 116वें एपिसोड में नेशनल कैडेट कोर, स्वामी विवेकानंद की जयंती और युवा दिवस पर, युवाओं के सोशल वर्क, देश में चल रहे लाइब्रेरी इनीशिएटिव और कचरे से कंचन इनीशिएटिव पर चर्चा की।इस एपिसोड में भी पीएम ने कहा- हमें बार-बार लोगों को समझाना होगा कि सरकार में डिजिटल अरेस्ट का कोई प्रावधान नहीं है। यह एक खुला झूठ और लोगों को फंसाने की साजिश है। पूरी खबर पढ़ें… 22 भाषाओं और 29 बोलियों में टेलीकास्ट होती है मन की बात पीएम मोदी की ‘मन की बात’ को 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा 11 विदेशी भाषाओं में भी ब्रॉडकॉस्ट किया जाता है। इनमें फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी, दारी और स्वाहिली शामिल हैं। इसके 62 एपिसोड को भीली बोली में भी अनुवाद किया गया है। मन की बात की ब्रॉडकास्टिंग आकाशवाणी के 500 से अधिक ब्रॉडकास्टिंग सेंटर द्वारा किया जाता है। पहले एपिसोड की टाइम लिमिट 14 मिनट थी। जून 2015 में इसे बढ़ाकर 30 मिनट कर दिया गया था। ‘मन की बात’ से जुड़ी ये खास बातें भी जानिए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल के आखिरी रविवार को 117वीं बार मन की बात की। पीएम ने संविधान दिवस और महाकुंभ का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब हम कुंभ में भाग लें, तो समाज में विभाजन और नफरत की भावना को खत्म करने का संकल्प लें। पीएम ने WAVES समिट, कालाहांडी की सब्जी क्रांति, बस्तर ओलिंपिक और कुरुक्षेत्र के मलेरिया रोकथाम के प्रयासों के बारे में भी बात की। ये इस साल 9वां और आखिरी एपिसोड था। लोकसभा चुनाव के कारण मार्च, अप्रैल और मई में एपिसोड टेलीकास्ट नहीं हुए थे। मन की बात में पीएम इनका जिक्र किया 116वें एपिसोड में डिजिटल अरेस्ट का जिक्र किया था पीएम मोदी ने मन की बात के 116वें एपिसोड में नेशनल कैडेट कोर, स्वामी विवेकानंद की जयंती और युवा दिवस पर, युवाओं के सोशल वर्क, देश में चल रहे लाइब्रेरी इनीशिएटिव और कचरे से कंचन इनीशिएटिव पर चर्चा की।इस एपिसोड में भी पीएम ने कहा- हमें बार-बार लोगों को समझाना होगा कि सरकार में डिजिटल अरेस्ट का कोई प्रावधान नहीं है। यह एक खुला झूठ और लोगों को फंसाने की साजिश है। पूरी खबर पढ़ें… 22 भाषाओं और 29 बोलियों में टेलीकास्ट होती है मन की बात पीएम मोदी की ‘मन की बात’ को 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा 11 विदेशी भाषाओं में भी ब्रॉडकॉस्ट किया जाता है। इनमें फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी, दारी और स्वाहिली शामिल हैं। इसके 62 एपिसोड को भीली बोली में भी अनुवाद किया गया है। मन की बात की ब्रॉडकास्टिंग आकाशवाणी के 500 से अधिक ब्रॉडकास्टिंग सेंटर द्वारा किया जाता है। पहले एपिसोड की टाइम लिमिट 14 मिनट थी। जून 2015 में इसे बढ़ाकर 30 मिनट कर दिया गया था। ‘मन की बात’ से जुड़ी ये खास बातें भी जानिए